अबिराटेरोन एसीटेट
प्रोस्टेटिक नियोप्लाजम, कैस्ट्रेशन-रेसिस्टंट
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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अबिराटेरोन के प्रोस्टेट कैंसर के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला जेकरा शरीर के दोसरा हिस्सा में फइल गइल बा। ई मेटास्टेटिक कैस्ट्रेशन-रेसिस्टेंट प्रोस्टेट कैंसर (mCRPC) आ मेटास्टेटिक हाई-रिस्क कैस्ट्रेशन-सेंसिटिव प्रोस्टेट कैंसर (mCSPC) खातिर इस्तेमाल होला।
अबिराटेरोन एंड्रोजेन, जइसे कि टेस्टोस्टेरोन, के उत्पादन के रोक के कैंसर के बढ़त के रोक देला। ई CYP17 एंजाइम के ब्लॉक करेला जेकरा से ई हार्मोन बनावे के जरूरत होला, एह से प्रोस्टेट कैंसर के बढ़त धीमा हो जाला।
बड़ लोग खातिर सामान्य खुराक 1000 मिग्रा बा, जे खाली पेट रोजाना एक बेर लिहल जाला। ई आमतौर पर 5 मिग्रा प्रेडनिसोन के साथे रोजाना दू बेर लिखल जाला ताकि साइड इफेक्ट से बचल जा सके। गोली के ना चबाईं आ ना कुचलाईं, पूरा गोली के पानी के साथे निगल जाईं।
आम साइड इफेक्ट में उच्च रक्तचाप, जिगर के समस्या, कम पोटैशियम, तरल पदार्थ के रुकावट, आ थकान शामिल बा। कुछ लोग मतली, उल्टी, दस्त, आ वजन बढ़े के अनुभव कर सकेला। ई मूड में बदलाव आ नींद में खलल भी पैदा कर सकेला।
अबिराटेरोन औरत लोग खातिर ना ह, खासकर गर्भवती औरत लोग खातिर काहे कि ई अजन्मा बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला। जेकरा गंभीर जिगर के बीमारी, अनियंत्रित उच्च रक्तचाप या दिल के समस्या बा, उ लोग एकरा से बचे। ई कुछ दवाई आ सप्लीमेंट के साथे इंटरैक्ट कर सकेला, त हमेशा नया दवाई या सप्लीमेंट लेवे से पहिले अपना डॉक्टर से सलाह लीं।
संकेत आ उद्देश्य
अबिराटेरोन एसीटेट के इस्तेमाल का खातिर होला?
ई मेटास्टेटिक कैस्ट्रेशन-रेसिस्टेंट प्रोस्टेट कैंसर (mCRPC) आ मेटास्टेटिक हाई-रिस्क कैस्ट्रेशन-सेंसिटिव प्रोस्टेट कैंसर (mCSPC) के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई तब दिहल जाला जब कैंसर प्रोस्टेट से बाहर फइल गइल बा आ अब सामान्य हार्मोन थेरेपी के जवाब ना दे रहल बा।
अबिराटेरोन एसीटेट कइसे काम करेला?
ई CYP17 एंजाइम के ब्लॉक करेला, जे टेस्टोस्टेरोन आ दोसरा एंड्रोजन के उत्पादन खातिर जरूरी होला। एह हार्मोन के कम करके, अबिराटेरोन प्रोस्टेट कैंसर के बढ़त के धीमा करेला।
का अबिराटेरोन एसीटेट प्रभावी बा?
हँ, अध्ययन देखावे ला कि अबिराटेरोन प्रोस्टेट कैंसर मरीजन में खासकर प्रेडनिसोन के साथे मिलाके जीवनकाल के बढ़ावे ला। ई ट्यूमर के बढ़त के कम करेला, कीमोथेरेपी के जरूरत के देरी करेला, आ जीवन के गुणवत्ता में सुधार करेला।
कइसे पता चली कि अबिराटेरोन एसीटेट काम कर रहल बा?
तोहार डॉक्टर PSA (प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन) स्तर, इमेजिंग स्कैन, आ हड्डी के दर्द जइसन लक्षण के निगरानी करी। PSA में गिरावट आ ट्यूमर के आकार में कमी इलाज के काम करे के संकेत देला।
इस्तेमाल के निर्देश
अबिराटेरोन एसीटेट के सामान्य खुराक का ह?
बड़ लोग खातिर सामान्य खुराक 1,000 मि.ग्रा. (चार 250 मि.ग्रा. के टैबलेट) रोजाना एक बेर खाली पेट पर लिहल जाला। ई आमतौर पर 5 मि.ग्रा. प्रेडनिसोन दिन में दू बेर के साथे दिहल जाला ताकि उच्च रक्तचाप आ जिगर के समस्या जइसन साइड इफेक्ट्स के रोका जा सके। जिगर के समस्या वाला लोग खातिर खुराक में बदलाव के जरूरत हो सकेला। बच्चा लोग के अबिराटेरोन ना लिहल चाहीं।
हम अबिराटेरोन एसीटेट कइसे लीं?
