ओलुटासिडेनिब

ऐक्यूट मायेलोय़ड ल्युकेमिया

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

NA

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नियंत्रित दवा पदार्थ

कुछुओ ना / केहू ना

सारांश

  • Olutasidenib के कुछ खास तरह के कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होला, जेकरा में कोशिका अनियंत्रित रूप से बढ़ेला आ शरीर के दोसरा हिस्सा में फइल जाला।

  • Olutasidenib खास एंजाइम के रोक के काम करेला, जे प्रोटीन होला जे रासायनिक प्रतिक्रिया के तेजी से बढ़ावे ला, जेकरा से कैंसर कोशिका के बढ़त के रोकल या धीमा कइल जा सकेला।

  • Olutasidenib आमतौर पर रोज एक बेर गोली के रूप में लेहल जाला, जे छोट, ठोस दवा के खुराक होला, खाना के साथ या बिना, जइसन कि तोहार डॉक्टर बतावे ला।

  • Olutasidenib के आम साइड इफेक्ट में मिचली, जे उल्टी करे के मन के भावना होला, आ थकान, जे अत्यधिक थकावट होला।

  • Olutasidenib जिगर के समस्या पैदा कर सकेला, जे अंग के समस्या होला जे पोषक तत्व के प्रक्रिया आ शरीर के डिटॉक्सिफाई करेला, आ गंभीर जिगर समस्या वाला लोग खातिर सिफारिश ना कइल जाला।

संकेत आ उद्देश्य

ओलुटासिडेनिब कइसे काम करेला?

ओलुटासिडेनिब एगो आईडीएच1 अवरोधक बा जे उत्परिवर्तित आइसोसिट्रेट डिहाइड्रोजेनेज-1 एंजाइम के लक्षित आ अवरोधित करेला। ई अवरोधन 2-हाइड्रॉक्सीग्लूटरेट के उत्पादन के कम करेला, एगो यौगिक जे कैंसर कोशिका के वृद्धि आ जीवित रहला में योगदान देला। 2-हाइड्रॉक्सीग्लूटरेट स्तर के घटाके, ओलुटासिडेनिब तीव्र माइलॉयड ल्यूकेमिया के प्रगति के धीमा भा रोकल में मदद करेला।

का ओलुटासिडेनिब प्रभावी बा?

ओलुटासिडेनिब के प्रभावशीलता के मूल्यांकन 147 वयस्क मरीज लोग के क्लिनिकल परीक्षण में कइल गइल, जेकरा में पुनरावृत्त भा प्रतिरोधी तीव्र माइलॉयड ल्यूकेमिया (एएमएल) के आईडीएच1 उत्परिवर्तन बा। परीक्षण में 35% के पूर्ण छूट (सीआर) प्लस आंशिक हेमेटोलॉजिक रिकवरी (सीआरएच) दर देखावल गइल। सीआर+सीआरएच के औसत अवधि 25.9 महीना रहल, जे इशारा करेला कि ओलुटासिडेनिब एह मरीज आबादी में प्रभावी रूप से छूट ला सकेला।

ओलुटासिडेनिब का बा?

ओलुटासिडेनिब के इस्तेमाल वयस्क लोग में पुनरावृत्त भा प्रतिरोधी तीव्र माइलॉयड ल्यूकेमिया (एएमएल) के इलाज खातिर कइल जाला, जेकरा में आईडीएच1 उत्परिवर्तन बा। ई उत्परिवर्तित आईडीएच1 एंजाइम के अवरोधित करके काम करेला, जे 2-हाइड्रॉक्सीग्लूटरेट के उत्पादन के कम करेला, जे कैंसर कोशिका के वृद्धि में शामिल बा। ई बीमारी के प्रगति के धीमा भा रोकल में मदद करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

ओलुटासिडेनिब केतना दिन लेवे के चाहीं?

ओलुटासिडेनिब के आमतौर पर तब ले इस्तेमाल कइल जाला जब ले बीमारी के प्रगति भा अस्वीकार्य विषाक्तता ना होखे। जे मरीज लोग में बीमारी के प्रगति भा अस्वीकार्य विषाक्तता नइखे, ओह लोग खातिर कम से कम 6 महीना ले इलाज के सिफारिश कइल जाला ताकि क्लिनिकल प्रतिक्रिया खातिर समय मिल सके।

ओलुटासिडेनिब के कइसे लेवे के चाहीं?

ओलुटासिडेनिब के मुँह से दिन में दू बेर, लगभग 12 घंटा के अंतर पर, खाली पेट लेवे के चाहीं। एकरा के भोजन से कम से कम 1 घंटा पहिले भा 2 घंटा बाद लेवे के चाहीं। कैप्सूल के बिना तोड़ल, खोलल भा चबावल पूरा निगल जाईं। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे, लेकिन ई जरूरी बा कि रउआ अपना डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं।

ओलुटासिडेनिब के काम करे में कति समय लागेला?

