डिक्लोक्सासिलिन
बैक्टीरियल निमोनिया, सेल्यूलाइटिस ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
डिक्लोक्सासिलिन एगो एंटीबायोटिक हवे जेकरा के कुछ खास बैक्टीरिया, खासकर पेनिसिलिनेस-उत्पादक स्टैफिलोकोकी से होखे वाला संक्रमण के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। एकरा के त्वचा संक्रमण, श्वसन तंत्र संक्रमण, आ हड्डी संक्रमण जइसन स्थिति के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला।
डिक्लोक्सासिलिन बैक्टीरियल सेल दीवार के संश्लेषण के रोक के काम करेला, जेकरा उनकर जीवित रहला खातिर जरूरी होला। ई एगो पेनिसिलिनेस-प्रतिरोधी एंटीबायोटिक हवे, मतलब ई ओह बैक्टीरिया के प्रभावी रूप से निशाना बना सकेला जे पेनिसिलिनेस नामक एंजाइम बनावेला, जे अन्यथा दोसरा पेनिसिलिन के निष्क्रिय कर देत। ई क्रिया बैक्टीरिया के मौत के कारण बनेला आ संक्रमण के साफ करे में मदद करेला।
बड़ लोग खातिर, डिक्लोक्सासिलिन के सामान्य खुराक हल्का से मध्यम संक्रमण खातिर हर 6 घंटा पर 125 मि.ग्रा. आ गंभीर संक्रमण खातिर हर 6 घंटा पर 250 मि.ग्रा. होला। बच्चा लोग खातिर, खुराक आमतौर पर हल्का से मध्यम संक्रमण खातिर हर 6 घंटा पर समान रूप से विभाजित खुराक में 12.5 मि.ग्रा./किग्रा./दिन आ गंभीर संक्रमण खातिर 25 मि.ग्रा./किग्रा./दिन होला। डिक्लोक्सासिलिन खाली पेट पर लिहल चाहीं।
डिक्लोक्सासिलिन के आम साइड इफेक्ट में मिचली, उल्टी, दस्त, आ पेट में दर्द शामिल बा। गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में एलर्जी प्रतिक्रिया जइसे दाने, खुजली, छपाकी, आ सांस लेवे में कठिनाई शामिल हो सकेला।
डिक्लोक्सासिलिन के ओह लोग द्वारा इस्तेमाल ना कइल जाए जे पेनिसिलिन से एलर्जी रखेला। ई एंटीबायोटिक-संबंधित दस्त भी पैदा कर सकेला जे गंभीर हो सकेला। जे लोग एलर्जी या अस्थमा के इतिहास रखेला, ओह लोग के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं। डिक्लोक्सासिलिन शुरू करे से पहिले हमेशा आपन डॉक्टर के कवनो एलर्जी या चिकित्सा स्थिति के बारे में जानकारी दीं।
संकेत आ उद्देश्य
डिक्लोक्सासिलिन कइसे काम करेला?
डिक्लोक्सासिलिन बैक्टीरियल सेल दीवार के संश्लेषण के रोक के काम करेला, जे उनकर जीवित रहे खातिर जरूरी बा। ई एगो पेनिसिलिनेज-प्रतिरोधी एंटीबायोटिक बा, मतलब ई अइसन बैक्टीरिया के प्रभावी रूप से लक्षित कर सकेला जे पेनिसिलिनेज नामक एंजाइम उत्पन्न करेला, जे अन्य पेनिसिलिन के निष्क्रिय कर देत। ई क्रिया बैक्टीरिया के मौत के कारण बनेला आ संक्रमण के साफ करे में मदद करेला।
का डिक्लोक्सासिलिन प्रभावी बा?
डिक्लोक्सासिलिन एगो पेनिसिलिन एंटीबायोटिक बा जे बैक्टीरिया के मारे के काम करेला। ई पेनिसिलिनेज-उत्पादक स्टैफिलोकोकी द्वारा पैदा भइल संक्रमण पर प्रभावी बा, जे अन्य पेनिसिलिन के प्रति प्रतिरोधी बा। क्लिनिकल अध्ययन आ माइक्रोबायोलॉजिकल परीक्षण एह प्रकार के बैक्टीरियल संक्रमण के इलाज में एकर प्रभावशीलता देखवले बा।
इस्तेमाल के निर्देश
हम डिक्लोक्सासिलिन कब तक लेई?
डिक्लोक्सासिलिन उपचार के अवधि संक्रमण के प्रकार आ गंभीरता पर निर्भर करेला। ई महत्वपूर्ण बा कि आपन डॉक्टर द्वारा बतावल पूरा कोर्स पूरा करीं, भले ही दवाई खत्म करे से पहिले अच्छा महसूस होखे। जल्दी बंद करे से संक्रमण के वापसी आ एंटीबायोटिक प्रतिरोध के खतरा बढ़ सकेला।
डिक्लोक्सासिलिन कइसे लेवे के चाहीं?
डिक्लोक्सासिलिन के खाली पेट पर लेवे के चाहीं, भोजन से कम से कम 1 घंटा पहिले भा 2 घंटा बाद। एकरा के कम से कम 4 आउंस (120 मि.ली.) पानी के साथ बैठे भा खड़ा होके लेवे के चाहीं। दवाई लेवे के तुरंत बाद लेटे से बचे के चाहीं। आपन डॉक्टर के निर्देश के सावधानी से पालन करीं आ पूरा उपचार कोर्स पूरा करीं।
डिक्लोक्सासिलिन के काम करे में कति समय लागेला?
