पाल्बोसिक्लिब
छाती के गांठ
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
पाल्बोसिक्लिब मुख्य रूप से हार्मोन रिसेप्टर-पॉजिटिव स्तन कैंसर के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई अक्सर अउरी दवाइयन जइसे एरोमाटेज इनहिबिटर या लेट्रोजोल के साथे इस्तेमाल होला, खासकर के रजोनिवृत्त महिलन खातिर। ई उन्नत स्तन कैंसर के प्रारंभिक इलाज खातिर या पुनरावृत्ति के मामिला में भी इस्तेमाल कइल जा सकेला।
पाल्बोसिक्लिब कुछ खास एंजाइम जइसे साइक्लिन-निर्भर किनेज 4 आ 6 (CDK4/6) के निशाना बनाके काम करेला। ई एंजाइम कैंसर कोशिकन के सेल साइकिल आ विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभावेला। ई किनेज के रोक के, पाल्बोसिक्लिब कैंसर कोशिकन के साइकिल के बाधित करेला, जेसे कैंसर कोशिकन के विकास धीमा हो जाला या रुक जाला।
पाल्बोसिक्लिब आमतौर पर मौखिक रूप से, रोजाना एक बेर लिहल जाला। सामान्य वयस्क खुराक 125 मि.ग्रा. होला, जे 21 दिन खातिर लिहल जाला, आ 7 दिन के ब्रेक के बाद। ई 28 दिन के चक्र तब तक दोहरावल जाला जब तक दवाई प्रभावी बा आ साइड इफेक्ट्स प्रबंधनीय बा। खुराक व्यक्तिगत जरूरत आ साइड इफेक्ट्स के आधार पर समायोजित कइल जा सकेला।
पाल्बोसिक्लिब के आम साइड इफेक्ट्स में कम रक्त कोशिका गिनती, मतली, दस्त, थकान, आ मुँह के छाले शामिल बा। अधिक गंभीर साइड इफेक्ट्स में फेफड़ा के समस्या आ जिगर के समस्या शामिल हो सकेला। इलाज के दौरान रक्त गिनती के निगरानी खातिर नियमित रक्त परीक्षण के जरूरत होला।
पाल्बोसिक्लिब के गंभीर जिगर रोग या दवाई से ज्ञात एलर्जी वाले व्यक्तियन द्वारा इस्तेमाल ना कइल जाई। ई उ लोग खातिर भी सिफारिश ना कइल जाला जिनकर सफेद रक्त कोशिका गिनती कम बा या कुछ दिल के स्थिति बा। अगर रउआ गर्भवती बानी, गर्भवती होखे के योजना बनावत बानी, या स्तनपान करावत बानी, त रउआ के डॉक्टर से वैकल्पिक इलाज पर चर्चा करे के चाहीं काहे कि पाल्बोसिक्लिब गर्भ में नुकसान पहुँचा सकेला या स्तन के दूध में जा सकेला।
संकेत आ उद्देश्य
पाल्बोसिक्लिब कइसे काम करेला?
पाल्बोसिक्लिब साइक्लिन-निर्भर किनेज 4 आ 6 (CDK4/6) के रोक के काम करेला, जवन कोशिका चक्र के नियंत्रित करेला आ कैंसर कोशिका के विभाजन के बढ़ावा देला। एह किनेज के रोक के, पाल्बोसिक्लिब कैंसर कोशिका चक्र के बाधित करेला, एह से कैंसर कोशिका के बढ़त के धीमा या रोक देला। ई लक्षित दृष्टिकोण शरीर में कैंसर कोशिका के प्रसार के सीमित करे में मदद करेला।
का पाल्बोसिक्लिब प्रभावी बा?
क्लिनिकल परीक्षण देखवले बा कि पाल्बोसिक्लिब कैंसर के प्रगति के देरी में हार्मोन रिसेप्टर-पॉजिटिव स्तन कैंसर में जब अन्य इलाज के साथ इस्तेमाल कइल जाला, त बहुत प्रभावी बा। अध्ययन देखवले बा कि ई कैंसर के बढ़े या फइलावे से पहिले के समय के बढ़ावे में मदद करेला, मानक इलाज अकेले के तुलना में जीवित रहने के दर में सुधार करेला।
इस्तेमाल के निर्देश
हम पाल्बोसिक्लिब कब तक लीं?
पाल्बोसिक्लिब के इलाज के अवधि मरीज के प्रतिक्रिया पर निर्भर करेला। आमतौर पर, ई चक्र में लिहल जाला: 3 हफ्ता चालू आ 1 हफ्ता बंद। इलाज तब तक जारी रहेला जब तक दवाई प्रभावी बा आ साइड इफेक्ट प्रबंधनीय बा। तोहार डॉक्टर ट्यूमर के प्रगति आ साइड इफेक्ट के आधार पर इलाज के अवधि के समायोजन कर सकेला।
हम पाल्बोसिक्लिब कइसे लीं?
पाल्बोसिक्लिब के रोजाना एक बेर खाना के साथ या बिना खाना के लिहल चाहीं। ई गोली के रूप में आवेला, जवन पूरा निगलल चाहीं एक गिलास पानी के साथ। गोली के कुचलल, चबावल, या तोड़ल मत जाव। अगर खुराक छूट जाला, त जइसे याद आवे तइसे ले लीं जब तक कि अगिला खुराक के समय ना होखे।
पाल्बोसिक्लिब के काम करे में कतना समय लागेला?
