अकार्बोस
टाइप 2 मधुमेह मेलिटस
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
NO
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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अकार्बोस एगो दवाई हवे जे टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगन में रक्त शर्करा के स्तर के प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला।
अकार्बोस तोहार आंत में मौजूद एंजाइम के ब्लॉक क के काम करेला जे कार्बोहाइड्रेट के साधारण चीनी में तोड़ेला। ई कार्बोहाइड्रेट के टूटल के धीमा करेला, जेकरा से भोजन के बाद तोहार रक्त शर्करा स्तर में उछाल आवे से बचाव होला।
अकार्बोस के मुँह से हर मुख्य भोजन के पहिला कौर के साथ लिहल जाला। शुरूआती खुराक आमतौर पर 25 मि.ग्रा. दिन में तीन बेर होला, लेकिन जरूरत पर 50 मि.ग्रा. दिन में तीन बेर बढ़ावल जा सकेला। अधिकतम खुराक तोहार वजन पर निर्भर करेला।
अकार्बोस के सबसे आम साइड इफेक्ट पाचन संबंधी समस्या जइसे गैस, दस्त, आ पेट में असुविधा हवे। ई आमतौर पर समय के साथ सुधर जाला। गंभीर लेकिन दुर्लभ साइड इफेक्ट में जिगर के समस्या, त्वचा प्रतिक्रिया, सूजन, आंत के रुकावट, आ प्लेटलेट गिनती में कमी शामिल बा।
अकार्बोस हाइपोग्लाइसीमिया के कारण बन सकेला, खासकर अगर दूसर मधुमेह दवाई के साथ लिहल जाला। ई भी ठीक से ना बुझाइल बा कि अकार्बोस प्रजनन क्षमता पर कइसे असर डाले ला या गर्भावस्था आ स्तनपान के दौरान ओकर सुरक्षा का बा। ई संभावित जोखिम के तोहार स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से चर्चा कइल जरूरी बा। कुछ दवाई आ सप्लीमेंट, जइसे एमोक्सिसिलिन, कॉर्टिकोस्टेरॉइड, आ विटामिन C, अकार्बोस के साथ प्रतिक्रिया कर सकेला।
संकेत आ उद्देश्य
अकार्बोस के का उपयोग बा?
अकार्बोस टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोग के खून में चीनी के स्तर के नियंत्रित करे में मदद करेला। ई भोजन में कार्बोहाइड्रेट के टूटे के धीमा कर के काम करेला, जवना से भोजन के बाद खून में चीनी के स्तर बहुत अधिक ना होखे। अकार्बोस के स्वस्थ आहार आ व्यायाम योजना के साथ इस्तेमाल कइल जाव।
अकार्बोस कइसे काम करेला?
अकार्बोस एगो दवाई बा जे भोजन के बाद खून में चीनी के स्तर के प्रबंधन में मदद करेला। ई आंत में ओह एंजाइम के ब्लॉक कर के काम करेला जे कार्बोहाइड्रेट के साधारण चीनी में तोड़ेला। कार्बोहाइड्रेट के टूटे के धीमा कर के, अकार्बोस भोजन के बाद खून में चीनी के स्तर में उछाल के रोके में मदद करेला। अकार्बोस ओह एंजाइम के प्रभावित ना करेला जे लैक्टोज के तोड़ेला, त ई लैक्टोज असहिष्णुता के कारण ना बनल जाला।
का अकार्बोस प्रभावी बा?
अकार्बोस टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोग में ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार करे में प्रभावी साबित भइल बा, आ माइक्रोवास्कुलर जटिलता के जोखिम के कम करे में।
कइसे पता चली कि अकार्बोस काम कर रहल बा?
अकार्बोस के लाभ के खून में ग्लूकोज के स्तर आ HbA1c के स्तर के जाँच कर के आ जरूरत अनुसार खुराक के समायोजित कर के निगरानी कइल जाला।
इस्तेमाल के निर्देश
अकार्बोस कइसे लेवे के चाहीं?
अकार्बोस के कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन के साथ, भोजन के पहिला कौर के साथ लेवे के चाहीं, आ मरीज लोगन के स्वस्थ आहार के पालन करे के चाहीं आ उच्च-कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन से बचे के चाहीं।
कति दिन ले अकार्बोस लेवे के चाहीं?
