image

1:15

क्या आप चीनी छोड़ सकते हैं? इससे होने वाले चौंकाने वाले फायदे देखें!

अगर हम अपने खाने-पीने में से चीनी (sugar) को हटा दें, तो हमारे शरीर को बहुत सारे फायदे हो सकते हैं।आइए एक-एक करके समझते हैं कि चीनी कम करने से हमारे शरीर में क्या बदलाव होते हैं और यह हमारी सेहत के लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है।वजन कम करने में मदद करता हैअगर हम ज्यादा चीनी खाते हैं, तो हमारा वजन तेजी से बढ़ता है। खासतौर पर, ज्यादा चीनी खाने से पेट के आसपास चर्बी जमा होने लगती है, जिसे belly fat भी कहा जाता है।यह चर्बी हमारे शरीर के inner organs को घेर लेती है और इससे दिल की बीमारी, stroke और diabetes होने का खतरा बढ़ जाता है।अगर हम अपनी डाइट से चीनी को कम कर दें, तो शरीर में जमा चर्बी धीरे-धीरे कम होने लगती है और वजन कम होने लगता है।Blood Sugar को Control करता हैहमारा शरीर insulin नाम का एक hormone बनाता है, जो खाने से मिली sugar को शरीर के cells तक पहुंचाने का काम करता है। लेकिन जब हम बहुत ज्यादा चीनी खाते हैं, तो शरीर को ज्यादा insulin बनाना पड़ता है।धीरे-धीरे शरीर की insulin sensitivity कम हो जाती है, जिसे insulin resistance कहते हैं। यह diabetes का कारण बन सकता है।अगर हम अपनी diet में चीनी कम कर दें, तो शरीर को insulin की जरूरत कम पड़ेगी और blood sugar level balanced रहेगा, जिससे diabetes होने का खतरा भी कम हो जाता है।दांतों को Healthy रखता हैहमारे मुंह में कुछ bacteria होते हैं, जो खाने में मौजूद चीनी को acid में बदल देते हैं। यह acid हमारे दांतों की ऊपरी परत (enamel) को नुकसान पहुंचाता है, जिससे cavity और मसूड़ों की समस्याएं हो सकती हैं।लेकिन, अगर हम अपनी diet में से चीनी की मात्रा कम कर दें, तो दांत लंबे समय तक मजबूत और healthy बने रहेंगे।Mood और Mental Health को बेहतर बनाता हैहम जो खाते हैं, उसका असर सिर्फ शरीर पर ही नहीं, बल्कि हमारे दिमाग और mood पर भी पड़ता है। Research के अनुसार, बहुत ज्यादा चीनी खाने से कुछ लोगों में depression और stress बढ़ सकता है।ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ज्यादा चीनी खाने से शरीर में blood sugar level बहुत तेजी से ऊपर-नीचे होता रहता है, जिससे mood में भी बदलाव होने लगता है। अगर हम शक्कर कम खाएँगे, तो हमारा दिमाग ज्यादा stable और calm रहेगा , जिससे हम ज्यादा खुश और active भी रहेंगे।Skin को साफ और Young बनाए रखता हैज्यादा चीनी खाने से, शरीर में inflammation बढ़ सकती है। इससे skin में ज्यादा oil (sebum) बनने लगता है, जिससे skin पर pimples और acne निकल जाते हैं।इसके अलावा, ज्यादा चीनी खाने से skin का collagen production weak हो जाता है, जिससे चेहरे पर झुर्रियां भी जल्दी आ सकती हैं। अगर हम अपने खाने में चीनी कम कर दें, तो skin साफ, healthy और ज्यादा glowing दिखेगी।Liver को Healthy रखता हैहमारा liver शरीर में चीनी को process करता है। अगर हम ज़्यादा चीनी खाते हैं, तो यह चीनी fructose में बदलकर हमारे liver में fat जमा कर देती है।जब liver में बहुत ज्यादा fat जमा हो जाता है, तो Non Alcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD) नाम की बीमारी हो सकती है। यह liver के लिए बहुत नुकसानदायक होता है।अगर हम चीनी खाना कम कर दें, तो liver पर काम का दबाव कम हो जाता है और यह बेहतर तरीके से काम भी कर पाता है।दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होता हैबहुत ज्यादा चीनी खाने से शरीर में Triglycerides (एक तरह का fat) बढ़ जाते है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।साथ ही, ज्यादा चीनी खाने से blood pressure और खराब cholesterol (LDL) भी बढ़ सकता है, जो heart की arteries को नुकसान पहुंचा सकता है।अगर हम चीनी खाना कम कर दें, तो heart healthy बना रहता है, blood pressure normal रहता है और heart attack जैसी समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है।इसलिए, अगर आप health का अच्छे से ध्यान रखना चाहते हैं, तो अपनी diet में चीनी की मात्रा कम करने की कोशिश ज़रूर करें।Source:- 1. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC10074550/2. https://www.nih.gov/news-events/nih-research-matters/early-life-sugar-intake-affects-chronic-disease-risk3. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC9323357/4. https://newsinhealth.nih.gov/sites/nihNIH/files/2014/October/NIHNiHOct2014.pdf5. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC9966020/

