अलोग्लिप्टिन
टाइप 2 मधुमेह मेलिटस
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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अलोग्लिप्टिन के इस्तेमाल बड़का लोग में टाइप 2 डायबिटीज में खून के चीनी के स्तर के प्रबंधन खातिर कइल जाला। ई टाइप 1 डायबिटीज भा डायबिटिक कीटोएसिडोसिस खातिर ना बतावल गइल बा।
अलोग्लिप्टिन एगो एंजाइम के रोके के काम करेला जेकरा के डीपीपी4 कहल जाला, जे हार्मोन के स्तर बढ़ावे में मदद करेला जे इंसुलिन के रिलीज बढ़ावे आ ग्लूकागन के स्तर घटावे में मदद करेला। ई टाइप 2 डायबिटीज वाला लोग में खून के चीनी के बेहतर नियंत्रण के ओर ले जाला।
बड़का लोग खातिर अलोग्लिप्टिन के सामान्य दैनिक खुराक 25 मि.ग्रा. बा जे रोजाना एक बेर मुँह से लिहल जाला। ई बाल रोगी मरीजन में इस्तेमाल खातिर ना सिफारिश कइल जाला।
अलोग्लिप्टिन के आम साइड इफेक्ट में सिरदर्द, नाक बंद भा बहत, आ गला में खराश शामिल बा। गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में पैनक्रियाटाइटिस, दिल के विफलता, आ गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया शामिल हो सकेला।
अलोग्लिप्टिन खातिर महत्वपूर्ण चेतावनी में पैनक्रियाटाइटिस, दिल के विफलता, आ गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के जोखिम शामिल बा। ई दवाई के प्रति गंभीर अतिसंवेदनशीलता के इतिहास वाला मरीजन में निषिद्ध बा। मरीजन के जिगर के चोट आ दिल के विफलता के संकेत खातिर निगरानी कइल जाव।
संकेत आ उद्देश्य
अलोग्लिप्टिन के का उपयोग बा?
अलोग्लिप्टिन के उपयोग वयस्क में टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन खातिर कइल जाला। ई आहार आ व्यायाम अकेले पर्याप्त ना होखे पर रक्त शर्करा नियंत्रण में सुधार करे खातिर इस्तेमाल होला। ई टाइप 1 मधुमेह भा डायबिटिक कीटोएसिडोसिस खातिर संकेतित नइखे।
अलोग्लिप्टिन कइसे काम करेला?
अलोग्लिप्टिन DPP-4 एंजाइम के अवरोधित करके काम करेला, जे इंक्रीटिन हार्मोन के स्तर बढ़ा देला। ई हार्मोन इंसुलिन रिलीज बढ़ावे आ ग्लूकागन स्तर घटावे में मदद करेला, जेकरा से टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोग में बेहतर रक्त शर्करा नियंत्रण होखेला।
का अलोग्लिप्टिन प्रभावी बा?
क्लिनिकल परीक्षण से पता चलल बा कि अलोग्लिप्टिन टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित वयस्क में रक्त शर्करा स्तर के प्रभावी रूप से कम करेला जब एकरा के आहार आ व्यायाम के साथ इस्तेमाल कइल जाला। ई इंसुलिन उत्पादन बढ़ावे आ जिगर में ग्लूकोज उत्पादन घटावे के माध्यम से काम करेला, जेकरा से रक्त शर्करा स्तर के नियंत्रण में मदद मिलेला।
कइसे पता चली कि अलोग्लिप्टिन काम कर रहल बा?
अलोग्लिप्टिन के लाभ के नियमित रूप से रक्त शर्करा स्तर आ ग्लाइकोसाइलेटेड हीमोग्लोबिन (HbA1c) के निगरानी करके मूल्यांकन कइल जाला ताकि मधुमेह के नियंत्रण में एकर प्रभावशीलता के आकलन कइल जा सके। आपन डॉक्टर के साथ नियमित चेक-अप जरूरी बा ताकि जरूरत अनुसार उपचार के समायोजित कइल जा सके।
इस्तेमाल के निर्देश
अलोग्लिप्टिन के सामान्य खुराक का ह?
बड़का लोग खातिर अलोग्लिप्टिन के रोजाना खुराक 25 मि.ग्रा. बा, जेकरा के मुँह से रोज एक बेर लिहल जाला। बच्चा लोग खातिर, अलोग्लिप्टिन के सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित नइखे भइल, एही से बाल रोगी में एकर उपयोग के सिफारिश नइखे कइल जात।
अलोग्लिप्टिन कइसे लेवे के चाहीं?
अलोग्लिप्टिन के रोज एक बेर, खाना के साथ भा बिना, हर दिन एके समय पर लेवे के चाहीं। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे, लेकिन मधुमेह के प्रभावी प्रबंधन खातिर आपन डॉक्टर द्वारा सिफारिश कइल स्वस्थ आहार के पालन करना जरूरी बा।
कति दिन ले अलोग्लिप्टिन लेवे के चाहीं?