अकार्बोस आमतौर पर टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन खातिर दीर्घकालिक रूप से लिहल जाला, लेकिन सटीक अवधि रउरा स्थिति आ रउरा डॉक्टर के सलाह पर निर्भर करेला। हमेशा अपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के निर्देश के पालन करीं।
अकार्बोस के काम करे में कति समय लागेला?
अकार्बोस जइसे ही लिहल जाला, काम करे लागेला, आ ओकर असर भोजन के 1-2 घंटा के भीतर देखल जा सकेला। हालांकि, दवाई के पूरा असर देखे में कई हफ्ता लाग सकेला, काहे कि शरीर के नया दवाई के अनुकूलन में समय लागेला।
अकार्बोस के कइसे रखल जाव?
अकार्बोस के कमरा के तापमान पर एकदम बंद कंटेनर में रखल जाव, नमी, गरमी, आ रोशनी से बचावल जाव। ई समाप्ति तिथि से पहिले इस्तेमाल कइल जाव आ सही से निपटावल जाव।
चेतावनी आ सावधानी
के अकार्बोस लेवे से बाचल चाहीं?
हाइपोग्लाइसीमिया: अकार्बोस कुछ लोगन में हाइपोग्लाइसीमिया (कम खून में ग्लूकोज के स्तर) पैदा कर सकेला, खासकर अगर ई अन्य मधुमेह दवाई के साथ लिहल जाला। मरीज लोगन के अपन खून में ग्लूकोज के स्तर के करीब से निगरानी करे के चाहीं आ हाइपोग्लाइसीमिया के कवनो संकेत के अपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रिपोर्ट करे के चाहीं।
पाचन संबंधी समस्या: अकार्बोस पाचन संबंधी समस्या पैदा कर सकेला जइसे फुलाव, गैस, आ दस्त, खासकर इलाज के पहिला कुछ हफ्ता में। मरीज लोगन के कवनो पाचन लक्षण के अपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रिपोर्ट करे के चाहीं।
का हम अकार्बोस के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकेनी?
एंटीबायोटिक्स: कुछ एंटीबायोटिक्स, जइसे एमोक्सिसिलिन, अकार्बोस के साथ लेवे पर हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम बढ़ा सकेला।
कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स: कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, जइसे प्रेडनिसोन, खून में ग्लूकोज के स्तर बढ़ा सकेला आ अकार्बोस के प्रभावशीलता के कम कर सकेला।
इंसुलिन आ सल्फोनिलयूरिया: अकार्बोस इंसुलिन या सल्फोनिलयूरिया, जइसे ग्लिपिजाइड आ ग्लाइबुराइड, के साथ लेवे पर हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम बढ़ा सकेला।
का हम अकार्बोस के विटामिन या सप्लीमेंट के साथ ले सकेनी?
विटामिन सी: विटामिन सी अकार्बोस के प्रभावशीलता के कम कर सकेला, काहे कि ई पाचन तंत्र में कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण के बढ़ा सकेला।
क्रोमियम: क्रोमियम अकार्बोस के प्रभावशीलता के बढ़ा सकेला, जवना से हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम बढ़ सकेला।
सेंट जॉन वॉर्ट: सेंट जॉन वॉर्ट अकार्बोस के प्रभावशीलता के कम कर सकेला, काहे कि ई दवाई के चयापचय में बाधा डाल सकेला।
का अकार्बोस गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
अकार्बोस एगो गर्भावस्था श्रेणी बी दवाई बा, लेकिन गर्भावस्था के दौरान ओकर सुरक्षा पर सीमित जानकारी उपलब्ध बा, आ अधिक शोध के जरूरत बा।
का अकार्बोस स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
स्तनपान के दौरान अकार्बोस के सुरक्षा अज्ञात बा, आ स्तनपान करावे वाली माई लोग के दवाई ना लेवे के चाहीं जब तक कि संभावित लाभ संभावित जोखिम से अधिक ना होखे।
का अकार्बोस बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
अकार्बोस के बुजुर्ग लोग में इस्तेमाल कइल जा सकेला, लेकिन संभावित साइड इफेक्ट आ गुर्दा या जिगर के कार्य में बदलाव के कारण सावधानी बरते के जरूरत बा। हमेशा अपन डॉक्टर के मार्गदर्शन के पालन करीं।