image

1:15

क्यों हो जाती है Food Poisoning? जानिये क्या है Food Poisoning और उसके लक्षण!

जब भी हम ऐसी कोई चीज़ खा लेते हैं जिसमें किसी वजह से bacteria, virus, fungus या parasite जैसे छोटे-छोटे germs हों तो हमें उल्टी (vomiting) या दस्त (diarrhoea) होने लगते हैं और इसी condition को हम कहते हैं food poisoning हो जाना।ये germs हमारे खाने को खराब करके उन्हें जहरीला बना देते हैं।Food poisoning के लक्षण:Food poisoning के लक्षण कुछ इस प्रकार हैंबार-बार दस्त (diarrhoea ) होनाउल्टी (vomiting) आनापेट में दर्द और मरोड़ उठनाबुखार आ जानासिर दर्द होनाबहुत कमजोरी महसूस होनाFood Poisoning किन किन वजह से हो सकता है?बासी खाना खा लेने सेकहानी की चीज़ों को अच्छे से ना दिया गया होखाना साफ-सुथरी जगह पर न बनाया गया होखाने को अच्छी तरह से पकाया न गया होखाने को सही temperature पर न रखा गया होखाने को सही समय पर fridge में न रखा गया होFood poisoning बहुत ही आम समस्या है, लेकिन थोड़ी सावधानी बरतकर इससे बचा जा सकता है। इसलिए, हमेशा साफ-सुथरा और ताजा बना हुआ खाना खाएं। खाने से पहले अपने हाथ और खाने की चीज़ों को अच्छे से धो लें।अगर कभी उल्टी, दस्त के साथ तेज बुखार हो जाए, तो तुरंत डॉक्टर से consult करे!Source:- 1. https://www.niddk.nih.gov/health-information/digestive-diseases/food-poisoning/definition-facts2. https://www.niddk.nih.gov/health-information/digestive-diseases/food-poisoning/symptoms-causes3. https://www.niddk.nih.gov/health-information/digestive-diseases/food-poisoning/eating-diet-nutrition4. https://newsinhealth.nih.gov/2024/12/preventing-food-poisoning

image

1:15

बच्चों की Immunity कमज़ोर क्यों होती है? इसे Boost करने के आसान तरीके!

