ग्लिमेपिराइड
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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ग्लिमेपिराइड मुख्य रूप से टाइप 2 मधुमेह मेलिटस के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई खून में चीनी के स्तर के प्रबंधन करे में मदद करेला जब आहार, व्यायाम आ अन्य दवाइयाँ पर्याप्त ना होखे।
ग्लिमेपिराइड तोहार अग्न्याशय के अधिक इंसुलिन, एगो हार्मोन जे खून में चीनी के स्तर के कम करे में मदद करेला, छोड़ावे खातिर उत्तेजित करेला। ई शरीर के इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया के भी सुधारेला, जे तोहार खून में ग्लूकोज के विशेष रूप से भोजन के बाद नियंत्रित करे में मदद करेला।
ग्लिमेपिराइड के वयस्कन खातिर सामान्य प्रारंभिक खुराक 1 से 2 मिलीग्राम रोजाना एक बेर, दिन के पहिला भोजन के साथ लिहल जाला। खुराक धीरे-धीरे बढ़ाके अधिकतम 8 मिलीग्राम प्रति दिन तक कइल जा सकेला, तोहार खून में चीनी के स्तर पर निर्भर करेला।
ग्लिमेपिराइड के आम साइड इफेक्ट्स में कम खून में चीनी, चक्कर, सिरदर्द, आ मिचली शामिल बा। कुछ लोग वजन बढ़ल या हल्का पेट में असुविधा महसूस कर सकेला। दुर्लभ लेकिन गंभीर साइड इफेक्ट्स में गंभीर कम खून में चीनी, एलर्जी प्रतिक्रिया, आ जिगर या खून के विकार शामिल हो सकेला।
ग्लिमेपिराइड के टाइप 1 मधुमेह, डायबिटिक कीटोएसिडोसिस, या सल्फोनिल्यूरिया के प्रति गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया के इतिहास वाला लोग द्वारा इस्तेमाल ना कइल जाई। ई कम खून में चीनी के प्रवृत्ति वाला लोग आ सर्जरी या बीमारी जइसन तनावपूर्ण स्थिति में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाई। इस्तेमाल से पहिले हमेशा डॉक्टर से सलाह लीं।
संकेत आ उद्देश्य
ग्लाइमेपिराइड कइसे काम करेला?
ग्लाइमेपिराइड अग्न्याशय के बीटा कोशिका से इंसुलिन के रिलीज के प्रेरित करके काम करेला। ई अग्न्याशय के बीटा-कोशिका प्लाज्मा झिल्ली में सल्फोनिल्यूरिया रिसेप्टर से बंध के, एटीपी-संवेदनशील पोटेशियम चैनल के बंद कर देला, जेकरा से इंसुलिन रिलीज होला आ खून में चीनी के स्तर कम होखे में मदद मिलेला।
ग्लाइमेपिराइड काम कर रहल बा कि ना, ई कइसे पता चली?
ग्लाइमेपिराइड के लाभ के मूल्यांकन नियमित रूप से उपवास खून में चीनी के स्तर आ ग्लाइकोसाइलेटेड हीमोग्लोबिन (HbA1c) के जाँच के द्वारा कइल जाला ताकि दवाई के प्रभावशीलता के निर्धारण कइल जा सके। मरीज लोग के घर पर भी खून में चीनी के स्तर के निगरानी करे के चाहीं आ कवनो महत्वपूर्ण बदलाव के आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रिपोर्ट करे के चाहीं।
का ग्लाइमेपिराइड प्रभावी बा?
क्लिनिकल परीक्षण देखवले बा कि ग्लाइमेपिराइड टाइप 2 डायबिटीज वाला वयस्कन में खून में चीनी के स्तर के प्रभावी रूप से कम करेला जब आहार आ व्यायाम के साथ इस्तेमाल होला। ई अग्न्याशय से इंसुलिन के रिलीज के प्रेरित करेला, जेकरा से खून में चीनी के स्तर के नियंत्रण में मदद मिलेला। हालांकि, ई टाइप 1 डायबिटीज या डायबिटिक कीटोएसिडोसिस खातिर प्रभावी ना ह।
ग्लाइमेपिराइड के इस्तेमाल काहे खातिर होला?
ग्लाइमेपिराइड के टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस के इलाज खातिर संकेतित बा। ई वयस्कन में ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार करे खातिर इस्तेमाल होला जब आहार आ व्यायाम अकेले पर्याप्त ना होखे। ई टाइप 1 डायबिटीज या डायबिटिक कीटोएसिडोसिस खातिर उपयुक्त ना ह।
इस्तेमाल के निर्देश
हम ग्लाइमेपिराइड कतना दिन लेवे के चाहीं?
ग्लाइमेपिराइड आमतौर पर टाइप 2 डायबिटीज के प्रबंधन खातिर दीर्घकालिक उपचार के रूप में इस्तेमाल होला। ई खून में चीनी के स्तर के नियंत्रण में मदद करेला लेकिन डायबिटीज के इलाज ना करेला, एह से ई आमतौर पर आहार आ व्यायाम सहित एक व्यापक डायबिटीज प्रबंधन योजना के हिस्सा के रूप में लगातार लिहल जाला।
हम ग्लाइमेपिराइड कइसे लीं?
ग्लाइमेपिराइड रोजाना एक बेर नाश्ता या पहिला मुख्य भोजन के साथ लेवे के चाहीं। ई जरूरी बा कि एके समय पर हर दिन लीं ताकि खून में चीनी के स्तर में निरंतरता बनल रहे। तोहार डॉक्टर के आहार संबंधी सिफारिशन के पालन करीं, जवना में संतुलित आहार आ नियमित व्यायाम शामिल हो सकेला।
ग्लाइमेपिराइड के काम करे में कतना समय लागेला?
