ब्रेन ईटिंग अमीबा केरल में 3 बच्चा के जान ले गईल!
बरसात के मौसम में पानी के खतरा से बचाव खातिर निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दीं:
जानलेवा पानी के खतरा: बरसात के मौसम में जमा पानी में कई गो घातक वायरस, बैक्टीरिया आ परजीवी हो सकेला, जे जानलेवा हो सकेला।
“ब्रेन ईटिंग अमीबा” के खतरा: केरल में हाल के दिनों में “नेग्लेरिया फाउलेरी” नाम के अमीबा के संक्रमण से बच्चा लोग के मौत भइल बा। ई अमीबा “अमीबिक मेनिन्गोएन्सेफेलाइटिस” के कारण बनेला, जे दिमाग में संक्रमण करे ला।
अमीबा के बढ़त: नेग्लेरिया फाउलेरी गरम पानी के स्रोत जैसे पोखरा, नदी, हॉटस्प्रिंग आ स्विमिंग पूल में बढ़ेला।
संक्रमण के तरीका: ई अमीबा राउर नाक से संक्रमित पानी के माध्यम से राउर शरीर में प्रवेश करेला आ नाक के घ्राण नस के माध्यम से दिमाग में पहुंच जाला।
संक्रमण के लक्षण: बोखार, सिरदर्द, उल्टी, दौरा, गर्दन अकड़ल, आ मतिभ्रम होखेला।
बचाव के उपाय:
- गर्मी के समय नदी, पोखरा, आ स्विमिंग पूल में मत जाइं।
- पानी में जाइब त हाथ से नाक बंद करीं भा नाक के क्लिप के इस्तेमाल करीं।
- तैरते समय माथा पानी से ऊपर राखे के कोशिश करीं।
- पानी के तलछट से दूर रहीं।
- साइनसाइटिस होखे पर पानी के 1 मिनट तक गरम क के ठंडा होखे दीं, फिर साइनस के रिंस करीं।
इलाज के जानकारी: फिलहाल, इस संक्रमण के कवनो खास इलाज ना बा, लेकिन डाक्टर लोग एम्फोटेरिसिन बी, एजिथ्रोमाइसिन, फ्लूकोनाजोल, आ अन्य दवाइयन के संयोजन से इलाज करेलन।
सरकारी सलाह: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के दिशा-निर्देश के पालन करे के सलाह दीहल बा।
Source:-
1.https://www.mdpi.com/1660-4601/20/4/3021
2. https://www.cdc.gov/naegleria/about/index.html
ई जानकारी मेडिकल सलाह के विकल्प ना ह। अपना इलाज में कवनो बदलाव करे से पहिले अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं। मेडविकी पर देखल भा पढ़ल कवनो बात के आधार पर पेशेवर चिकित्सा सलाह के अनदेखी भा देरी मत करीं.
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