रेपाग्लिनाइड

टाइप 2 मधुमेह मेलिटस

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • रेपाग्लिनाइड के इस्तेमाल बड़का लोग में टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन खातिर कइल जाला। ई अग्न्याशय से इंसुलिन के रिलीज के उत्तेजित क के उच्च रक्त शर्करा स्तर के नियंत्रित करे में मदद करेला।

  • रेपाग्लिनाइड भोजन के प्रतिक्रिया में अग्न्याशय के इंसुलिन उत्पादन आ रिलीज करे के उत्तेजित क के काम करेला। ई भोजन के बाद के रक्त शर्करा के बढ़ाव के कम करेला आ कुल मिलाके ग्लूकोज स्तर के नियंत्रित करेला।

  • रेपाग्लिनाइड मौखिक रूप से लिहल जाला, आमतौर पर भोजन से 15 मिनट पहिले। सामान्य शुरूआती खुराक भोजन से पहिले 0.5 से 2 मि.ग्रा. होला, जे रक्त शर्करा स्तर पर निर्भर करेला। खुराक के प्रभावशीलता आ रक्त शर्करा स्तर के आधार पर समायोजित कइल जा सकेला, अधिकतम खुराक 16 मि.ग्रा. रोजाना होला।

  • रेपाग्लिनाइड के आम साइड इफेक्ट्स में हाइपोग्लाइसीमिया (कम रक्त शर्करा), सिरदर्द, पीठ दर्द, या ऊपरी श्वसन समस्या शामिल बा। गंभीर साइड इफेक्ट्स में एलर्जी प्रतिक्रिया के संकेत जइसे दाने या सूजन शामिल बा।

  • टाइप 1 मधुमेह, मधुमेह केटोएसिडोसिस, या गंभीर जिगर समस्या वाला लोग के रेपाग्लिनाइड से बचे के चाहीं। गर्भवती महिलन के भी एकरा से बचे के चाहीं काहे कि गर्भावस्था के दौरान एकर सुरक्षा स्थापित नइखे। ई चक्कर या हाइपोग्लाइसीमिया पैदा कर सकेला, जे ध्यान केंद्रित करे में बाधा डाल सकेला, त एह साइड इफेक्ट्स के अनुभव करे पर ड्राइविंग या भारी मशीनरी चलावे से बचे।

संकेत आ उद्देश्य

कइसे पता चली कि रेपाग्लिनाइड काम कर रहल बा?

रेपाग्लिनाइड के प्रभावशीलता के नियमित रक्त शर्करा निगरानी से मापल जाला। स्थिर या कम भइल उपवास आ भोजन के बाद के रक्त शर्करा इशारा करेला कि दवाई काम कर रहल बा।

रेपाग्लिनाइड कइसे काम करेला?

रेपाग्लिनाइड भोजन के प्रतिक्रिया में अग्न्याशय के इंसुलिन उत्पादन आ रिलीज करे खातिर उत्तेजित क के काम करेला। ई भोजन के बाद के रक्त शर्करा के बढ़त के कम करेला आ कुल मिलाके ग्लूकोज स्तर के नियंत्रित करेला।

का रेपाग्लिनाइड प्रभावी बा?

अध्ययन देखावे ला कि रेपाग्लिनाइड भोजन के बाद के रक्त शर्करा के स्तर के इंसुलिन स्राव बढ़ा के प्रभावी रूप से कम करेला। ई आमतौर पर अन्य मधुमेह दवाइयन के साथे इस्तेमाल होला।

रेपाग्लिनाइड के इस्तेमाल का खातिर होला?

रेपाग्लिनाइड के इस्तेमाल वयस्कन में टाइप 2 मधुमेह के इलाज खातिर होला, जे अग्न्याशय से इंसुलिन के रिलीज के उत्तेजित क के उच्च रक्त शर्करा के स्तर के नियंत्रित करे में मदद करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

हम रेपाग्लिनाइड कब तक लीं?

रेपाग्लिनाइड आमतौर पर रोजाना मधुमेह प्रबंधन योजना के हिस्सा के रूप में दीर्घकालिक रूप से लिहल जाला, हालांकि खुराक समय के साथ बदल सकेला जब रक्त शर्करा नियंत्रण में सुधार या खराबी होखे।

हम रेपाग्लिनाइड कइसे लीं?

