नाडोलोल
हाइपरटेंशन, अंजाइना पेक्टोरिस ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
नाडोलोल मुख्य रूप से उच्च रक्तचाप के इलाज आ छाती के दर्द, जेकरा के एंजाइना कहल जाला, के रोकथाम खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई माइग्रेन सिरदर्द के रोकथाम आ कुछ प्रकार के अनियमित दिल के धड़कन के प्रबंधन खातिर भी इस्तेमाल कइल जा सकेला।
नाडोलोल एगो गैर-चयनात्मक बीटा-ब्लॉकर ह। ई दिल आ रक्त वाहिकन में बीटा-एड्रेनर्जिक रिसेप्टर के ब्लॉक क के काम करेला, जेकरा से दिल के धड़कन, कार्डियक आउटपुट, आ रक्तचाप कम हो जाला। ई रक्त प्रवाह में सुधार करेला आ दिल के ऑक्सीजन मांग के घटा देला।
उच्च रक्तचाप या एंजाइना से पीड़ित वयस्कन खातिर नाडोलोल के सामान्य दैनिक खुराक 40 मिग्रा से 320 मिग्रा के बीच होला, जेकरा के रोज एक बेर लिहल जाला। ई आमतौर पर बच्चन खातिर सिफारिश ना कइल जाला काहे कि बाल चिकित्सा मरीजन में एकर सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित ना भइल बा।
नाडोलोल के आम साइड इफेक्ट्स में चक्कर आना, हल्का सिरदर्द, आ अत्यधिक थकान शामिल बा। गंभीर लेकिन असामान्य साइड इफेक्ट्स में सांस लेवे में तकलीफ, अंगन के सूजन, असामान्य वजन बढ़ना, बेहोशी, छाती में दर्द, आ धीमा या अनियमित दिल के धड़कन शामिल बा।
नाडोलोल के ब्रोंकियल अस्थमा, साइनस ब्रैडीकार्डिया, पहिले डिग्री से अधिक दिल के ब्लॉक, कार्डियोजेनिक शॉक, आ स्पष्ट हृदय विफलता वाले मरीजन में निषिद्ध बा। ई गुर्दा की खराबी, मधुमेह, आ जे लोग प्रमुख सर्जरी से गुजर रहल बा, ओह लोग में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाला। अचानक बंद कइल से एंजाइना के बढ़ावा मिल सकेला या मायोकार्डियल इंफार्क्शन हो सकेला।
संकेत आ उद्देश्य
नाडोलोल कइसे काम करेला?
नाडोलोल एगो नॉनसेलेक्टिव बीटा-एड्रेनर्जिक रिसेप्टर ब्लॉकर हवे जे शरीर में कुछ प्राकृतिक रसायन, जइसे एपिनेफ्रिन, के दिल आ रक्त वाहिकन पर प्रभाव के रोक के काम करेला। ई क्रिया दिल के दर, कार्डियक आउटपुट, आ रक्तचाप के कमी में परिणत होला, जेकरा से रक्त प्रवाह में सुधार होला आ दिल पर भार कम हो जाला। नाडोलोल में आंतरिक सिम्पैथोमिमेटिक गतिविधि ना होला आ ई गुर्दा द्वारा अपरिवर्तित रूप में उत्सर्जित होला।
का नाडोलोल प्रभावी बा?
नाडोलोल एगो नॉनसेलेक्टिव बीटा-एड्रेनर्जिक रिसेप्टर ब्लॉकिंग एजेंट बा जवन क्लिनिकल अध्ययन में दिल के धड़कन, कार्डियक आउटपुट, आ रक्तचाप के प्रभावी रूप से घटावे में देखावल गइल बा। ई एंजाइना पेक्टोरिस आ हाइपरटेंशन के दीर्घकालिक प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला। नाडोलोल के रक्तचाप घटावे आ एंजाइना के प्रबंधन में प्रभावशीलता नियंत्रित क्लिनिकल अध्ययन में देखावल गइल बा, जवन एकरा के ई स्थिति खातिर एगो भरोसेमंद विकल्प बनावेला।
इस्तेमाल के निर्देश
कति दिन ले हम नाडोलोल लेई?
