एंटेकाविर
अनुवार्ती हेपेटाइटिस बी
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
एंटेकाविर मुख्य रूप से क्रोनिक हेपेटाइटिस बी संक्रमण के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई खून में वायरल लोड के कम करेला, जिगर के कार्य में सुधार करेला, आ जिगर फाइब्रोसिस आ जिगर कैंसर जइसन जटिलतावन के खतरा कम करेला। ई ओह मरीजन में भी इस्तेमाल कइल जाला जे जिगर प्रत्यारोपण करवा चुकल बा लोग, ताकि हेपेटाइटिस बी के पुनः सक्रियता से बचावल जा सके।
एंटेकाविर न्यूक्लियोसाइड एनालॉग्स कहलाए वाला दवाइन के वर्ग में आवेला। ई हेपेटाइटिस बी वायरस के खुद के प्रतिलिपि बनावे से रोक के काम करेला, ई काम वायरल डीएनए प्रतिकृति में बाधा डाल के कइल जाला। ई खून में वायरल लोड के कम करेला, जिगर के नुकसान के धीमा करेला, आ समय के साथ जिगर के कार्य में सुधार करेला।
बड़ लोग खातिर, सामान्य खुराक 0.5 मिग्रा से 1 मिग्रा रोज खाली पेट पर लिहल जाला। 1 मिग्रा खुराक आमतौर पर ओह मरीजन के दिहल जाला जे हेपेटाइटिस बी के प्रतिरोधी स्ट्रेन या गंभीर जिगर रोग से पीड़ित बा लोग। बच्चन में, खुराक शरीर के वजन पर आधारित होला आ डॉक्टर के द्वारा निर्धारित कइल जाला।
एंटेकाविर के आम साइड इफेक्ट्स में सिरदर्द, चक्कर, थकान, आ मिचली शामिल बा। गंभीर लेकिन दुर्लभ साइड इफेक्ट्स में लैक्टिक एसिडोसिस, खून में एसिड के खतरनाक निर्माण, आ जिगर के समस्या शामिल बा। लैक्टिक एसिडोसिस के संकेत में मांसपेशी में दर्द, कमजोरी, आ साँस लेवे में कठिनाई शामिल बा।
एंटेकाविर आमतौर पर गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान सिफारिश ना कइल जाला। कुछ दवाइन जइसे एचआईवी दवाइन, गुर्दा दवाइन आ कुछ एंटीबायोटिक्स एंटेकाविर के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। अधिकांश विटामिन आ सप्लीमेंट सुरक्षित बा लेकिन ओह लोग से बचे जे जिगर पर असर डाल सकेला। शराब जिगर के नुकसान के बढ़ा सकेला, एही से एंटेकाविर लेत घरी एकरा से बचे के सलाह बा।
संकेत आ उद्देश्य
एंटेकाविर कइसे काम करेला?
एंटेकाविर न्यूक्लियोसाइड एनालॉग्स कहलाए वाला दवाई के श्रेणी में आवेला। ई वायरल डीएनए प्रतिकृति में हस्तक्षेप क के हेपेटाइटिस बी वायरस के खुद के प्रतिलिपि बनावे से रोक देला। ई खून में वायरल लोड के कम करे में मदद करेला, जिगर के नुकसान के धीमा करेला, आ समय के साथ जिगर के कार्य में सुधार करेला।
का एंटेकाविर प्रभावी बा?
हाँ, क्लिनिकल अध्ययन देखवले बा कि एंटेकाविर हेपेटाइटिस बी वायरल स्तर के घटावे आ जिगर के कार्य में सुधार करे में बहुत प्रभावी बा। ई हेपेटाइटिस बी खातिर सबसे अच्छा एंटीवायरल दवाई में से एक मानल जाला, जब सही से लिहल जाला त कम प्रतिरोध के जोखिम बा। हालाँकि, ई संक्रमण के पूरी तरह से ठीक ना करेला, आ अक्सर दीर्घकालिक उपयोग के जरूरत होला।
एंटेकाविर का ह?
एंटेकाविर एगो एंटीवायरल दवाई हवे जेकरा के क्रोनिक हेपेटाइटिस बी संक्रमण के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई शरीर में हेपेटाइटिस बी वायरस के प्रतिकृति के धीमा क के काम करेला, जवन जिगर के नुकसान के कम करेला आ जिगर सिरोसिस आ जिगर के कैंसर जइसन जटिलतावन के खतरा घटावेला। हालाँकि ई संक्रमण के प्रबंधन में मदद करेला, ई हेपेटाइटिस बी के पूरी तरह से ठीक ना करेला। वायरस के दबा के रखे खातिर दीर्घकालिक उपयोग जरूरी हो सकेला।
इस्तेमाल के निर्देश
हम एंटेकाविर कब तक लीं?
इलाज के अवधि हेपेटाइटिस बी संक्रमण के गंभीरता आ जिगर के कार्य पर निर्भर करेला। कुछ लोग के वायरस के नियंत्रण में रखे खातिर साल या यहाँ तक कि जीवनभर लेवे के जरूरत हो सकेला। बिना चिकित्सा सलाह के दवाई बंद कइल वायरस के तेजी से वापसी के कारण बन सकेला, जवन आगे जिगर के नुकसान कर सकेला।
हम एंटेकाविर कइसे लीं?
