अवाट्रोम्बोपैग

थ्रोम्बोसाइटोपेनिया

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

NA

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • अवाट्रोम्बोपैग के इस्तेमाल ओह वयस्कन में कइल जाला जिनका क्रोनिक लिवर रोग बा आ जवन प्रक्रिया खातिर तय बा, आ ओह लोग में जिनका क्रोनिक इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया बा आ जेकरा पर दोसरा इलाज के असर ना भइल बा।

  • अवाट्रोम्बोपैग प्लेटलेट के उत्पादन के उत्तेजित क के काम करेला, जवन खून के जमाव खातिर जरूरी बा। ई थ्रोम्बोपोइटिन रिसेप्टर के सक्रिय क के ई काम करेला, जवन प्लेटलेट उत्पादन में बढ़ोतरी करेला।

  • क्रोनिक लिवर रोग वाला वयस्कन खातिर, सामान्य खुराक 40 मिग्रा से 60 मिग्रा रोजाना 5 दिन खातिर होला। क्रोनिक इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया खातिर, शुरुआती खुराक 20 मिग्रा रोजाना होला, जेकरा के प्लेटलेट प्रतिक्रिया के आधार पर समायोजित कइल जाला।

  • अवाट्रोम्बोपैग के आम साइड इफेक्ट में सिरदर्द, थकान, आ मिचली शामिल बा। गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में थ्रोम्बोटिक घटना शामिल बा, जवन कुछ मरीजन में हो सकेला।

  • अवाट्रोम्बोपैग खून के थक्का के खतरा बढ़ा सकेला, खासकर ओह मरीजन में जिनका क्रोनिक लिवर रोग या क्रोनिक इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया बा। ई प्लेटलेट गिनती के सामान्य करे खातिर इस्तेमाल ना होखे के चाहीं। गर्भवती आ स्तनपान करावत महिलन के ई इस्तेमाल से बचे के चाहीं।

संकेत आ उद्देश्य

अवत्रोम्बोपैग के का इस्तेमाल बा?

अवत्रोम्बोपैग के पुरान जिगर के बीमारी वाला वयस्कन में थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया के इलाज खातिर आ ओह लोग में कइल जाला जिनका के पुरान इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया बा आ दोसरा इलाज से प्रतिक्रिया नइखे मिलल। ई प्लेटलेट गिनती बढ़ावे में मदद करेला ताकि खून बहे के जोखिम कम हो सके।

अवत्रोम्बोपैग कइसे काम करेला?

अवत्रोम्बोपैग एगो थ्रोम्बोपोइटिन रिसेप्टर एगोनिस्ट बा जे मेगाकैरियोसाइट्स के प्रसार आ विभेदन के उत्तेजित करेला, जे प्लेटलेट उत्पादन खातिर जिम्मेदार कोशिका ह। ई प्लेटलेट उत्पादन में वृद्धि करेला, जे कम प्लेटलेट गिनती वाला मरीजन में खून बहे से बचावे में मदद करेला।

का अवत्रोम्बोपैग प्रभावी बा?

अवत्रोम्बोपैग पुरान जिगर के बीमारी आ पुरान इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया वाला मरीजन में प्लेटलेट गिनती बढ़ावे में प्रभावी साबित भइल बा। क्लिनिकल परीक्षण से पता चलल बा कि ई प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन के जरूरत घटावे ला आ प्रक्रिया के दौरान प्लेटलेट गिनती 50×10^9/L से ऊपर बनावे में मदद करेला, जेकरा से खून बहे के जोखिम कम हो जाला।

कइसे पता चली कि अवत्रोम्बोपैग काम कर रहल बा?

अवत्रोम्बोपैग के लाभ के इलाज से पहिले, दौरान, आ बाद में प्लेटलेट गिनती के निगरानी क के मूल्यांकन कइल जाला। पुरान जिगर के बीमारी खातिर, गिनती प्रक्रिया के पहिले आ ओह दिन चेक कइल जाला। पुरान इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया खातिर, गिनती के साप्ताहिक रूप से तब ले मॉनिटर कइल जाला जब ले स्थिर ना होखे, फेर मासिक रूप से, आ इलाज बंद कइला के 4 हफ्ता बाद साप्ताहिक रूप से।

इस्तेमाल के निर्देश

अवत्रोम्बोपैग के सामान्य खुराक का ह?

जिन वयस्कन के पुरान जिगर के बीमारी बा आ जिनका के प्रक्रिया खातिर तय कइल गइल बा, ओह लोग खातिर सामान्य खुराक प्लेटलेट गिनती पर निर्भर करत 40 मि.ग्रा. से 60 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर 5 दिन ले बा। पुरान इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया खातिर, शुरुआती खुराक 20 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर बा, जेकर समायोजन प्लेटलेट प्रतिक्रिया पर आधारित होला। बच्चन में सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित नइखे भइल।

अवत्रोम्बोपैग कइसे लीहल जाला?

अवत्रोम्बोपैग के अवशोषण बढ़ावे खातिर खाना के साथे लेवे के चाहीं। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे, लेकिन निर्धारित खुराक अनुसूची के पालन कइल जरूरी बा आ अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा निर्देशित से अधिक भा कम ना लीहल जाव।

अवत्रोम्बोपैग केतना दिन ले लिहल जाला?

