रिबाविरिन

मानव एडेनोवायरस संक्रमण, अनिवार्य हेपेटाइटिस सी ... show more

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -

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संकेत आ उद्देश्य

कइसे पता चली कि रिबाविरिन काम कर रहल बा?

हेपेटाइटिस सी खातिर, वायरल लोड मापे वाला रक्त परीक्षण रिबाविरिन के प्रभावशीलता के निगरानी खातिर इस्तेमाल कइल जाला। घटत वायरल गिनती इशारा करेला कि इलाज काम कर रहल बा। RSV खातिर, सांस लेवे में सुधार, बुखार में कमी, आ कम सांस के लक्षण इशारा करेला कि दवाई मदद कर रहल बा। प्रगति के ट्रैक करे खातिर डॉक्टर के साथे नियमित फॉलो-अप जरूरी बा।

 

रिबाविरिन कइसे काम करेला?

रिबाविरिन वायरल आरएनए संश्लेषण के बदल के वायरल प्रतिकृति में बाधा डालेला। ई वायरस के बढ़े से रोक देला, जेकरा से इम्यून सिस्टम के संक्रमण से लड़ल आसान हो जाला। जबकि ई सीधे वायरस के ना मारेला, ई उनकर फैलाव के क्षमता के कम करेला, जेकरा से शरीर के संक्रमण के नियंत्रित आ समाप्त करे में मदद मिलेला।

 

का रिबाविरिन प्रभावी बा?

हाँ, रिबाविरिन सही से इस्तेमाल कइला पर प्रभावी होला। अध्ययन देखावत बा कि ई इंटरफेरॉन या डायरेक्ट-एक्टिंग एंटीवायरल के साथे मिल के हेपेटाइटिस सी के इलाज दर में काफी सुधार करेला। RSV खातिर, ई उच्च जोखिम वाले मरीजन में वायरल गतिविधि के कम करेला। हालांकि, ई सब वायरस पर काम ना करेला, आ ओकर प्रभावशीलता सही इस्तेमाल आ दोसरा दवाई के साथे संयोजन पर निर्भर करेला।

 

रिबाविरिन के इस्तेमाल का खातिर होला?

रिबाविरिन मुख्य रूप से क्रोनिक हेपेटाइटिस सी के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला, आमतौर पर दोसरा एंटीवायरल दवाई के साथे। ई शिशु आ इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड मरीजन में गंभीर रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV) संक्रमण के प्रबंधन खातिर भी इस्तेमाल कइल जाला। कुछ मामिला में, ई दोसरा वायरल संक्रमण, जइसे कि कुछ हेमोरेजिक फीवर खातिर भी लिखल जाला।

 

इस्तेमाल के निर्देश

हम रिबाविरिन कति दिन लेई?

रिबाविरिन इलाज के अवधि स्थिति पर निर्भर करेला। हेपेटाइटिस सी खातिर, ई आमतौर पर 24 से 48 हफ्ता ले लिहल जाला। RSV खातिर, इनहेल्ड रूप 3 से 7 दिन ले इस्तेमाल कइल जाला। हमेशा पूरा निर्धारित कोर्स पूरा करीं, भले ही लक्षण पहिले सुधार जाव, ताकि संक्रमण के पूरा इलाज हो सके।

 

हम रिबाविरिन कइसे लेई?

रिबाविरिन आमतौर पर भोजन के साथे लेवे के चाहीं ताकि अवशोषण में सुधार हो सके आ पेट के खराबी कम हो सके। ई पानी के साथे पूरा निगलल जाव आ ना त तोड़ल जाव ना चबावल जाव। अगर RSV खातिर इनहेल्ड रूप के इस्तेमाल कइल जा रहल बा, त ई अस्पताल के सेटिंग में चिकित्सा पर्यवेक्षण के तहत प्रशासित होखे के चाहीं। उच्च वसा वाला भोजन से बचे के चाहीं, काहे कि ई दवाई के अवशोषण के धीमा कर सकेला।

 

रिबाविरिन के काम करे में कति समय लागेला?

रिबाविरिन तुरंत लक्षण राहत ना देला लेकिन समय के साथे वायरस लोड के कम कर के काम करेला। हेपेटाइटिस सी के इलाज में, सुधार कुछ हफ्ता से महीना के भीतर देखल जा सकेला। RSV खातिर, इनहेल्ड रिबाविरिन इलाज के कुछ दिन के भीतर लक्षण कम करे शुरू कर सकेला। पूरा लाभ थेरेपी के अवधि पर निर्भर करेला।

 

हम रिबाविरिन के कइसे स्टोर करीं?

रिबाविरिन टैबलेट के कमरा के तापमान पर, नमी, गर्मी, आ सीधा धूप से दूर स्टोर करीं। दवाई के ओकरा मूल कंटेनर में आ बच्चन के पहुंच से दूर रखीं। अगर इनहेल्ड रूप के इस्तेमाल कइल जा रहल बा, त फार्मासिस्ट या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा दिहल गइल स्टोरेज निर्देश के पालन करीं।

रिबाविरिन के सामान्य खुराक का ह?