बच्चों की immunity strong करना बहुत जरूरी है। जब बच्चों की immunity अच्छी होती है, तो वे जल्दी बीमार नहीं पड़ते और अगर बीमार होते भी हैं, तो जल्दी ठीक हो जाते हैं।बच्चों की immunity बढ़ाने के बहुत से तरीके होते हैं। और, आज हम उन्हीं तरीकों के बारे में बात करने वाले हैं!Probiotics और Probiotics से immunity बढ़ानाबच्चों को अच्छे probiotics देना काफी फायदेमंद हो सकता है। Probiotics शरीर में अच्छे bacteria की मात्रा को बढ़ाते हैं, जिससे digestion बेहतर होता है और शरीर की immunity भी बढ़ जाती है।दही probiotics का एक अच्छा source है। इसके अलावा, कुछ fermented foods भी probiotics से भरपूर होते हैं, जैसे- इडली, डोसा, अचार, कांजी, ढोकला और छाछ!Probiotics के साथ-साथ बच्चों को prebiotics देना भी बेहद जरूरी है। Prebiotics ऐसे fiber होते हैं, जो शरीर में probiotics को बढ़ने में मदद करते हैं।अच्छे prebiotics कच्चे हरे केले, शकरकंद और शतावरी में पाएं जाते हैं। इसलिए अपने बच्चों को ये चीज़ें जरूर खिलायें।अब भी बच्चों की immunity को लेकर सवाल हैं? Ask Medwiki पर पाएं verified sources से भरोसेमंद जवाब।Nuts और Seeds से immunity बढ़ानाNuts और Seeds में कई जरूरी nutrients होते हैं, जो बच्चों की immunity को मजबूत बनाते हैं। इनमें Alpha Linolenic Acid (ALA) नाम का Omega 3 Fatty Acid पाया जाता है, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।इसके अलावा, Nuts और Seeds में कई दूसरे nutrients भी होते हैं, जैसे- protein, fiber, healthy fats (monounsaturated और polyunsaturated fats), potassium, magnesium, zinc, copper, manganese, Vitamin E, B6, B12 और A.कुछ Nuts और Seeds जो बच्चों की सेहत के लिए काफ़ी healthy हैं- अखरोट (walnuts), बादाम (almonds), काजू (cashews), तिल के बीज (sesame seeds) कद्दू के बीज (pumpkin seeds), सब्जा के बीज (chia seeds) और अलसी के बीज (flax seeds).इसलिए, अपने बच्चों को nuts और seeds ज़रूर खिलायें।फलों और सब्जियों से immunity बढ़ानाफल और सब्जियाँ सेहत के लिए हमेशा फायदेमंद होती हैं। ये शरीर को antioxidants देते हैं, जो हमारे cells को नुकसान और बीमारियों से बचाते हैं।Antioxidants से भरपूर foods में शामिल हैं- berries जैसे blueberry, strawberry और raspberry! हरी सब्जियाँ जैसे broccoli! हरे पत्तेदार सब्जियाँ जैसे पालक (spinach), सरसों और मेथी के पत्ते!इन foods में Vitamin A, C, E, B2, B6, K, potassium, folate, magnesium और zinc भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की immunity को मजबूत बनाते हैं।Vitamin C immunity बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी होता है। यह खट्टे फलों में भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जैसे- संतरा, नींबू , मुसंबी और अंगूर। इसलिए इन foods को अपने बच्चों की daily diet में ज़रूर शामिल करें।अच्छी नींद से immunity बढ़ानासिर्फ सही खान-पान ही नहीं, अच्छी नींद भी बच्चों की सेहत के लिए बहुत जरूरी होती है। जब बच्चे गहरी और पूरी नींद लेते हैं, तो उनका शरीर relax करता है, खुद को heal करता है और फिर से recharge हो जाता है। नींद शरीर की immunity को बेहतर बनाती है और उसे बीमारियों से बचाने में मदद करती है।अगर बच्चे को पूरी नींद नहीं मिलती, तो उनका शरीर कमजोर हो सकता है और उन्हें जल्दी सर्दी-खांसी या दूसरी बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए, बच्चों को रोज समय पर सुलाना और एक अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है।Exercise से immunity बढ़ानाExercise भी immunity बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है। जब बच्चे खेलते-कूदते हैं, दौड़ते हैं, साइकिल चलाते हैं या कोई और physical activity करते हैं, तो उनका शरीर मजबूत बनता है और उनकी immunity भी बढ़ती है।एक्टिव रहना बच्चों को infection और बीमारियों से बचाने में मदद करता है। इसलिए, बच्चों को दिनभर में कम से कम 1 घंटा जरूर खेलने या किसी तरह की physical activity करने के लिए encourage करना चाहिए।इन simple तरीकों को follow करके आप अपने बच्चे की immunity बढ़ा सकते हैं और उन्हें strong भी बना सकते हैं।Source:- 1. https://ods.od.nih.gov/factsheets/Omega3FattyAcids-HealthProfessional/2. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC5748761/3. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC3649719/4. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/26576343/5. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC6126094/

image

1:15

Flaxseed क्यों कहलाता है Superfood? जानिए 5 Health Benefits Of Flaxseed!

