पाइराजिनामाइड

ट्यूबरक्युलोसिस

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

कुछुओ ना / केहू ना

सारांश

  • Pyrazinamide के टीबी, जवन फेफड़ा के बैक्टीरियल संक्रमण ह, के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई दोसरा टीबी दवाई के संगे मिल के इलाज के हिस्सा ह, जेकरा से संक्रमण के साफ कइल जा सके आ दवाई के प्रतिरोध रोकल जा सके।

  • Pyrazinamide ओह बैक्टीरिया के बढ़त के रोक के काम करेला जे टीबी के कारण बनेला, जवन फेफड़ा के बैक्टीरियल संक्रमण ह। ई बैक्टीरिया के ओह प्रोटीन के उत्पादन के क्षमता के निशाना बनावेला जेकरा से उनकर जिंदा रहे खातिर जरूरत होला, आ ई उनकर बढ़त आ गुणा के मुश्किल बना देला।

  • Pyrazinamide के वयस्क खातिर सामान्य शुरूआती खुराक 15 से 30 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम शरीर के वजन होला, जे रोज एक बेर लिहल जाला। अधिकतम सिफारिश कइल खुराक 2 ग्राम प्रति दिन ह। ई खाना के संगे या बिना खइला जा सकेला, आ जरूरत परे त गोली के कुचलल जा सकेला।

  • Pyrazinamide के आम साइड इफेक्ट में मिचली, उल्टी, आ भूख के कमी शामिल बा। ई थकान के कारण बन सकेला, जवन थकान या कमजोरी के भावना ह। ई प्रभाव आमतौर पर हल्का आ अस्थायी होला।

  • Pyrazinamide जिगर के नुकसान कर सकेला, त नियमित जिगर के कार्य परीक्षण जरूरी बा। ई यूरिक एसिड के स्तर बढ़ा सकेला, जे गाउट के कारण बन सकेला, जवन गठिया के एक प्रकार ह। अगर रउआ के गंभीर जिगर के बीमारी बा या एकरा से एलर्जी बा त एकरा से बचे।

संकेत आ उद्देश्य

पाइराजिनामाइड कइसे काम करेला?

पाइराजिनामाइड टीबी बैक्टीरिया के भीतर ओकर सक्रिय रूप में बदल जाला, आ ओकर बढ़त के क्षमता के बाधित करेला। ई अम्लीय वातावरण में सबसे अच्छा काम करेला, जइसे संक्रमित कोशिका के भीतर, जेकरा से ई टीबी इलाज में विशेष रूप से उपयोगी बन जाला।

 

का पाइराजिनामाइड प्रभावी बा?

हँ, पाइराजिनामाइड जब दोसरा टीबी दवाई के साथ इस्तेमाल होला त बहुत प्रभावी होला। अध्ययन देखावे ला कि ई टीबी इलाज के अवधि के घटा देला आ इलाज के दर में सुधार करेला, खासकर गहन इलाज चरण में।

 

पाइराजिनामाइड का ह?

पाइराजिनामाइड एगो तरह के एंटीबायोटिक हवे जे टीबी (ट्यूबरकुलोसिस) के इलाज में इस्तेमाल होला, जे एगो बैक्टीरियल संक्रमण हवे जे तोहार फेफड़ा आ शरीर के दोसरा हिस्सा के प्रभावित कर सकेला। ई बैक्टीरिया के मार के या ओकर बढ़त के रोक के काम करेला जे टीबी के कारण बनेला। पाइराजिनामाइड पेट आ आंत से अवशोषित होला, आ 2 घंटा के भीतर खून में ओकरा के उच्चतम स्तर पर पहुंच जाला। ई तब पूरा शरीर में वितरित हो जाला। ई 500 मिग्रा टैबलेट के रूप में उपलब्ध बा।

इस्तेमाल के निर्देश

हम पाइराजिनामाइड कब तक लीं?

पाइराजिनामाइड आमतौर पर टीबी इलाज के गहन चरण में दोसरा टीबी दवाई के साथ दू महीना ले लिहल जाला। टीबी इलाज के पूरा कोर्स आमतौर पर छह महीना या अधिक ले चलेला, मरीज के प्रतिक्रिया पर निर्भर करेला।

 

हम पाइराजिनामाइड कइसे लीं?

