वेनलाफैक्सिन
अवसाद विकार, पीड़ा ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
NO
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
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वेनलाफैक्सिन मुख्य रूप से प्रमुख अवसाद विकार, सामान्यीकृत चिंता विकार, सामाजिक चिंता विकार, आ पैनिक विकार के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई पोस्टट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर खातिर ऑफ-लेबल भी इस्तेमाल होला।
वेनलाफैक्सिन दिमाग में दू गो न्यूरोट्रांसमीटर, सेरोटोनिन आ नॉरएपिनेफ्रिन के स्तर बढ़ाके काम करेला। ई मूड सुधारल, चिंता घटावल, आ अवसाद लक्षण के कम करेला।
वेनलाफैक्सिन के अवसाद खातिर आमतौर पर 75 मि.ग्रा. प्रति दिन से शुरू कइल जाला, आ चिंता विकार खातिर ई 225 मि.ग्रा. तक बढ़ सकत बा। ई मौखिक रूप से, आमतौर पर रोज एक बेर, खाना के साथे लिहल जाला।
आम साइड इफेक्ट्स में मिचली, सुखल मुँह, चक्कर, अनिद्रा, आ पसीना शामिल बा। अधिक गंभीर प्रभाव में बढ़ल रक्तचाप, यौन विकार, वजन में बदलाव, आ सेरोटोनिन सिंड्रोम शामिल हो सकेला।
वेनलाफैक्सिन के उच्च रक्तचाप, दौरा, हृदय रोग, या आत्मघाती विचार वाले व्यक्तियों में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। ई दवा या मोनोअमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर के प्रति अतिसंवेदनशीलता वाले लोगन द्वारा इस्तेमाल ना कइल जाव। अचानक बंद कइल से वापसी लक्षण हो सकेला।
संकेत आ उद्देश्य
वेनलाफैक्सिन के काम करे के कइसे पता चलेला?
वेनलाफैक्सिन के लाभ के मूल्यांकन अवसाद, चिंता, आ पैनिक विकार के लक्षण में सुधार के निगरानी करके कइल जाला नियमित आकलन के माध्यम से। ई मूड, व्यवहार, आ समग्र कार्यप्रणाली में बदलाव के अवलोकन शामिल बा, अक्सर रेटिंग स्केल जइसे हैमिल्टन डिप्रेशन रेटिंग स्केल (HDRS) के इस्तेमाल से। उचित दवाई स्तर आ साइड इफेक्ट्स के जाँच खातिर रक्त परीक्षण भी कइल जा सकेला।
वेनलाफैक्सिन कइसे काम करेला?
वेनलाफैक्सिन मस्तिष्क में दू न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर बढ़ाके काम करेला: सेरोटोनिन आ नॉरएपिनेफ्रिन। ई सेरोटोनिन-नॉरएपिनेफ्रिन रीअपटेक इनहिबिटर (SNRI) के रूप में वर्गीकृत बा। ई न्यूरोट्रांसमीटर के रीअपटेक के अवरोध करके, वेनलाफैक्सिन मूड में सुधार, चिंता में कमी, आ अवसाद के लक्षण में राहत दे सकेला। उच्च खुराक पर, ई डोपामाइन के रीअपटेक के भी अवरोध करेला। ई क्रिया के तंत्र मूड, चिंता, आ तनाव प्रतिक्रिया के नियंत्रित करे में मदद करेला।
का वेनलाफैक्सिन प्रभावी बा?
वेनलाफैक्सिन अवसाद, चिंता, आ पैनिक विकार के इलाज में प्रभावी साबित भइल बा काहे कि ई सेरोटोनिन आ नॉरएपिनेफ्रिन के स्तर बढ़ा देला। क्लिनिकल अध्ययन देखावे ला कि ई लक्षण में सुधार करेला, खासकर गंभीर मामिला में, आ कुछ अन्य एंटीडिप्रेसेंट्स से अधिक प्रभावी बा।
वेनलाफैक्सिन के का उपयोग बा?