ग्लाइमेपिराइड आमतौर पर खुराक लेवे के 2 से 3 घंटा के भीतर काम करे लागेला। ई अग्न्याशय से इंसुलिन छोड़ावे के प्रेरित करके खून में चीनी के स्तर के कम करे में मदद करेला। हालांकि, खून में चीनी के नियंत्रण पर पूरा प्रभाव देखे में कुछ हफ्ता लाग सकेला।
ग्लाइमेपिराइड के कइसे स्टोर करीं?
ग्लाइमेपिराइड के ओकर मूल कंटेनर में, कस के बंद, कमरा के तापमान पर अतिरिक्त गर्मी आ नमी से दूर स्टोर करीं। एकरा के बच्चन के पहुंच से दूर रखीं। एकरा के बाथरूम में स्टोर मत करीं। अनावश्यक दवाई के निपटान एक टेक-बैक प्रोग्राम के माध्यम से करीं ताकि बच्चा या पालतू जानवर द्वारा आकस्मिक सेवन से बचल जा सके।
ग्लाइमेपिराइड के सामान्य खुराक का बा?
वयस्कन खातिर, ग्लाइमेपिराइड के सामान्य शुरुआती खुराक 1 मिलीग्राम या 2 मिलीग्राम रोजाना एक बेर होला, जेकरा के नाश्ता या पहिला मुख्य भोजन के साथ लिहल जाला। मरीज के ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया के आधार पर खुराक के 1 मिलीग्राम या 2 मिलीग्राम के वृद्धि में बढ़ावल जा सकेला, अधिकतम अनुशंसित खुराक 8 मिलीग्राम रोजाना एक बेर बा। बच्चन खातिर, ग्लाइमेपिराइड के सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ई शरीर के वजन आ हाइपोग्लाइसीमिया पर प्रतिकूल प्रभाव डालेला।
चेतावनी आ सावधानी
का हम ग्लाइमेपिराइड के साथ अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
ग्लाइमेपिराइड विभिन्न दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, जेकरा से खून में चीनी के स्तर प्रभावित हो सकेला। दवाई जेकरा से ओकर ग्लूकोज-घटावे वाला प्रभाव बढ़ सकेला, ओह में इंसुलिन, ACE इनहिबिटर आ NSAIDs शामिल बा। दवाई जेकरा से ओकर प्रभाव कम हो सकेला, ओह में कॉर्टिकोस्टेरॉइड आ डाइयुरेटिक्स शामिल बा। हमेशा आपन डॉक्टर के सब दवाई के बारे में जानकारी दीं, जेकरा रउआ ले रहल बानी।
का हम ग्लाइमेपिराइड के साथ विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?
सब उपलब्ध आ विश्वसनीय जानकारी से, एह पर कवनो पुष्टि कइल गइल डेटा नइखे। व्यक्तिगत सलाह खातिर कृपया डॉक्टर से परामर्श करीं।
का ग्लाइमेपिराइड बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग लोग के ग्लाइमेपिराइड के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं काहे कि ऊ लोग हाइपोग्लाइसीमिया के बढ़ल जोखिम पर बा। बुजुर्ग मरीजन खातिर शुरुआती खुराक आमतौर पर कम होला, 1 मिलीग्राम रोजाना एक बेर, ताकि ई जोखिम कम हो सके। खून में चीनी के स्तर के नियमित निगरानी जरूरी बा, आ स्वास्थ्य स्थिति में कवनो बदलाव के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रिपोर्ट करे के चाहीं।
का ग्लाइमेपिराइड लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?
ग्लाइमेपिराइड लेवे के दौरान शराब पियला ओकर साइड इफेक्ट के खराब कर सकेला आ लक्षण जइसे कि फ्लशिंग, सिरदर्द, मतली, उल्टी, छाती में दर्द, कमजोरी, धुंधला दृष्टि, मानसिक भ्रम, पसीना, घुटन, सांस लेवे में कठिनाई, आ चिंता के कारण बन सकेला। ई सलाह दिहल जाला कि एह दवाई पर रहते समय आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से शराब के सेवन पर चर्चा करीं।
का ग्लाइमेपिराइड लेवे के दौरान व्यायाम करना सुरक्षित बा?
ग्लाइमेपिराइड स्वाभाविक रूप से व्यायाम के क्षमता के सीमित ना करेला। हालांकि, ई हाइपोग्लाइसीमिया के कारण बन सकेला, जे शारीरिक प्रदर्शन के प्रभावित कर सकेला। ई जरूरी बा कि खून में चीनी के स्तर के निगरानी कइल जाव आ कम खून में चीनी के एपिसोड से बचावे खातिर व्यायाम के आसपास भोजन के सेवन या दवाई के समय के समायोजित कइल जाव।
केकरा के ग्लाइमेपिराइड से बचे के चाहीं?
ग्लाइमेपिराइड टाइप 1 डायबिटीज, डायबिटिक कीटोएसिडोसिस आ सल्फोनिल्यूरिया के प्रति अतिसंवेदनशीलता के इतिहास वाला मरीजन में contraindicated बा। ई विशेष रूप से बुजुर्ग या गुर्दा खराबी वाला लोग में गंभीर हाइपोग्लाइसीमिया के कारण बन सकेला। मरीज लोग के संभावित एलर्जी प्रतिक्रिया आ हृदय संबंधी जोखिम के प्रति सावधान रहे के चाहीं।