अलसी के बीज (Flaxseeds) हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनमें कई ऐसे nutrients होते हैं जो हमें बीमारियों से बचाने में मदद कर सकते हैं।अलसी के बीज को लेकर और clarity चाहिए? हमारा trusted health assistant आपकी मदद को तैयार है – सिर्फ Ask Medwiki पर।तो आइए, जानते हैं अलसी के बीज (Flaxseed) के 5 ग़ज़ब फायदे।1. Cancer से बचावअलसी के बीज में lignan नाम का एक compound पाया जाता है, जो एक तरह का antioxidant होता है। यह शरीर में हानिकारक free radicals को कम करता है, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं। खासतौर पर, अलसी breast cancer और prostate cancer के खतरे को कम करने में मदद करता है।इसके अलावा, Lignan शरीर में estrogen hormone को balance करता है, जिससे hormonal cancer होने के chances कम हो जाते है। अलसी में मौजूद Omega 3 fatty acid भी cancer cells की growth को रोकने में मदद करता है। यह शरीर की immunity को मजबूत करता है, जिससे cancer से बचाव होता है।2. Heart Diseases से बचावअलसी के बीज हमारे heart के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनमें Omega 3 fatty acid भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह शरीर में खराब cholesterol (LDL) को कम करता है और अच्छे cholesterol (HDL) को बढ़ाता है। इससे हमारी heart की arteries में blockage बनने के chances कम हो जाते है और दिल की बीमारियों से बचाव होता है।इतना ही नहीं, अलसी में मौजूद Lignan और fibers भी blood pressure को control करने में मदद करते हैं, जिससे heart attack और stroke का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा, ये खून को पतला रखने में मदद करते है, जिससे blood clot होने के chances भी कम हो सकते है।3. Diabetes में फायदेमंदअलसी के बीज में भरपूर मात्रा में fiber पाया जाता है, जो blood sugar को control करने में मदद करता है। इसमें मौजूद soluble fiber, digestion process को धीमा करता है, जिससे sugar धीरे-धीरे blood में absorb होता है और अचानक blood sugar बढ़ने के chances कम हो जाते है।अलसी शरीर में insulin sensitivity को भी बढ़ाता है, जिससे शरीर sugar को बेहतर तरीके से control कर पाता है। अलसी में मौजूद lignan भी blood sugar levels को balance करने में मदद करता है। इसलिए रोजाना अलसी खाने से diabetes को control करने में मदद मिल सकती है।4. Inflammation को कम करने में मददगारअलसी में Omega 3 fatty acid और lignan भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर में inflammation को कम करने में मदद करते हैं।जब शरीर में inflammation बढ़ जाती है, तो कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जैसे गठिया (arthritis) और digestive issues। Omega 3 fatty acid inflammation को कम करके जोड़ों के दर्द और अकड़न को दूर करने में helpful होता है। अलसी में मौजूद fiber digestive system को healthy रखता है, जिससे पेट में inflammation और गैस की समस्या कम हो जाती है।5. Hot Flashes को कम करने में मददगारMenopause के दौरान females को hot flashes की problem होती है, जिसमें शरीर अचानक गर्म हो जाता है और पसीना आने लगता है।अलसी के बीज में lignan पाया जाता है, जो शरीर में estrogen hormone के levels को balance करने में मदद करता है। यह hormonal changes को control करता है, जिससे hot flashes होने के chances कम हो जाते है।अलसी में मौजूद Omega 3 fatty acid mood को stable रखने और stress को कम करने में भी मदद करता है। यह शरीर को ठंडा बनाए रखने में भी मदद करता है, जिससे hot flashes से राहत मिलती है।इसलिए अलसी के बीज (Flaxseed) को अपनी daily diet में ज़रूर शामिल करें।Source:- 1. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/29101172/2. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC4375225/3. https://www.nccih.nih.gov/health/flaxseed-and-flaxseed-oil4. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC9914786/5. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC6567199/

image

1:15

क्या Stool में ख़ून आना खतरनाक है? जानिए कारण, लक्षण और इलाज!