पाइराजिनामाइड के मौखिक रूप से लिहल जाला, आमतौर पर रोजाना एक बेर। ई खाना के साथ या बिना लिहल जा सकेला, लेकिन अगर ई पेट में गड़बड़ी पैदा करेला, त खाना के साथ लेवे से मदद मिल सकेला। शराब से बचे, काहे कि ई जिगर के नुकसान के खतरा बढ़ा देला।

 

पाइराजिनामाइड के काम करे में कतना समय लागेला?

पाइराजिनामाइड कुछ दिन के भीतर काम करे लागेला, लेकिन टीबी के लक्षण में सुधार होखे में हफ्ता से महीना लाग सकेला। मरीज लोग के पूरा इलाज कोर्स पूरा करे के चाहीं, भले ही ऊ लोग बेहतर महसूस करे लागे, ताकि दवाई प्रतिरोधी टीबी के रोका जा सके।

 

हम पाइराजिनामाइड के कइसे स्टोर करीं?

पाइराजिनामाइड के कमरा के तापमान (20-25°C) पर सूखा जगह पर सीधा धूप से दूर स्टोर करीं। ई बच्चा के पहुंच से दूर राखीं।

 

पाइराजिनामाइड के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, सामान्य खुराक 15–30 मिग्रा/किग्रा रोजाना एक बेर होला, अधिकतम 2 ग्राम प्रति दिन। बच्चा लोग में, खुराक 20–40 मिग्रा/किग्रा रोजाना होला। सही खुराक वजन पर निर्भर करेला आ आमतौर पर टीबी इलाज खातिर एगो संयोजन योजना के हिस्सा के रूप में लिखल जाला।

 

चेतावनी आ सावधानी

का हम पाइराजिनामाइड के साथ दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

हँ, लेकिन दवाई के इंटरैक्शन जइसे रिफाम्पिन (जिगर के विषाक्तता के जोखिम बढ़ा देला), एलोप्यूरिनोल (गठिया खातिर इस्तेमाल होला), आ मधुमेह के दवाई के साथ हो सकेला। तोहार डॉक्टर के सब दोसरा दवाई के बारे में जानकारी दीं।

 

का पाइराजिनामाइड स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

हँ, पाइराजिनामाइड स्तनपान करावत घरी सुरक्षित मानल जाला। ई थोड़ी मात्रा में स्तन दूध में पास हो जाला, लेकिन ई बच्चा के नुकसान ना करेला। डॉक्टर लोग इलाज के दौरान माँ आ बच्चा दुनो के करीबी से निगरानी करेला।

 

का पाइराजिनामाइड गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

पाइराजिनामाइड आम तौर पर गर्भावस्था में सुरक्षित मानल जाला, लेकिन ई केवल जरूरी होखे पर इस्तेमाल होखे के चाहीं। कुछ डॉक्टर लोग ई से बचे ला काहे कि सुरक्षा डेटा सीमित बा। गर्भावस्था में टीबी के इलाज जरूरी बा ताकि माँ आ बच्चा दुनो के जोखिम से बचावल जा सके।

 

का पाइराजिनामाइड लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

ना, शराब के पूरी तरह से बचल चाहीं, काहे कि ई जिगर के नुकसान के जोखिम बढ़ा देला। टीबी इलाज के दौरान यहां तक कि कभी-कभी पियला भी हानिकारक हो सकेला।

 

का पाइराजिनामाइड लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?

हँ, लेकिन मध्यम गतिविधि के सिफारिश कइल जाला। टीबी खुद कमजोरी पैदा कर सकेला, त जब तक कि तोहरा बेहतर ना लागे तब तक जोरदार व्यायाम से बचे।

का पाइराजिनामाइड बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

हँ, लेकिन बुजुर्ग मरीज लोग के जिगर के विषाक्तता आ गठिया के अधिक जोखिम होला। सुरक्षा खातिर जिगर के कार्य आ यूरिक एसिड स्तर के नियमित निगरानी जरूरी बा।

 

केकरा के पाइराजिनामाइड लेवे से बचे के चाहीं?

गंभीर जिगर के बीमारी, गठिया, या पाइराजिनामाइड से एलर्जी वाला लोग के ई से बचे के चाहीं। ई गुर्दा के समस्या या मधुमेह वाला लोग में सावधानी से इस्तेमाल होखे के चाहीं, काहे कि ई स्थिति के बिगाड़े के जोखिम बा।