पाल्बोसिक्लिब के महत्वपूर्ण प्रभाव देखावे में कई हफ्ता से महीना लाग सकेला, काहे कि ई कैंसर कोशिका के बढ़त के धीमा करके काम करेला। हालांकि, प्रभावशीलता के सटीक समय व्यक्ति के ट्यूमर के प्रकार आ प्रतिक्रिया पर निर्भर करेला। नियमित स्कैन आ चेक-अप तोहार डॉक्टर के एह के प्रभावशीलता के आकलन करे में मदद करेला।
हम पाल्बोसिक्लिब के कइसे स्टोर करीं?
पाल्बोसिक्लिब के कमरा के तापमान पर स्टोर करीं (बीच 20°C से 25°C, 68°F से 77°F)। एकरा के सूखा जगह पर रखीं, रोशनी आ नमी से दूर। ई बच्चन के पहुंच से बाहर होखे के चाहीं। दवाई के बाथरूम या रसोई के सिंक के पास ना रखीं, आ समाप्त दवाई के सही से नष्ट करीं।
पाल्बोसिक्लिब के सामान्य खुराक का ह?
पाल्बोसिक्लिब के सामान्य वयस्क खुराक 125 मि.ग्रा. ह जवन 21 दिन खातिर रोजाना एक बेर लिहल जाला, ओकरा बाद 7 दिन के ब्रेक, एगो 28 दिन के चक्र में। जवन मरीजन के हल्का जिगर के समस्या बा, ओह लोग खातिर खुराक 100 मि.ग्रा. तक घटावल जा सकेला। तोहार स्वास्थ्य सेवा प्रदाता तोहार व्यक्तिगत जरूरत आ साइड इफेक्ट के आधार पर खुराक के समायोजन कर सकेला।
चेतावनी आ सावधानी
का हम पाल्बोसिक्लिब के साथ अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
पाल्बोसिक्लिब ओह दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला जवन जिगर पर असर डाले ला या कुछ जिगर के एंजाइम (जइसे साइटोक्रोम P450 3A4) द्वारा मेटाबोलाइज्ड होला। तोहार स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के सब दवाई के बारे में जानकारी दीं, जवन आप ले रहल बानी, जइसे एंटिफंगल, एंटीबायोटिक्स, या एंटीकनवल्सेंट्स, ताकि हानिकारक इंटरैक्शन से बचल जा सके आ पाल्बोसिक्लिब प्रभावी रूप से काम कर सके।
का पाल्बोसिक्लिब के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
पाल्बोसिक्लिब के स्तनपान के दौरान इस्तेमाल ना कइल जाव काहे कि ई पता ना बा कि दवाई दूध में पास होला कि ना। चूंकि नर्सिंग शिशु के नुकसान के संभावना बा, एह से पाल्बोसिक्लिब पर रहते घरी स्तनपान बंद कर देवे के चाहीं। वैकल्पिक इलाज या स्तनपान के अस्थायी रोक के सलाह खातिर आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करीं।
का पाल्बोसिक्लिब गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
पाल्बोसिक्लिब के गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल ना कइल जाव, काहे कि ई भ्रूण के नुकसान पहुंचा सकेला। ई श्रेणी D दवाई के रूप में वर्गीकृत बा, मतलब कि ई मानव अध्ययन में संभावित जोखिम देखवले बा। अगर आप गर्भवती बानी या गर्भवती होखे के योजना बना रहल बानी, त पाल्बोसिक्लिब शुरू करे से पहिले आपन डॉक्टर से वैकल्पिक इलाज के बारे में चर्चा करीं।
का पाल्बोसिक्लिब लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?
पाल्बोसिक्लिब लेवे के दौरान शराब से बचे के सलाह दिहल जाला। शराब जिगर के विषाक्तता के जोखिम बढ़ा सकेला आ साइड इफेक्ट जइसे उल्टी या थकान के खराब कर सकेला। अगर आप कभी-कभी शराब पियला, त आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करीं ताकि कवनो संभावित जोखिम के आकलन कइल जा सके आ व्यक्तिगत सिफारिश मिल सके।
का पाल्बोसिक्लिब लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?
पाल्बोसिक्लिब पर रहते घरी व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा, हालांकि ई जरूरी बा कि तोहार शरीर के सुने। अगर तोहरा के थकान, चक्कर, या अन्य साइड इफेक्ट होखे, त आपन व्यायाम दिनचर्या के समायोजित करीं ताकि तीव्रता या आवृत्ति कम हो सके। तोहार इलाज आ समग्र स्वास्थ्य के अनुरूप सुरक्षित व्यायाम विकल्प खातिर आपन डॉक्टर से बात करीं।
का पाल्बोसिक्लिब बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?
पाल्बोसिक्लिब आमतौर पर बुजुर्ग मरीजन खातिर सुरक्षित बा लेकिन नजदीकी निगरानी के जरूरत होला, खासकर रक्त कोशिका गिनती के, काहे कि बूढ़ लोग साइड इफेक्ट जइसे न्यूट्रोपेनिया के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकेला। व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर खुराक के समायोजन जरूरी हो सकेला। पुरनका उमिर में व्यक्तिगत मार्गदर्शन खातिर आपन डॉक्टर से चर्चा करीं।
केकरा के पाल्बोसिक्लिब लेवे से बचे के चाहीं?
पाल्बोसिक्लिब के गंभीर जिगर के बीमारी वाला लोग के बचे के चाहीं, काहे कि ई जिगर के कार्य के खराब कर सकेला। ई ओह लोग खातिर भी सिफारिश ना कइल जाला जवन दवाई से ज्ञात एलर्जी रखेला। अगर तोहरा के कम सफेद रक्त कोशिका गिनती या कुछ हृदय स्थिति बा, त सुरक्षित विकल्प या समायोजित खुराक खातिर आपन डॉक्टर से परामर्श करीं।