अलोग्लिप्टिन आमतौर पर टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन खातिर दीर्घकालिक उपचार के रूप में इस्तेमाल होला। एकरा के लगातार आपन डॉक्टर के निर्देश अनुसार लेवे के चाहीं, चाहे आप ठीक महसूस कर रहल होखीं, ताकि रक्त शर्करा नियंत्रण में रहे।
अलोग्लिप्टिन के काम करे में कति समय लागेला?
अलोग्लिप्टिन के सेवन के shortly बाद काम शुरू हो जाला, लेकिन रक्त शर्करा स्तर पर पूरा प्रभाव देखे में कई हफ्ता लाग सकेला। एकर प्रभावशीलता के आकलन खातिर रक्त शर्करा के नियमित निगरानी जरूरी बा।
अलोग्लिप्टिन के कइसे स्टोर करीं?
अलोग्लिप्टिन के ओकर मूल कंटेनर में, कस के बंद, कमरा के तापमान पर अतिरिक्त गर्मी आ नमी से दूर स्टोर करीं। एकरा के बच्चा लोग के पहुंच से दूर राखीं आ अनावश्यक दवा के निपटान एक वापसी कार्यक्रम के माध्यम से करीं।
चेतावनी आ सावधानी
केकरा के अलोग्लिप्टिन लेवे से बचे के चाहीं?
अलोग्लिप्टिन खातिर महत्वपूर्ण चेतावनी में अग्नाशयशोथ, हृदय विफलता आ गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के जोखिम शामिल बा। ई दवा के प्रति गंभीर अतिसंवेदनशीलता के इतिहास वाला मरीज में एकर उपयोग निषिद्ध बा। मरीज के जिगर के चोट आ हृदय विफलता के संकेत खातिर निगरानी कइल जाला।
का हम अलोग्लिप्टिन के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?
अलोग्लिप्टिन इंसुलिन आ इंसुलिन स्रावक के साथ बातचीत कर सकेला, जे हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम बढ़ा सकेला। एह दवाई के खुराक समायोजन जरूरी हो सकेला। संभावित बातचीत से बचे खातिर हमेशा आपन डॉक्टर के आपन सब दवाई के बारे में जानकारी दीं।
का हम अलोग्लिप्टिन के विटामिन भा सप्लीमेंट के साथ ले सकीला?
सभी उपलब्ध आ विश्वसनीय जानकारी से, एकरा पर कवनो पुष्टि भइल डेटा नइखे। व्यक्तिगत सलाह खातिर कृपया डॉक्टर से संपर्क करीं।
का अलोग्लिप्टिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
गर्भावस्था के दौरान अलोग्लिप्टिन के उपयोग पर सीमित डेटा बा, आ एकर भ्रूण पर प्रभाव अच्छी तरह से स्थापित नइखे। अगर रउआ गर्भवती बानी भा गर्भवती होखे के योजना बना रहल बानी त अलोग्लिप्टिन के उपयोग से पहिले संभावित जोखिम आ लाभ पर आपन डॉक्टर से चर्चा करना जरूरी बा।
का अलोग्लिप्टिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
ई नइखे पता कि अलोग्लिप्टिन स्तन दूध में पास होला कि ना। जानकारी के कमी के कारण, शिशु पर अलोग्लिप्टिन के जोखिम के खिलाफ स्तनपान के लाभ के तौलना जरूरी बा। व्यक्तिगत सलाह खातिर आपन डॉक्टर से संपर्क करीं।
का अलोग्लिप्टिन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग मरीज खातिर, अकेले उम्र के आधार पर कवनो विशेष खुराक समायोजन जरूरी नइखे। हालांकि, ई जनसंख्या में गुर्दा के कार्यक्षमता में कमी के संभावना के कारण सावधानी बरते के सलाह बा। सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित करे खातिर गुर्दा के कार्य के नियमित निगरानी के सिफारिश कइल जाला।
अलोग्लिप्टिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
अलोग्लिप्टिन आमतौर पर व्यायाम के क्षमता में बाधा ना डालेला। वास्तव में, व्यायाम दवाई के साथ टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन के एक महत्वपूर्ण हिस्सा बा। हालांकि, अगर रउआ व्यायाम के दौरान कवनो असामान्य लक्षण, जइसे सांस फूलना भा थकान महसूस कर रहल बानी, त आपन डॉक्टर से संपर्क करीं।
अलोग्लिप्टिन लेत घरी शराब पीना सुरक्षित बा?
शराब पीना रक्त शर्करा स्तर पर असर डाल सकेला, जे अलोग्लिप्टिन के प्रभावशीलता में बाधा डाल सकेला टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन में। ई जरूरी बा कि आपन डॉक्टर से शराब के सेवन पर चर्चा करीं ताकि ई आपन उपचार योजना पर नकारात्मक प्रभाव ना डाले।