टेकोविरीमैट
छूछक
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
NO
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
संकेत आ उद्देश्य
टेकोविरीमैट कैसे काम करेला?
टेकोविरीमैट ऑर्थोपॉक्सवायरस VP37 प्रोटीन के गतिविधि के लक्षित आ अवरोधित करेला, जे वायरस खातिर लिफाफा वाला विषाणु के निर्माण खातिर जरूरी बा। ई प्रोटीन के कोशिकीय घटक के साथ इंटरैक्शन के रोक के, टेकोविरीमैट शरीर में वायरस के फैलाव से रोक देला, एह से संक्रमण के नियंत्रित करे आ रिकवरी में मदद करेला।
का टेकोविरीमैट प्रभावी बा?
छोटा चेचक के इलाज खातिर टेकोविरीमैट के प्रभावशीलता के मानव में परीक्षण नइखे भइल काहे कि नैतिक चिंता बा। ओकरा बदले, ओकर प्रभावशीलता गैर-मानव प्राइमेट आ खरगोश में ऑर्थोपॉक्सवायरस से संक्रमित जानवर अध्ययन पर आधारित बा। एह अध्ययन में टेकोविरीमैट के प्रशासन पर जीवित बचे के दर में महत्वपूर्ण सुधार देखावल गइल बा, जे मानव में छोटा चेचक के इलाज खातिर ओकर उपयोग के समर्थन करेला।
इस्तेमाल के निर्देश
टेकोविरीमैट केतना दिन ले लिहल जाला?
टेकोविरीमैट के सामान्य उपयोग के अवधि 14 दिन के होला। ई जरूरी बा कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा बतावल पूरा इलाज के कोर्स पूरा करीं।
टेकोविरीमैट कैसे लिहल जाला?
टेकोविरीमैट के पूरा भोजन खाए के 30 मिनट के भीतर लिहल जाला जेकरा में मध्यम भा उच्च वसा, लगभग 600 कैलोरी आ 25 ग्राम वसा होखे। ई दवाई के अवशोषण में सुधार करे में मदद करेला। एह निर्देश के पालन करना आ टेकोविरीमैट लेत घरी भोजन ना छोड़ल जरूरी बा ताकि ओकर प्रभावशीलता सुनिश्चित हो सके।
टेकोविरीमैट केतना दिन ले रखल जाला?
टेकोविरीमैट कैप्सूल के कमरा के तापमान पर 68°F से 77°F (20°C से 25°C) के बीच ओकरा मूल कंटेनर में रखल जाला। इंजेक्शन फॉर्म के रेफ्रिजरेटर में 2°C से 8°C (36°F से 46°F) पर रखल जाला आ ओकरा के जमल ना जाए के चाहीं। टेकोविरीमैट के बच्चा के पहुँच से दूर रखल जरूरी बा।
टेकोविरीमैट के सामान्य खुराक का ह?
बड़का लोग आ बच्चा जेकरा वजन कम से कम 40 किलो आ 120 किलो से कम बा, ओह लोग खातिर सामान्य खुराक 600 मिग्रा (3 कैप्सूल) बा जे दिन में दू बेर (हर 12 घंटा पर) 14 दिन ले लिहल जाला। जेकरा वजन 120 किलो आ ओकरा से ऊपर बा, ओह लोग खातिर खुराक 600 मिग्रा (3 कैप्सूल) बा जे दिन में तीन बेर (हर 8 घंटा पर) 14 दिन ले लिहल जाला। बच्चा जेकरा वजन 13 किलो से 40 किलो से कम बा, ओह लोग खातिर खुराक वजन पर निर्भर करेला, जे 200 मिग्रा से 400 मिग्रा हर 12 घंटा पर हो सकेला।
चेतावनी आ सावधानी
का हम टेकोविरीमैट के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?
टेकोविरीमैट रेपाग्लिनाइड, जे टाइप 2 मधुमेह के इलाज खातिर उपयोग कइल जाला, के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जे हाइपोग्लाइसीमिया के कारण बन सकेला। ई CYP3A के कमजोर प्रेरक आ CYP2C8 आ CYP2C19 के कमजोर अवरोधक बा, लेकिन अधिकांश दवाई खातिर ई प्रभाव नैदानिक रूप से महत्वपूर्ण ना होखे के उम्मीद बा। मरीज लोग के कवनो संभावित इंटरैक्शन से बचल जा सके खातिर अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के सब दवाई के बारे में जानकारी देवे के चाहीं।
का टेकोविरीमैट स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
छोटा चेचक से पीड़ित व्यक्ति खातिर नवजात के वेरियोला वायरस के संक्रमण के जोखिम के कारण स्तनपान के सिफारिश ना कइल जाला। मानव दूध में टेकोविरीमैट के मौजूदगी पर कवनो डाटा नइखे, लेकिन ई जानवर के दूध में मिलल बा। व्यक्ति के टेकोविरीमैट के इलाज के दौरान अपना नवजात खातिर सबसे अच्छा भोजन विकल्प पर चर्चा करे खातिर अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करे के चाहीं।
का टेकोविरीमैट गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
गर्भवती व्यक्ति में टेकोविरीमैट के उपयोग पर प्रमुख जन्म दोष, गर्भपात, भा अन्य प्रतिकूल परिणाम के दवा-संबंधित जोखिम के मूल्यांकन खातिर कवनो उपलब्ध डाटा नइखे। जानवर अध्ययन में मानव में अधिक एक्सपोजर पर भ्रूण विकासात्मक विषाक्तता ना देखावल गइल बा। गर्भवती व्यक्ति के संभावित लाभ आ जोखिम के तौल करे खातिर अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करे के चाहीं।
का टेकोविरीमैट बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
टेकोविरीमैट के क्लिनिकल अध्ययन में 65 आ ओकरा से ऊपर के उमिर के पर्याप्त विषय शामिल ना रहलें ताकि एह आयु समूह खातिर सुरक्षा प्रोफाइल के अंतर के निर्धारण हो सके। हालांकि, 65 आ ओकरा से ऊपर के मरीज खातिर कवनो खुराक समायोजन के जरूरत नइखे। बुजुर्ग मरीज लोग के टेकोविरीमैट के उपयोग स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के मार्गदर्शन में करे के चाहीं, जे कवनो प्रतिकूल प्रभाव के निगरानी कर सकेलें।
केकरा टेकोविरीमैट लेवे से बचे के चाहीं?
टेकोविरीमैट इंजेक्शन गंभीर गुर्दा खराबी वाला मरीज में हाइड्रॉक्सीप्रोपाइल-β-साइक्लोडेक्सट्रिन के मौजूदगी के कारण निषिद्ध बा, जे गुर्दा के माध्यम से निकाले जाला। रेपाग्लिनाइड के साथ टेकोविरीमैट के उपयोग में सावधानी बरते के सलाह बा, काहे कि ई हाइपोग्लाइसीमिया के कारण बन सकेला। मरीज लोग के कवनो गुर्दा समस्या भा अन्य दवाई के बारे में अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के जानकारी देवे के चाहीं ताकि संभावित इंटरैक्शन से बचल जा सके।