प्राल्सेटिनिब
नॉन-स्मॉल-सेल लंग कार्सिनोमा
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
NO
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
प्राल्सेटिनिब खास किसिम के गैर-छोटा कोष फेफड़ा के कैंसर आ थायराइड कैंसर के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई कैंसर में कुछ खास जेनेटिक म्यूटेशन होखे के चाहीं आ ई शरीर के दोसरा हिस्सा में फइल गइल होखे के चाहीं।
प्राल्सेटिनिब एगो काइनेज इनहिबिटर ह। ई कुछ प्रोटीन के क्रिया के रोक देला जे कैंसर कोष के बढ़त आ फइलत में शामिल होला। एसे ई कैंसर कोष के बढ़त के धीमा करे में मदद करेला या रोक देला।
प्राल्सेटिनिब के सामान्य दैनिक खुराक 12 साल आ ओकरा से ऊपर के बालिग आ बच्चा खातिर 400 मि.ग्रा. ह। ई खाली पेट पर रोजाना एक बेर मौखिक रूप से लिहल जाए के चाहीं, खाना से 2 घंटा पहिले या 1 घंटा बाद।
प्राल्सेटिनिब के आम साइड इफेक्ट में मस्कुलोस्केलेटल दर्द, कब्ज, दस्त, थकान, आ उच्च रक्तचाप शामिल बा। गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में फेफड़ा के बीमारी, जिगर के विषाक्तता, आ रक्तस्राव के घटना शामिल हो सकेला।
प्राल्सेटिनिब फेफड़ा के बीमारी, उच्च रक्तचाप, जिगर के विषाक्तता, रक्तस्राव के घटना, आ ट्यूमर लाइसिस सिंड्रोम के कारण बन सकेला। ई गर्भवती महिला के दिहल जाए पर भ्रूण के नुकसान पहुँचा सकेला। इलाज के दौरान आ आखिरी खुराक के बाद कुछ समय तक प्रभावी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल के सिफारिश कइल जाला। मरीज लोग के आपन डॉक्टर के सब दवाई के बारे में जानकारी देवे के चाहीं जे ऊ ले रहल बा ताकि संभावित इंटरैक्शन से बचल जा सके।
संकेत आ उद्देश्य
प्रलसेटिनिब कइसे काम करेला?
प्रलसेटिनिब एगो किनेज इनहिबिटर बा जे कैंसर कोशिका के बढ़त आ फैलाव में शामिल कुछ प्रोटीन के क्रिया के रोक देला। एह प्रोटीन के रोक के, ई कैंसर कोशिका के बढ़त के धीमा भा रोक देला।
का प्रलसेटिनिब प्रभावी बा?
प्रलसेटिनिब कुछ प्रकार के गैर-छोटा सेल फेफड़ा के कैंसर आ थायरॉयड कैंसर के इलाज में प्रभावी साबित भइल बा, जेकरा में विशिष्ट आनुवंशिक उत्परिवर्तन बा। क्लिनिकल परीक्षण में एह स्थितियन वाला मरीजन में महत्वपूर्ण समग्र प्रतिक्रिया दर आ प्रतिक्रिया के अवधि देखावल गइल बा।
इस्तेमाल के निर्देश
प्रलसेटिनिब केतना दिन लेवे के चाहीं?
प्रलसेटिनिब के तबले इस्तेमाल कइल जाला जबले रोग के बढ़त नइखे भइल भा जबले अस्वीकार्य विषाक्तता ना होखे। इस्तेमाल के अवधि व्यक्तिगत प्रतिक्रिया आ दवाई के सहनशीलता पर निर्भर कर सकेला।
प्रलसेटिनिब के कइसे लेवे के चाहीं?
प्रलसेटिनिब के रोजाना एक बेर खाली पेट मुँह से लेवे के चाहीं, खाना से कम से कम 2 घंटा पहिले भा खाना के 1 घंटा बाद। ई जरूरी बा कि एकरा के हर दिन एके समय पर लेवे के आ रउआ के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा दिहल गइल कवनो विशेष आहार निर्देश के पालन करीं।
प्रलसेटिनिब के कइसे स्टोर करे के चाहीं?
प्रलसेटिनिब के कमरा के तापमान पर 68°F से 77°F (20°C से 25°C) के बीच स्टोर कइल चाहीं आ नमी से बचावल चाहीं। एकरा के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद आ बच्चन के पहुँच से दूर राखल चाहीं।
प्रलसेटिनिब के सामान्य खुराक का ह?
बड़का लोग आ 12 साल आ ओकरा से ऊपर के बच्चा खातिर प्रलसेटिनिब के रोजाना खुराक 400 mg बा, जे खाली पेट रोजाना एक बेर मुँह से लिहल जाला। ई खाना से कम से कम 2 घंटा पहिले भा खाना के 1 घंटा बाद लिहल चाहीं।
चेतावनी आ सावधानी
का हम प्रलसेटिनिब के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथे ले सकेनी?
प्रलसेटिनिब मजबूत भा मध्यम CYP3A इनहिबिटर आ इंड्यूसर के साथे इंटरैक्ट कर सकेला, जेकरा से एकर प्रभावशीलता आ सुरक्षा पर असर पड़ सकेला। मरीजन के आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के सब दवाई के बारे में जानकारी देवे के चाहीं जे ऊ ले रहल बाड़न ताकि संभावित इंटरैक्शन से बचल जा सके।
का प्रलसेटिनिब स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
महिलन के प्रलसेटिनिब के इलाज के दौरान आ आखिरी खुराक के 1 हफ्ता बाद तक स्तनपान ना करे के सलाह दिहल जाला काहे कि स्तनपान करावे वाला बच्चन में गंभीर प्रतिकूल प्रतिक्रिया के संभावना बा।
का प्रलसेटिनिब गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
प्रलसेटिनिब गर्भवती महिला के दिहल जाए पर भ्रूण के नुकसान पहुँचा सकेला। प्रजनन क्षमता वाली महिलन के इलाज के दौरान आ आखिरी खुराक के 2 हफ्ता बाद तक प्रभावी गैर-हार्मोनल गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के चाहीं। प्रजनन क्षमता वाली महिला साथी वाला पुरुषन के इलाज के दौरान आ आखिरी खुराक के 1 हफ्ता बाद तक प्रभावी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के चाहीं।
का प्रलसेटिनिब बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग मरीजन आ जवान मरीजन के बीच सुरक्षा भा प्रभावशीलता में कवनो समग्र अंतर नइखे देखल गइल। हालाँकि, कवनो दवाई जइसन, बुजुर्ग मरीजन के साइड इफेक्ट खातिर करीबी से निगरानी कइल चाहीं आ उनकर इलाज उनकर विशेष स्वास्थ्य जरूरतन के अनुसार कइल चाहीं।
के प्रलसेटिनिब लेवे से बचे के चाहीं?
प्रलसेटिनिब खातिर महत्वपूर्ण चेतावनी में इंटरस्टिशियल फेफड़ा रोग, उच्च रक्तचाप, हेपेटोटॉक्सिसिटी, रक्तस्रावी घटना, आ ट्यूमर लाइसिस सिंड्रोम के जोखिम शामिल बा। मरीजन के एह स्थितियन खातिर निगरानी कइल चाहीं, आ अगर गंभीर साइड इफेक्ट होखे त दवाई के समायोजित भा बंद कइल चाहीं।