Mala D: कब और कैसे लें, माला डी के Side Effects और अन्य जानकारी!

भारत में असुरक्षित गर्भपात (Unsafe abortions) एक गंभीर समस्या है, जिसके कारण हर साल कई माताओं की जान चली जाती है। इस खतरे से बचने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है प्रभावी गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग — जैसे कि माला डी गोली। 

माला डी गोली का उपयोग गर्भनिरोधक के साथ-साथ अनियमित मासिक धर्म को नियंत्रित करने के लिए भी किया जाता है। इसमें दो मुख्य हार्मोन होते हैं — Ethinyl Estradiol और Levonorgestrel, जो गर्भधारण को रोकने और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।

 

माला डी गोली क्या है?

माला डी गोली एक संयुक्त (Combined) ओरल गर्भनिरोधक गोली है जिसमें Ethinyl Estradiol (एस्ट्रोजन) और Levonorgestrel (प्रोजेस्टिन) नामक दो हार्मोन होते हैं।

ये हार्मोन शरीर में बनने वाले प्राकृतिक हार्मोनों की तरह काम करते हैं, जिससे मासिक धर्म नियमित रहता है और गर्भधारण की संभावना लगभग समाप्त हो जाती है। 

Mala D को लेकर सवाल हैं? भरोसेमंद स्रोतों से सही जानकारी पाएं Ask Medwiki पर।

 

मुख्य तथ्य:

  • निर्माता: राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम (India Government supply)

     
  • उपलब्धता: अधिकतर मेडिकल स्टोर पर ओवर-द-काउंटर (OTC)

     
  • पैक: 28 गोलियों का पैक — 21 हार्मोन वाली और 7 आयरन (placebo) गोलियां

     

डॉक्टर इसे गर्भनिरोध के साथ-साथ हार्मोनल असंतुलनअनियमित पीरियड्सPCOS और एक्ने (acne) जैसी समस्याओं के इलाज में भी उपयोग करते हैं।

 

माला डी कैसे काम करती है?

गर्भधारण सामान्य रूप से तब होता है जब अंडाशय से अंडा निकलता है और शुक्राणु से मिलकर गर्भ बनता है।
 माला डी गोली इस प्रक्रिया को तीन स्तरों पर रोकती है:

  1. ओव्यूलेशन को रोकती है
    यह हार्मोन Gonadotropin के स्राव को रोकती है, जिससे अंडा निकलना बंद हो जाता है।

     
  2. सर्वाइकल म्यूकस को गाढ़ा करती है
    ताकि शुक्राणु गर्भाशय में प्रवेश न कर सकें।

     
  3. गर्भाशय की लाइनिंग को बदलती है
    जिससे अगर अंडा निषेचित भी हो जाए तो वह गर्भाशय में चिपक नहीं पाता।

     

इस प्रकार यह गोली गर्भधारण को रोकने का एक बेहद असरदार और सुरक्षित तरीका है।

 

माला डी गोली खाने का तरीका (How to Take Mala D Tablet)

माला डी गोली खाने का तरीका बहुत सरल है —

  • रोज़ एक गोली एक ही समय पर लें।

     
  • इसे खाने के बाद या पहले कभी भी लिया जा सकता है।

     
  • गोली को पानी के साथ निगलें, चबाएं नहीं।

     
  • कोशिश करें कि इसे रात के समय लें ताकि याद रखना आसान हो।

     

एक पैक में 28 गोलियां होती हैं —

  • 21 हार्मोन वाली गोलियां (पीली या गुलाबी रंग की)

     
  • 7 आयरन (भूरी) गोलियां, जो केवल रूटीन बनाए रखने के लिए होती हैं।

     

21 हार्मोन वाली गोलियां खत्म होने के बाद, 2 से 4 दिनों के भीतर पीरियड्स आना शुरू हो जाते हैं। उसके बाद भी 7 भूरी गोलियां पूरी करें और फिर बिना रुकावट नया पैक शुरू करें।

माला डी खाने के कितने दिन बाद पीरियड आता है?
आमतौर पर 2 से 4 दिनों के भीतर, लेकिन कुछ महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण थोड़ा विलंब हो सकता है, जो सामान्य है।

 

अगर गोली लेना भूल जाएं (Missed Dose)

  • अगर 1 गोली छूट जाए — याद आते ही तुरंत लें, चाहें उसी दिन दो गोलियां लेनी पड़ें।

     
  • अगर 2 या अधिक गोलियां छूट जाएं — बाकी गोली जारी रखें और अगले 7 दिनों तक कंडोम जैसे बैकअप गर्भनिरोधक का उपयोग करें।

     
  • कभी भी एक साथ कई गोलियां “कवर करने” की कोशिश न करें।

     

माला डी गोली के फायदे (Benefits of Mala D Tablet)

  1. गर्भधारण से सुरक्षा — नियमित रूप से लेने पर यह 99% तक प्रभावी है।

     
  2. पीरियड्स को नियमित बनाती है — मासिक धर्म चक्र संतुलित रहता है।

     
  3. हार्मोनल असंतुलन में राहत देती है।

     
  4. मुंहासे और पीसीओएस के लक्षण कम करती है।

     
  5. मासिक दर्द और ब्लीडिंग को कम करती है।

     

माला डी गोली के Side Effects

हर दवा की तरह, माला डी गोली के भी कुछ हल्के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जो शरीर के अनुकूल होने पर कम हो जाते हैं।

सामान्य साइड इफेक्ट्स:

  • सिरदर्द या चक्कर
     
  • मतली या उल्टी
     
  • स्तनों में दर्द या सूजन
     
  • मूड स्विंग्स
     
  • हल्का वजन बढ़ना

     

