मिल्टेफोसिन

विस्करल लीश्मानियासिस, कटेनियस लिश्मनियासिस

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

कुछुओ ना / केहू ना

सारांश

  • मिल्टेफोसिन मुख्य रूप से लीशमैनियासिस के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला, जे लीशमैनिया परजीवी से होखे वाला बेमारी हवे जे बालू मक्खी के काट से फइलता। एकरा के अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस, जे एक दुर्लभ दिमागी संक्रमण हवे, आ फंगल संक्रमण के इलाज खातिर भी रिसर्च कइल जा रहल बा।

  • मिल्टेफोसिन परजीवी के कोशिका झिल्ली के बाधित करेला, जेकरा से ओकर मौत हो जाला। ई फंगल कोशिकन में लिपिड चयापचय के बदल देला, जेकरा से कुछ फंगल संक्रमण पर प्रभावी हो जाला।

  • बड़ लोग खातिर, सामान्य खुराक 50 मिग्रा से 100 मिग्रा प्रतिदिन 28 दिन खातिर होला, जे शरीर के वजन पर निर्भर करेला। 12 साल से ऊपर के बच्चन खातिर, खुराक वजन पर आधारित होला, आमतौर पर 2.5 मिग्रा/किग्रा प्रतिदिन। सही खुराक डॉक्टर द्वारा लिखल जाव के चाहीं।

  • आम साइड इफेक्ट्स में मिचली, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, आ भूख में कमी शामिल बा। गंभीर साइड इफेक्ट्स जइसे जिगर के विषाक्तता, गुर्दा के समस्या, आ रक्त विकार दुर्लभ लेकिन संभव बा।

  • गर्भवती महिलन के मिल्टेफोसिन ना लेवे के चाहीं काहे कि ई जन्म दोष के खतरा बढ़ा सकेला। ई गंभीर गुर्दा या जिगर के बीमारी वाला लोगन द्वारा भी बचावल जाव के चाहीं। मिल्टेफोसिन से ज्ञात एलर्जी वाला मरीजन के ई ना लेवे के चाहीं।

संकेत आ उद्देश्य

मिल्टेफोसिन कइसे काम करेला?

मिल्टेफोसिन परजीवी के सेल झिल्ली पर असर डालेला, ओकर मेटाबोलिज्म के बाधित करेला आ ओकरा के मौत के ओर ले जाला। ई फंगल कोशिका में लिपिड मेटाबोलिज्म के भी बदल देला, जेकरा से ई कुछ फंगल संक्रमण के खिलाफ प्रभावी बन जाला।

 

का मिल्टेफोसिन प्रभावी बा?

क्लिनिकल अध्ययन देखावे ला कि मिल्टेफोसिन के इलाज में 90% या अधिक इलाज दर बा विसरल लीशमैनियासिस के। ई क्यूटेनियस आ म्यूकोसल लीशमैनियासिस खातिर भी प्रभावी बा, हालांकि परिणाम भिन्न हो सकेला। हालांकि, कुछ मामिला में दवाई के प्रतिरोध देखल गइल बा, जेकरा से एकरा के लिखल अनुसार इस्तेमाल करे के जरूरत पर जोर देला।

 

इस्तेमाल के निर्देश

मिल्टेफोसिन केतना दिन ले लिहल जाला?

मिल्टेफोसिन आमतौर पर 28 दिन ले लिहल जाला। पूरा कोर्स पूरा करना जरूरी बा ताकि संक्रमण के पूरा इलाज हो सके आ प्रतिरोध के रोका जा सके। अगर कवनो खुराक छूट जाला, त ओकरा के जल्द से जल्द लिहल चाहीं, लेकिन दोहरी खुराक से बचे के चाहीं

 

मिल्टेफोसिन कइसे लिहल जाला?

मिल्टेफोसिन के खाना के साथ लिहल चाहीं ताकि अवशोषण में सुधार हो सके आ पेट के असुविधा कम हो सके। कैप्सूल के पूरा निगलल चाहीं पानी के साथ आ चबावल या कुचलल ना चाहीं। एह दवाई के लेत घरी, शराब आ चर्बी वाला खाना से बचे के चाहीं काहे कि ई दवाई के शरीर में काम करे के तरीका पर असर डाल सकेला।

 

मिल्टेफोसिन के काम करे में केतना समय लागेला?

