राबेप्रेजोल
द्वादशांत्र अल्सर, गैस्ट्रोएसोफागियल रिफ्लक्स ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
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राबेप्रेजोल के इस्तेमाल गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD), पेट के अल्सर, आ जॉलिंगर-एलिसन सिंड्रोम के इलाज खातिर कइल जाला, जेकरा से पेट में बेसी एसिड बनेला। ई हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया से होखे वाला इंफेक्शन के इलाज आ इसोफैगाइटिस के ठीक करे में भी इस्तेमाल होला, जे पेट के एसिड से इसोफेगस के नुकसान होला। ई नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) से होखे वाला अल्सर के रोकथाम में भी मदद कर सकेला।
राबेप्रेजोल आपके पेट के कोशिकन में प्रोटोन पंप के ब्लॉक करके काम करेला। ई पंप पेट के एसिड बनावे खातिर जिम्मेदार होला। एकरा के ब्लॉक करके, राबेप्रेजोल आपके पेट में एसिड के मात्रा कम करेला, जेकरा से हार्टबर्न आ अपच जइसन लक्षण में राहत मिल सकेला, आ पाचन तंत्र के ठीक होखे में मदद कर सकेला।
राबेप्रेजोल के सामान्य वयस्क खुराक 20 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर, खाना से पहिले लिहल जाला। GERD या अल्सर जइसन हालात में, इलाज आमतौर पर 4-8 हफ्ता तक जारी राखल जाला, हालात पर निर्भर करेला। राबेप्रेजोल के पूरा लेना चाहीं, ना कि कुचलल या चबावल, आ पूरा गिलास पानी के साथ।
राबेप्रेजोल के आम साइड इफेक्ट्स में सिरदर्द, दस्त, मिचली, आ पेट में दर्द शामिल बा। गंभीर, लेकिन दुर्लभ, साइड इफेक्ट्स में एलर्जिक रिएक्शन, लीवर के समस्या, आ लंबा समय तक इस्तेमाल से हड्डी के फ्रैक्चर के बढ़ल जोखिम शामिल बा। लंबा समय तक इस्तेमाल से विटामिन B12 के कमी आ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन के बढ़ल जोखिम भी हो सकेला।
राबेप्रेजोल के लीवर के बीमारी वाला लोग में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाला। ई लोग खातिर सिफारिश ना कइल जाला जे राबेप्रेजोल या अन्य प्रोटोन पंप इनहिबिटर से एलर्जिक बा। लंबा समय तक इस्तेमाल से हड्डी के फ्रैक्चर, विटामिन B12 के कमी, आ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन के जोखिम बढ़ सकेला। ई लोग में भी बचल जाला जेकरा में मैग्नीशियम के स्तर कम बा या पीपीआई से गंभीर एलर्जिक रिएक्शन के इतिहास बा।
संकेत आ उद्देश्य
रबेप्राजोल के का इस्तेमाल बा?
रबेप्राजोल के आमतौर पर गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD), पेट के अल्सर, आ ज़ोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम (एक स्थिति जेकरा में अत्यधिक पेट के एसिड उत्पादन होखेला) के इलाज खातिर संकेतित कइल जाला। ई हेलिकोबैक्टर पाइलोरी संक्रमण के इलाज खातिर अल्सर के संयोजन चिकित्सा के हिस्सा के रूप में आ एसिड रिफ्लक्स के कारण क्षयकारी इसोफैगिटिस के उपचार के बढ़ावा देवे खातिर भी इस्तेमाल कइल जाला। अतिरिक्त रूप से, ई गैर-स्टेरायडल विरोधी भड़काऊ दवाई (NSAIDs) के कारण अल्सर के रोकथाम में मदद करेला।
रबेप्राजोल कइसे काम करेला?
