HPV ek type ka virus group hai jo 200 se zyada related viruses se bana hai. Ye virus sex ke zariye, chahe wo vaginal, anal, ya oral ho, phail sakta hai. Jyadatar jo log sexually active hain, unme se har koi, chahe unka gender kuch bhi ho, sex shuru karne ke kuch saal baad HPV se infect ho sakta hai. Inme se kareeb aadhe infections high-risk HPV types ke hote hain. Zyadatar infections apne aap 1-2 saal mein theek ho jate hain kyunki immune system control kar leta hai.Agar immune system continuous high-risk HPV infections ko clear nahi karta, to ye long-term cell changes cause kar sakta hai. Ye cells jo body ke internal parts ko cover karte hain unko infect kar sakta hai, aur agar treat nahi kiya jaye to cancer tak badh sakta hai.Source:-HPV and Cancer - NCI. (n.d.). HPV and Cancer - NCI. Retrieved February 1, 2024, from https://www.cancer.gov/about-cancer/causes-prevention/risk/infectious-agents/hpv-and-cancerDisclaimer:-This information is not a substitute for medical advice. Consult your healthcare provider before making any changes to your treatment.Do not ignore or delay professional medical advice based on anything you have seen or read on Medwiki.Find us at:https://www.instagram.com/medwiki_/?h...https://twitter.com/medwiki_inchttps://www.facebook.com/medwiki.co.in/
आई पिल, या Unwanted 72 दोनों emergency contraceptives हैं, जिसे unwanted pregnancy को avoid करने के लिए लिया जाता है। Unwanted pregnancy किसी भी कारण से हो सकती है, unprotected sex करने से, या contraceptives का अच्छे से work न करने से, या फिर sexual assault के वजह से। Emergency contraceptives सबसे safe और effective तरीका होते हैं, unwanted pregnancy को रोकने के लिए और इसका effectiveness भी 95-97% है।आई पिल या Unwanted 72 इन दोनों में, levonorgestrel 1.5 mg होता है, जो female hormone “progesterone” का synthetic form है। आई पिल 3 तरीके से pregnancy को रोकता है:पहला ovulation को delay कराता है, मतलब ovary से eggs के release को delay या stop कर देता है। और दूसरा है, uterus के lining को thick कर देना ताकि, कोई fertilized egg implant न हो पाए, और तीसरा तरीका है, cervix में mucus को thick करना जिससे sperm की movement slow हो जाती है, और किसी भी eggs को fertilize नहीं कर पाता।अब बात करते हैं, कि आई पिल या Unwanted 72 लेने के कितने दिन बाद period आता है?इसके लिए आपको अपने menstruation cycle को Day 1 से day 28 तक 2 half में divide कर लेना होगा। यहां day one आपका period का first day होगा ना कि, month का।तो, अगर आपने आई पिल को periods के first 15 days में लिया है तो आपके periods 5-7 दिन के अंदर आ सकते हैं। First 15 days में, estrogen level high होता है, यानी eggs ovulation के लिए ready हो रही होती है, जिसे आई पिल में रहे progesterone ovulate होने नहीं देती है, या sperm से मिलने नहीं देती।इस समय पे आपका period बाकी दिन से light होगा या हल्की spotting हो सकती है।और अगर आपने आई पिल को periods के last 15 days में खाया है, तो आपका period थोड़ा delay हो सकता है, क्योंकि उन दिनों, progesterone का level high होता है, और आई पिल में भी progesterone होने के कारण period delay हो जाता है। और इस case में bleeding normal से ज्यादा हो सकती है।Normally, आई पिल या Unwanted 72 लेने के 3 हफ्ते के अंदर period आ जाता है। और अगर नहीं आता है, तो एक बार pregnancy test लेना जरूरी है।Emergency contraceptives pills असल में 24 hours के अंदर लेने पे 95% से ज्यादा effective होती हैं, और बाकी के 48 hours में लेने से 70-80% ही effective होती हैं।Source:- 1.Gainer, E., Kenfack, B., Mboudou, E., Doh, A. S., & Bouyer, J. (2006). Menstrual bleeding patterns following levonorgestrel emergency contraception. Contraception, 74(2), 118–124. https://doi.org/10.1016/j.contracepti...
