Ashwagandha के फायदे: तनाव कम करने, Memory & Immunity बढ़ाने के उपाय!
Ashwagandha एक shrub है जिसमें ऐसे chemicals होते हैं जो brain को शांत करने, सूजन को कम करने, रक्तचाप (blood pressure) को कम करने और immune system को सुधारने में मदद कर सकते हैं। Ashwagandha, stress को कम करने के लिए बहुत पुराने समय से ही उपयोग में लाया गया है। ऐसा माना जाता है कि यह body को physical और mental stress से लड़ने में मदद करता है।Ashwagandha के लाभ:तनाव और चिंता को काम करता है: कई researches से पता चला है कि Ashwagandha stress hormone cortisol को कम करने में मदद करता है, जो तनाव और चिंता के levels को काफी कम कर देता है और साथ ही इससे body को rest मिलता है।नींद में सुधार: कई लोग अच्छी नींद के लिए Ashwagandha लेते हैं, और कुछ researches से पता भी चला है कि यह नींद की समस्याओं को manage करने में मदद कर सकता है।संज्ञानात्मक क्षमता (Cognitive function ) में सुधार: Ashwagandha ****cognitive function को improve करता है। यह memory, focus और ध्यान अवधि (attention span) में सुधार करने में भी मदद करता है।Immunity को improve करता है: Ashwagandha में immunity को improve करने वाले गुण होते हैं। यह immunity को manage करने और infections से बचाने में भी मदद करता है।Fertility बढ़ाता है: Ashwagandha तनाव और infertility (बांझपन )दोनों के लिए ही एक प्रभावी herbal उपचार है। यह blood circulation में सुधार करता है और natural तरीके से sperms की quality को बढ़ाता है।क्या Ashwagandha का सेवन सुरक्षित है?देखा गया है कि Ashwagandha लगभग 3 महीने तक use करने के लिए सुरक्षित है। Ashwagandha long term use में कितना सुरक्षित है इसका अभी सही से पता नहीं लग पाया है। हालांकि, यह देखा गया है कि Ashwagandha को ज़्यादा मात्रा में खाने से पेट खराब, दस्त (loosemotions) और उल्टी (vomiting) का कारण बन सकती है। Liver से related कुछ समस्याएं जैसे severe liver failure और liver transplant की आवश्यकता भी कभी कभी देखी जाती है।हालांकि Ashwagandha आम तौर पर सुरक्षित है, इसका उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से consult ज़रूर करें।Source:- https://medlineplus.gov/druginfo/natural/953.html
क्या सर्दियों में आपको भी साँस लेने में तकलीफ़ होती है? जानिये इससे निपटने के तरीके।
सर्दियों के मौसम में बहुत से लोगों को साँस लेने में परेशानी होती है। चलिए समझते हैं कि सर्दियों में respiratory issues क्यों बढ़ जाते हैं और उनसे छुटकारा पाने के लिए आप को क्या करना चाहिए।सर्दियों में Respiratory Issues क्यों बढ़ जाते हैं?ठंडी हवा और वायरस: जब तापमान कम होता है, तब आपके नाक के अंदर की हवा भी ठंडी हो जाती है। यह आपके cells की immunity को कम कर देती है। इससे आपको flu या common cold जैसे infections हो सकते हैं।सूखी हवा: सर्दियों की हवा बहुत ज्यादा सूखी होती है, और जब आप इस हवा में सांस लेते हैं, तब आपकी नाक के airways भी सूख हो जाते हैं जिसके कारण आपको inflammation हो सकता है। यह inflammation आपके asthma को भी बढ़ा सकता है।इंडोर हीटिंग: घर के अंदर के heating systems हवा का humidity level कम कर देते हैं, यह आपके respiratory system को dry कर सकती हैं। इस वजह से आपको sinusitis और bronchitis जैसी problems का सामना करना पड़ सकता है।ठंड में होने वाले आम Respiratory Issues और उनसे निपटने के TipsSinusitisSinusitis तब होता है जब आपके sinuses infection की वजह से inflamed हो जाते हैं, जिसकी वजह से आपकी नाक बंद हो जाती है और आपको काफ़ी भयानक सर दर्द भी होता है।