फ्लूवोक्सामिन

अवसाद विकार, पैनिक विक्षोभ ... show more

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

NO

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • फ्लूवोक्सामिन मुख्य रूप से ऑब्सेसिव-कम्पल्सिव डिसऑर्डर (OCD) आ सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई दोसरा स्थिति जइसे पैनिक डिसऑर्डर, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD), आ मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर में भी मदद करेला।

  • फ्लूवोक्सामिन दिमाग में सेरोटोनिन के स्तर बढ़ाके काम करेला, जे मूड सुधारल आ चिंता कम करेला। ई दवाइयन के एगो समूह में आवेला जेकरा के सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर्स (SSRIs) कहल जाला, जे सेरोटोनिन के पुनःअवशोषण के रोक के दिमागी कार्य के खातिर अधिक उपलब्ध करेला।

  • फ्लूवोक्सामिन आमतौर पर 50 मि.ग्रा. रोजाना शुरू कइल जाला, जे आमतौर पर साँझ में लिहल जाला। खुराक धीरे-धीरे 100-300 मि.ग्रा. प्रति दिन बढ़ावल जा सकेला, आपके प्रतिक्रिया पर निर्भर करेला। ई खाना के साथ या बिना लिहल जा सकेला आ रोजाना एके समय पर लिहल चाहीं।

  • फ्लूवोक्सामिन के आम साइड इफेक्ट्स में मिचली, दस्त, आ चक्कर आना शामिल बा। दुर्लभ प्रतिकूल प्रभाव में असामान्य रक्तस्राव या दौरा शामिल बा।

  • फ्लूवोक्सामिन गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रिया आ आत्महत्या के विचार में वृद्धि कर सकेला, खासकर इलाज के पहिला कुछ हफ्ता में। ई दोसरा दवाइयन के साथ इंटरैक्ट करके सेरोटोनिन सिंड्रोम, जे संभावित रूप से जानलेवा स्थिति ह, पैदा कर सकेला। ई स्तनपान करावत माई लोग खातिर सिफारिश ना कइल जाला आ गर्भवती महिला लोग के ई लेवे से पहिले आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के चाहीं।

संकेत आ उद्देश्य

फ्लूवोक्सामिन कइसे काम करेला?

फ्लूवोक्सामिन मस्तिष्क में सेरोटोनिन स्तर बढ़ाके काम करेला, जेकरा से मूड में सुधार, चिंता में कमी, आ समग्र कल्याण में सुधार हो सकेला।

कइसे पता चली कि फ्लूवोक्सामिन काम कर रहल बा?

मरीजन के आपन लक्षण के ट्रैक करे के चाही आ कवनो बदलाव के आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रिपोर्ट करे के चाही। ई प्रदाता के मदद कर सकेला कि दवाई प्रभावी रूप से काम कर रहल बा कि ना।

फ्लूवोक्सामिन के प्रति मरीज के प्रतिक्रिया के मॉनिटर करे आ खुराक में कवनो जरूरी समायोजन करे खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ नियमित फॉलो-अप अपॉइंटमेंट मदद कर सकेला।

का फ्लूवोक्सामिन प्रभावी बा?

फ्लूवोक्सामिन के ओसीडी, एसएडी, जीएडी, पैनिक डिसऑर्डर, आ एमडीडी के इलाज में प्रभावी रूप से काम करे के देखल गइल बा, मस्तिष्क में सेरोटोनिन स्तर बढ़ाके।

फ्लूवोक्सामिन के का उपयोग बा?

फ्लूवोक्सामिन के ओसीडी, एसएडी, जीएडी, पैनिक डिसऑर्डर, पीटीएसडी, आ प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला।

इस्तेमाल के निर्देश

हम फ्लूवोक्सामिन कति दिन लेईं?

फ्लूवोक्सामिन, टैबलेट रूप में, ओसीडी से पीड़ित बड़ लोग के दीर्घकालिक मदद करे में देखल गइल बा। जबकि कैप्सूल रूप के दीर्घकालिक प्रभाव के उतना अच्छा से अध्ययन ना कइल गइल बा, डॉक्टर एकरा के तब भी लिख सकेला अगर ई मरीज खातिर अच्छा से काम कर रहल बा काहे कि ओसीडी एगो दीर्घकालिक स्थिति बा। अध्ययन भी देखावे ला कि ई टैबलेट रूप में बड़ लोग आ बच्चा खातिर काम करेला।

हम फ्लूवोक्सामिन कइसे लेईं?

फ्लूवोक्सामिन खाना के साथ भा बिना खइला जा सकेला, लेकिन एके हर दिन एके समय पर लेवे के चाही ताकि शरीर में दवाई के स्थिर स्तर बनल रहे।

गोली के पूरा निगलल चाही, बिना चबवले भा कुचलले।

मरीजन के फ्लूवोक्सामिन लेत घरी शराब पिए से बचे के चाही, काहे कि ई साइड इफेक्ट के खतरा बढ़ा सकेला।

फ्लूवोक्सामिन के काम करे में कति समय लागेला?