Viagra को erectile dysfunction के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। Viagra आपके blood vessels में जाकर उन्हें relax करता है और blood flow को बढ़ाता है, जिससे आपको erection पाने में मदद मिलती है।लेकिन क्या Viagra का असर पहली बार में होता है?वैसे तो ज्यादातर लोगों में Viagra का असर पहली बार में हो जाता है, लेकिन कुछ लोगों में ऐसा नहीं होता, और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे:आपको Viagra का सही dose prescribe नहीं हुई है। Viagra 25mg, 50mg और 100mg के doses में आती है, और आपको आपकी condition के हिसाब से ही prescribe की जाती है। लेकिन कई बार ऐसा होता है, कि आपको उतने dose से असर नहीं दिखता, तो ऐसे केस में आपको अपने doctor से बात करनी चाहिए ताकि वो आपका dose adjust करे।अगर आपको घबराहट हो रही है आपके sexual performance को लेकर, या फिर आप stressed हैं तो भी आपको erectile dysfunction हो सकता है, जिसके कारण Viagra का असर नहीं दिख सकता।अगर आपको किसी भी किस्म की mental health issues हैं जैसे depression, anxiety, या stress, तो भी आपको Viagra का असर नहीं दिखेगा।और अगर आपका mood नहीं है या फिर आपको अपने partner से कोई attraction नहीं है, तो भी आपको Viagra का असर नहीं दिखेगा, क्योंकि Viagra सिर्फ आपको erection में help करता है, mood changes में नहीं।अगर आपको लगता है कि आप किसी stress में हैं, तो पहले अपने stress को handle कीजिए, normal feel कीजिए और आपको जब लगे कि आप sexual intercourse के लिए ready हैं, तो फिर से Viagra ले लीजिए और देखिए कि इसका असर होता है या नहीं।अगर फिर भी Viagra का असर आप पर नहीं होता, तो अपने doctor से बात कीजिए, वो आपको या तो dose change कर के देंगे या फिर आपको दवाई change कर देंगे।source: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2699643/ https://www.nhs.uk/medicines/sildenafil-viagra/how-and-when-to-take-sildenafil/
Viagra एक दवा है जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन को ठीक करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसमें Sildenafil Citrate नाम का नमक होता है जो पुरुषों को इरेक्शन पाने और इरेक्टाइल डिसफंक्शन ठीक करने में मदद करता है। Viagra सिर्फ डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन पर ही लेना चाहिए।Viagra कुछ लोगों के लिए बहुत फायदेमंद रहा है, साथ ही कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको Viagra नहीं लेना चाहिए क्योंकि ये उनकी जान को खतरे में डाल सकता है।तो कौन नहीं ले सकता Viagra? ऐसे 5 मेडिकल कंडीशंस जिसमें Viagra नहीं लेना चाहिए:जिनको अभी हाल ही में दिल का दौरा आया हो या जो दिल की बीमारियों से पीड़ित हों, उनको Viagra नहीं लेना चाहिए क्योंकि ये उनका रक्तचाप अचानक से घटा सकता है और दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है।जो लोग Retinitis pigmentosa (एक दुर्लभ आंख की बीमारी) से पीड़ित हैं, उनको Viagra से बचना चाहिए क्योंकि ये उन केमिकल्स के साथ हस्तक्षेप करता है जो रेटिना से दिमाग तक प्रकाश संकेत भेजते हैं, और इससे दृष्टि हानि हो सकती है।जिनको लीवर और किडनी की बीमारियां हैं, उनको Viagra से बचना चाहिए क्योंकि Viagra लीवर में मेटाबोलाइज होता है और किडनीज के माध्यम से समाप्त होता है। अगर ये अंग सही से काम नहीं कर रहे हैं, तो Viagra समाप्त नहीं हो पाता और उसका स्तर बढ़ जाता है, जो इन अंगों को नुकसान पहुंचाता है।जिनको पहले से कम रक्तचाप या हाइपोटेंशन है, उनको Viagra नहीं लेना चाहिए क्योंकि Viagra काम करता है रक्तचाप को कम करके, और ऐसे लोगों का रक्तचाप पहले से ही कम होता है। इससे चक्कर, बेहोशी और कभी-कभी झटका लग सकता है।जो लोग एंटिफंगल्स, एंटीवायरल्स, और एंटीबायोटिक्स जैसी दवाइयां ले रहे हैं, उन्हें Viagra नहीं लेना चाहिए क्योंकि ये दवाइयां Viagra के मेटाबोलिज्म की दर को कम करती हैं। इससे Viagra का रक्त स्तर बढ़ जाता है और साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।ये ज़रूरी है कि आप किसी भी दवा को लेने से पहले डॉक्टर से सही परामर्श लें ताकि आपको किसी भी गंभीर साइड-इफेक्ट्स से बचाया जा सके।source: https://www.google.com/amp/s/www.healthdirect.gov.au/amp/article/sildenafil-viagra https://www.nhs.uk/medicines/sildenafil-viagra/who-can-and-cannot-take-sildenafil/
