लेट्रोजोल

छाती के गांठ

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -

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सारांश

  • लेट्रोजोल एगो दवाई हवे जेकरा के पोस्टमेनोपॉजल महिलन में हार्मोन रिसेप्टर-पॉजिटिव स्तन कैंसर के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई दोसरा इलाज, जइसे टेमोक्सीफेन के बाद, कैंसर के वापसी से रोकल खातिर भी इस्तेमाल हो सकेला।

  • लेट्रोजोल एगो नॉनस्टेरॉइडल एरोमाटेज इनहिबिटर हवे। ई शरीर में एस्ट्रोजन के संश्लेषण के घटा के काम करेला, जेकरा से हार्मोन से प्रेरित स्तन कैंसर के बढ़त के धीमा करेला।

  • लेट्रोजोल के सामान्य खुराक बड़ लोग खातिर रोजाना एक 2.5 मि.ग्रा. गोली हवे, जेकरा के खाना के साथ या बिना खाइल जा सकेला।

  • लेट्रोजोल के आम साइड इफेक्ट्स में गरम फ्लैश, मिचली, जोड़ में दर्द, आ सांस लेवे में तकलीफ शामिल बा। दोसरा प्रभाव जइसे थकान, चक्कर, आ वजन बढ़ल के भी रिपोर्ट कइल गइल बा।

  • लेट्रोजोल गर्भवती महिलन द्वारा ना लिहल जाव, काहे कि ई बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला। ई थकान आ चक्कर के कारण बन सकेला, एही से गाड़ी चलावे या मशीनरी के इस्तेमाल में सावधानी बरते के सलाह बा। लेट्रोजोल कभी-कभी हड्डी के कमजोर कर सकेला, एही से तोहार डॉक्टर तोहार हड्डी के स्वास्थ्य के निगरानी कर सकेला।

संकेत आ उद्देश्य

लेट्रोजोल के इस्तेमाल का खातिर होला?

लेट्रोजोल एगो दवाई ह जे महिलन खातिर बा जे मीनोपॉज के बाद ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित बा। ई तब इस्तेमाल होला जब कैंसर के बढ़त हार्मोन से हो रहल बा या जब ई साफ नइखे कि हार्मोन भूमिका निभावत बा कि ना। ई उन्नत ब्रेस्ट कैंसर के इलाज कर सकेला जे फइल गइल बा, आ ई शुरुआती चरण के ब्रेस्ट कैंसर खातिर सर्जरी के बाद इस्तेमाल हो सकेला ताकि कैंसर के वापसी से रोका जा सके। कभी-कभी, ई एगो अउरी दवाई जेकरा के टैमोक्सीफेन कहल जाला, के बाद लमहर समय तक इस्तेमाल होला। 

लेट्रोजोल कइसे काम करेला?

लेट्रोजोल एगो दवाई ह जे जल्दी से शरीर में अवशोषित हो जाला। ई धीरे-धीरे हानिरहित पदार्थ में टूट जाला आ मुख्य रूप से किडनी के माध्यम से पेशाब में बाहर निकल जाला। दवाई के अधिकांश हिस्सा पेशाब में मिलेला। तोहार शरीर से आधा दवाई के बाहर निकले में लगभग 2 दिन लागेला, आ तोहार खून में स्थिर स्तर तक पहुंचे में कई हफ्ता लागेला। दू गो लिवर एंजाइम, CYP3A4 आ CYP2A6, ओकरा के तोड़े में मदद करेला।

का लेट्रोजोल प्रभावी बा?

लेट्रोजोल एगो दवाई ह जे पोस्टमेनोपॉजल महिलन में ब्रेस्ट कैंसर के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई हार्मोन से प्रेरित कैंसर में सबसे अच्छा काम करेला। ई अउरी उपचार जइसे टैमोक्सीफेन के बाद, लमहर समय (टैमोक्सीफेन के बाद 5 साल तक) ले इस्तेमाल हो सकेला ताकि कैंसर के वापसी से रोका जा सके। ई उन्नत या फइलल ब्रेस्ट कैंसर के इलाज खातिर भी इस्तेमाल होला। अध्ययन देखावेला कि ई कई साल तक प्रभावी बा। 

कइसे पता चली कि लेट्रोजोल काम कर रहल बा?

प्रभावशीलता के नियमित मेडिकल मूल्यांकन, इमेजिंग अध्ययन, आ रोग-मुक्त जीवित बचे के आकलन के माध्यम से निगरानी कइल जाला​।

इस्तेमाल के निर्देश

लेट्रोजोल के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, लेट्रोजोल के सामान्य खुराक रोजाना एक छोट पिल (2.5 मि.ग्रा.) ह। ई फरक नइखे पड़त कि रोटी के साथ लीं या बिना रोटी के। 

हम लेट्रोजोल कइसे लीं?