जिन पुरान जिगर के बीमारी वाला मरीजन के प्रक्रिया होखे वाला बा, ओह लोग खातिर अवत्रोम्बोपैग आमतौर पर 5 दिन ले इस्तेमाल कइल जाला। पुरान इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया खातिर, ई तब ले इस्तेमाल कइल जाला जब ले स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा निर्देशित ना होखे, प्लेटलेट गिनती के नियमित निगरानी के साथे।

अवत्रोम्बोपैग के काम करे में कति समय लागेला?

अवत्रोम्बोपैग आमतौर पर इलाज शुरू कइला के 3 से 5 दिन के भीतर प्लेटलेट गिनती बढ़ावे शुरू कर देला, आ 10 से 13 दिन के बाद चरम प्रभाव देखल जाला। मरीजन के अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के निर्देश के पालन करे के चाहीं आ निगरानी खातिर सभे निर्धारित अपॉइंटमेंट पर जाए के चाहीं।

अवत्रोम्बोपैग के कइसे स्टोर करीं?

अवत्रोम्बोपैग के कमरा के तापमान पर 68°F से 77°F (20°C से 25°C) के बीच स्टोर करीं। एकरा के ओकरा मूल पैकेज में रखीं, अधिक गर्मी आ नमी से दूर, आ बच्चन के पहुंच से बाहर। एकरा के बाथरूम में स्टोर मत करीं।

चेतावनी आ सावधानी

के अवत्रोम्बोपैग लेवे से बचे के चाहीं?

अवत्रोम्बोपैग खून के थक्का बने के जोखिम बढ़ा सकेला, खासकर पुरान जिगर के बीमारी भा पुरान इम्यून थ्रॉम्बोसाइटोपेनिया वाला मरीजन में। ई प्लेटलेट गिनती के सामान्य करे खातिर इस्तेमाल ना होखे के चाहीं। थ्रोम्बोएम्बोलिज्म के ज्ञात जोखिम कारक वाला मरीजन के करीबी निगरानी में रखल जाव। गर्भवती आ स्तनपान करावे वाली महिलन के एह के इस्तेमाल से बचे के चाहीं।

का हम अवत्रोम्बोपैग के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथे ले सकीला?

अवत्रोम्बोपैग के प्रभावशीलता ओह दवाई से प्रभावित हो सकेला जे CYP2C9 आ CYP3A4 एंजाइम के अवरोधक भा प्रेरक ह। मजबूत अवरोधक जइसे फ्लुकोनाजोल एकर स्तर बढ़ा सकेला, जबकि प्रेरक जइसे रिफाम्पिन एकर प्रभावशीलता घटा सकेला। एह दवाई के साथे लेत घरी खुराक समायोजन जरूरी हो सकेला।

का हम अवत्रोम्बोपैग के विटामिन भा सप्लीमेंट के साथे ले सकीला?

सगरी उपलब्ध आ विश्वसनीय जानकारी से, एह पर कवनो पुष्टि भइल डेटा नइखे। व्यक्तिगत सलाह खातिर कृपया डॉक्टर से संपर्क करीं।

का अवत्रोम्बोपैग गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

पशु अध्ययन के आधार पर अवत्रोम्बोपैग गर्भ में नुकसान पहुंचा सकेला, लेकिन मानव अध्ययन से पर्याप्त डेटा नइखे। गर्भवती महिलन के संभावित जोखिम के बारे में सलाह दीहल जाव, आ दवाई के तब ले इस्तेमाल कइल जाव जब ले लाभ गर्भ में संभावित जोखिम के न्यायसंगत ना ठहरे।

का अवत्रोम्बोपैग स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

अवत्रोम्बोपैग के इलाज के दौरान आ आखिरी खुराक के कम से कम 2 हफ्ता बाद तक स्तनपान के सिफारिश नइखे कइल जाला, काहे कि स्तनपान करावे वाला बच्चा में गंभीर प्रतिकूल प्रतिक्रिया के संभावना बा। महिलन के अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से वैकल्पिक खुराक विकल्प पर चर्चा करे के चाहीं।

का अवत्रोम्बोपैग बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

क्लिनिकल अध्ययन में 65 आ ओकरा से ऊपर के उमिर के पर्याप्त विषय शामिल नइखन भइल, ताकि ई निर्धारित कइल जा सके कि ऊ लोग जवान मरीजन से अलग प्रतिक्रिया देला कि ना। हालांकि, बुजुर्ग आ जवान मरीजन के बीच प्रतिक्रिया में कवनो अंतर नइखे पहिचानल गइल। बुजुर्ग मरीजन के अवत्रोम्बोपैग के करीबी चिकित्सा निगरानी में इस्तेमाल करे के चाहीं।

अवत्रोम्बोपैग लेत घरी व्यायाम कइल सुरक्षित बा?

सगरी उपलब्ध आ विश्वसनीय जानकारी से, एह पर कवनो पुष्टि भइल डेटा नइखे। व्यक्तिगत सलाह खातिर कृपया डॉक्टर से संपर्क करीं।

अवत्रोम्बोपैग लेत घरी शराब पीअल सुरक्षित बा?

सगरी उपलब्ध आ विश्वसनीय जानकारी से, एह पर कवनो पुष्टि भइल डेटा नइखे। व्यक्तिगत सलाह खातिर कृपया डॉक्टर से संपर्क करीं।