इसे manage करने के लिए, आप अपनी नाक और माथे पर गर्म compresses लगा सकते हैं ताकि आपको सर दर्द से थोड़ा आराम मिले।आप saline nasal spray से अपने blocked sinuses भी साफ़ कर सकते हैं।आप भाँप लेकर भी sinuses को ठीक कर सकते हैं। भाँप लेने के समय आप eucalyptus oil का इस्तेमाल करें, इससे आपकी नाक खुलेगी और आपको जल्दी आराम मिलेगा।BronchitisBronchitis तब होता है जब आपके airways inflamed हो जाते हैं। यह problem आपको virus या smoke जैसी चीज़ों के कारण हो सकती है।इसे ठीक करने के लिए आप regular भाँप ले सकते हैं। ऐसा करने से आपके नाक में मौजूद mucus loosen होता हैं, जिससे साँस लेना फिर से आसान हो जाता हैं।नमक पानी से गरारे करें ताकि गले का irritation कम हो।Smoking से बचने की कोशिश करें और अपने immune system को support देने के लिए vitamin D लें।Asthmaसर्दियों की हवा आपके airways को irritate कर सकती है, जो asthma के symptoms जैसे wheezing, coughing, और chest tightness को बढ़ा सकती है।Asthma attacks से बचने के लिए धूल और pollen जैसे चीज़ों से दूर रहें और बाहर जाने पर mask पहनें।ठंड के मौसम में बाहर exercise करने से बचें, क्योंकि dry air asthma attack होने के chances बढ़ा सकती है।ऐसी Deep breathing exercises करें जो आपके नाक के airways को relax करने में मदद करती हैं।अगर तबीयत ज़्यादा ख़राब हो जाएं या ठीक न हो, तो अपने doctor से ज़रूर consult करें।सही precautions और care के साथ, आप सर्दियों के मौसम में भी आसानी से सांस ले सकते हैं!Source:-1. https://www.health.harvard.edu/staying-healthy/7-strategies-to-fight-winter-breathing-problems 2. https://www.health.harvard.edu/staying-healthy/preventing-seasonal-maladies
सर्दियों में घुटनों के दर्द से राहत पाने के आसान तरीके!
सर्दियों में घुटनों का दर्द अचानक से बढ़ जाता है। ऐसा क्यों होता है और आप इसे कम करने के लिए क्या कर सकते हैं? चलिए जानते हैं।सर्दियों में घुटने का दर्द क्यों होता है?ठंड के मौसम में blood flow कम हो जाता है: जब ठंडी पड़ती है, तब आपके blood vessels contract हो जाते हैं, जिससे आपके घुटनों को blood circulation कम मिलता है। इससे पैरों में अकड़न हो जाती है और घुटने दर्द करते हैं।Pressure में बदलाव: सर्दियों के दौरान barometric pressure गिरने से जोड़ों के आस-पास की tissues में सूजन हो सकती हैं, जिससे घुटनों में extra pressure पड़ता है और घुटने का दर्द भी बढ़ जाता है।कम चलना फिरना: सर्दियों में हम ज्यादा नहीं चलते, और जब हम कम active होते हैं, तब हमारे muscles weak हो जाते हैं। और फिर हम जब चलने की कोशिश करते हैं, तब दर्द और बढ़ जाता है।घुटनों के दर्द से छुटकारा कैसे पाएं?अपने घुटनों को गर्म रखें: अपने घुटनों को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़े पहनें। ऐसा करने से शरीर में blood circulation बढ़ जाता है, जो अकड़न और दर्द को कम करता है।रोज़ exercise करें: ठंड में भी exercise करना जरूरी है। Walking या cycling करने से आपके घुटने flexible रहेंगे।Hot Baths लें और Warm Compresses का इस्तेमाल करें: एक गर्म bath लेने से घुटने के आस-पास की muscles relax हो जाती हैं और blood circulation improve हो जाता है। आप अपने घुटनों पर warm compress भी लगा सकते हैं जो आपको तुरंत आराम दे सकता है।खूब पानी पीए: पानी पीना बहुत जरूरी है! ठंडी हवा dehydration का कारण बन सकती है, जो आपके घुटनों पर असर डालती है। पानी पीने से cartilage lubricated रहता है, जिससे घुटनों का दर्द कम हो जाता है।