ओफ्लोक्सासिन

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दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

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ज्ञात टेराटोजेन

NO

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

सारांश

  • Ofloxacin के बैक्टीरियल संक्रमण के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला, जवना में सांस, मूत्र मार्ग, आ त्वचा के संक्रमण शामिल बा। ई वायरल संक्रमण, जवन वायरस जइसन आम सर्दी से होखेला, पर असरदार ना होला।

  • Ofloxacin बैक्टीरिया के मार के या उनकर बढ़त रोक के काम करेला। ई बैक्टीरियल डीएनए प्रतिकृति के रोक के, जवन प्रक्रिया बा जवना से बैक्टीरिया आपन जेनेटिक सामग्री के कॉपी बना के बढ़ेला।

  • बड़ लोग खातिर सामान्य शुरूआती खुराक 200 से 400 मि.ग्रा. होला, जवन एक बार या दू बार रोजाना लिहल जाला। अधिकतम सिफारिश कइल खुराक 800 मि.ग्रा. प्रति दिन बा। ई खाना के साथ या बिना लिहल जा सकेला, आ टैबलेट के पूरा निगलल चाहीं।

  • आम साइड इफेक्ट्स में मिचली, दस्त, आ चक्कर शामिल बा। ई अनचाहा प्रतिक्रिया बा जवन कुछ लोग दवाई लेत समय अनुभव कर सकेला।

  • Ofloxacin टेंडन के नुकसान कर सकेला, जवना में टेंडनाइटिस आ टेंडन टूटल शामिल बा। ई फ्लूरोक्विनोलोन से संबंधित टेंडन विकार के इतिहास वाला लोग में निषिद्ध बा, जवन एंटीबायोटिक्स के एक वर्ग बा।

संकेत आ उद्देश्य

ओफ्लोक्सासिन कइसे काम करेला?

ओफ्लोक्सासिन बैक्टीरियल एंजाइम, विशेष रूप से डीएनए गाइरेज आ टोपोइसोमेरेज IV के रोक के काम करेला, जे डीएनए प्रतिकृति, प्रतिलेखन, मरम्मत, आ पुनर्संयोजन खातिर जरूरी बा। ई क्रिया प्रभावी रूप से बैक्टीरिया के बढ़त के रोक देला आ संक्रमण के कारण बन रहल बैक्टीरिया के मार देला।

का ओफ्लोक्सासिन प्रभावी बा?

ओफ्लोक्सासिन एगो फ्लूरोक्विनोलोन एंटीबायोटिक बा जे व्यापक रेंज के ग्राम-नेगेटिव आ ग्राम-पॉजिटिव बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी बा। ई डीएनए प्रतिकृति खातिर जरूरी बैक्टीरियल एंजाइम के रोक के काम करेला। क्लिनिकल अध्ययन में निमोनिया, त्वचा के संक्रमण, आ मूत्र मार्ग के संक्रमण जइसन संक्रमण के इलाज में ओकर प्रभावशीलता देखावल गइल बा।

ओफ्लोक्सासिन का ह?

ओफ्लोक्सासिन एगो एंटीबायोटिक ह जे निमोनिया, त्वचा के संक्रमण, आ मूत्र मार्ग के संक्रमण जइसन बेमारी के इलाज में इस्तेमाल होला। ई फ्लूरोक्विनोलोन वर्ग में आवेला आ ई बैक्टीरिया के मार के संक्रमण के इलाज करेला। ई डीएनए प्रतिकृति के लिए जरूरी बैक्टीरियल एंजाइम के रोक के बैक्टीरिया के बढ़त के रोक देला।

इस्तेमाल के निर्देश

हम ओफ्लोक्सासिन कब तक लीं?

ओफ्लोक्सासिन के इस्तेमाल के सामान्य अवधि संक्रमण के प्रकार आ गंभीरता पर निर्भर करेला। ई आमतौर पर 3 दिन से 6 हफ्ता तक लिहल जाला। तोहार डॉक्टर तोहार विशेष स्थिति के आधार पर इलाज के सही अवधि निर्धारित करी।

हम ओफ्लोक्सासिन कइसे लीं?

ओफ्लोक्सासिन खाना के साथ या बिना लिहल जा सकेला, आमतौर पर दिन में दू बेर। ई हर दिन एके समय पर, 12 घंटा के अंतर पर लिहल चाहीं। उचित अवशोषण सुनिश्चित करे खातिर ई एंटासिड, सुक्राल्फेट, या कैल्शियम, मैग्नीशियम, एल्युमिनियम, लोहा, या जिंक वाला सप्लीमेंट के 2 घंटा के भीतर ना लिहल चाहीं।

ओफ्लोक्सासिन के काम करे में कतना समय लागेला?