Erectile dysfunction, आदमियों में होने वाली एक सामान्य यौन समस्या है, जो दुनिया भर में लगभग 150 मिलियन लोगों को होता है। Viagra एक नीली रंग की छोटी टैबलेट होती है, जिसे आदमियों में erectile dysfunction को ठीक करने में उपयोग किया जाता है।Viagra काम कैसे करता है? कैसे यह सेक्स में मदद करता है?जब भी आप यौन रूप से उत्तेजित होते हैं, तो आपके शरीर में एक रसायन बनता है जिसे nitric oxide कहा जाता है, जो आपके पेनिस में रिलीज होती है। Nitric oxide रक्त प्रवाह को पेनिस के रक्त वाहिकाओं में अनुमति देता है और वहां दबाव बनाए रखता है, जिससे erection होता है। लेकिन, पेनिस में एक एंजाइम होता है जिसे “Phosphodiesterase type 5” या (PDE5) कहा जाता है, जो erection की विफलता का कारण बनता है क्योंकि यह erection में शामिल रसायनों को तोड़ देता है। Erectile dysfunction के कई कारण हो सकते हैं।Viagra में Sildenafil Citrate नाम का एक यौगिक होता है, जो एक PDE5 inhibitor है, यानी Viagra उस एंजाइम को रोक देता है, जो erection को नहीं बनने देता और साथ ही पेनिस में रक्त वाहिकाओं और मांसपेशियों को रिलैक्स कर देता है। जिससे पेनिस में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है और साथ ही दबाव भी, जिसके कारण erection होता है।लेकिन erection होने के लिए आपका यौन रूप से उत्तेजित होना बहुत ही जरूरी है, वरना आपको शायद Viagra के परिणाम नहीं दिखेंगे।क्योंकि Viagra सिर्फ एक दवा है, जो पेनिस में रक्त प्रवाह को बढ़ा देती है, लेकिन आपको यौन रूप से उत्तेजित नहीं करती।Source:- 1.https://www.google.com/amp/s/www.healthdirect.gov.au/amp/article/sildenafil-viagra 2.https://www.nhs.uk/medicines/sildenafil-viagra/
50% पुरुष जो 40 साल की उम्र के ऊपर होते हैं, उन्हें Erectile Dysfunction (ED) होने की संभावना होती है। यह एक स्थिति है जहां एक पुरुष को इरेक्शन प्राप्त करने में परेशानी होती है, या वह इरेक्शन जो सेक्स के लिए पर्याप्त नहीं होता।Viagra एक लोकप्रिय दवा है, जिसका उपयोग Erectile Dysfunction का इलाज करने के लिए किया जाता है क्योंकि यह Penis में Blood Flow को बढ़ाता है और सेक्स के लिए आवश्यक इरेक्शन को बनाए रखता है।लेकिन, Viagra के बारे में कई मिथक हैं जिन्हें चर्चा की जानी चाहिए। इस वीडियो में, हम Viagra के उपयोग के बारे में 5 मिथकों के बारे में बात करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं:मिथक: Viagra Sex Drive को बढ़ाता है।सच्चाई यह है कि, Viagra आपका Sex Drive नहीं बढ़ाता है, यह केवल सेक्स के दौरान इरेक्शन बनाए रखने में मदद करता है, जिससे Blood Flow को Penis तक बढ़ाया जा सके।Sexual Arousalइरेक्शन प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है जो आपकी मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है।मिथक: Viagra जैसे ही लिया जाता है, काम करना शुरू कर देता है।सच्चाई यह है कि, Viagra को Blood Vessels में प्रभाव दिखाने के लिए 30-60 मिनट लगते हैं।इसलिए, Viagra को सेक्स से 1 घंटे पहले लिया जाना चाहिए।मिथक: Viagra किसी भी दवा के साथ लिया जा सकता है।सच्चाई यह है कि, Viagra को कई दवाओं जैसे Blood Pressure Medicines, Nitrates, या कुछ Antibiotics के साथ नहीं लिया जा सकता क्योंकि यह उनके साथ इंटरैक्ट कर सकता है और गंभीर साइड इफेक्ट्स का कारण बन सकता है।मिथक: Viagra केवल 40 साल से ऊपर के लोगों के लिए है।सच्चाई यह है कि, Viagra मुख्य रूप से वृद्ध लोगों को निर्धारित किया जाता है लेकिन, इसे युवा पुरुषों को भी निर्धारित किया जाता है जो Erectile Dysfunction से ग्रस्त होते हैं।मिथक: Viagra से लत लग जाती है।सच्चाई यह है कि, Viagra से लत नहीं लगती, लेकिन लोग Viagra के प्रभाव पर मानसिक रूप से निर्भर हो सकते हैं।
