इवर्मेक्टिन
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
and
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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इवर्मेक्टिन परजीवी कीड़ा से होखे वाला संक्रमण के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई स्ट्रॉन्गीलॉयडायसिस, एगो आंत के कीड़ा संक्रमण, आ ओंकोसेरियासिस, जेकरा के नदी अंधापन कहल जाला, पर प्रभावी बा। ई दोसरा गोल कीड़ा संक्रमण, सिर के जूं, आ स्केबीज, जे एगो माइट से होखे वाला त्वचा संक्रमण बा, के इलाज खातिर भी इस्तेमाल कइल जा सकेला।
इवर्मेक्टिन परजीवी कीड़ा के मार के काम करेला। स्ट्रॉन्गीलॉयडायसिस के मामिला में, ई तोहार आंत में कीड़ा के मार देला। ओंकोसेरियासिस खातिर, ई विकासशील कीड़ा के मार देला बाकिर वयस्क कीड़ा के ना। जब तू एकरा के निगल लेला, त तोहार जिगर एकरा के ज्यादातर तोड़ देला आ तू एकरा के लगभग 12 दिन में तोहार मल के माध्यम से बाहर निकाल देला।
इवर्मेक्टिन के खुराक उमिर पर निर्भर क के बहुत अलग-अलग हो सकेला। बड़ लोग खातिर, अध्ययन में एक बार में 30 से 120 मिलीग्राम तक इस्तेमाल कइल गइल बा। कुछ अध्ययन में 12 मिलीग्राम के बहुत छोटा एकल खुराक इस्तेमाल कइल गइल बा। ई आमतौर पर खाली पेट पानी के साथ मौखिक रूप से लिहल जाला।
इवर्मेक्टिन के आम साइड इफेक्ट में सिरदर्द, मांसपेशी में दर्द, थकान, पेट में दर्द, मिचली, चक्कर आ त्वचा के समस्या शामिल बा। कम आम बाकिर संभावित रूप से गंभीर साइड इफेक्ट में तंत्रिका तंत्र के समस्या, खतरनाक रूप से कम रक्तचाप, अस्थमा के बिगड़ल, गंभीर त्वचा प्रतिक्रिया, दौरा, आ जिगर के सूजन शामिल बा।
अगर तू एकरा से एलर्जी बा त इवर्मेक्टिन से बचे। ई गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल ना कइल जाव काहे कि ई अजन्मा बच्चा खातिर संभावित जोखिम पैदा कर सकेला। गंभीर लोआ लोआ संक्रमण या महत्वपूर्ण प्रतिरक्षा दमन वाला मरीज के एकरा के सावधानी से चिकित्सा पर्यवेक्षण में इस्तेमाल कइल जाव।
संकेत आ उद्देश्य
आईवरमेक्टिन कइसे काम करेला?
आईवरमेक्टिन एगो दवाई ह जे परजीवी कीड़ा के मारेला (एंटीहेल्मिन्टिक)। ई संक्रमण पर निर्भर क के अलग-अलग तरह से काम करेला। स्ट्रॉन्गीलॉयडियासिस (आंत में कीड़ा संक्रमण) खातिर, ई आंत में कीड़ा के मारेला। ओंकोसेरियासिस (नदी अंधापन) खातिर, ई विकसित हो रहल कीड़ा के मारेला, बाकिर वयस्क कीड़ा के ना। जब रउआ एकरा के निगल लेनी, त रउआ के खून में आईवरमेक्टिन के मात्रा सीधे रउआ के खुराक से संबंधित होला। रउआ के लीवर मुख्य रूप से एकरा के तोड़ेला, आ रउआ एकरा के लगभग 12 दिन में मल के माध्यम से बाहर निकाल देनी। रउआ के शरीर से आधा दवाई के बाहर निकले में लगभग 18 घंटा लागेला (प्लाज्मा हाफ-लाइफ)। एगो फैटी भोजन खाए से रउआ के शरीर में दवाई के अवशोषण में काफी वृद्धि हो जाला – लगभग 2.5 गुना अधिक। CYP3A4 एगो विशेष लीवर एंजाइम के संदर्भित करेला जे कई दवाई के तोड़े में शामिल बा।
आईवरमेक्टिन काम कर रहल बा कि ना, ई कइसे पता चली?
आईवरमेक्टिन के सुरक्षा आ प्रभावशीलता के अध्ययन भइल बा। परीक्षण देखावे ला कि ई डीएनए के नुकसान ना करेला (जेनोटॉक्सिसिटी)। जबकि हमनी के लगे बच्चा आ बूढ़ लोग पर पर्याप्त डेटा नइखे, अध्ययन में उमिर समूह के बीच अलग-अलग प्रभाव ना देखावल गइल बा। शरीर मुख्य रूप से लीवर एंजाइम CYP3A4 (एगो प्रोटीन जे दवाई के तोड़ेला) के माध्यम से आईवरमेक्टिन के प्रोसेस करेला। आम साइड इफेक्ट में थकान, पेट दर्द, मतली, चक्कर आ त्वचा के समस्या शामिल बा। आखिरकार, एगो विशेष परजीवी कीड़ा संक्रमण (स्ट्रॉन्गीलॉयडियासिस) के उन्मूलन के पुष्टि खातिर मल परीक्षण के जरूरत होला।
का आईवरमेक्टिन प्रभावी बा?