ओफ्लोक्सासिन से इलाज के पहिला कुछ दिन में तोहरा के बेहतर महसूस होखे के चाहीं। अगर तोहार लक्षण में सुधार ना होखे या खराब होखे, त आगे के मूल्यांकन खातिर आपन डॉक्टर से संपर्क करीं।

हम ओफ्लोक्सासिन के कइसे स्टोर करीं?

ओफ्लोक्सासिन के ओकर मूल कंटेनर में, कस के बंद, कमरा के तापमान पर अतिरिक्त गर्मी आ नमी से दूर स्टोर करीं। ई बच्चा के पहुंच से दूर राखीं। ई बाथरूम में स्टोर मत करीं। अनावश्यक दवाई के वापस लेवे के कार्यक्रम के माध्यम से निपटान करीं।

ओफ्लोक्सासिन के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, ओफ्लोक्सासिन के सामान्य खुराक 200 मिग्रा से 400 मिग्रा ह जेकरा के हर 12 घंटा पर मौखिक रूप से लिहल जाला। बच्चा खातिर खुराक निर्धारित नइखे कइल गइल काहे कि ओफ्लोक्सासिन 18 साल से कम उमिर के लोग खातिर सिफारिश नइखे कइल गइल हड्डी आ जोड़ के विकास पर संभावित साइड इफेक्ट के चलते।

चेतावनी आ सावधानी

का हम ओफ्लोक्सासिन के साथ अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

ओफ्लोक्सासिन एंटासिड, सुक्राल्फेट, आ लोहा या जिंक वाला मल्टीविटामिन के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जेकरा से ओकर अवशोषण कम हो सकेला। ई गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं के साथ भी इंटरैक्ट कर सकेला, जे सीएनएस उत्तेजना के जोखिम बढ़ा सकेला। मरीज के कवनो संभावित इंटरैक्शन से बचे खातिर आपन डॉक्टर के सब दवाई के बारे में जानकारी देवे के चाहीं।

का स्तनपान करावत घरी ओफ्लोक्सासिन सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

ओफ्लोक्सासिन स्तन दूध में पास हो जाला आ नर्सिंग शिशु में गंभीर प्रतिकूल प्रतिक्रिया पैदा कर सकेला। ई सिफारिश कइल जाला कि या त स्तनपान बंद कइल जाव या दवाई, दवाई के महत्व के ध्यान में रखत।

का गर्भावस्था के दौरान ओफ्लोक्सासिन सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

ओफ्लोक्सासिन गर्भावस्था के दौरान सिफारिश नइखे कइल गइल काहे कि ई भ्रूण के संभावित नुकसान पहुंचा सकेला, काहे कि पशु अध्ययन में अपरिपक्व जानवर में जोड़ के उपास्थि के नुकसान देखावल गइल बा। सीमित मानव डेटा बा, त ई केवल तब इस्तेमाल कइल जाव जब संभावित लाभ भ्रूण के जोखिम के न्यायोचित ठहरावे।

का ओफ्लोक्सासिन लेत घरी व्यायाम सुरक्षित बा?

ओफ्लोक्सासिन टेंडिनाइटिस या टेंडन टूटना के संभावित कारण से व्यायाम के क्षमता के सीमित कर सकेला, विशेष रूप से अकिलिस टेंडन में। अगर तोहरा के कवनो टेंडन में दर्द, सूजन, या सूजन होखे, त व्यायाम बंद करीं आ तुरत आपन डॉक्टर से संपर्क करीं।

का ओफ्लोक्सासिन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीज ओफ्लोक्सासिन लेवे पर गंभीर टेंडन विकार, टेंडन टूटना सहित, के बढ़ल जोखिम में बा। ई जोखिम कॉर्टिकोस्टेरॉइड पर रहे वाला लोग खातिर अधिक बा। गुर्दा के कार्य में कमी वाला बुजुर्ग मरीज खातिर खुराक समायोजन जरूरी हो सकेला। बुजुर्ग मरीज के ई जोखिम के बारे में जानकारी दिहल जाव आ लक्षण होखे पर आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करे के सलाह दिहल जाव।

केकरा के ओफ्लोक्सासिन लेवे से बचे के चाहीं?

ओफ्लोक्सासिन खातिर महत्वपूर्ण चेतावनी में टेंडिनाइटिस आ टेंडन टूटना, परिधीय न्यूरोपैथी, आ केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के प्रभाव के जोखिम शामिल बा। ई क्विनोलोन के प्रति अतिसंवेदनशीलता, मिर्गी, या टेंडन विकार के इतिहास वाला मरीज में निषिद्ध बा। मरीज के अत्यधिक धूप के संपर्क से बचे के चाहीं आ कवनो दिल, गुर्दा, या जिगर के समस्या के इतिहास के बारे में आपन डॉक्टर के जानकारी देवे के चाहीं।