अलोसेट्रोन

पेट दुखाव, चिड़चिड़ाहट आंत सिंड्रोम ... show more

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • अलोसेट्रोन के इस्तेमाल गंभीर दस्त-प्रधान चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम (IBS) के इलाज खातिर औरत लोग में कइल जाला जेकरा पर दोसरा इलाज काम ना कइले होखे.

  • अलोसेट्रोन सेरोटोनिन (5-HT3) रिसेप्टर के ब्लॉक क के काम करेला. ई आंत के माध्यम से मल के गति के धीमा करेला, जेकरा से दस्त, पेट में दर्द, आ तात्कालिकता जइसन लक्षण कम हो जाला.

  • अलोसेट्रोन के आमतौर पर 0.5 मि.ग्रा. दिन में दू बेर लिहल जाला. अगर लक्षण पर्याप्त रूप से नियंत्रित ना होखे त 4 हफ्ता बाद खुराक बढ़ा के 1 मि.ग्रा. दिन में दू बेर कइल जा सकेला.

  • आम साइड इफेक्ट में कब्ज, पेट में असुविधा आ दर्द, मिचली, आ जठरांत्र असुविधा शामिल बा. गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में इस्केमिक कोलाइटिस आ गंभीर कब्ज शामिल बा.

  • अलोसेट्रोन के उ मरीज लोग ना लेवे जेकरा के गंभीर आंत या यकृत विकार के इतिहास होखे, या जे फ्लुवोक्सामिन ले रहल होखे. ई गंभीर जठरांत्र साइड इफेक्ट पैदा कर सकेला, जेकरा में इस्केमिक कोलाइटिस आ गंभीर कब्ज शामिल बा, जे जानलेवा हो सकेला.

संकेत आ उद्देश्य

अलोसेट्रोन के का इस्तेमाल बा?

अलोसेट्रोन के गंभीर दस्त-प्रधान चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम (आईबीएस) के इलाज खातिर संकेतित बा, खासकर महिलन में जेकरा पर पारंपरिक चिकित्सा काम ना कइले बा।

अलोसेट्रोन कइसे काम करेला?

अलोसेट्रोन एगो 5-HT3 रिसेप्टर प्रतिपक्षी बा जे आंत के माध्यम से मल के गति के धीमा करेला, आईबीएस से जुड़ल दस्त आ पेट दर्द के लक्षण के कम करेला।

का अलोसेट्रोन प्रभावी बा?

अलोसेट्रोन के गंभीर दस्त-प्रधान आईबीएस वाली महिलन में प्रभावी साबित भइल बा, जेकरा पर पारंपरिक चिकित्सा काम ना कइले बा। क्लिनिकल अध्ययन में एहके पेट दर्द, दस्त, आ आंत के तात्कालिकता जइसन लक्षण के कम करे के क्षमता देखावल गइल बा।

कइसे पता चली कि अलोसेट्रोन काम कर रहल बा?

अलोसेट्रोन के लाभ के 4 हफ्ता के इलाज के बाद आईबीएस लक्षण के नियंत्रण के आकलन क के मापल जाला। अगर लक्षण पर्याप्त रूप से नियंत्रित ना होखे, त दवाई बंद कइल जा सकेला।

इस्तेमाल के निर्देश

अलोसेट्रोन के सामान्य खुराक का ह?

बड़का लोग खातिर रोजाना के सामान्य खुराक 0.5 मि.ग्रा. दिन में दू बेर होला, जेकरा के जरूरत पर 1 मि.ग्रा. दिन में दू बेर बढ़ावल जा सकेला। अलोसेट्रोन के बच्चा लोग खातिर इस्तेमाल के सिफारिश ना कइल जाला।

अलोसेट्रोन कइसे लेवे के चाहीं?

अलोसेट्रोन के दिन में दू बेर, खाना के साथे भा बिना, हर दिन एके समय पर लेवे के चाहीं। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे, लेकिन अपना डॉक्टर के निर्देश के ध्यान से माने के चाहीं।

अलोसेट्रोन केतना दिन ले लिहल जाला?

