गेफिटिनिब

नॉन-स्मॉल-सेल लंग कार्सिनोमा

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

हाँ

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • गेफिटिनिब के इस्तेमाल स्थानीय रूप से उन्नत या मेटास्टेटिक गैर-छोटा सेल फेफड़ा कैंसर (NSCLC) के इलाज खातिर कइल जाला, जवना में EGFR म्यूटेशन के कुछ प्रकार के जीन म्यूटेशन होला। ई मुख्य रूप से ओह मरीज लोग खातिर लिखल जाला जे पहिले कीमोथेरेपी ना लिहले होखे।

  • गेफिटिनिब एगो EGFR टायरोसिन किनेस इनहिबिटर ह। ई कैंसर सेल के बढ़त के संकेत के ब्लॉक क के काम करेला, खासकर म्यूटेटेड EGFR रिसेप्टर के निशाना बनावत, जेकरा से ओह लोग के संकेत भेजे से रोकेला जे अनियंत्रित सेल विभाजन के कारण बनेला। ई ट्यूमर के सिकुड़न आ NSCLC के प्रगति के धीमा करेला।

  • बड़ लोग खातिर गेफिटिनिब के मानक खुराक 250 मिग्रा रोजाना एक बेर होला। ई मौखिक रूप से लिहल जाला, आमतौर पर रोजाना एके समय पर एक गोली के रूप में।

  • गेफिटिनिब के आम साइड इफेक्ट में दस्त, त्वचा पर चकत्ते, मतली, उल्टी, आ भूख के कमी शामिल बा। गंभीर लेकिन कम आम जोखिम में जिगर के विषाक्तता, फेफड़ा के सूजन, आ गंभीर दस्त शामिल बा जे निर्जलीकरण के कारण बन सकेला।

  • गेफिटिनिब के ओह लोग के ना लिहल चाहीं जे EGFR म्यूटेशन ना रखेला, गर्भवती या स्तनपान करावत महिलन, गंभीर जिगर या गुर्दा रोग वाला लोग, या जेकरा के इंटरस्टिशियल फेफड़ा रोग के इतिहास होखे। जे लोग गेफिटिनिब या ओकरा के कवनो सामग्री से एलर्जी रखेला, ओह लोग के ई दवाई से बचे के चाहीं।

संकेत आ उद्देश्य

गिफिटिनिब कइसे काम करेला?

गिफिटिनिब एगो EGFR टायरोसिन किनेज इनहिबिटर (TKI) ह जे कैंसर कोष के बढ़ती के संकेत के रोक देला। ई खासकर उत्परिवर्तित EGFR रिसेप्टर के लक्षित करेला, जेकरा से ओहनी के संकेत भेजे से रोक देला जे अनियंत्रित कोष विभाजन के कारण बनेला। एह से ट्यूमर के सिकुड़न आ NSCLC के प्रगति के धीमा हो जाला। ई EGFR उत्परिवर्तन वाला ट्यूमर में सबसे अधिक प्रभावी होला, काहे कि सामान्य EGFR कोष पर कम असर होला।

 

गिफिटिनिब काम कर रहल बा कि ना, कइसे पता चली?

डॉक्टर गिफिटिनिब के प्रभावशीलता के निगरानी खातिर सीटी स्कैन, एमआरआई, या पीईटी स्कैन के इस्तेमाल करेलें ताकि ट्यूमर के सिकुड़न के जांच कइल जा सके। मरीज कैंसर के लक्षण में कमी जइसे कम खांसी, बेहतर सांस लेवे, आ कम थकान के भी देख सकेलें। रक्त परीक्षण आ बायोमार्कर निगरानी के भी इस्तेमाल कइल जा सकेला। अगर ट्यूमर बढ़े लागे, त डॉक्टर वैकल्पिक इलाज के सिफारिश कर सकेलें।

 

का गिफिटिनिब प्रभावी बा?

क्लिनिकल अध्ययन देखवले बा कि गिफिटिनिब NSCLC मरीजन में EGFR उत्परिवर्तन के साथ बहुत प्रभावी बा, जेकरा से जीवित बचे के दर आ जीवन के गुणवत्ता में सुधार होला। अध्ययन देखवले बा कि प्रगति-मुक्त जीवित बचे के समय (PFS) मानक कीमोथेरेपी के तुलना में अधिक बा। हालांकि, ई EGFR उत्परिवर्तन ना होखे वाला ट्यूमर खातिर अच्छा से काम ना करेला। शोध देखवले बा कि उत्परिवर्तन एक्सन 19 विलोपन या एक्सन 21 L858R वाला मरीज एह इलाज से सबसे अधिक लाभान्वित होखेलें।

 

गिफिटिनिब के का उपयोग बा?