रबेप्राजोल पेट के लाइनिंग में प्रोटॉन पंप के रोक के काम करेला, जे पेट के एसिड स्राव खातिर जिम्मेदार बा। ई पंप के ब्लॉक क के, रबेप्राजोल पेट में उत्पन्न एसिड के मात्रा के घटा देला। ई एसिड रिफ्लक्स के लक्षण के कम करे में मदद करेला, अल्सर के उपचार के बढ़ावा देला, आ अत्यधिक एसिड के कारण इसोफैगस या पेट के लाइनिंग के नुकसान के रोक देला। ई GERD जइसे स्थिति से जुड़ल जलन आ सूजन के भी घटा देला।
का रबेप्राजोल प्रभावी बा?
क्लिनिकल अध्ययन देखवले बा कि रबेप्राजोल पेट के एसिड उत्पादन के प्रभावी रूप से घटावेला, GERD, अल्सर, आ अन्य एसिड-संबंधित स्थिति के लक्षण से राहत देला। रिसर्च देखवले बा कि ई क्षयकारी इसोफैगिटिस के ठीक करे में मदद करेला, अल्सर के उपचार बढ़ावेला, आ H. pylori उन्मूलन के लिए संयोजन चिकित्सा में प्रभावी बा। एसिड उत्पादन के दबाव आ एसिड रिफ्लक्स आ अल्सर प्रबंधन में रोगी के परिणाम में सुधार करे के क्षमता क्लिनिकल ट्रायल में अच्छी तरह से दस्तावेज कइल गइल बा।
रबेप्राजोल काम कर रहल बा कि ना, ई कइसे पता चली?
रबेप्राजोल के लाभ के मूल्यांकन हार्टबर्न, एसिड रिफ्लक्स, आ पेट दर्द जइसे लक्षण में कमी के निगरानी क के कइल जाला। स्वास्थ्य सेवा प्रदाता इसोफैगिटिस या अल्सर के जांच खातिर एंडोस्कोपिक परीक्षा के माध्यम से उपचार के भी आकलन कर सकेला। अतिरिक्त रूप से, लक्षण के राहत आ समग्र जीवन गुणवत्ता में सुधार ई संकेतक बा कि दवाई एसिड-संबंधित स्थिति के प्रबंधन में प्रभावी रूप से काम कर रहल बा।
इस्तेमाल के निर्देश
रबेप्राजोल के सामान्य खुराक का बा?
रबेप्राजोल सोडियम देरी से रिलीज होखे वाला टैबलेट 12 साल से कम उमिर के बच्चा खातिर उपयुक्त ना बा। ई उमिर समूह खातिर टैबलेट के ताकत बहुत अधिक बा। एकर बदले, छोट बच्चा (1 से 11 साल के उमिर) के वैकल्पिक रबेप्राजोल फॉर्मूलेशन के इस्तेमाल करे के चाहीं जे उनकर विशिष्ट जरूरत खातिर अनुकूलित बा। दवाई लेवे के कारण के आधार पर खुराक आ इलाज के अवधि अलग-अलग हो सकेला। इलाज के सबसे उपयुक्त खुराक आ अवधि खातिर हमेशा स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से सलाह लीं।
रबेप्राजोल के कइसे लेवे के चाहीं?
रबेप्राजोल के खाना से पहिले, आमतौर पर दिन में एक बार, पेट के एसिड के कम करे में ओकर प्रभावशीलता के अधिकतम करे खातिर लेवे के चाहीं। ई खाना के साथ या बिना लेवे जा सकेला, लेकिन खाली पेट पर लेवे के आमतौर पर इष्टतम परिणाम खातिर सिफारिश कइल जाला। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध ना बा, लेकिन इलाज के दौरान मसालेदार या अम्लीय भोजन जइसे भोजन से बचे के सलाह बा। हमेशा अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा प्रदान कइल निर्देश के पालन करीं।
रबेप्राजोल के कइसे लेवे के चाहीं?
- गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD): इलाज आमतौर पर 4 से 8 हफ्ता तक चलेला। अगर 8 हफ्ता के बाद लक्षण जारी रहे, त अतिरिक्त 8 हफ्ता के कोर्स पर विचार कइल जा सकेला।
- क्षयकारी इसोफैगिटिस: आमतौर पर 8 हफ्ता तक के लिए निर्धारित बा, अगर उपचार ना होखे त इलाज के बढ़ावे के संभावना बा।
- डुओडेनल अल्सर: आमतौर पर 4 हफ्ता तक इलाज कइल जाला, अगर जरूरत होखे त अतिरिक्त कोर्स के विकल्प बा।
- रखरखाव चिकित्सा: उपचार के बनाए रखे खातिर, रबेप्राजोल के 12 महीना तक इस्तेमाल कइल जा सकेला। एकर अवधि से परे दीर्घकालिक सुरक्षा स्थापित ना भइल बा।
रबेप्राजोल के काम करे में कति समय लागेला?
रबेप्राजोल आमतौर पर लेवे के 1 से 2 घंटा के भीतर काम करे शुरू कर देला, जवन एसिड-संबंधित लक्षण जइसे हार्टबर्न से राहत देला। हालांकि, GERD या अल्सर जइसे स्थिति के इलाज में पूरा चिकित्सीय प्रभाव प्राप्त करे खातिर कुछ दिन के लगातार इस्तेमाल लाग सकेला। इष्टतम परिणाम खातिर, निर्धारित खुराक आ इलाज के अवधि के पालन करना महत्वपूर्ण बा।
रबेप्राजोल के कइसे स्टोर करीं?
रबेप्राजोल के कमरा के तापमान पर, गर्मी, नमी, आ सीधा धूप से दूर स्टोर करे के चाहीं। दवाई के ओकर मूल कंटेनर में, कस के बंद आ बच्चा लोग से दूर रखीं। एकरा के बाथरूम या नम वातावरण में स्टोर मत करीं, काहे कि नमी टैबलेट के अखंडता पर असर डाल सकेला। इस्तेमाल से पहिले हमेशा समाप्ति तिथि के जांच करीं आ कवनो अप्रयुक्त दवाई के सही से नष्ट करीं।
चेतावनी आ सावधानी
केकरा रबेप्राजोल से बचे के चाहीं?
रबेप्राजोल के जिगर के बीमारी वाला व्यक्ति में सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं, काहे कि ई जिगर के कार्य पर असर डाल सकेला। ई लोग जे रबेप्राजोल या अन्य प्रोटॉन पंप इनहिबिटर से एलर्जी रखेला, उनकरा में ई contraindicated बा। लंबा समय तक इस्तेमाल से हड्डी के फ्रैक्चर, विटामिन B12 के कमी, आ क्लोस्ट्रीडियम डिफिसाइल जइसे जठरांत्र संक्रमण के जोखिम बढ़ सकेला। ई लोग जेकरा में मैग्नीशियम के स्तर कम बा या पीपीआई के प्रति गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के इतिहास बा, उनकरा में भी ई से बचे के चाहीं। ई दवाई के इस्तेमाल करत समय हमेशा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के मार्गदर्शन के पालन करीं।
का रबेप्राजोल के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ लेवे के जा सकेला?
रबेप्राजोल कई प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। ई कुछ दवाई के प्रभावशीलता के घटा सकेला जेकरा खातिर पेट के एसिड के अवशोषण जरूरी बा, जइसे केटोकोनाजोल, इट्राकोनाजोल, आ एटाजानाविर। ई मेथोट्रेक्सेट आ डायजेपाम जइसे दवाई के रक्त स्तर के भी बढ़ा सकेला, जेकरा चलते साइड इफेक्ट हो सकेला। अतिरिक्त रूप से, रबेप्राजोल के वारफारिन के साथ मिलावे से रक्तस्राव के जोखिम बढ़ सकेला। हानिकारक इंटरैक्शन से बचे खातिर हमेशा अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के सभ दवाई के बारे में जानकारी दीं।
का रबेप्राजोल के विटामिन या सप्लीमेंट के साथ लेवे के जा सकेला?