खाली पेट पर लीं, कम से कम खाना से एक घंटा पहिले या खाना के दू घंटा बाद। टैबलेट के पूरा पानी के साथे निगल लीं। ओकरा के ना कुचलल जाव ना चबावल जाव। हमेशा अबिराटेरोन के डॉक्टर के निर्देश अनुसार लीं, प्रेडनिसोन के साथे, ताकि साइड इफेक्ट्स के खतरा कम हो सके। अगर खुराक छूट गइल बा, त जल्दी से जल्दी ले लीं, लेकिन खुराक के दुगुना ना करीं।
हम अबिराटेरोन एसीटेट कब तक लीं?
अबिराटेरोन तब तक लिहल जाला जब तक ई कैंसर के नियंत्रित करे में प्रभावी रहे आ साइड इफेक्ट्स प्रबंधनीय रहे। तोहार डॉक्टर तोहार इलाज के प्रतिक्रिया के नियमित रक्त परीक्षण आ स्कैन के साथे निगरानी करी। अगर इलाज के बावजूद कैंसर बढ़ रहल बा, त तोहार डॉक्टर तोहार थेरेपी में बदलाव कर सकेला।
अबिराटेरोन एसीटेट के काम करे में कति समय लागेला?
ई कुछ घंटा में एंड्रोजन स्तर के कम करे शुरू कर देला, लेकिन कैंसर के बढ़त पर ध्यान देने योग्य प्रभाव कई हफ्ता या महीना ले सकेला। तोहार डॉक्टर PSA स्तर आ इमेजिंग परीक्षण के जांच करी ताकि प्रगति के निगरानी कइल जा सके।
हम अबिराटेरोन एसीटेट के कइसे स्टोर करीं?
कमरा के तापमान (20–25°C) पर सूखा जगह पर स्टोर करीं, गर्मी आ नमी से दूर। बच्चा लोग के पहुंच से दूर राखीं।
चेतावनी आ सावधानी
केकरा के अबिराटेरोन एसीटेट से बचे के चाहीं?
गंभीर जिगर के बीमारी, अनियंत्रित उच्च रक्तचाप, या दिल के समस्या वाला लोग के एह से बचे के चाहीं। गर्भवती महिलन के टैबलेट के हाथ ना लगावे के चाहीं, काहे कि ई दवाई अजन्मा बच्चा के नुकसान पहुंचा सकेला।
का हम अबिराटेरोन एसीटेट के साथे दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
अबिराटेरोन रिफाम्पिन, फेनाइटोइन, कार्बामाज़ेपिन, आ केटोकोनाज़ोल के साथे इंटरैक्ट करेला, जेकरा से ओकर प्रभावशीलता बदल सकेला। तोहार डॉक्टर के सब दवाई के बारे में बताईं जे तू ले रहल बाड़।
का हम अबिराटेरोन एसीटेट के साथे विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?
पोटैशियम सप्लीमेंट आ सेंट जॉन वॉर्ट जइसन हर्बल उत्पाद से बचे के चाहीं, जेकरा से एह दवाई के प्रभावशीलता कम हो सकेला। कवनो सप्लीमेंट लेवे से पहिले हमेशा आपन डॉक्टर से सलाह लीं।
का अबिराटेरोन एसीटेट के गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
ना, अबिराटेरोन महिला लोग खातिर ना ह, खासकर गर्भवती महिलन खातिर, काहे कि ई अजन्मा बच्चा के नुकसान पहुंचा सकेला। पुरुष लोग के इलाज के दौरान प्रभावी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के चाहीं।
का अबिराटेरोन एसीटेट के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
ई महिला लोग खातिर ना ह, ओह में ओह लोग शामिल बा जे स्तनपान करावत बा। स्तनपान में ओकर सुरक्षा पर कवनो डेटा ना बा।
का अबिराटेरोन एसीटेट बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
हँ, ई आमतौर पर बुजुर्ग मरीजन में इस्तेमाल होला, लेकिन ओह लोग के दिल के समस्या, जिगर के समस्या, आ उच्च रक्तचाप खातिर करीबी से निगरानी कइल जाव।
का अबिराटेरोन एसीटेट लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?
हँ, हल्का से मध्यम व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा आ थकान आ वजन बढ़त के कम करे में मदद कर सकेला। अगर तू कमजोर या चक्कर महसूस कर रहल बाड़, त जोरदार गतिविधि से बचे।
का अबिराटेरोन एसीटेट लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?
शराब जिगर के समस्या आ उच्च रक्तचाप के खराब कर सकेला, एह से अबिराटेरोन पर रहते शराब के सीमित या बचल सबसे बढ़िया बा।