दुनिया भर में करीब 18% फीमेल और 8% मेल बच्चे child sexual abuse के शिकार होते हैं।Child sexual abuse क्या होता है?Child sexual abuse का मतलब ऐसी कोई भी sexual activity जो एक 18 साल से कम उम्र के बच्चे के साथ की जाए और यह कोई अपना या जान-पहचान का इंसान ही करता है।National Crime Records Bureau (NCRB) के मुताबिक़ इंडिया में साल 2020 में 28.9% बच्चे child sexual abuse के शिकार हुए थे। जिसका मतलब यह हुआ कि हर 4 में से 1 लड़की और हर 13 में से 1 लड़का, sexual abuse का शिकार हुआ है और इसमें 93% cases में जो abuser होता है वह कोई अपना या कोई जान-पहचान का होता है।आख़िर कैसे बच्चे sexual abuse के शिकार हो जाते हैं?अक्सर इस काम के लिए एक process का use करते हैं जिसे “grooming” कहा जाता है, जिसमें कोई इंसान बच्चे के साथ या उसके family के साथ अच्छा विश्वास का रिश्ता बनाता है, जिससे धीरे-धीरे उसको यह मौका मिल जाता है। ऐसे में पता चल पाना बहुत मुश्किल होता है कि आपके साथ कोई अपना ही ऐसा करेगा।अब जानते हैं, 10 signs के बारे में जिससे आपको पता चल सकता है कि आपका बच्चा sexually abuse तो नहीं हो रहा:चलने में या बैठने में दिक्कत आनाPrivate parts में दर्द, खुजली या bleeding होनाएकदम से गुस्सा होना या चिड़चिड़ा होनाकुछ लोगों से या कुछ जगह के नाम से ही डर जानाबुरे सपने देखना या अच्छे से न सो पानाकपड़े change करने के लिए मना करनाअपनी उम्र से ज़्यादा sexual knowledge होनाSuicide करने की कोशिश करनाAnxiety या depression होनाAdults और sexual activities को लेकर अजीब से सवाल करनाअब एक और सवाल आता है कि कैसे पता करें कि आपका बच्चा normal है या actual में उसे sexually abuse किया जा रहा है?असल में बच्चे अपनी बढ़ती उम्र और शरीर में आ रहे changes को लेकर curious होते हैं, या फिर boys और girls के body differences जानने में भी काफ़ी curious होते हैं और normally आपस में doctor बन के खेलते भी हैं।लेकिन अगर बच्चा ऐसी कोई sexual activity की बात करे जिसके बारे में जानना उसकी उम्र से ज़्यादा है, या फिर उसको किसी इंसान के या जगह के नाम से डर लगता है या उसके private parts में कोई दर्द या ख़ून आ रहा है तो, इसका मतलब है कि बच्चा sexually abuse हो रहा है।Source:-https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8445113/ https://cspm.csyw.qld.gov.au/practice-kits/child-sexual-abuse/working-with-children/seeing-and-understanding/understanding-indicators-of-child-sexual-abuse-and
क्या आपने कभी सोचा है कि तरबूज सिर्फ tasty ही नहीं, बल्कि कितना nutritious भी है? चलिए, जानते हैं इसमें छुपे health benefits के बारे में!Amino Acids: तरबूज में citrulline नाम का एक amino acid होता है, जो body में nitric oxide को release करने में help करता है। और nitric oxide vasodilation करता है, जिससे blood flow अच्छा होता है, खास करके penis तक। अच्छा blood flow होने से erection भी अच्छे से होता है, sexual arousal बढ़ता है, और erectile dysfunction जैसी problems में भी काफी राहत मिलती है।Antioxidants: इस fruit में lycopene होता है, जो एक powerful antioxidant है। Lycopene oxidative stress को कम करता है, sperm को damage से बचाता है, और males और females दोनों में fertility को improve करता है।Minerals: तरबूज में potassium, zinc, और magnesium जैसे जरूरी minerals होते हैं। Potassium blood pressure को maintain करने में help करता है, जो sexual health के लिए बहुत जरूरी होता है। और magnesium और zinc testosterone, यानी male sex hormones, के production में भी help करते हैं।Vitamins: इसमें Vitamin A और C की भरपूर मात्रा होती है, जो immunity के लिए बहुत important हैं। Vitamin A healthy cell growth में मदद करता है, और Vitamin C antioxidants है जो sperm को damage से बचाता है।Water: तरबूज में 90% water होता है, जो sexual activity के वक्त body में hydration और energy level को maintain रखता है। यह बाकी body functions और sexual health को भी support करता है।तो, ये थे कुछ amazing benefits तरबूज के, जो न सिर्फ आपकी health को boost करते हैं, बल्कि आपकी sexual health के लिए भी फायदेमंद हैं! अगली बार जब आप तरबूज खाएं, तो इन benefits को जरूर याद रखें।Source:-1. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC10718552/ 2. https://www.researchgate.net/publication/382871253_Benefits_of_Watermelon_Seeds_Sexually