रोजाना एक 2.5 मि.ग्रा. लेट्रोजोल पिल लीं। ई फरक नइखे पड़त कि रोटी के साथ लीं या बिना रोटी के। 

हम लेट्रोजोल कब तक लीं?

लेट्रोजोल थेरेपी के अवधि संकेत पर निर्भर करेला:

  • प्रारंभिक ब्रेस्ट कैंसर के एडजुवेंट उपचार: औसत उपचार अवधि 5 साल ह।
  • विस्तारित एडजुवेंट उपचार: औसत अवधि भी लगभग 5 साल ह।
  • उन्नत ब्रेस्ट कैंसर: ट्यूमर के प्रगति देखे तक उपचार जारी राखीं​।

लेट्रोजोल के काम करे में कतना समय लागेला?

लेट्रोजोल उपचार शुरू करे के 2 से 3 दिन के भीतर इस्ट्रोजन स्तर के काफी घटा देला।

हम लेट्रोजोल कइसे स्टोर करीं?

लेट्रोजोल के कमरा के तापमान पर स्टोर करीं, 20°C से 25°C (68°F से 77°F के बीच

चेतावनी आ सावधानी

के लेट्रोजोल लेवे से बचे के चाहीं?

लेट्रोजोल एगो दवाई ह जे गर्भवती महिलन के ना लेवे के चाहीं काहे कि ई बच्चा के नुकसान पहुंचा सकेला। जे महिलन गर्भवती हो सकेली, ओह लोग के गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के जरूरत बा लेट्रोजोल लेवे के दौरान आ ओकरा बाद तीन हफ्ता तक। ई कभी-कभी हड्डी के कमजोर कर सकेला, त डॉक्टर लोग के ओह पर नजर रखे के पड़ी। ई थकान आ चक्कर भी पैदा कर सकेला, त गाड़ी चलावे या मशीन इस्तेमाल करे में सावधानी बरते के चाहीं। तोहार कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकेला, त ओकरा के भी जांचे के जरूरत बा। अगर तोहरा के गंभीर लिवर समस्या बा, त तोहरा के कम खुराक के जरूरत हो सकेला। 

का हम लेट्रोजोल के साथ अउरी प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

लेट्रोजोल के टैमोक्सीफेन के साथ लेवे से खून में लेट्रोजोल के मात्रा घट जाला, लेकिन अगर रोटी के बाद लेवे त लेट्रोजोल के प्रभाव पर असर नइखे पड़त। अउरी दवाई जइसे सिमेटिडिन आ वारफारिन के लेट्रोजोल के साथ महत्वपूर्ण इंटरैक्शन नइखे देखल गइल। अउरी कैंसर दवाई के साथ लेट्रोजोल के इंटरैक्शन पर बहुत जानकारी नइखे। 

का हम लेट्रोजोल के साथ विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?

विटामिन या सप्लीमेंट के साथ इंटरैक्शन पर कवनो विशेष जानकारी नइखे। मिलावे से पहिले एगो स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लीं।

का लेट्रोजोल गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

लेट्रोजोल गर्भावस्था में निषिद्ध बा काहे कि ई भ्रूण के नुकसान पहुंचा सकेला। ई स्वतः गर्भपात आ जन्मजात दोष से जुड़ल बा​।

का लेट्रोजोल स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

जे महिलन स्तनपान करावत बा ओह लोग के लेट्रोजोल दवाई ना लेवे के चाहीं काहे कि ई ओह लोग के बच्चा के गंभीर नुकसान पहुंचा सकेला। स्तनपान करावत बच्चा पर ई कइसे असर डाले ला, पर कवनो जानकारी नइखे, त कवनो जोखिम से बचे के सबसे अच्छा बा। दवाई खत्म करे के बाद कम से कम तीन हफ्ता तक स्तनपान भी बंद कर देवे के चाहीं। 

का लेट्रोजोल बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित बुजुर्ग लोग जे आम उपचार ले रहल बा, ओह लोग में अध्ययन में जवान लोग के तुलना में अधिक समस्या या कम लाभ नइखे देखल गइल। जबकि हड्डी के घनत्व घट सकेला, डॉक्टर लोग के ओह पर नजर रखे के चाहीं। लमहर समय के इलाज में भी, बुजुर्ग मरीज (कई 65 से ऊपर, कुछ 75 से ऊपर) जवान मरीज के तुलना में उतना ही अच्छा कइल।

का लेट्रोजोल लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?

व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा लेकिन थकान या हड्डी से जुड़ल साइड इफेक्ट जइसे फ्रैक्चर या दर्द के निगरानी करीं​।

का लेट्रोजोल लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

कवनो विशेष इंटरैक्शन के उल्लेख नइखे, लेकिन शराब चक्कर या थकान जइसे साइड इफेक्ट के बढ़ा सकेला।