गंभीर साइड इफेक्ट्स (डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें):

  • सीने में दर्द या सांस की तकलीफ
     
  • पैरों में सूजन (ब्लड क्लॉट्स का संकेत)
     
  • तेज सिरदर्द या धुंधली दृष्टि
     

यदि कोई गंभीर लक्षण दिखें, तो गोली तुरंत बंद करें और डॉक्टर से सलाह लें।

माला डी और माला एन गोली में अंतर (Mala D vs Mala N Difference)

अक्सर लोग पूछते हैं – माला डी और माला एन गोली में क्या फर्क है?
दोनों गर्भनिरोधक गोलियां हैं, लेकिन उनमें मौजूद प्रोजेस्टिन हार्मोन अलग होता है।

  • माला डी गोली में Levonorgestrel होता है।
     
  • माला एन गोली में Norgestrel होता है।
     

दोनों ही गर्भनिरोधक के लिए समान रूप से असरदार हैं, फर्क सिर्फ इस बात में है कि आपका शरीर किस हार्मोन को बेहतर तरीके से सहन करता है।
कई महिलाओं को माला डी गोली ज्यादा सूट करती है, जबकि कुछ के लिए माला एन गोली बेहतर होती है।

डॉक्टर आपकी सेहत और हार्मोन लेवल देखकर तय करते हैं कि कौन सी गोली आपके लिए सही है।

Mala N गोली कब और कैसे लें (Mala N Tablet Kaise Use Kare)

माला एन गोली भी माला डी गोली की तरह ही ली जाती है —
हर दिन एक गोली, एक ही समय पर।
21 हार्मोन वाली गोलियों के बाद 7 प्लेसबो गोलियां ली जाती हैं।

बीच में किसी भी दिन का गैप नहीं होना चाहिए। इससे गर्भनिरोधक प्रभाव बना रहता है।

 

Mala N गोली और अनियमित पीरियड्स (Mala N Tablet for Irregular Periods)

डॉक्टर कभी-कभी माला एन गोली को अनियमित मासिक धर्म को नियमित करने के लिए भी देते हैं। यह हार्मोन को स्थिर करती है और रक्तस्राव को नियंत्रित करती है।
लेकिन इसे बिना डॉक्टर की सलाह के कभी न लें, क्योंकि गलत उपयोग से स्पॉटिंग या पीरियड्स में गड़बड़ी हो सकती है।

 

माला डी गोली की कीमत (Mala D Tablet Price)

माला डी गर्भनिरोधक गोली price बहुत ही सस्ती है, आमतौर पर 28 गोलियों का पैक ₹20 से ₹35 के बीच उपलब्ध होता है।
यह आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर या सरकारी अस्पताल से मिल जाती है।

 

महत्वपूर्ण बातें 

  • माला डी गोली पहले से बने गर्भ को खत्म नहीं करती, यह केवल रोकथाम के लिए है।

     
  • गोली को डॉक्टर की सलाह अनुसार लें और नियमित रूप से समय पर लें।

     
  • शराब या धूम्रपान से बचें, क्योंकि यह गोली के असर को कम कर सकते हैं।

     
  • यौन संचारित रोगों (STIs) से बचाव के लिए कंडोम का उपयोग करें।
     

निष्कर्ष 

माला डी गोली एक सुरक्षित, सस्ती और असरदार गर्भनिरोधक है।
यह न केवल अनियोजित गर्भ से बचाव करती है बल्कि पीरियड्स को नियमित करने और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में भी मदद करती है।
इसे नियमित समय पर लेना बहुत जरूरी है ताकि इसका असर पूरा हो सके।

अगर किसी भी तरह का असामान्य लक्षण या साइड इफेक्ट दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। 

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. माला डी गोली खाने का तरीका क्या है?

रोज़ एक गोली एक ही समय पर लें, चाहे भोजन से पहले या बाद में। पानी के साथ निगलें, चबाएं नहीं।

2. माला डी गर्भनिरोधक गोली खाने का तरीका क्या है?

21 हार्मोन वाली और 7 आयरन गोलियां क्रम से लें, फिर बिना गैप के नया पैक शुरू करें।

3. माला डी खाने के कितने दिन बाद पीरियड आता है?

आमतौर पर 2 से 4 दिनों में पीरियड आ जाता है।

4. माला डी गोली के फायदे क्या हैं?

गर्भधारण से बचाव, पीरियड्स को नियमित करना, हार्मोनल संतुलन बनाए रखना और एक्ने में राहत।

5. माला डी गोली की कीमत कितनी है?

माला डी गर्भनिरोधक गोली price ₹20 से ₹35 के बीच होती है, जो आसानी से मेडिकल स्टोर पर मिलती है।

6. माला डी और माला एन गोली में क्या फर्क है?

माला डी में Levonorgestrel और माला एन में Norgestrel होता है। दोनों समान रूप से प्रभावी हैं।

7. माला डी खाने से साइड इफेक्ट कब तक रहते हैं?

आमतौर पर 1–2 हफ्तों तक हल्के लक्षण होते हैं, जो बाद में ठीक हो जाते हैं।

 

Source:- https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK539737/

अस्वीकरण:

यह जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. अपने उपचार में कोई भी बदलाव करने से पहले अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें। मेडविकी पर आपने जो कुछ भी देखा या पढ़ा है, उसके आधार पर पेशेवर चिकित्सा सलाह को अनदेखा या विलंब न करें।

हमें यहां खोजें:
sugar.webp

प्रेरणा त्रिवेदी

Published At: Mar 22, 2025

Updated At: Nov 17, 2025