आईवरमेक्टिन कुछ परजीवी कीड़ा के खिलाफ प्रभावी बा। अध्ययन देखावे ला कि ई स्ट्रॉन्गीलॉयडियासिस (परजीवी कीड़ा संक्रमण) के 64-100% मामिला में एगो खुराक से ठीक कर सकेला। ओंकोसेरियासिस (नदी अंधापन) खातिर, एगो खुराक त्वचा में परजीवी लार्वा के संख्या में काफी कमी करेला, हालांकि ई वयस्क कीड़ा के ना मारेला। अल्बेंडाजोल आ थियाबेंडाजोल जइसन अउरी एंटी-पैरासिटिक दवाई के तुलना में, आईवरमेक्टिन स्ट्रॉन्गीलॉयडियासिस खातिर बेहतर बा आ कुछ मामिला में समान रूप से प्रभावी बा। माइक्रोफिलारिया परजीवी कीड़ा के लार्वा अवस्था होला। mcg/kg दवाई के खुराक के संदर्भित करेला – माइक्रोग्राम (mcg) प्रति किलोग्राम (kg) शरीर के वजन।
आईवरमेक्टिन के का इस्तेमाल होला?
आईवरमेक्टिन एगो दवाई ह जे छोट-छोट कीड़ा कहल जाला नेमाटोड्स (गोल कीड़ा) से होखे वाला कई संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल होला। ई आंत के स्ट्रॉन्गीलॉयडियासिस, आंत के संक्रमण के प्रभावी रूप से इलाज करेला। ई ओंकोसेरियासिस (नदी अंधापन) में भी मदद करेला, हालांकि ई वयस्क कीड़ा के ना मारेला। आईवरमेक्टिन अउरी गोल कीड़ा संक्रमण, सिर के जूँ, आ खुजली (माइट से होखे वाला त्वचा संक्रमण) खातिर भी इस्तेमाल कइल जा सकेला। असल में, ई विभिन्न परजीवी संक्रमण के खिलाफ एगो बहुमुखी दवाई ह।
इस्तेमाल के निर्देश
आईवरमेक्टिन केतना दिन लेवे के चाहीं?
इलाज आमतौर पर एगो खुराक में शामिल होला, बाकिर ओंकोसेरियासिस खातिर, संक्रमण के प्रबंधन खातिर हर 3, 6, या 12 महीना पर दोहराव खुराक के जरूरत हो सकेला। स्ट्रॉन्गीलॉयडियासिस में उन्मूलन के पुष्टि खातिर फॉलो-अप मल परीक्षण या मूल्यांकन अक्सर जरूरी होला।
आईवरमेक्टिन कइसे लिहल जाला?
आईवरमेक्टिन के गोली खाली पेट पर पानी के साथ लेवे के चाहीं। ई मतलब बा कि रउआ के एक घंटा पहिले या खाना खाए के दू घंटा बाद लेवे के चाहीं। ई निर्देश के पालन करे से रउआ के शरीर दवाई के अधिक प्रभावी ढंग से अवशोषित कर सकेला। जब तक रउआ के डॉक्टर कुछ अउरी ना कहें, रउआ आपन नियमित आहार जारी रख सकेनी। आईवरमेक्टिन के साथ भोजन के समय के अलावा कवनो आहार प्रतिबंध नइखे।
आईवरमेक्टिन के काम करे में कतना समय लागेला?
आईवरमेक्टिन खाए के कुछ घंटा बाद काम करे लागेला। लक्षण में सुधार या परजीवी के संख्या में कमी आमतौर पर दिन से हफ्ता के भीतर देखल जाला, जे संक्रमण पर निर्भर करेला।
आईवरमेक्टिन के कइसे स्टोर करीं?
कमरा के तापमान पर स्टोर करीं (नीचे 30°C/86°F), नमी आ गर्मी से दूर। दवाई के ओकरा मूल कंटेनर में आ बच्चा के पहुंच से दूर राखीं।
आईवरमेक्टिन के सामान्य खुराक का होला?
आईवरमेक्टिन के खुराक उमिर पर निर्भर क के बहुत अलग-अलग होला। बड़ लोग खातिर, अध्ययन में एके बेर में 30 से 120 मिलीग्राम (mg) तक इस्तेमाल भइल बा। कुछ अध्ययन में 12 mg के बहुत छोट खुराक इस्तेमाल भइल बा। 22 पाउंड (15 किलोग्राम kg) से कम वजन वाला बच्चा खातिर कवनो सुरक्षित आ प्रभावी खुराक स्थापित नइखे। मिलीग्राम (mg) आ किलोग्राम (kg) वजन के इकाई ह। एगो मिलीग्राम एगो ग्राम के हजारवाँ हिस्सा होला, आ एगो किलोग्राम हजार ग्राम होला। माइक्रोग्राम (mcg) एगो ग्राम के दस लाखवाँ हिस्सा होला; त 165 mcg/kg के मतलब बा 165 माइक्रोग्राम आईवरमेक्टिन प्रति किलोग्राम शरीर के वजन।
चेतावनी आ सावधानी
का हम आईवरमेक्टिन के साथ अउरी प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकेनी?
