पाइलोकार्पिन
मायड्रियासिस, कोनीय बंद ग्लौकोमा ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
पाइलोकार्पिन मुख्य रूप से सुखल मुँह जइसन हालात के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला, जेकरा के सिर आ गर्दन के कैंसर खातिर विकिरण उपचार के साइड इफेक्ट भा स्जोग्रेन सिंड्रोम के लक्षण के रूप में हो सकेला। ई ग्लूकोमा के इलाज में भी इस्तेमाल होला।
पाइलोकार्पिन शरीर के प्राकृतिक संकेत के नकल करके लार, पसीना, आ आँसू जइसन तरल पदार्थ के उत्पादन के उत्तेजित करेला। ई आँख पर भी असर डालेला, पुतली के छोटा करेला आ फोकस में सुधार करेला। दवाई के असर सेवन के लगभग एक घंटा बाद सबसे प्रभावी होला, आ कुछ घंटा ले असर रहेला।
सिर आ गर्दन के कैंसर के कारण सुखल मुँह खातिर, बड़ लोग आमतौर पर 15 से 30 मिलीग्राम रोज लेला, एक बार में 10 मिलीग्राम से अधिक ना। स्जोग्रेन सिंड्रोम खातिर, बड़ लोग 5 मिलीग्राम दिन में चार बार लेला। पाइलोकार्पिन मौखिक रूप से, आँख के ड्रॉप के रूप में, भा नेत्र जेल के रूप में लिहल जा सकेला।
पाइलोकार्पिन के आम साइड इफेक्ट में पसीना आइल, बीमार महसूस होखल, नाक बहल, दस्त, ठंडक, लाली, बार-बार पेशाब आ चक्कर आइल शामिल बा। अधिक गंभीर साइड इफेक्ट में दिल के समस्या, धुंधला दृष्टि, आ साँस लेवे में कठिनाई शामिल हो सकेला।
पाइलोकार्पिन दिल के समस्या पैदा कर सकेला, खासकर ओह लोग खातिर जेकरा पहिले से दिल के समस्या बा। ई तोहार दृष्टि धुंधला कर सकेला आ अस्थमा भा फेफड़ा के बीमारी वाला लोग में साँस लेवे के समस्या बढ़ा सकेला। ई गर्भवती महिला, बच्चा, भा गंभीर जिगर के समस्या वाला लोग खातिर कइसे सुरक्षित बा, ई ना पता बा। हमेशा आपन डॉक्टर के आपन सभ दवाई के बारे में जानकारी दीं, खासकर अगर रउआ बीटाब्लॉकर भा समान दवाई लेतानी।
संकेत आ उद्देश्य
पाइलोकार्पिन कइसे काम करेला?
पाइलोकार्पिन हाइड्रोक्लोराइड एगो दवाई ह जे शरीर के प्राकृतिक संकेत के नकल करेला जइसन कि पसीना, लार, आ आँसू बनावे खातिर। ई आंख पर भी असर डाले ला, पुतली के छोटा करेला आ दृष्टि के बेहतर फोकस करेला। ई पेट के गतिविधि बढ़ा सकेला, आ ओकर असर दिल पर अनिश्चित हो सकेला। मुँह से लेवे पर, ई तोहार मुँह के पानी लावे ला, सबसे जादे एक घंटा बाद, आ ई असर कुछ घंटा तक रहेला। अध्ययन देखावे ला कि ई सूखा मुँह के समस्या से पीड़ित लोग के लार उत्पादन में मदद करेला। दवाई के सक्रिय भाग के अलावा कई अउरी सामग्री से बनावल जाला।
का पाइलोकार्पिन प्रभावी बा?
हाँ, पाइलोकार्पिन ग्लूकोमा, सूखा मुँह, या स्जोग्रेन के सिंड्रोम जइसन स्थिति खातिर निर्धारित रूप से इस्तेमाल कइल जाए पर प्रभावी बा। ओकर प्रभावशीलता सही इस्तेमाल आ निर्धारित उपचार योजना के पालन पर निर्भर करेला।
इस्तेमाल के निर्देश
हम पाइलोकार्पिन कब तक लीं?
पाइलोकार्पिन एगो दवाई ह। जे लोग सिर आ गर्दन के कैंसर से पीड़ित बा आ ई ले रहल बा, डॉक्टर लोग के देखे के जरूरत बा कि ई कम से कम 3 महीना तक मदद कर रहल बा कि ना। बाकिर जे लोग स्जोग्रेन के सिंड्रोम से पीड़ित बा, ओह लोग के बस 6 हफ्ता तक लेवे के जरूरत बा देखे खातिर कि ई काम कर रहल बा कि ना।
हम पाइलोकार्पिन कइसे लीं?
आंख के ड्रॉप्स:
- हाथ धोईं। सिर पीछे झुकाईं, निचला पलक खींचीं, आ निर्धारित ड्रॉप्स लगाईं। आंख बंद करीं 1–2 मिनट खातिर। ड्रॉपर के आंख से छुए से बचीं।
मौखिक टैबलेट्स:
- जइसन निर्धारित बा, भोजन के साथ या बिना ले लीं। खूब पानी पीं।
नेत्र जेल:
- रात में सोवे से पहिले निचला पलक पर थोड़ा मात्रा लगाईं। इस्तेमाल से पहिले आ बाद में हाथ धोईं।
हमेशा तोहार डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं आ दवाई के सही से स्टोर करीं।
पाइलोकार्पिन के काम करे में कतना समय लागेला?