रबेप्राजोल कुछ विटामिन आ खनिज के अवशोषण पर असर डाल सकेला, खासकर विटामिन B12 आ मैग्नीशियम। लंबा समय तक इस्तेमाल से विटामिन B12 के अवशोषण घट सकेला, जवन कमी के ओर ले जा सकेला। ई मैग्नीशियम स्तर के भी घटा सकेला, जवन मांसपेशी के ऐंठन या अनियमित हृदय गति के कारण बन सकेला। विटामिन स्तर के निगरानी करना आ रबेप्राजोल के साथ सप्लीमेंट लेवे पर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के महत्वपूर्ण बा।
का रबेप्राजोल गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित बा?
रबेप्राजोल के गर्भावस्था खातिर श्रेणी C दवा के रूप में वर्गीकृत कइल गइल बा, मतलब कि जबकि पशु अध्ययन में कवनो नुकसान ना देखावल गइल बा, मानव अध्ययन के पुष्टि करे खातिर पर्याप्त अध्ययन ना भइल बा। ई केवल तब इस्तेमाल कइल जाला जब गर्भावस्था के दौरान संभावित लाभ जोखिम से अधिक होखे। गर्भवती महिलाओ के रबेप्राजोल लेवे से पहिले स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के चाहीं ताकि ई सुनिश्चित हो सके कि ई उनकर स्थिति खातिर जरूरी आ सुरक्षित बा।
का रबेप्राजोल के सुरक्षित रूप से स्तनपान करावत घरी लिहल जा सकेला?
रबेप्राजोल मामूली मात्रा में स्तन दूध में निकल जाला, लेकिन स्तनपान करावत शिशु पर ओकर प्रभाव पर सीमित डेटा बा। ई आमतौर पर स्तनपान के दौरान सुरक्षित मानल जाला, खासकर जब मां के लाभ संभावित जोखिम से अधिक होखे। हालांकि, नर्सिंग माताओ के अपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के चाहीं ताकि दवाई उनकर स्थिति के लिए उपयुक्त बा आ शिशु पर कवनो संभावित प्रतिकूल प्रभाव के निगरानी करे।
का रबेप्राजोल बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
- संवेदनशीलता में वृद्धि: बुजुर्ग मरीज लोग जवान वयस्क के तुलना में रबेप्राजोल के प्रभाव के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकेला, जेकरा चलते सावधानीपूर्वक निगरानी जरूरी बा।
- कोई विशिष्ट सीमा ना: वर्तमान अध्ययन में कवनो जेरियाट्रिक-विशिष्ट समस्या के पहचान ना भइल बा जे बुजुर्ग लोग में रबेप्राजोल के उपयोग के सीमित कर सके।
- लंबा समय तक इस्तेमाल के सावधानी: लंबा समय तक इस्तेमाल से कैल्शियम आ मैग्नीशियम स्तर के घटला के कारण हड्डी के कमजोर होखे के जोखिम हो सकेला। सप्लीमेंटेशन जरूरी हो सकेला।
- नियमित निगरानी: प्रभावशीलता आ कवनो संभावित प्रतिकूल प्रभाव के आकलन खातिर नियमित फॉलो-अप जरूरी बा, खासकर उन लोग में जिनके साथ सहवर्ती रोग होखे।
का रबेप्राजोल लेत समय व्यायाम करना सुरक्षित बा?
रबेप्राजोल लेत समय व्यायाम करना आमतौर पर सुरक्षित बा। बस ई सुनिश्चित करीं कि अगर रउआ थकान या पेट में असुविधा महसूस कर रहल बानी त अपने के बहुत अधिक ना धकेलीं। हमेशा हाइड्रेटेड रहलीं आ अपने शरीर के सुनीं। अगर रउआ चक्कर जइसे लक्षण अनुभव कर रहल बानी, त अपने डॉक्टर से सलाह लीं।
का रबेप्राजोल लेत समय शराब पीना सुरक्षित बा?
रबेप्राजोल लेत समय शराब पीना पेट के परेशान कर सकेला आ अल्सर के ठीक करे या एसिड रिफ्लक्स के प्रभावी रूप से इलाज करे में दवाई के क्षमता में हस्तक्षेप कर सकेला। पूरा इलाज के लाभ सुनिश्चित करे खातिर शराब के सेवन सीमित करना सबसे अच्छा बा।