Stool में खून आने के कई कारण हो सकते है, लेकिन ज्यादातर मामलों में यह किसी गंभीर समस्या का संकेत नहीं होता। आइए, इसे detail में समझते हैं।सबसे पहले यह पता करना ज़रूरी है कि क्या Stool से सच में खून आ रहा है?अगर आपको toilet पर लाल या काले रंग के धब्बे दिख रहे हैं, तो घबराने से पहले यह सोचें कि आपने हाल ही में क्या खाया है। कुछ खाने-पीने की चीजें आपके poop के रंग को बदल सकते हैं, जैसे-चुकंदर (beetroot), cranberry, टमाटर और लाल रंग के food dye से बनी खाने की चीज़ें, आपके poop को लाल कर सकते हैं।Blueberry, black licorice और कुछ दवाएं, जैसे Pepto Bismol या Kaopectate, आपके poop को काला कर सकते हैं।लेकिन, अगर आपको यकीन हो जाए कि stool में खून आ रहा है, तो अगला कदम यह समझना है कि खून कहां से आ रहा है।खून का रंग देखकर यह पता लगाया जा सकता है कि यह खून शरीर के किस हिस्से से आ रहा है।अगर खून चमकदार लाल रंग का है, तो यह गुदा (anus) या मलाशय (rectum) जैसे हिस्सों के आसपास से आ सकता है।अगर खून गहरा लाल या maroon रंग का है, तो यह small intestine या large intestine के ऊपरी हिस्से से आ सकता है।अगर खून काले, टार जैसा दिख रहा है, तो यह पेट, esophagus या digestive system के किसी ऊपरी हिस्से से आ सकता है।Stool में खून क्यों आ रहा है, इसका अंदाजा न लगाएं – Ask Medwiki पर सही जानकारी पाएं।अब यह समझते हैं कि Stool में खून आने के कारण क्या हो सकते हैं?Stool में खून आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे-1. बवासीर (Hemorrhoids)यह बहुत आम समस्या है। गुदा (anus) के अंदर या बाहर बवासीर हो सकता है, जो कभी-कभी सूज जाता है, जिसके कारण stool में खून आने लगता है।2. गुदा में दरार (Anal Fissure)कभी-कभी गुदा (anus) की skin पर छोटे-छोटे cuts या दरारें पड़ जाती हैं, जिससे poop करते समय और बाद में दर्द और खून आ सकता है।3. Diverticulosis and Diverticulitisजब large intestines की walls में छोटे-छोटे थैले (diverticula) बन जाते हैं, तो इसे Diverticulosis कहते हैं। अगर ये थैले सूज जाते हैं या इनमें infection हो जाता है, तो इसे Diverticulitis कहते हैं। और, इससे Stool में खून आ सकता है।4. Peptic Ulcerपेट में बनने वाला acid जब पेट की protective layer को नुकसान पहुंचाता है, तो वहां छाले (ulcer) बन सकते हैं। इन छालों से कभी-कभी खून भी बह सकता है, जिससे stool काला और टार जैसा दिख सकता है।5. Inflammatory Bowel Disease - IBDUlcerative colitis और Crohn's disease जैसी बीमारियों के कारण intestines में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से stool में हल्का या ज्यादा खून आ सकता है।अब यह जानते हैं कि Stool में खून आने के लक्षण क्या होते हैं?कई बार आपको पता भी नहीं चलता कि Stool में खून आ रहा है। लेकिन कुछ मामलों में आपको ये लक्षण महसूस हो सकते हैं, जैसे -पेट में दर्द होनाकमजोरी और चक्कर आनासांस लेने में दिक्कत होनाबार-बार दस्त (Diarrhea) होनाधड़कन तेज होनाउल्टी आनाबेहोशी महसूस होनाStool में खून आने से Doctor के पास कब जाना चाहिए?इन लक्षणों के दिखते ही, बिना देर किए doctor से मिलें:तीन हफ्तों से ज्यादा समय से मल में खून आ रहा हो।गुदा (anus) में तेज दर्द हो।पेट में गांठ या सूजन हो।खून ज्यादा मात्रा में आ रहा हो।मल पहले से ज्यादा पतला, लंबा या नरम हो गया हो और ऐसा तीन हफ्तों से ज्यादा से हो रहा हो।खून आने का कोई कारण न समझ आ रहा हो (जैसे न कब्ज हो, न दस्त)।खून के साथ बुखार, ठंड लगना, कमजोरी, बेहोशी, उल्टी या बहुत ज्यादा थकावट हो।अगर किसी को भी ये समस्याएं हों, तो doctor से जांच करवाना बेहद जरूरी है। कभी-कभी हल्की समस्या भी बड़ी बन सकती है, इसलिए सावधानी रखना ही बेहतर होता है।Source:- 1. https://www.nhs.uk/conditions/bleeding-from-the-bottom-rectal-bleeding/2. https://www.nhs.uk/conditions/anal-fissure/3. https://www.mdanderson.org/cancerwise/when-to-worry-about-blood-in-your-stool.h00-159545268.htm4. https://www.niddk.nih.gov/health-information/digestive-diseases/gastrointestinal-bleeding/symptoms-causes5. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK563143/

