Navratri Fasting Tips| सही से व्रत करने के तरीके! नवरात्रि व्रत में क्या खाएं?
वरात्रि व्रत का महत्व: वैज्ञानिक और आध्यात्मिक कारण
नवरात्रि का पवित्र त्योहार शुरू हो चुका है, और इस दौरान बहुत से लोग व्रत भी रखते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है कि नवरात्रि में व्रत क्यों किया जाता है? दरअसल, इस व्रत का एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक कनेक्शन है। हमारे पूर्वजों ने नवरात्रि के समय व्रत रखने की परंपरा इसलिए बनाई थी ताकि हम भक्ति के साथ-साथ अपने पाचन तंत्र को भी आराम दे सकें और अपने मन और शरीर को शुद्ध कर सकें।
आज हम जानेंगे कि नवरात्रि के व्रत को सही तरीके से कैसे किया जाए, ताकि आप पूरे 9 दिन स्वस्थ और ऊर्जावान रह सकें।
1) हाइड्रेटेड रहें
व्रत के दौरान अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखना बेहद ज़रूरी है। पानी के साथ-साथ नारियल पानी, लस्सी या जूस का सेवन करें। ये न सिर्फ आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं, बल्कि इलेक्ट्रोलाइट्स को भी संतुलित करते हैं। नारियल पानी में पोटैशियम होता है, जो मांसपेशियों की थकान को कम करने में मदद करता है और आपको सक्रिय बनाए रखता है। सही हाइड्रेशन से आपका मेटाबॉलिज्म भी ठीक रहता है।
2) सही खानपान अपनाएं
कुट्टू, सिंघाड़ा और राजगिरा जैसे ग्लूटेन-फ्री अनाज व्रत के लिए बहुत अच्छे होते हैं। ये अनाज पचने में आसान होते हैं और आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं। कुट्टू में प्रोटीन, फाइबर और रूटिन नामक फ्लेवोनॉइड होता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। ये अनाज पाचन को सही रखते हैं और पूरे दिन ऊर्जा बनाए रखते हैं।
3) हेल्दी फैट्स का सेवन करें
घी, पनीर और दही जैसे हेल्दी फैट्स आपके शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करते हैं और मेटाबॉलिज्म को सपोर्ट करते हैं। घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है, जो पेट की लाइनिंग को हील करने में मदद करता है। ये फैट्स आपकी भूख को नियंत्रित रखते हैं और शरीर को आवश्यक पोषण देते हैं।
4) हल्का खाना खाएं
व्रत के दौरान हल्के स्नैक्स का सेवन करें जैसे फल और भुने हुए मखाने। फलों में नैचुरल शुगर और फाइबर होते हैं, जो पाचन को आसान बनाते हैं। मखानों में एंटीऑक्सीडेंट्स और मैग्नीशियम होते हैं, जो शरीर को पोषण देते हैं। तले हुए खाने से परहेज करें, क्योंकि यह पाचन को धीमा कर सकता है और पेट में भारीपन पैदा कर सकता है।
कौन नहीं रखें व्रत
हालांकि व्रत एक पवित्र परंपरा है, लेकिन यह सभी के लिए नहीं होता। गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली माताएं, बच्चे, किशोर, या वे लोग जिन्हें हृदय संबंधी समस्याएं, टीबी, या कोई अन्य चिकित्सा समस्या हो, उन्हें व्रत नहीं रखना चाहिए। क्योंकि स्वास्थ्य सबसे पहले आता है, है ना?
स्मार्ट व्रत रखें और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें
इस नवरात्रि अपने व्रत को समझदारी से मैनेज करें और अपने शरीर और आत्मा को शुद्ध रखें। माँ दुर्गा का आशीर्वाद और उनकी शक्ति आप सभी के साथ हो। आपका व्रत सफल और फलदायी हो।
जय माता दी!
यह जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. अपने उपचार में कोई भी बदलाव करने से पहले अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें। मेडविकी पर आपने जो कुछ भी देखा या पढ़ा है, उसके आधार पर पेशेवर चिकित्सा सलाह को अनदेखा या विलंब न करें।
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