पाइलोकार्पिन लार उत्पादन बढ़ावे में मदद करेला। ई लेवे के 20 मिनट के भीतर तोहरा फर्क महसूस होई, आ एक घंटा बाद सबसे बड़ असर होई। ई असर 3-5 घंटा बाद खत्म हो जाला। सूखा मुँह से सच में सुधार देखे खातिर, तोहरा के ई नियमित रूप से कई हफ्ता तक लेवे के जरूरत बा।
हम पाइलोकार्पिन के कइसे स्टोर करीं?
दवाई के ठंडा जगह पर राखीं, 68 से 77 डिग्री फारेनहाइट के बीच। एकरा के कस के बंद, अंधेरा कंटेनर में राखीं। ई सुनिश्चित करीं कि बच्चा एकरा तक ना पहुँच सके।
पाइलोकार्पिन के सामान्य खुराक का ह?
पाइलोकार्पिन एगो दवाई ह। सिर आ गर्दन के कैंसर खातिर, बड़ लोग आमतौर पर 15 से 30 मिलीग्राम (mg) रोज लेला, बाकिर एक बार में 10 mg से जादे ना। स्जोग्रेन के सिंड्रोम खातिर, बड़ लोग 5 mg चार बेर रोज लेला। तोहार डॉक्टर तोहरा खातिर सही मात्रा तय करी, दवाई पर तोहार प्रतिक्रिया आ तोहार महसूस के आधार पर। ई ना मालूम बा कि ई बच्चन खातिर सुरक्षित बा या ना।
चेतावनी आ सावधानी
का हम पाइलोकार्पिन के साथ अउरी प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
पाइलोकार्पिन एगो दवाई ह जे तोहार दिल के रिदम पर असर डाले ला। ई बीटा-ब्लॉकर्स (दिल के अउरी प्रकार के दवाई) के साथ लेवे पर कभी-कभी तोहार दिल के इलेक्ट्रिकल सिग्नल में समस्या पैदा कर सकेला। ई अउरी दवाई जे समान काम करेला, ओकरा के साथ लेवे पर असर बहुत जादे हो सकेला। बाकिर, ई ओह दवाई के असर के रद्द कर सकेला जे उल्टा काम करेला।
का पाइलोकार्पिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
ई ना मालूम बा कि पाइलोकार्पिन दवाई स्तन दूध में पास होला कि ना। काहे कि बहुत दवाई *करेला* पास हो जाला स्तन दूध में, आ पाइलोकार्पिन बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला, एगो माँ जे ई ले रहल बा ओकरा के दवाई बंद करे या स्तनपान बंद करे के बीच में चुनल जरूरी बा। ई चुनाव माँ के स्वास्थ्य खातिर दवाई के महत्व पर निर्भर करेला।
का पाइलोकार्पिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
पाइलोकार्पिन एगो दवाई ह जे गर्भावस्था के दौरान जोखिम भरा बा। चूहा पर कइल गइल परीक्षण में देखावल गइल कि दवाई के उच्च खुराक पर बच्चन में कम जन्म वजन आ हड्डी के समस्या हो सकेला। यहाँ तक कि कम खुराक पर भी समस्या हो सकेला। काहे कि गर्भवती महिलन पर पर्याप्त परीक्षण ना भइल बा, डॉक्टर लोग एकरा के तबे इस्तेमाल करेला जब माँ के फायदा बच्चा के कवनो जोखिम से बहुत जादे होखे।
का पाइलोकार्पिन लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?
शराब साइड इफेक्ट्स जइसन कि चक्कर आना या उनींदापन के खराब कर सकेला। ई सबसे बढ़िया बा कि शराब से बचे या सीमित करीं।
का पाइलोकार्पिन लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?
व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा, बाकिर अत्यधिक पसीना या निर्जलीकरण हो सकेला। हाइड्रेटेड रहीं।
का पाइलोकार्पिन बड़ लोग खातिर सुरक्षित बा?
पाइलोकार्पिन एगो दवाई ह। ई बड़ आ जवान लोग में समान रूप से काम करेला, बाकिर बड़ लोग में साइड इफेक्ट्स जइसन कि बार-बार पेशाब के जरूरत, दस्त, आ चक्कर आना के संभावना जादे बा। ई साइड इफेक्ट्स स्जोग्रेन के सिंड्रोम से पीड़ित बड़ लोग में अउरी आम बा। अगर तोहरा गंभीर दिल या जिगर के समस्या बा, तोहार डॉक्टर तोहरा के कम खुराक पर शुरू करी आ सावधानी से निगरानी कर सकेला। अगर तोहरा बहुत गंभीर जिगर के समस्या बा, त तोहरा के ई ना लेवे के चाहीं।
के पाइलोकार्पिन लेवे से बचे के चाहीं?
पाइलोकार्पिन कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स के कारण बन सकेला। ई दिल के समस्या पैदा कर सकेला, खासकर अगर तोहरा पहिले से दिल के समस्या बा। तोहार दृष्टि धुंधला हो सकेला, खासकर रात में, आ अगर तोहरा अस्थमा या फेफड़ा के बीमारी बा त सांस लेवे में समस्या बढ़ सकेला। ई गर्भवती महिलन, बच्चन, या गंभीर जिगर के समस्या से पीड़ित लोग खातिर कइसे सुरक्षित बा, ई ना मालूम बा। आम साइड इफेक्ट्स में सिरदर्द, धुंधला दृष्टि, पसीना, सांस लेवे में दिक्कत, पेट के समस्या, आ दिल के समस्या शामिल बा। ई जरूरी बा कि तोहार डॉक्टर के तोहार सब दवाई के बारे में जानकारी होखे, खासकर अगर तोहरा बीटा-ब्लॉकर्स या समान दवाई ले रहल बा। बहुत पसीना आना भी एगो आम साइड इफेक्ट बा।