वेनलाफैक्सिन मुख्य रूप से निम्नलिखित के इलाज खातिर संकेतित बा:
- प्रमुख अवसाद विकार (MDD) – अवसाद के लक्षण के कम करे खातिर।
- सामान्यीकृत चिंता विकार (GAD) – चिंता आ संबंधित लक्षण के कम करे खातिर।
- सामाजिक चिंता विकार (SAD) – सामाजिक फोबिया आ सामाजिक सेटिंग्स में चिंता के मदद करे खातिर।
- पैनिक विकार – पैनिक अटैक के आवृत्ति आ तीव्रता के कम करे खातिर।
- पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) (ऑफ-लेबल) – आघात आ तनाव से संबंधित लक्षण के प्रबंधन करे खातिर।
इस्तेमाल के निर्देश
वेनलाफैक्सिन के कब तक लेवे के चाहीं?
वेनलाफैक्सिन आमतौर पर 6-12 महीना खातिर अधिकांश स्थिति में इस्तेमाल होला, बार-बार या पुरान मामिला में लंबा इस्तेमाल होला। अवधि व्यक्ति के जरूरत पर निर्भर करेला, आ धीरे-धीरे बंद करे के हमेशा चिकित्सा मार्गदर्शन में होखे के चाहीं।
वेनलाफैक्सिन के कइसे लेवे के चाहीं?
वेनलाफैक्सिन के पेट में गड़बड़ी के जोखिम कम करे खातिर खाना के साथ लेवे के चाहीं। ई जरूरी बा कि विस्तारित-रिलीज कैप्सूल के पूरा निगल लीं बिना कुचलल या चबावल। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध ना बा, लेकिन शराब से बचे के सिफारिश कइल जाला, काहे कि ई साइड इफेक्ट्स के जोखिम बढ़ा सकेला। हमेशा डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं खुराक आ उपयोग खातिर।
वेनलाफैक्सिन के काम करे में कति समय लागेला?
वेनलाफैक्सिन आमतौर पर 1 से 2 हफ्ता के इस्तेमाल के बाद प्रभाव देखावे लागेला, लेकिन पूरा चिकित्सीय लाभ अनुभव करे में 4 से 6 हफ्ता लाग सकेला, खासकर अवसाद या चिंता जइसन स्थिति खातिर। व्यक्तिगत प्रतिक्रिया भिन्न हो सकेला, त ई जरूरी बा कि निर्धारित इलाज योजना के पालन करीं आ अगर कवनो सुधार ना होखे त डॉक्टर से सलाह लीं।
वेनलाफैक्सिन के कइसे स्टोर करे के चाहीं?
दवाई के ओकरा मूल कंटेनर में कमरा के तापमान पर 59°F आ 86°F (15°C आ 30°C) के बीच रखीं। कंटेनर के मजबूती से बंद राखीं ताकि नमी या हवा अंदर ना जा सके।
वेनलाफैक्सिन के सामान्य खुराक का ह?
ई दवाई 75 मिग्रा के कम खुराक से रोजाना एक बार खाना के साथ शुरू होला। डॉक्टर धीरे-धीरे खुराक बढ़ा सकेला, हर चार दिन में 75 मिग्रा से अधिक ना, अधिकतम 225 मिग्रा रोजाना। कुछ लोग 37.5 मिग्रा के छोट खुराक से शुरू कर सकेला कुछ दिन खातिर पहिले 75 मिग्रा पर जाए। ई जानकारी बस वयस्कन खातिर बा।
चेतावनी आ सावधानी
का हम वेनलाफैक्सिन के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?
वेनलाफैक्सिन कई प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जइसे:
- मोनोअमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर (MAOIs): वेनलाफैक्सिन के MAOIs के साथ मिलावे पर एक खतरनाक स्थिति कहल जाला सेरोटोनिन सिंड्रोम हो सकेला।
- अन्य एंटीडिप्रेसेंट्स (SSRIs, SNRIs, ट्राइसाइक्लिक्स): सेरोटोनिन सिंड्रोम के बढ़ल जोखिम आ साइड इफेक्ट्स के बढ़ल प्रभाव।
- एंटीप्लेटलेट ड्रग्स/NSAIDs: रक्तस्राव के जोखिम बढ़ सकेला।
- सिमेटिडाइन: वेनलाफैक्सिन के स्तर बढ़ा सकेला, साइड इफेक्ट्स के जोखिम बढ़ सकेला।
- एंटीहाइपरटेंसिव दवाई: वेनलाफैक्सिन रक्तचाप दवाई के प्रभावशीलता कम कर सकेला।
का हम वेनलाफैक्सिन के विटामिन आ सप्लीमेंट्स के साथ ले सकीला?