डिक्लोक्सासिलिन खपत के shortly बाद काम करे लागेला, 1 से 1.5 घंटा में चरम रक्त स्तर प्राप्त हो जाला। हालांकि, लक्षण में सुधार देखे में समय संक्रमण के प्रकार आ गंभीरता पर निर्भर कर सकेला। हमेशा आपन डॉक्टर द्वारा बतावल पूरा उपचार कोर्स पूरा करीं।
डिक्लोक्सासिलिन के कइसे स्टोर करीं?
डिक्लोक्सासिलिन कैप्सूल के कमरा के तापमान पर, अधिक गर्मी आ नमी से दूर स्टोर करीं। दवाई के ओकर मूल कंटेनर में, कस के बंद आ बच्चा के पहुंच से दूर रखीं। एकरा के बाथरूम में स्टोर मत करीं। सही स्टोरेज दवाई के प्रभावी आ सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित करेला।
डिक्लोक्सासिलिन के सामान्य खुराक का ह?
बड़ लोग खातिर, डिक्लोक्सासिलिन के सामान्य खुराक हल्का से मध्यम संक्रमण खातिर हर 6 घंटा पर 125 मि.ग्रा. आ गंभीर संक्रमण खातिर हर 6 घंटा पर 250 मि.ग्रा. ह। बच्चा खातिर, खुराक आमतौर पर हल्का से मध्यम संक्रमण खातिर हर 6 घंटा पर 12.5 मि.ग्रा./किग्रा./दिन आ गंभीर संक्रमण खातिर 25 मि.ग्रा./किग्रा./दिन होला। हमेशा आपन डॉक्टर के विशेष निर्देश के पालन करीं।
चेतावनी आ सावधानी
का डिक्लोक्सासिलिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
डिक्लोक्सासिलिन स्तन दूध में उत्सर्जित होला, एह से नर्सिंग माताओ के एकरा के देत घरी सावधानी बरते के चाहीं। डिक्लोक्सासिलिन के स्तनपान करावत घरी उपयोग से पहिले संभावित जोखिम आ लाभ पर चर्चा करे खातिर आपन डॉक्टर से परामर्श करीं।
का डिक्लोक्सासिलिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
डिक्लोक्सासिलिन के गर्भावस्था के दौरान केवल तब इस्तेमाल करे के चाहीं जब स्पष्ट रूप से जरूरत होखे। पशु अध्ययन में भ्रूण पर कवनो हानि ना देखावल गइल बा, लेकिन मानव अध्ययन पर्याप्त नइखे। गर्भावस्था के दौरान डिक्लोक्सासिलिन के उपयोग से पहिले हमेशा आपन डॉक्टर से लाभ आ जोखिम के तौल के परामर्श करीं।
का हम डिक्लोक्सासिलिन के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?
डिक्लोक्सासिलिन टेट्रासाइक्लिन एंटीबायोटिक्स के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जेकरा से उनकर प्रभावशीलता कम हो सकेला। ई वारफारिन के एंटीकोआगुलेंट प्रतिक्रिया के प्रभावित कर सकेला, जेकरा से प्रोट्रोम्बिन समय के सावधानी से निगरानी करे के जरूरत होला। प्रोबेनेसिड सीरम पेनिसिलिन स्तर के बढ़ा आ लंबा कर सकेला। संभावित इंटरैक्शन से बचे खातिर हमेशा आपन डॉक्टर के आपन सब दवाई के जानकारी दीं।
का डिक्लोक्सासिलिन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग मरीज खातिर, डिक्लोक्सासिलिन के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं, खुराक रेंज के निचला छोर से शुरू करत। ई लीवर, किडनी, भा दिल के कार्य में कमी के बढ़ल संभावना आ अन्य चिकित्सा स्थिति भा दवाई के मौजूदगी के कारण होला। सुरक्षा आ प्रभावशीलता सुनिश्चित करे खातिर नियमित निगरानी आ समायोजन जरूरी हो सकेला।
डिक्लोक्सासिलिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
डिक्लोक्सासिलिन आमतौर पर व्यायाम करे के क्षमता के सीमित ना करेला। हालांकि, अगर कवनो साइड इफेक्ट जइसे कि जोड़ में दर्द भा मांसपेशी में दर्द होखे, त ई आराम से व्यायाम करे के क्षमता पर असर डाल सकेला। अगर व्यायाम करत घरी कवनो असामान्य लक्षण देखाई दे त सलाह खातिर डॉक्टर से संपर्क करीं।
केकरा के डिक्लोक्सासिलिन लेवे से बचे के चाहीं?
डिक्लोक्सासिलिन के उपयोग ओह लोग द्वारा ना करे के चाहीं जे पेनिसिलिन भा एकर कवनो घटक से एलर्जी ह। गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया, जइसे कि एनाफिलेक्सिस, हो सकेला। ई एंटीबायोटिक-संबंधित दस्त के कारण भी बन सकेला, जे गंभीर हो सकेला। एलर्जी भा अस्थमा के इतिहास वाला मरीज के सावधानी से एकर उपयोग करे के चाहीं। डिक्लोक्सासिलिन शुरू करे से पहिले हमेशा आपन डॉक्टर के कवनो एलर्जी भा चिकित्सा स्थिति के जानकारी दीं।