मिल्टेफोसिन कुछ दिन में काम करे लागेला, लेकिन ध्यान देने योग्य सुधार में 1-2 हफ्ता लाग सकेला। लीशमैनियासिस में, लक्षण जइसे कि त्वचा के घाव आ बुखार में सुधार होखे में हफ्ता लाग सकेला। पूरा कोर्स पूरा करना महत्वपूर्ण बा, काहे कि जल्दी बंद कइला से अधूरा इलाज हो सकेला।

 

मिल्टेफोसिन के कइसे स्टोर कइल जाला?

30°C (86°F) से नीचे सूखा जगह पर स्टोर करीं, नमी आ गर्मी से दूर। एकरा के बच्चन के पहुंच से दूर आ ओकरा के मूल पैकेजिंग में रखीं ताकि दूषित ना होखे।

 

मिल्टेफोसिन के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, सामान्य खुराक 50 मिग्रा से 100 मिग्रा प्रति दिन होला 28 दिन ले, जेकरा शरीर के वजन पर निर्भर करेला। बच्चा (12 साल से ऊपर) खातिर, खुराक वजन पर आधारित होला, आमतौर पर 2.5 मिग्रा/किग्रा प्रति दिन। सही खुराक डॉक्टर द्वारा मरीज के स्थिति आ वजन के आधार पर लिखल जाव के चाहीं।

 

चेतावनी आ सावधानी

का मिल्टेफोसिन के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ लिहल जा सकेला?

मिल्टेफोसिन गुर्दा-विषाक्त दवाई (जइसे कि एमिनोग्लाइकोसाइड एंटीबायोटिक्स) आ इम्यूनोसप्रेसेंट्स के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। हानिकारक इंटरैक्शन से बचे खातिर सभ दवाई के बारे में डॉक्टर के जानकारी देना जरूरी बा।

 

का मिल्टेफोसिन के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

स्तनपान के दौरान सिफारिश ना कइल जाला, काहे कि मिल्टेफोसिन स्तन दूध में पास हो सकेला आ बच्चा पर असर डाल सकेला। अगर जरूरी होखे, त माई के एह दवाई के लेत घरी स्तनपान बंद करे के पड़ सकेला।

 

का मिल्टेफोसिन के गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

ना, मिल्टेफोसिन गर्भावस्था में असुरक्षित बा काहे कि ई जन्म दोष के कारण बन सकेला। प्रजनन क्षमता वाली महिलन के इलाज के दौरान आ दवाई बंद कइला के कम से कम 5 महीना बाद तक प्रभावी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के चाहीं

 

का मिल्टेफोसिन लेत घरी शराब पीना सुरक्षित बा?

शराब के बचाव कइल चाहीं काहे कि ई उल्टी जइसे साइड इफेक्ट के खराब कर सकेला आ जिगर के विषाक्तता बढ़ा सकेला। कभी-कभी शराब नुकसानदायक ना हो सकेला, लेकिन डॉक्टर से सलाह लेना सबसे बढ़िया बा।

 

का मिल्टेफोसिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?

हां, लेकिन अगर थकान, उल्टी, या कमजोरी होखे त तीव्र व्यायाम से बचे के चाहीं। हल्का से मध्यम गतिविधि आमतौर पर ठीक बा।

का मिल्टेफोसिन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

मिल्टेफोसिन के बुजुर्ग मरीज में इस्तेमाल कइल जा सकेला, लेकिन ऊ लोग गुर्दा या जिगर के साइड इफेक्ट के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकेला। सुरक्षा सुनिश्चित करे खातिर नियमित निगरानी के सलाह दिहल जाला।

 

के मिल्टेफोसिन लेवे से बचे के चाहीं?

गर्भवती महिलन के मिल्टेफोसिन ना लेवे के चाहीं काहे कि ई जन्म दोष के जोखिम बढ़ा सकेला। ई गंभीर गुर्दा या जिगर के बीमारी वाला लोग के भी बचे के चाहीं। मिल्टेफोसिन से ज्ञात एलर्जी वाला मरीज के एकरा के ना लेवे के चाहीं।