अलोसेट्रोन के प्रभावशीलता के आकलन खातिर आमतौर पर 4 हफ्ता ले इस्तेमाल कइल जाला। अगर एह अवधि के बाद लक्षण नियंत्रित ना होखे, त ई फायदेमंद ना होखे के संभावना बा।

अलोसेट्रोन के काम करे में केतना समय लागेला?

अलोसेट्रोन कुछ दिन में लक्षण के राहत दे सकेला, लेकिन एकर प्रभावशीलता के 4 हफ्ता के इस्तेमाल के बाद आकलन कइल जाला।

अलोसेट्रोन के कइसे स्टोर करीं?

अलोसेट्रोन के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद, कमरा के तापमान पर, रोशनी, अधिक गर्मी, आ नमी से दूर स्टोर करीं। एकरा के बच्चा लोग के पहुंच से दूर राखीं आ बाथरूम में स्टोर मत करीं।

चेतावनी आ सावधानी

केकरा के अलोसेट्रोन लेवे से बचे के चाहीं?

अलोसेट्रोन गंभीर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल साइड इफेक्ट, जइसे इस्केमिक कोलाइटिस आ गंभीर कब्ज पैदा कर सकेला, जेकरा से अस्पताल में भर्ती होखे के जरूरत पड़ सकेला। ई गंभीर आंत भा यकृत विकार के इतिहास वाला मरीज आ फ्लुवोक्सामिन लेवे वाला लोग खातिर निषिद्ध बा।

का हम अलोसेट्रोन के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथे ले सकेनी?

अलोसेट्रोन के फ्लुवोक्सामिन, जे एक मजबूत CYP1A2 अवरोधक बा, के साथे ना लेवे के चाहीं, काहे कि ई अलोसेट्रोन के स्तर के काफी बढ़ा सकेला। दोसरा CYP1A2 अवरोधक जइसे सिमेटिडिन आ केटोकोनाजोल के साथे सावधानी बरतल चाहीं।

का हम अलोसेट्रोन के विटामिन भा सप्लीमेंट के साथे ले सकेनी?

सब उपलब्ध आ भरोसेमंद जानकारी से, एह पर कवनो पक्का डेटा नइखे। व्यक्तिगत सलाह खातिर डॉक्टर से संपर्क करीं।

का अलोसेट्रोन गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

गर्भावस्था के दौरान अलोसेट्रोन के इस्तेमाल पर निष्कर्ष निकाले खातिर पर्याप्त डेटा नइखे। एकरा के तबे इस्तेमाल कइल चाहीं जब साफ-साफ जरूरत होखे, आ संभावित लाभ गर्भस्थ शिशु के संभावित जोखिम के जायज ठहरावे।

का अलोसेट्रोन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

मानव दूध में अलोसेट्रोन के उपस्थिति पर कवनो डेटा नइखे। अगर अलोसेट्रोन लेत घरी स्तनपान करावत बानी, त शिशु के कब्ज भा खूनी मल के निगरानी करीं, आ सलाह खातिर डॉक्टर से संपर्क करीं।

का अलोसेट्रोन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीज लोग अलोसेट्रोन इस्तेमाल करत घरी कब्ज के जटिलता खातिर अधिक जोखिम में हो सकेला। एहसे, अगर एह मरीज लोग खातिर अलोसेट्रोन के नुस्खा लिखल जाला त उचित सावधानी आ फॉलो-अप कइल चाहीं।

अलोसेट्रोन लेत घरी व्यायाम कइल सुरक्षित बा?

सब उपलब्ध आ भरोसेमंद जानकारी से, एह पर कवनो पक्का डेटा नइखे। व्यक्तिगत सलाह खातिर डॉक्टर से संपर्क करीं।

अलोसेट्रोन लेत घरी शराब पीअल सुरक्षित बा?

सब उपलब्ध आ भरोसेमंद जानकारी से, एह पर कवनो पक्का डेटा नइखे। व्यक्तिगत सलाह खातिर डॉक्टर से संपर्क करीं।