वेनलाफैक्सिन कुछ खास विटामिन आ सप्लीमेंट्स के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। उदाहरण खातिर, सेंट जॉन वॉर्ट के साथ लेवे पर सेरोटोनिन सिंड्रोम के खतरा बढ़ सकेला, जे जानलेवा हो सकेला। विटामिन C के उच्च खुराक या अन्य अम्लीय सप्लीमेंट्स वेनलाफैक्सिन के अवशोषण में बदलाव कर सकेला। हमेशा हेल्थकेयर प्रोवाइडर से सलाह लीं जब वेनलाफैक्सिन के सप्लीमेंट्स के साथ मिलावे के होखे।
का वेनलाफैक्सिन के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
वेनलाफैक्सिन स्तन दूध में निकल जाला, लेकिन एक नर्सिंग शिशु पर प्रभाव पूरा तरह से ना जानल गइल बा। अध्ययन सुझाव देला कि दवाई शिशु में साइड इफेक्ट्स के जोखिम पैदा कर सकेला, जइसे उनींदापन, खराब खुराक, आ चिड़चिड़ापन। संभावित जोखिम के कारण, स्तनपान करावे वाली माई लोगन के वेनलाफैक्सिन के इस्तेमाल के लाभ आ जोखिम के तौल करे खातिर उनकरा हेल्थकेयर प्रोवाइडर से चर्चा करे के चाहीं।
का वेनलाफैक्सिन के गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
वेनलाफैक्सिन गर्भावस्था के दौरान श्रेणी C दवाई के रूप में वर्गीकृत बा, मतलब गर्भ में भ्रूण पर जोखिम के नकारल ना जा सकेला। जानवरन पर अध्ययन में प्रतिकूल प्रभाव देखावल गइल बा, लेकिन मनुष्य में कवनो अच्छी तरह से नियंत्रित अध्ययन ना भइल बा। ई बस तब इस्तेमाल होखे के चाहीं जब गर्भावस्था के दौरान संभावित लाभ जोखिम से अधिक होखे। गर्भावस्था के दौरान, खासकर तीसरा तिमाही में, वेनलाफैक्सिन के इस्तेमाल से जइसे समय से पहिले जन्म, कम जन्म वजन, आ नवजात शिशु में वापसी के लक्षण जइसन जटिलता के जोखिम बढ़ सकेला। गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल से पहिले हमेशा डॉक्टर से सलाह लीं।
का वेनलाफैक्सिन लेत घरी शराब पीना सुरक्षित बा?
वेनलाफैक्सिन एक दवाई बा। ई के शराब के साथ मिलावे पर गंभीर साइड इफेक्ट्स के संभावना बढ़ सकेला। जब तक रउरा ई दवाई ले रहल बानी, तब तक शराब से पूरी तरह बचे के सबसे अच्छा बा।
का वेनलाफैक्सिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
व्यायाम आ वेनलाफैक्सिन के बीच कवनो विशेष इंटरैक्शन के जानकारी ना मिलल।
का वेनलाफैक्सिन बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग लोगन के वेनलाफैक्सिन के कम खुराक के जरूरत ना होखे बस उनकर उमिर के कारण। हालांकि, अगर उनकरा के उच्च रक्तचाप या जिगर के समस्या बा, आ ऊ सिमेटिडाइन भी ले रहल बा, त डॉक्टर लोगन के अतिरिक्त सावधानी बरते के जरूरत बा काहे कि ई संयोजन अधिक साइड इफेक्ट्स पैदा कर सकेला। बुजुर्ग लोगन के ई दवाई लेत घरी खून में सोडियम के स्तर कम होखे के थोड़ी अधिक संभावना बा। अन्यथा, वेनलाफैक्सिन बुजुर्ग आ जवान लोगन में समान रूप से काम करे आ सुरक्षित बा।
के वेनलाफैक्सिन के लेवे से बचे के चाहीं?
वेनलाफैक्सिन के उच्च रक्तचाप के इतिहास वाला व्यक्ति में सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं, काहे कि ई रक्तचाप बढ़ा सकेला। ई दवाई के प्रति अतिसंवेदनशीलता या मोनोअमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर (MAOIs) के साथ विरोधाभास बा। जेकरा के दौरा, हृदय रोग, या आत्मघाती विचार के इतिहास बा, उनकरा खातिर भी सावधानी जरूरी बा। अचानक बंद करे से वापसी के लक्षण हो सकेला।