image

1:15

दालचीनी के फायदे | Dalchini Benefits for Weight Loss, Immunity और Skin!

आज हम बात करने वाले दालचीनी (Cinnamon) के फ़ायदों के बारे में।दालचीनी (Cinnamon) आखिर होती क्या है?दालचीनी (Cinnamon) एक प्रकार का मसाला है जो दालचीनी के पेड़ की छाल से बनाया जाता है। इसे आमतौर पर desserts बनाने और baking में इस्तेमाल किया जाता है। दालचीनी (Cinnamon) की छाल के अलावा, इसकी पत्तियाँ, फूल, फल और जड़ भी बेहद फायदेमंद होते हैं।तो चलिए जानते हैं दालचीनी (Cinnamon) के 5 अद्भुत फायदे।Inflammation को कम करनादालचीनी (Cinnamon) में Cinnamaldehyde नाम का एक compound होता है, जो शरीर के immune system को मजबूत करता है। यह inflammation से जुड़ी बीमारियों जैसे गठिया (arthritis) को कम करने में मदद करता है।दालचीनी (Cinnamon) में मौज़ूद antioxidants शरीर में inflammation को बढ़ाने वाले हानिकारक substances को रोकते हैं। जब शरीर में सूजन कम होती है, तो दर्द और जलन जैसे issues भी कम हो जाते हैं।Cancer की रोकथामदालचीनी (Cinnamon) में कई प्रकार के polyphenols और antioxidants पाए जाते हैं। यह antioxidants और polyphenols शरीर में free radicals को खत्म करते हैं, जो कैंसर का कारण बन सकते हैं।इसके अलावा, दालचीनी (Cinnamon) cancer cells को बढ़ने से भी रोकता है। यह ख़ासतौर से stomach, breast और liver cancer से बचाव में मददगार हो सकती है।Infections से बचावदालचीनी (Cinnamon) में मौजूद Eugenol नाम का compound bacteria और fungal infection को बढ़ने से रोकता है। यह शरीर के घाव को जल्दी भरने में मदद करता है और skin को healthy बनाए रखता है।दालचीनी (Cinnamon), खांसी (cough), जुकाम (cold), और गले के infection को भी ठीक करने में मदद करता है। इतना ही नहीं, यह digestive system में हानिकारक bacteria को खत्म करने में भी मददगार होती है। दालचीनी ख़ाने से gum infection और tooth decay से भी बचा जा सकता है।Oxidative Stress से बचावदालचीनी (Cinnamon) में बहुत सारे antioxidants होते हैं, जो शरीर को oxidative stress से बचाने में मदद करते हैं। यह skin को झुर्रियों (wrinkles) से बचाता है और aging के process को भी धीमा करता है।Oxidative stress दिमाग़ (brain), दिल (heart) और बाक़ी organs को कमजोर कर सकता है, लेकिन दालचीनी (Cinnamon) दिमाग़ को तेज करती है और बाक़ी organs को healthy रखने में भी मदद करती है।Heart Diseases से बचावदालचीनी (Cinnamon) शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (bad cholesterol - LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (good cholesterol - HDL) को बढ़ाने में मदद करती है। यह blood pressure को control करने में भी helpful होती है, जिससे दिल के दौरे (heart attack) और stroke का खतरा कम हो जाता है।इसमें मौजूद polyphenols heart की arteries को flexible बनाए रखते हैं और खून को जमने (blood clot) से बचाते हैं। दालचीनी (Cinnamon) शरीर में insulin sensitivity को भी बढ़ाती है, जिसके कारण यह diabetes वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद होती है।आप दालचीनी (Cinnamon) को Capsule, Extract या दालचीनी की चाय के रूप में अपनी diet में शामिल कर सकते हैं। लेकिन, दालचीनी (Cinnamon) का सेवन करने से पहले doctor से ज़रूर consult करें क्योंकि इसके कुछ side effects भी हो सकते हैं- जैसे Low BP और allergies!Read Also:- https://medwiki.co.in/post/what-are-the-benefits-of-turmeric-milk-enSource:- 1. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC9914695/2. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/31195168/3. https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/38846056/4. https://www.webmd.com/vitamins/ai/ingredientmono-1002/cassia-cinnamon5. https://www.webmd.com/diet/supplement-guide-cinnamon