गिफिटिनिब के गैर-छोटा कोष फेफड़ा कैंसर (NSCLC) के इलाज खातिर इस्तेमाल होला जे स्थानीय रूप से उन्नत या मेटास्टेटिक होखे आ EGFR जीन उत्परिवर्तन होखे। ई मुख्य रूप से ओह मरीजन खातिर लिखल जाला जिनका के पहिले कवनो कीमोथेरेपी ना भइल होखे। ई दवाई ओह मरीजन में सबसे प्रभावी होला जिनका में विशिष्ट जेनेटिक उत्परिवर्तन EGFR परीक्षण के माध्यम से पुष्टि भइल होखे। ई ओह कैंसर में प्रभावी ना होला जिनमें ई उत्परिवर्तन ना होखे।

 

इस्तेमाल के निर्देश

हम गिफिटिनिब कब तक लीं?

गिफिटिनिब तब तक लिहल जाला जब तक ई प्रभावी रहे आ साइड इफेक्ट प्रबंधनीय रहे। अगर उनकर कैंसर ना बढ़े त मरीज महीना या साल तक इलाज जारी रख सकेलें। स्कैन आ चिकित्सा परीक्षण के साथ नियमित निगरानी के जरूरत होला ताकि दवाई काम कर रहल बा कि ना आ कवनो साइड इफेक्ट विकसित हो रहल बा कि ना, के जांच कइल जा सके। अगर कैंसर बढ़े, त वैकल्पिक इलाज पर विचार कइल जा सकेला।

 

हम गिफिटिनिब कइसे लीं?

गिफिटिनिब के रोजाना एक बेर, खाना के साथ या बिना लिहल चाहीं। गोली के पूरा पानी के साथ निगलल चाहीं। अगर निगलल मुश्किल होखे, त एकरा के पानी के गिलास में घोल के तुरंत पी सकत बानी। ग्रेपफ्रूट आ ग्रेपफ्रूट जूस से बचे के चाहीं, काहे कि ई दवाई के अवशोषण में बाधा डाल सकेला। साथ ही, सेंट जॉन वॉर्ट से बचे के चाहीं, काहे कि ई गिफिटिनिब के प्रभावशीलता के कम कर सकेला।

 

गिफिटिनिब के काम करे में कति समय लागेला?

गिफिटिनिब कुछ हफ्ता के भीतर काम करे लागेला, लेकिन ध्यान देने योग्य सुधार आमतौर पर कई हफ्ता से महीना के इलाज के बाद देखल जाला। ट्यूमर के सिकुड़न या लक्षण राहत में एक से तीन महीना लाग सकेला। प्रगति के निगरानी खातिर नियमित इमेजिंग परीक्षण जइसे सीटी स्कैन या एमआरआई के इस्तेमाल होला। कुछ मरीज पहिला महीना में बेहतर महसूस कर सकेलें, जबकि दूसर लोग के प्रतिक्रिया देवे में अधिक समय लाग सकेला।

 

गिफिटिनिब के कइसे स्टोर करीं?

गिफिटिनिब के कमरा के तापमान (15-30°C) पर एगो सूखा जगह में स्टोर करीं, सीधा धूप आ नमी से दूर। एकरा के बच्चन के पहुँच से दूर राखीं आ बाथरूम में स्टोर मत करीं। एक्सपायर्ड टैबलेट के इस्तेमाल मत करीं।

 

गिफिटिनिब के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर गिफिटिनिब के मानक खुराक 250 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर होला। ई आमतौर पर हर दिन एके समय पर एक गोली के रूप में लिहल जाला। ई बच्चन में आमतौर पर इस्तेमाल ना होला, काहे कि बाल चिकित्सा मरीजन में एकर सुरक्षा आ प्रभावशीलता के बारे में ठोस जानकारी नइखे। अगर गंभीर साइड इफेक्ट होखे, त खुराक के समायोजन कइल जा सकेला या डॉक्टर के सलाह पर इलाज रोकल जा सकेला।

 

चेतावनी आ सावधानी

का गिफिटिनिब स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

गिफिटिनिब स्तनपान के दौरान सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ई दूध में जा सकेला आ शिशु के नुकसान पहुँचा सकेला। गिफिटिनिब लेवे वाली महिलन के इलाज के दौरान आ दवाई रोकला के कम से कम दू हफ्ता बाद तक स्तनपान से बचे के चाहीं

 