Massage करें: Olive या mustard oil से अपने घुटनों को massage करने से blood flow improve होता है, muscles relax होती हैं और घुटनों में दर्द भी कम होता है।घुटनों के दर्द के लिए Supplements लें।Glucosamine और chondroitin जैसे supplements inflammation कम करने में मदद करते हैं और cartilage को rebuild करते हैं। Omega-3 fatty acids के anti-inflammatory benefits होते हैं जो घुटनों के अकड़न को कम करते हैं। लेकिन, किसी भी supplement को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।इन tips को follow करके, आप घुटनों के दर्द को कम कर सकते हैं और सर्दियों को ज्यादा comfortable बना सकते हैं।Source:- 1. https://www.health.harvard.edu/pain/take-control-of-your-knee-pain 2. https://www.health.harvard.edu/topics/knees/all
Fertility बढ़ाने और conceive करने के 5 आसान तरीक़े। इन तरीकों को ज़रूर आज़माये!
अगर आप conceive करने की कोशिश कर रही हैं, तो hope मत छोड़िए। कुछ simple ways से आप अपनी fertility boost कर सकती हैं और pregnant होने के chances बढ़ा सकती हैं।5 असरदार तरीके fertility बढ़ाने में आपकी help करेंगे:Healthy Weight maintain करेंआपका weight आपके pregnant होने के chances को affect करता है। बहुत ज़्यादा thin या overweight होने से hormones disturb हो सकते हैं और ovulation मुश्किल हो सकता है। Healthy weight maintain करने और leptin hormone की मदद से body का balance better होता है और fertility भी improve होती है।अच्छा खाना खायेआपकी diet काफ़ी important होता है। Vitamins, minerals और good fats से rich foods आपकी reproductive health को improve करते हैं। अपने meals में leafy vegetables, nuts, seeds, whole grains और healthy proteins शामिल करिए। ये foods vitamins A, D, E, K, magnesium और calcium से भरपूर होते हैं, जो आपके hormones को balance करते हैं और eggs की quality को better बनाते हैं।Stress Levels manage करेंStress conceive करने की ability को affect कर सकता है। यह आपके hormones को disturb करता है जिसके कारण body pregnancy के लिए prepare नहीं कर पाती। Yoga, meditation या daily walk जैसे simple activities से dopamine hormone release होता है, जो mind और body को calm करता है और fertility को support करता है।Ovulation Cycle track करेंअपने ovulation days का पता होना planning के लिए helpful हो सकता है। Ovulation, वो time होता है जब body एक egg release करती है, और यह best time होता है pregnant होने का। Ovulation kits, apps या temperature charts का use करके आप अपने fertile days track कर सकती हैं।Exercise Regular करेंModerate exercise endorphins release करती है, जो body को healthy रखती है और blood circulation boost करती है। यह pregnant होने के chances को improve करता है। लेकिन heavy workouts avoid करिए, क्योंकि ज़्यादा exercise fertility को harm कर सकती है। Balanced activities जैसे walking, swimming या light yoga पर focus करिए।ये steps motherhood की journey को smooth बनाने में help करेंगे। याद रखिए, हर औरत की body different होती है, इसलिए results आने में time लग सकता है।Stay positive, अपनी health का ध्यान रखिए और process पर trust करिए। Patience और care के साथ, आपका mother बनने का dream ज़रूर पूरा हो सकता है।Source:-1. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC8634384/ 2. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC6079277/ 3. https://www.nichd.nih.gov/health/topics/reproductivehealth
Asthma (दमा) के लक्षण, कारण, इलाज! Asthma Treatment !