image

1:15

Inflammation को कैसे कम करें? जानिए इसके कारण और बचाव के आसान तरीके!

क्या आप जानते हैं कि आपके शरीर में एक अद्भुत alarm system है जिसे आपका immune system कहा जाता है। इसका काम है आपको नुकसान दिलाने वाली चीज़ें जैसे कि germs से बचाना। जब आपके immune system को कोई भी खतरा महसूस होता है, तो ये alarm बजा देता है जिसे हम सूजन यानी inflammation कहते हैं।सूजन/ Inflammation क्या होता है?Inflammation को एक fire alarm की तरह समझिए। यह आपको हानिकारक चीज़ों से बचाने के लिए एक natural response होता है। लेकिन कभी-कभी यह alarm बिना किसी असली खतरे के भी हमारे शरीर में चालू रहता है, जिसे हम chronic inflammation के नाम से जानते हैं।Chronic Inflammation आखिर बुरा क्यों है?Chronic Inflammation काफी गंभीर health issues से जुड़ा हुआ होता है जैसे:हृदय रोग/ Heart diseases: आपके हृदय को लगातार सूजन/ inflammation से तनाव होने लगता है।मधुमेह/ diabetes: आपके शरीर को blood sugar levels control करने में मुश्किल होती है।कुछ कैंसर/ cancers: Inflammation एक ऐसा environment बना सकती है जिससे cancer होने का ख़तरा हो सकता है।तो, आखिर इस alarm को बंद कैसे किया जा सकता है? इसका जवाब है आपका अपना भोजन!कुछ खाने की चीज़ें inflammation को और बढ़ा सकती हैं, जबकि कुछ inflammation को काम करने में मदद करती हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में:Inflammation को बढ़ाने वाली चीज़ें:रोटी और sugar से भरपूर drinks: ये blood sugar levels को काफी बढ़ा देते हैं, जो inflammation को trigger कर सकता है।तले हुई खाने की चीज़ें: ये ज्यादातर unhealthy fats से भरपूर होते हैं।Red और Processed Meat: ये भी inflammation में योगदान कर सकते हैं।Unhealthy fats: जो की बहुत से processed snacks में पाया जाता है।Inflammation को कम करने वाली चीज़ें:फल और सब्जियां: टमाटर, पत्तेदार साग (पालक, केल), Berries (strawberries, blueberries) ये सब चीज़ें antioxidants से भरपूर होते हैं।High Fiber वाले साबुत अनाजदालेंDark chocolate जिसमें कम से कम 70% या अधिक cocoa होHealthy Fats: जैतून का तेल (olive oil), nuts (बादाम, अखरोट), fatty fish (salmon, tuna, sardines) ये सभी Omega 3 fatty acid में भरपूर होते हैं।अपने खाने पीने में inflammation को कम करने वाली चीज़ें शामिल करके, आप इस inflammation की problem को बंद कर सकते हैं और अपने heart, blood sugar और overall health को बढ़ावा दे सकते हैं।Source:- https://nutritionsource.hsph.harvard.edu/healthy-weight/diet-reviews/anti-inflammatory-diet/#:~:text=Anti,inflammatory foods

image

1:15

सेहत, Immunity और Digestion के लिए 5 Best indian Superfoods!