रिबाविरिन के सामान्य खुराक इलाज हो रहल स्थिति पर निर्भर करेला। हेपेटाइटिस सी खातिर, बड़ लोग आमतौर पर 800–1200 मिग्रा रोजाना, दू खुराक में लेला। RSV संक्रमण खातिर, ई इनहेल्ड समाधान के रूप में दिहल जाला। बच्चन खातिर खुराक उनकर वजन आ विशेष चिकित्सा जरूरत पर निर्भर करेला। हमेशा सही खुराक खातिर डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं।

 

चेतावनी आ सावधानी

का हम रिबाविरिन के साथे दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

रिबाविरिन कई दवाई, जइसे कि डिडानोसिन (HIV खातिर इस्तेमाल कइल जाला), के साथे इंटरैक्ट करेला, जेकरा से गंभीर विषाक्तता हो सकेला। ई कुछ रक्तचाप दवाई के साथे लेवे पर एनीमिया के बिगाड़ सकेला। रिबाविरिन शुरू करे से पहिले हमेशा अपने डॉक्टर के सब प्रिस्क्रिप्शन आ ओवर-द-काउंटर दवाई के बारे में सूचित करीं।

 

का हम रिबाविरिन के साथे विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?

कुछ सप्लीमेंट, जइसे कि आयरन आ फोलिक एसिड, रिबाविरिन-प्रेरित एनीमिया के प्रबंधन में मदद कर सकेला। हालांकि, कुछ हर्बल सप्लीमेंट, खासकर सेंट जॉन वॉर्ट, एंटीवायरल इलाज में बाधा डाल सकेला। रिबाविरिन पर रहते समय कोई भी सप्लीमेंट लेवे से पहिले हमेशा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं ताकि इंटरैक्शन से बचल जा सके।

 

का रिबाविरिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

रिबाविरिन लेवे के दौरान स्तनपान के सिफारिश ना कइल जाला, काहे कि ई स्तन के दूध में जा सकेला आ बच्चा के नुकसान पहुंचा सकेला। ई दवाई इस्तेमाल करे वाला महिला लोग के या त स्तनपान बंद कर देवे के चाहीं या वैकल्पिक इलाज के चुनल चाहीं। थेरेपी शुरू करे से पहिले डॉक्टर से विकल्प के बारे में चर्चा करीं।

 

का रिबाविरिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

ना, रिबाविरिन गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक खतरनाक बा आ गंभीर जन्म दोष के कारण बन सकेला। महिला लोग के रिबाविरिन लेवे के दौरान आ इलाज बंद कइला के कम से कम छह महीना बाद तक गर्भावस्था से बचे के चाहीं। रिबाविरिन लेवे वाला पुरुषन के भी इलाज के दौरान आ इलाज बंद कइला के छह महीना बाद तक बच्चा के जनम देवे से बचे के चाहीं।

 

का रिबाविरिन लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

रिबाविरिन पर रहते समय शराब पियला के सिफारिश ना कइल जाला, खासकर हेपेटाइटिस सी मरीजन खातिर। शराब जिगर के नुकसान के बढ़ा सकेला आ इलाज के प्रभावशीलता के कम कर सकेला। अगर अपने शराब पियला, त अपने डॉक्टर से जोखिम के बारे में चर्चा करीं। यहां तक कि कभी-कभी पियला से थकान आ मिचली जइसन साइड इफेक्ट बढ़ सकेला।

 

का रिबाविरिन लेवे के दौरान व्यायाम करना सुरक्षित बा?

हल्का से मध्यम व्यायाम रिबाविरिन लेवे के दौरान आमतौर पर सुरक्षित बा, लेकिन कुछ लोग थकान या सांस फूलला के अनुभव कर सकेला। अपने शरीर के सुने आ अगर अपने कमजोर महसूस कर रहल बानी, त जोरदार कसरत से बचे। चलल या योग जइसन हल्का गतिविधि फिटनेस बनाए रखे में मदद कर सकेला बिना साइड इफेक्ट के बिगाड़े। नया व्यायाम रूटीन शुरू करे से पहिले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लीं।

का रिबाविरिन बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीज रिबाविरिन के इस्तेमाल कर सकेलें, लेकिन सावधानी के साथे। चूंकि उम्र के साथे गुर्दा के कार्यक्षमता घट जाला, दवाई के शरीर से बाहर निकले में अधिक समय लाग सकेला, जेकरा से साइड इफेक्ट के जोखिम बढ़ जाला। रिबाविरिन लेवे वाला बुढ़वा लोग खातिर गुर्दा के कार्यक्षमता आ रक्त गिनती के नियमित निगरानी जरूरी बा।

 

केकरा के रिबाविरिन लेवे से बचे के चाहीं?

गर्भवती महिला, गंभीर गुर्दा रोग वाला लोग, आ जेकरा के महत्वपूर्ण एनीमिया बा, ओह लोग के रिबाविरिन ना लेवे के चाहीं। ई कुछ हृदय स्थिति वाला व्यक्ति खातिर भी सिफारिश ना कइल जाला काहे कि एनीमिया के बिगड़ला के जोखिम बा। मनोरोग विकार वाला मरीजन के सावधानी बरते के चाहीं, काहे कि दवाई मूड में बदलाव आ डिप्रेशन के कारण बन सकेला।