आईवरमेक्टिन खून पतला करे वाला दवाई जइसन कि वारफारिन (INR स्तर बढ़ावे) आ लीवर एंजाइम पर असर डाले वाला दवाई (जैसे, CYP3A4 इनहिबिटर) के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। जटिलता से बचे खातिर रउआ के डॉक्टर के सभ प्रिस्क्रिप्शन दवाई के बारे में जानकारी देवे के चाहीं।
का हम आईवरमेक्टिन के साथ विटामिन या सप्लीमेंट ले सकेनी?
विटामिन या सप्लीमेंट के साथ कवनो प्रमुख ज्ञात इंटरैक्शन नइखे, बाकिर अप्रत्याशित इंटरैक्शन से बचे खातिर रउआ के डॉक्टर के सभ उत्पाद के बारे में जानकारी देवे के चाहीं।
का आईवरमेक्टिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
आईवरमेक्टिन छोट मात्रा में स्तन दूध में मिलेला। अगर एगो स्तनपान करावे वाली माँ के आईवरमेक्टिन लेवे के जरूरत बा, त ऊ डॉक्टर से जोखिम आ लाभ पर चर्चा करे के चाहीं। डॉक्टर उनकरा के मदद करिहें कि दवाई के लाभ उनकरा खातिर उनकर बच्चा पर कवनो संभावित जोखिम से अधिक बा कि ना। असल में, निर्णय एह पर निर्भर करेला कि माँ के आईवरमेक्टिन के जरूरत बच्चा पर संभावित प्रभाव से अधिक महत्वपूर्ण बा कि ना।
का आईवरमेक्टिन गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
आईवरमेक्टिन के गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल ना करे के चाहीं। हमनी के नइखी जानत कि ई गर्भवती महिला आ उनकर बच्चा खातिर सुरक्षित बा कि ना काहे कि पर्याप्त अच्छा अध्ययन नइखे भइल। जबकि ई सीधे अजन्मा बच्चा के नुकसान ना पहुंचावे (फेटोटॉक्सिक मतलब भ्रूण खातिर हानिकारक), हमनी के पूरी तरह से निश्चित नइखी हो सकेला। जानवर पर कइल गइल परीक्षण में ऊँच खुराक पर जन्म दोष (टेरेटोजेनिसिटी) देखावल गइल बा जे माँ के भी नुकसान पहुंचावल। एह अनिश्चितता के कारण, गर्भावस्था के दौरान आईवरमेक्टिन से बचे के सबसे अच्छा बा।
का आईवरमेक्टिन लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?
शराब से बचे के सबसे अच्छा बा काहे कि ई चक्कर या मतली जइसन साइड इफेक्ट के खराब कर सकेला। शराब के इस्तेमाल पर व्यक्तिगत सलाह खातिर रउआ के डॉक्टर से सलाह लीं।
का आईवरमेक्टिन लेत घरी व्यायाम सुरक्षित बा?
व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा, लेकिन अगर रउआ चक्कर या थकान अनुभव करेलीं त तीव्र शारीरिक गतिविधि से बचे। इलाज के दौरान रउआ के शरीर के सुने आ रउआ के दिनचर्या के जरूरत अनुसार समायोजित करीं।
का आईवरमेक्टिन बूढ़ लोग खातिर सुरक्षित बा?
आईवरमेक्टिन के बूढ़ लोग खातिर सुरक्षा पूरी तरह से मालूम नइखे। डॉक्टर लोग के ई वरिष्ठ नागरिकन के लिखे में सावधानी बरते के चाहीं। ई एहसे कि बूढ़ लोग के लीवर (हेपेटिक), किडनी (रेनल), या दिल (कार्डियक) कमजोर हो सकेला। ऊ लोग के अउरी स्वास्थ्य समस्या (सहवर्ती रोग) हो सकेला या अउरी दवाई (दवा चिकित्सा) ले रहल हो सकेला जे आईवरमेक्टिन के साथ खराब इंटरैक्ट कर सकेला। एहसे, बूढ़ मरीज में आईवरमेक्टिन के इस्तेमाल में अतिरिक्त सावधानी आ करीबी निगरानी के जरूरत होला।
के आईवरमेक्टिन लेवे से बचे के चाहीं?
अगर रउआ के आईवरमेक्टिन या एकर घटक से एलर्जी बा त एकरा से बचे के चाहीं। गंभीर लोआ लोआ संक्रमण या महत्वपूर्ण प्रतिरक्षा दमन वाला मरीज के सावधानी से चिकित्सा पर्यवेक्षण में एकरा के इस्तेमाल करे के चाहीं।