हम Asthma के symptoms, diagnosis और treatment plan के बारे में बात करेंगे।आइए पहले बात करते है Asthma के symptoms की:Asthma के SymptomsAsthma के अलग-अलग symptoms हो सकते हैं, जैसे:सांस लेने में कठिनाई,खांसी (ज़्यादातर रात को या सुबह सुबह)सांस लेने में संघर्ष करनासांस छोड़ते समय सीटी या घरघराहट की आवाजये symptoms हर रोज़ या कभी-कभी ही दिखाई देते हैं।Asthma Attack क्या होता है:अस्थमा का अटैक तब होता है जब वायुमार्ग (airway) सिकुड़ जाता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। Asthma attack के समय, symptoms और भी खराब हो सकते हैं। Attack धीरे-धीरे या अचानक से हो सकते हैं और यहां तक कि life threatening भी हो सकते हैं। जिन लोगों को Asthma की severe problem हो, उन्हें Asthma Attack के chances ज़्यादा होता हैं। अगर बार-बार Asthma attack होता है, तो आपके treatment में adjustment की ज़रुरत पड़ सकती है।Asthma का diagnosis कैसे किया जाता है?डॉक्टर Asthma का पता लगाने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं कि आपको Asthma है या नहीं:Physical Examination और Medical History: आपके symptoms और triggers को समझने के लिए।Lung Function Test:स्पिरोमेट्री (Spirometry ): इस test से यह पता लगता है कि फेफड़े कितनी अच्छी तरह काम कर रहे हैं। इस test को करने के लिए, एक छोटी सी मशीन को एक mouthpiece से जोड़ा जाता है जिससे एक गहरी सांस लेते हैं, सांस को कुछ seconds के लिए रोकते हैं, और फिर mask में जितना हो सके उतना जोर से सांस छोड़ते हैं। यह नापता है कि आप अपने फेफड़ों में कितनी हवा अंदर और बाहर ले जा सकते हैं।Peak Expiratory Flow: इस test के लिए peak flow meter नाम के एक handheld device की ज़रुरत होती है जिससे यह पता लगाया जाता है कि आप maximum effort से कितनी हवा बाहर निकाल सकते हैं।Airway Reaction Test: इस test में, आप अपने airways का reaction देखने के लिए कुछ allergens या दवाओं का सेवन करते हैं। इस test से पहले और बाद में एक spirometry test किया जाता है।Fractional exhaled nitric oxide (FeNO) Test: सांस छोड़ने पर आपकी सांस में Nitric Oxide के स्तर को इस test से नापा जाता है। Nitric Oxide के स्तर का बढ़ा हुआ होने का मतलब हो सकता है कि आपके फेफड़ों में सूजन है।यदि आपको Asthma का पता चलता है, तो आपको treatment plan के लिए अपने डॉक्टर से consult करने की ज़रुरत पड़ेगी।यहाँ Asthma के कुछ treatments options के बारे में बताया गया है।Asthma का इलाज क्या है?Treatment plan में आपके Asthma के symptoms को manage करने और Asthma attack को रोकने के कुछ तरीके होते हैं। जैसे कि :Triggers से बचने की strategies: धुएं या allergy जैसी चीजों से दूर रहना जो आपके Asthma को खराब करते हैं।Quick relief वाली दवाएं: इनमें inhaler या कुछ दवाएं शामिल हैं जो quick relieve provide करती हैं। इन्हें हमेशा अपने पास रखना चाहिए। वे symptoms को रोकने या Asthma attack के समय पर आने वाले symptoms को दूर करने में मदद करते हैं।Control करने वाली दवाएं: ये दवाएं हर दिन ली जाती हैं ताकि symptoms को रोकने में मदद मिल सके। वे airway की सूजन को कम करती हैं और airway को पतला होने से रोकती हैं।Advanced Treatment के options :Bronchial Thermoplasty: Uncontrolled Asthma वाले adults के लिए, डॉक्टर Bronchial Thermoplasty नाम का एक procedure बताते हैं। यह सांस लेना आसान करने के लिए, गर्मी (heat) से फेफड़ों की muscles को सिकोड़ने में मदद करता है। आमतौर पर यह last option होता है और इसमें कुछ risks भी हो सकते हैं। इसलिए, ऐसे tests के बारे में अपने डॉक्टर से विस्तार में चर्चा करें।सुरक्षित रहें, triggers से बचें और अपना treatment plan फॉलो करें।Source:-https://medlineplus.gov/asthma.html
बच्चों की खांसी के इलाज के लिए 5 घरेलू आयुर्वेदिक उपचार!