रेपाग्लिनाइड मौखिक रूप से लिहल जाला, आमतौर पर भोजन से 15 मिनट पहिले भोजन के बाद के रक्त शर्करा के बढ़त के नियंत्रित करे खातिर। अगर भोजन छोड़ देहला त ई मत लीं आ गोली के कुचलल या तोड़ल से बचे के चाहीं।

रेपाग्लिनाइड के काम करे में कति समय लागेला?

रेपाग्लिनाइड खुराक लेवे के 15 से 30 मिनट के भीतर काम करे लागेला, आ ओकर प्रभाव 4 से 6 घंटा ले रहेला।

हम रेपाग्लिनाइड के कइसे स्टोर करीं?

रेपाग्लिनाइड के कमरा के तापमान पर, नमी आ सीधा धूप से दूर स्टोर करीं। दवाई के बच्चन के पहुंच से दूर राखीं आ समाप्त भइल या बिना इस्तेमाल कइल गोली के सही से फेंक दीं।

रेपाग्लिनाइड के सामान्य खुराक का ह?

सामान्य शुरुआती खुराक भोजन से पहिले 0.5 से 2 मि.ग्रा. होला, जेकरा पर रक्त शर्करा के स्तर आ मरीज के जरूरत पर निर्भर करेला। खुराक के प्रभावशीलता आ रक्त शर्करा के स्तर के आधार पर समायोजित कइल जा सकेला, अधिकतम खुराक 16 मि.ग्रा. रोजाना होला।

चेतावनी आ सावधानी

का हम रेपाग्लिनाइड के साथे अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

रेपाग्लिनाइड अन्य मधुमेह दवाइयन, रक्तचाप दवाइयन, आ एंटिफंगल दवाइयन के साथे इंटरैक्ट कर सकेला। अन्य प्रिस्क्रिप्शन के साथे लेवे पर सलाह खातिर आपन डॉक्टर से सलाह लीं।

का हम रेपाग्लिनाइड के साथे विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?

रेपाग्लिनाइड आमतौर पर विटामिन या सप्लीमेंट के साथे इंटरैक्ट ना करेला। हालांकि, कुछ सप्लीमेंट, जइसे कि बायोटिन या क्रोमियम, रक्त शर्करा के स्तर पर असर डाल सकेला, त इस्तेमाल से पहिले डॉक्टर से सलाह लीं।

का रेपाग्लिनाइड स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

रेपाग्लिनाइड स्तन दूध में पास हो जाला, त ई आमतौर पर स्तनपान के दौरान सिफारिश ना कइल जाला। रक्त शर्करा प्रबंधन खातिर वैकल्पिक उपचार के खोज खातिर आपन डॉक्टर से सलाह लीं।

का रेपाग्लिनाइड गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

गर्भवती महिलन के रेपाग्लिनाइड से बचे के चाहीं, काहे कि गर्भावस्था के दौरान ओकर सुरक्षा स्थापित ना भइल बा। गर्भावस्था के दौरान रक्त शर्करा नियंत्रण खातिर अक्सर इंसुलिन के प्राथमिकता दिहल जाला। मार्गदर्शन खातिर आपन डॉक्टर से सलाह लीं।

का रेपाग्लिनाइड लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

रेपाग्लिनाइड के साथे शराब लेवे पर हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम बढ़ सकेला। सावधानी से पियीं, रक्त शर्करा के करीबी से निगरानी करीं, आ शराब के इस्तेमाल पर आपन डॉक्टर से बात करीं।

का रेपाग्लिनाइड लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?

रेपाग्लिनाइड लेवे के दौरान व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा। हालांकि, शारीरिक गतिविधि रक्त शर्करा के कम कर सकेला, जे हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम बढ़ा सकेला, त व्यायाम से पहिले आ बाद में ग्लूकोज स्तर के निगरानी करीं।

का रेपाग्लिनाइड बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीज रेपाग्लिनाइड के प्रभाव, खासकर हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकेला। सावधानीपूर्वक खुराक समायोजन आ नियमित रक्त शर्करा निगरानी महत्वपूर्ण बा।

केहू के रेपाग्लिनाइड लेवे से बचे के चाहीं?

टाइप 1 मधुमेह, मधुमेह केटोएसिडोसिस, या गंभीर जिगर समस्या वाला लोग के रेपाग्लिनाइड से बचे के चाहीं। ई बिना उचित रक्त शर्करा निगरानी के इस्तेमाल ना कइल जाए।