एंटेकाविर के खाली पेट पर, खाए से कम से कम दू घंटा पहिले या बाद में लेवे के चाहीं, ताकि बेहतर अवशोषण हो सके। गोली के पूरा पानी के साथ निगल जाईं। खुराक छोड़ल या अचानक दवाई बंद कइल वायरस के इलाज के प्रति प्रतिरोधी बना सकेला, एही से ई जरूरी बा कि डॉक्टर के द्वारा बतावल अनुसार नियमित रूप से लीं।
एंटेकाविर के काम करे में कतना समय लागेला?
एंटेकाविर कुछ हफ्ता के भीतर हेपेटाइटिस बी वायरस के स्तर के घटावे शुरू कर देला, लेकिन जिगर के कार्य में ध्यान देने योग्य सुधार आ जिगर के सूजन में कमी के कई महीना लाग सकेला। इलाज के प्रतिक्रिया आ प्रभावशीलता के निगरानी खातिर नियमित खून के जाँच जरूरी बा।
हम एंटेकाविर के कइसे स्टोर करीं?
एंटेकाविर के कमरा के तापमान (20-25°C) पर सूखा जगह पर स्टोर करीं, सीधा धूप आ नमी से दूर। एकरा के बच्चन के पहुँच से दूर राखीं आ समाप्त दवाई के इस्तेमाल मत करीं।
एंटेकाविर के सामान्य खुराक का ह?
बड़ लोग खातिर, सामान्य खुराक 0.5 मिग्रा से 1 मिग्रा रोजाना खाली पेट पर लेवे के होला। 1 मिग्रा खुराक आमतौर पर हेपेटाइटिस बी के प्रतिरोधी स्ट्रेन या गंभीर जिगर रोग वाला मरीजन के दिहल जाला। बच्चन में, खुराक शरीर के वजन पर आधारित होला आ डॉक्टर के द्वारा निर्धारित कइल जाला। किडनी रोग वाला मरीजन के खुराक में समायोजन के जरूरत हो सकेला।
चेतावनी आ सावधानी
का एंटेकाविर के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
ई स्पष्ट ना ह कि एंटेकाविर स्तन दूध में पास होखेला कि ना, एही से स्तनपान करावे वाली माई लोग के ई दवाई लेवे से पहिले लाभ आ जोखिम के तौल करे खातिर डॉक्टर से सलाह लेवे के चाहीं। एगो सुरक्षित विकल्प के सिफारिश कइल जा सकेला।
का एंटेकाविर गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
एंटेकाविर के गर्भावस्था के दौरान आमतौर पर सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ओकरा के अजन्मा बच्चा पर प्रभाव के बारे में अच्छी तरह से अध्ययन ना कइल गइल बा। जे महिलावन गर्भवती बाड़ी या गर्भधारण के योजना बना रहल बाड़ी, ओह लोग के आपन डॉक्टर से वैकल्पिक हेपेटाइटिस बी इलाज पर चर्चा करे के चाहीं।
का हम एंटेकाविर के साथ अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
कुछ दवाई, जइसन कि एचआईवी दवाई, किडनी दवाई, आ कुछ एंटीबायोटिक्स, एंटेकाविर के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, ओकर प्रभावशीलता पर असर डाल सकेला या साइड इफेक्ट बढ़ा सकेला। आपन डॉक्टर के सब प्रिस्क्रिप्शन आ ओवर-द-काउंटर दवाई के बारे में जानकारी जरूर दीं।
का एंटेकाविर बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?
हाँ, लेकिन बुजुर्ग मरीजन के किडनी के कार्य में कमी के कारण खुराक समायोजन के जरूरत हो सकेला। साइड इफेक्ट जइसन कि लैक्टिक एसिडोसिस आ किडनी समस्या से बचावे खातिर नियमित निगरानी जरूरी बा।
का एंटेकाविर लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?
शराब जिगर के नुकसान बढ़ा सकेला, एही से एंटेकाविर लेत घरी एकरा से बचे के सबसे अच्छा बा। शराब पियला से दवाई के प्रभावशीलता भी घट सकेला। अगर जरूरी होखे, त सुरक्षित सीमा के बारे में आपन डॉक्टर से सलाह लीं।
का एंटेकाविर लेत घरी व्यायाम सुरक्षित बा?
हाँ, लेकिन अगर तोहरा के थकान या कमजोरी महसूस होखे, त आपन गतिविधि स्तर के अनुसार समायोजित करीं। मध्यम व्यायाम जिगर के स्वास्थ्य में सुधार कर सकेला लेकिन अगर चक्कर आवे त तीव्र कसरत से बचे।
केकरा के एंटेकाविर लेवे से बचे के चाहीं?
गंभीर किडनी रोग, एचआईवी संक्रमण (बिना उचित एचआईवी इलाज के), या जिगर के विफलता वाला लोग के एंटेकाविर लेवे से पहिले डॉक्टर से सलाह लेवे के चाहीं। गर्भवती या स्तनपान करावे वाली महिलावन के भी संभावित जोखिम पर चर्चा करे के चाहीं। जे मरीज पहिले अन्य हेपेटाइटिस बी दवाई ले चुकल बा, ओह लोग के प्रतिरोध के जाँच खातिर आपन डॉक्टर के जानकारी देवे के चाहीं।