नाडोलोल आमतौर पर उच्च रक्तचाप आ एनजाइना जइसन स्थिति के दीर्घकालिक प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला। इ जरूरी बा कि नाडोलोल लेत रहीं भले ही रउआ ठीक महसूस कर रहल बानी, काहे कि इ स्थिति के नियंत्रित करेला बाकिर ठीक ना करेला। उपयोग के अवधि रउआ डॉक्टर द्वारा रउआ खास स्वास्थ्य जरूरतन पर आधारित होके तय कइल जाव।
नाडोलोल के कइसे लिहल जाला?
नाडोलोल रोज एक बेर, खाना के साथ या बिना, हर दिन एके समय पर लिहल चाहीं ताकि याद रहे। नाडोलोल लेत घरी कवनो खास खाना के पाबंदी नइखे, बाकिर ई जरूरी बा कि स्वस्थ जीवनशैली के पालन करीं, जवना में कम चरब और नमक वाला आहार शामिल बा, ताकि रक्तचाप के नियंत्रण में मदद मिल सके। हमेशा अपना डॉक्टर के निर्देश के पालन करीं, खुराक और जीवनशैली में बदलाव के बारे में।
नाडोलोल के काम करे में कतना समय लागेला?
नाडोलोल खुराक लेवे के कुछ घंटा के भीतर काम करे लागेला, जवन कि मौखिक प्रशासन के तीन से चार घंटा बाद आमतौर पर चोटी के सीरम सांद्रता होखेला। हालाँकि, रक्तचाप भा एनजाइना लक्षण पर पूरा प्रभाव देखे में कई दिन से हफ्ता लाग सकत बा। नाडोलोल के निर्धारित अनुसार लेवे आ ओकर प्रभावशीलता के निगरानी खातिर नियमित फॉलो-अप अपॉइंटमेंट में शामिल होखल जरूरी बा।
नाडोलोल के कइसे रखल जाव?
नाडोलोल के कमरा के तापमान पर, 15°C से 30°C (59°F से 86°F) के बीच, आ रोशनी से बचा के रखल चाहीं। दवाई के ओकरा असली कंटेनर में, मजबूती से बंद क के, आ बच्चन के पहुँच से दूर रखल चाहीं। बाथरूम में रखे से बचे खातिर, जादे गरमी आ नमी से बचावे खातिर। निपटारा खातिर, दवाई वापसी कार्यक्रम के इस्तेमाल करीं ताकि ई पालतू जानवर, बच्चा, या दूसर लोग द्वारा ना खाइल जाव।
नाडोलोल के सामान्य खुराक का ह?
बड़ लोग खातिर, उच्च रक्तचाप खातिर नाडोलोल के सामान्य प्रारंभिक खुराक 40 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर ह, जेकरा के 40 से 80 मि.ग्रा. के वृद्धि में बढ़ावल जा सकेला जबले इच्छित रक्तचाप ना मिल जाव. एनजाइना खातिर, प्रारंभिक खुराक भी 40 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर ह, आ रखरखाव खुराक आमतौर पर 40 से 80 मि.ग्रा. रोजाना के बीच होला. दुनों स्थिति खातिर अधिकतम खुराक 240 या 320 मि.ग्रा. रोजाना तक जा सकेला. नाडोलोल के बच्चा लोग में इस्तेमाल खातिर सिफारिश ना कइल जाला काहे कि एकर सुरक्षा आ प्रभावशीलता बाल रोगी में स्थापित ना भइल बा.
चेतावनी आ सावधानी
का हम नाडोलोल के दोसरा पर्चा दवाई के साथे ले सकीला?