सभी Indian Superfoods हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और इनमें सभी nutrients भी भरपूर मात्रा में होते हैं। तो आइए, जानते हैं 5 ऐसे ही superfoods के बारे में और उनको खाने से हमारी सेहत पर क्या असर पड़ता है।1. काला चनासबसे पहले बात करते हैं काले चने की। काले चने में complex carbohydrate होता है, जो धीरे-धीरे पचता है और शरीर को लंबे समय तक energy देता है। इसमें मौज़ूद protein हमारी मांसपेशियां को मजबूत बनाता हैं। काले चने में fiber भी भरपूर मात्रा में होता है, जो digestion को सुधारता है और कब्ज़ (constipation) की समस्या को दूर करता है। इसमें मौज़ूद iron, शरीर में blood की मात्रा बढ़ाने में भी मदद करता है, जिससे शरीर में कमजोरी और थकान नहीं होती।2. काजूअब बात करते हैं काजू की। काजू सिर्फ tasty ही नहीं, बल्कि बहुत ही nutritious भी होते हैं।काजू में calcium और magnesium होता है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए बहुत जरूरी है। इसमें healthy fats भी होते हैं, जो cholesterol को balanced रखते हैं और heart diseases से बचाते हैं। काजू में vitamin B6 होता है, जो brain cells को nutrition देता है और memory को तेज करता है। इसमें मौज़ूद antioxidants, skin को glowing बनाते हैं और झुर्रियों को कम करते हैं।3. अनारअब समझते हैं अनार के बारे में। अनार में iron होता है, जो शरीर में blood की कमी को दूर करता है और anemia से बचाता है। इसमें vitamin C और antioxidants भी मौजूद होते हैं, जो शरीर की immunity को मजबूत बनाते हैं। अनार blood को साफ करता है और blood pressure को control में रखता है, जिससे heart attack और stroke का खतरा कम हो जाता है।4. लौकीअब जानते हैं लौकी के फ़ायदे! लौकी को पेट के लिए हल्का और पचने में आसान माना जाता है। लौकी में calories बहुत कम और पानी बहुत ज्यादा होता है, जिससे weight loss में मदद मिलती है।गर्मियों में लौकी खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और dehydration से बचाव होता है। इसमें fiber भी मौजूद होता है, जो stomach की समस्याओं को दूर करता है। लौकी blood pressure को control करने में भी मदद करती है, जिससे heart से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम होता है।5. गन्नाआख़िर में आता है गन्ना। गन्ने का रस तो सभी को पसंद होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है? गन्ने में मौजूद natural sugar शरीर को तुरंत energy देती है और थकान दूर करती है।गन्ना liver को detox करता है और jaundice जैसी diseases से बचाव करता है। गन्ने का रस stomach acidity को कम करता है और digestion को बेहतर बनाता है। इसमें calcium, potassium और magnesium जैसे minerals भी मौजूद होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और osteoporosis से बचाते हैं।तो अगर हम अपनी daily diet में इन Indian Superfoods को शामिल करें, तो ना सिर्फ हमारी health अच्छी रहेगी, बल्कि कई diseases से बचाव भी होगा।इसलिए अगली बार जब भी कुछ healthy खाने का मन हो, तो इन superfoods को अपनी diet में जरूर शामिल करें।Source:- 1. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC5188421/2. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC6408729/3. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC4007340/4. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC6342787/5. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC4441162/

Shorts

shorts-01.jpg

घर पर ORS बनाने का सही तरीका क्या है?

sugar.webp

Mrs. Prerna Trivedi

Nutritionist

shorts-01.jpg

सांसों की बदबू कैसे दूर करें? जानिए कारण और आसान उपाय!

sugar.webp

Mrs. Prerna Trivedi

Nutritionist

shorts-01.jpg

खाने के कुछ देर बाद brush करना क्यों सही होता है?

sugar.webp

Mrs. Prerna Trivedi

Nutritionist

shorts-01.jpg

क्या आप जानते हैं कि गर्मियों में बेल खाना क्यों ज़रूरी है?

sugar.webp

Drx. Salony Priya

MBA (Pharmaceutical Management)