ओलुटासिडेनिब के साथ पूर्ण छूट (सीआर) भा आंशिक हेमेटोलॉजिक रिकवरी (सीआरएच) प्राप्त करे के औसत समय लगभग 1.9 महीना बा। हालांकि, काम करे में लागे वाला समय व्यक्तिगत मरीज के कारक आ बीमारी के प्रगति पर निर्भर कर सकेला।

ओलुटासिडेनिब के कइसे स्टोर करे के चाहीं?

ओलुटासिडेनिब के कमरा के तापमान पर स्टोर कइल चाहीं, 20°C से 25°C (68°F से 77°F) के बीच। एकरा के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद आ बच्चा लोग के पहुँच से दूर राखल चाहीं। नमी से बचावे खातिर एकरा के बाथरूम में स्टोर करे से बचे के चाहीं।

ओलुटासिडेनिब के सामान्य खुराक का ह?

बड़का लोग खातिर रोजाना के सामान्य खुराक 150 मि.ग्रा. बा, जेकरा के मुँह से दिन में दू बेर लिहल जाला। बच्चा लोग में ओलुटासिडेनिब के सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित नइखे भइल, एही से बच्चा लोग खातिर कवनो सिफारिश खुराक नइखे।

चेतावनी आ सावधानी

का हम ओलुटासिडेनिब के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकेनी?

ओलुटासिडेनिब मजबूत भा मध्यम CYP3A4 प्रेरक के साथ इंटरैक्ट करेला, जेकरा से एकर प्रभावशीलता कम हो सकेला। मरीज लोग के ओलुटासिडेनिब लेत घरी एह प्रेरक के इस्तेमाल से बचे के चाहीं। अतिरिक्त रूप से, ओलुटासिडेनिब संवेदनशील CYP3A सब्सट्रेट के प्लाज्मा सांद्रता के कम कर सकेला, जेकरा से उनकर प्रभावशीलता कम हो सकेला। मरीज लोग के सभ दवाई के बारे में अपना डॉक्टर के जानकारी दीहल चाहीं ताकि एह इंटरैक्शन के प्रभावी रूप से प्रबंधित कइल जा सके।

का ओलुटासिडेनिब स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

मानव दूध में ओलुटासिडेनिब के उपस्थिति भा स्तनपान करावे वाला बच्चा पर एकर प्रभाव के बारे में कवनो डाटा नइखे। स्तनपान करावे वाला बच्चा में प्रतिकूल प्रतिक्रिया के संभावना के कारण, महिला लोग के ओलुटासिडेनिब के इलाज के दौरान आ अंतिम खुराक के 2 हफ्ता बाद तक स्तनपान ना करे के सलाह दीहल जाला।

का ओलुटासिडेनिब गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

ओलुटासिडेनिब पशु अध्ययन के आधार पर भ्रूण के नुकसान पहुंचा सकेला, आ गर्भावस्था के दौरान एकर सुरक्षा के पुष्टि करे वाला कवनो पर्याप्त मानव अध्ययन नइखे। गर्भवती महिला लोग के भ्रूण पर संभावित जोखिम के बारे में सलाह दीहल चाहीं। प्रजनन क्षमता वाली महिला लोग के गर्भावस्था के योजना के बारे में अपना डॉक्टर से चर्चा करे के चाहीं आ इलाज के दौरान प्रभावी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के चाहीं।

का ओलुटासिडेनिब बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

क्लिनिकल परीक्षण में, बुजुर्ग मरीज (65 साल आ ओकरा से ऊपर) आ जवान मरीज लोग के बीच प्रभावशीलता में कवनो समग्र अंतर नइखे देखल गइल। हालांकि, 65 साल आ ओकरा से ऊपर के मरीज लोग में हेपेटोटॉक्सिसिटी आ उच्च रक्तचाप के घटना में वृद्धि देखल गइल। बुजुर्ग मरीज लोग के एह साइड इफेक्ट खातिर करीबी निगरानी कइल चाहीं, आ कवनो असामान्य लक्षण के तुरंत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के जानकारी दीहल चाहीं।

केकरा ओलुटासिडेनिब लेवे से बचे के चाहीं?

ओलुटासिडेनिब विभेदन सिंड्रोम पैदा कर सकेला, जे जानलेवा हो सकेला। लक्षण में बुखार, खांसी, आ वजन बढ़ल शामिल बा। ई हेपेटोटॉक्सिसिटी भी पैदा कर सकेला, जेकरा से जिगर के नुकसान हो सकेला। मरीज लोग के एह स्थिति खातिर निगरानी कइल चाहीं, आ कवनो लक्षण के तुरंत रिपोर्ट कइल चाहीं। कवनो विशिष्ट मतभेद नइखे, लेकिन मरीज लोग के कवनो एलर्जी भा मौजूदा जिगर भा गुर्दा के स्थिति के बारे में अपना डॉक्टर के जानकारी दीहल चाहीं।