नाडोलोल कई गो दवाई के साथे इंटरेक्ट कर सकेला, जवना में दोसरा बीटा-ब्लॉकर, डिजिटलिस ग्लाइकोसाइड्स, आ एंटीडायबिटिक दवाई शामिल बा। ई जनरल एनेस्थेटिक्स से होखे वाला हाइपोटेंशन के बढ़ा सकेला आ खून में चीनी के स्तर पर असर डाल सकेला। जे मरीजन के इतिहास में गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रिया रहल बा, ऊ लोग नाडोलोल लेत घरी एलर्जन के प्रति अधिक प्रतिक्रियाशील हो सकेला। ई जरूरी बा कि आपन डॉक्टर के सभ दवाई के बारे में जानकारी दीं जेकरा के आप लेत बानी ताकि संभावित इंटरेक्शन से बचल जा सके।
का नाडोलोल के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
नाडोलोल मानव दूध में निकासित होला, आ नर्सिंग शिशु में प्रतिकूल प्रभाव के संभावना बा। एह से, एक निर्णय लिहल चाहीं कि नर्सिंग बंद कइल जाव कि दवाई बंद कइल जाव, माँ खातिर नाडोलोल के महत्व के ध्यान में राखत। अगर रउआ स्तनपान करावत बानी या स्तनपान के योजना बनावत बानी, त व्यक्तिगत सलाह खातिर अपना डॉक्टर से सलाह लीं।
का नाडोलोल के गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
नाडोलोल के गर्भावस्था के दौरान तबे इस्तेमाल कइल जाए जब संभावित लाभ गर्भ में पल रहल बच्चा के संभावित जोखिम के जायज ठहरावे। गर्भवती महिलन में कवनो पर्याप्त आ अच्छी तरह से नियंत्रित अध्ययन नइखे, बाकिर जानवरन पर कइल अध्ययन खरगोश में भ्रूण आ गर्भ में पल रहल बच्चा के विषाक्तता के सबूत देखवले बा। अगर रउआ गर्भवती बानी भा गर्भवती होखे के योजना बना रहल बानी, त नाडोलोल के इस्तेमाल के जोखिम आ लाभ के तौल करे खातिर अपना डॉक्टर से सलाह लीं।
का नाडोलोल लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
नाडोलोल तोहार दिल के धड़कन के गति धीमा क के आ दिल के काम के बोझा घटा के तोहार व्यायाम करे के क्षमता पर असर डाल सकेला। ई थकान भा व्यायाम सहनशीलता में कमी के कारण बन सकेला। अगर रउआ व्यायाम करे के क्षमता में महत्वपूर्ण सीमा देखत बानी त ई बात के आपन डॉक्टर से जरूर चर्चा करीं। ऊ रउआ के मार्गदर्शन दे सकेलें कि नाडोलोल लेत घरी कइसे सुरक्षित रूप से शारीरिक गतिविधि के आपन दिनचर्या में शामिल करीं।
का नाडोलोल बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग मरीज लोग के नाडोलोल लेत घरी सावधानी से निगरानी आ खुराक के समायोजन के जरूरत हो सकेला खासकर जब ऊ लोग के गुर्दा के कार्यक्षमता खराब होखे। ई जरूरी बा कि बुजुर्ग मरीज लोग आपन डॉक्टर के निर्देश के ध्यान से पालन करे आ कवनो असामान्य लक्षण भा साइड इफेक्ट के रिपोर्ट करे। दवाई के प्रभावी आ सुरक्षित रूप से काम करे के सुनिश्चित करे खातिर नियमित चेक-अप के सिफारिश कइल जाला।
केकरा के नाडोलोल लेवे से बचे के चाहीं?
नाडोलोल के ब्रॉन्कियल अस्थमा, साइनस ब्रैडीकार्डिया, पहिला डिग्री से जादे कंडक्शन ब्लॉक, कार्डियोजेनिक शॉक, आ ओवरट कार्डियक फेलियर वाला मरीजन में निषेध बा। ई खराब गुर्दा के फंक्शन, मधुमेह, आ जेकरा के गंभीर एलर्जी के इतिहास बा, ओह मरीजन में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। अचानक बंद कइल से एनजाइना के बढ़ावा मिल सकेला या मायोकार्डियल इंफार्क्शन हो सकेला। मरीजन के दिल के फेलियर के संकेत खातिर मॉनिटर कइल जाव आ दवाई के अचानक बंद करे से मना कइल जाव।