का गिफिटिनिब गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

गिफिटिनिब गर्भावस्था में सुरक्षित नइखे, काहे कि ई विकासशील भ्रूण के नुकसान पहुँचा सकेला। पशु अध्ययन सुझाव देला कि ई जन्म दोष आ गर्भपात के कारण बन सकेला। प्रजनन क्षमता वाली महिलन के एह दवाई के लेवे के दौरान आ रोकला के कम से कम दू हफ्ता बाद तक प्रभावी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल करे के चाहीं। अगर गर्भावस्था होखे, त डॉक्टर के तुरंत जानकारी देवे के चाहीं।

 

का हम गिफिटिनिब के साथ अउरी प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

गिफिटिनिब कुछ एंटीबायोटिक्स, एंटिफंगल्स, आ एंटीकन्वल्सेंट्स के साथ इंटरैक्ट करेला। रिफाम्पिसिन, फेनाइटोइन, आ कार्बामाज़ेपिन जइसन दवाई एकर प्रभावशीलता के कम कर सकेला। प्रोटॉन पंप इनहिबिटर (PPIs) जइसन ओमेप्राज़ोल अवशोषण के कम कर सकेला। मरीज के सब दवाई के बारे में डॉक्टर के जानकारी देवे के चाहीं ताकि खतरनाक इंटरैक्शन से बचल जा सके।

 

का हम गिफिटिनिब के साथ विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?

कुछ विटामिन आ सप्लीमेंट गिफिटिनिब के साथ हस्तक्षेप कर सकेला। कैल्शियम आ मैग्नीशियम सप्लीमेंट के सावधानी से लेवे के चाहीं, काहे कि ई पेट के अम्लता के बदल सकेला, जेकरा से दवाई के अवशोषण पर असर पड़ सकेला। सेंट जॉन वॉर्ट से बचे के चाहीं, काहे कि ई गिफिटिनिब के प्रभावशीलता के कम कर सकेला। गिफिटिनिब पर रहते समय हर्बल सप्लीमेंट या ओवर-द-काउंटर विटामिन लेवे से पहिले हमेशा डॉक्टर से सलाह लीं।

 

का गिफिटिनिब बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

गिफिटिनिब के बुजुर्ग मरीजन में इस्तेमाल कइल जा सकेला, लेकिन ओहनी में दस्त, जिगर के समस्या, आ त्वचा पर चकत्ता जइसन साइड इफेक्ट के अधिक संभावना होला। जिगर आ गुर्दा के कार्य के नियमित निगरानी के सिफारिश कइल जाला। सहनशीलता आ साइड इफेक्ट के आधार पर खुराक के समायोजन कइल जा सकेला।

 

का गिफिटिनिब लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

गिफिटिनिब पर रहते समय शराब पियला के सिफारिश ना कइल जाला, काहे कि शराब साइड इफेक्ट जइसे जिगर विषाक्तता, मतली, आ थकान के खराब कर सकेला। यहाँ तक कि मध्यम शराब सेवन भी जिगर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकेला, जे पहले से दवाई के प्रक्रिया में बा। अगर मरीज कभी-कभी पियला के चुनलें, त ओहनी के डॉक्टर से सलाह लेवे के चाहीं आ जटिलता से बचे खातिर सेवन के सीमित करे के चाहीं।

 

का गिफिटिनिब लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?

हाँ, हल्का से मध्यम व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा आ ई ताकत बनावे आ थकान के कम करे में मदद कर सकेला। हालांकि, अगर मरीज गिफिटिनिब से थकान, चक्कर, या कमजोरी के अनुभव करेलें त कठिन गतिविधि से बचे के चाहीं। चलल, योग, आ हल्का खींचाव आमतौर पर सहनशील होला। अगर साइड इफेक्ट व्यायाम के कठिन बना देवे, त गतिविधि स्तर के समायोजन खातिर डॉक्टर से सलाह लेवे के सिफारिश कइल जाला।

के गिफिटिनिब लेवे से बचे के चाहीं?

जिनका में EGFR उत्परिवर्तन ना होखे, ओह लोग के गिफिटिनिब ना लेवे के चाहीं, काहे कि ई प्रभावी ना होखी। ई गर्भवती या स्तनपान करावे वाली महिलन, गंभीर जिगर या गुर्दा रोग वाला लोग, या इंटरस्टिशियल फेफड़ा रोग के इतिहास वाला लोग खातिर भी सिफारिश ना कइल जाला। गिफिटिनिब या एकर कवनो घटक से एलर्जी वाला मरीज के एह दवाई से बचे के चाहीं।