5 natural home remedies जो आपके बच्चे के गले को आराम पहुंचा सकते हैं और खांसी ज़ुखाम को कम कर सकते हैं।अदरक: अदरक में anti-inflammatory properties होती हैं, जो dry खांसी और asthma वाली खांसी को कम करने में मदद करती हैं। इसके अलावा, यह nausea और pain को दूर करने में भी मदद करता है।आप बच्चे को अदरक की चाय पिला सकते हैं या 1 चम्मच शहद के साथ अदरक के रस की कुछ बूंदें दे सकते हैं। 2. भाप/Steam: गीली बलगम वाली खांसी में steam लेना काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इससे बलगम ढीला होता है और सांस लेने में आसानी होती है।आप बच्चे को गर्म पानी से नहलाएं और bathroom में steam भरने दें, फिर बच्चे को कुछ मिनट तक इस steam में रखें।एक बड़े bowl में गर्म पानी भरें और बच्चे के सिर को तौलिए से ढक दें ताकि bowl से निकलने वाली steam को लगभग 10 से 15 मिनट तक बच्चा inhale कर सके। इस पानी में कुछ बूंदें Eucalyptus या Rosemary oil डालने से राहत और बढ़ सकती है, क्योंकि इन essential oils में भी respiratory को आराम देने वाले गुण होते हैं।दिन में दो-तीन बार steam देने से खांसी में जल्दी आराम मिलेगा। 3. नमक के पानी से गरारे:** नमक के पानी से गरारे करने से गले में खराश जैसे symptoms को दूर करने में मदद मिलती है क्योंकि यह बलगम को बाहर निकालता है और दर्द में भी राहत देता है।एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं और इसे पूरी तरह से घोल लें। नमक के पानी का एक घूंट लें, इसे कुछ पलों के लिए गले के पिछले हिस्से में बैठने दें और फिर थूक दें।खांसी में सुधार होने तक दिन में कई बार ऐसा करें। 4. ब्रोमेलैन (Bromelain): Bromelain, Pineapple में पाया जाने वाला एक enzyme है। Bromelain में एंटी inflammatory और mucolytic गुण होते हैं, जो कि बलगम को शरीर से बाहर निकालते हैं।बच्चे को Pineapple का juice पिलायेंBromelain के supplements दें (supplements लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह कर लें)। 5. प्रोबायोटिक्स/ Probiotics: हालांकि Probiotics सीधे सीधे खांसी से राहत नहीं देते, लेकिन वो हमारी gut health में सुधार करके immunity को improve करते हैं। और एक अच्छा immune system infection से लड़ने में मदद कर सकता है। Lactobacillus, एक प्रकार का Probiotic, common cold को रोकने में काफी effective होता है। Lactobacillus और दूसरे probiotics वाले आहार medical store पर उपलब्ध हैं।Miso Soup और Yoghurt जैसी कुछ चीज़ें probiotics से भरपूर होते हैं।Probiotics के supplements के साथ साथ probiotics अपनी diet में add करना भी अच्छा हो सकता है।इन सरल home remedies को try करें और अपने बच्चे को सर्दी और खांसी के infections से बचाएं।Source:-https://www.medicalnewstoday.com/articles/322394#natural-cough-remedies
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