फ्लूवोक्सामिन के काम करे में 4-6 हफ्ता लाग सकेला आ मरीजन के इलाज के पहिला कुछ हफ्ता में साइड इफेक्ट महसूस हो सकेला।

हम फ्लूवोक्सामिन के कइसे स्टोर करीं?

फ्लूवोक्सामिन के कमरा के तापमान पर स्टोर करे के चाही, 68°F से 77°F (20°C से 25°C) के बीच, गर्मी, नमी, आ रोशनी से दूर।

फ्लूवोक्सामिन के सामान्य खुराक का होला?

बड़ लोग खातिर, फ्लूवोक्सामिन के सामान्य शुरुआती खुराक 50 मिग्रा प्रति दिन होला, जेकरा के 50 मिग्रा के वृद्धि में हर 4 से 7 दिन पर बढ़ावल जा सकेला, जब तक सहन कइल जा सके, अधिकतम 300 मिग्रा प्रति दिन तक। 8 से 17 साल के बच्चा खातिर, शुरुआती खुराक 25 मिग्रा प्रति दिन होला, 11 साल तक के बच्चा खातिर अधिकतम खुराक 200 मिग्रा प्रति दिन बा, आ किशोर खातिर 300 मिग्रा तक।

चेतावनी आ सावधानी

का फ्लूवोक्सामिन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

फ्लूवोक्सामिन स्तन दूध में निकासित हो सकेला आ स्तनपान करावे वाला शिशु में प्रतिकूल प्रभाव पैदा कर सकेला। एह से, स्तनपान करावे वाली माई के फ्लूवोक्सामिन लेवे से बचे के चाही जब तक कि संभावित लाभ संभावित जोखिम से अधिक ना होखे।

का फ्लूवोक्सामिन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

फ्लूवोक्सामिन के गर्भावस्था श्रेणी C दवा के रूप में वर्गीकृत कइल गइल बा आ ई ना मालूम बा कि ई गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल खातिर सुरक्षित बा कि ना। गर्भवती महिलन के दवाई लेवे से पहिले आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के चाही।

का हम फ्लूवोक्सामिन के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकेनी?

मोनोअमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर (एमएओआई): एमएओआई फ्लूवोक्सामिन के साथ एगो संभावित जीवन-धमकी देवे वाला इंटरैक्शन पैदा कर सकेला, जेकरा से सेरोटोनिन सिंड्रोम हो सकेला।

ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट: फ्लूवोक्सामिन के ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट के साथ लेवे से सेरोटोनिन सिंड्रोम के खतरा बढ़ सकेला।

वारफारिन: फ्लूवोक्सामिन शरीर में वारफारिन के स्तर बढ़ा सकेला, जेकरा से रक्तस्राव के खतरा बढ़ सकेला।

का हम फ्लूवोक्सामिन के विटामिन भा सप्लीमेंट के साथ ले सकेनी?

सेंट जॉन वॉर्ट: ई हर्बल सप्लीमेंट फ्लूवोक्सामिन के साथ लेवे पर साइड इफेक्ट के खतरा बढ़ा सकेला, जइसे कि चक्कर आ उनींदापन।

कैल्शियम सप्लीमेंट: कैल्शियम सप्लीमेंट फ्लूवोक्सामिन के अवशोषण के कम कर सकेला, जेकरा से ई कम प्रभावी हो सकेला।

अंगूर के रस: अंगूर के रस शरीर में फ्लूवोक्सामिन के स्तर बढ़ा सकेला, जेकरा से साइड इफेक्ट के खतरा बढ़ सकेला।

का फ्लूवोक्सामिन बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग लोग के दवाई फ्लूवोक्सामिन के छोट खुराक से शुरू करे के आ धीरे-धीरे खुराक बढ़ावे के जरूरत होला। ई एहसे कि उनकर शरीर जवान लोग के तुलना में दवाई के धीरे-धीरे हटावे ला, जेकरा से खून में सोडियम के स्तर कम होखे के खतरा बढ़ जाला (हाइपोनेट्रेमिया)। हालांकि, दवाई बेचे से पहिले कइल गइल अध्ययन में ई दवाई लेवे वाला बुजुर्ग आ जवान लोग के बीच कवनो प्रमुख समग्र सुरक्षा अंतर ना देखावल गइल।

का फ्लूवोक्सामिन लेत घरी शराब पिए के सुरक्षित बा?

मॉडरेशन में शराब पिए से ड्यूटास्टराइड के सुरक्षा भा प्रभावशीलता पर सीधे असर ना पड़े ला। हालांकि, शराब आ ड्यूटास्टराइड दुनो रक्तचाप के कम कर सकेला, एह से दुनो के मिलावे से चक्कर भा हल्कापन बढ़ सकेला। हाइड्रेटेड रहल आ रउरा के महसूस हो रहल कवनो बदलाव के मॉनिटर कइल महत्वपूर्ण बा। हमेशा रउरा डॉक्टर से व्यक्तिगत सलाह खातिर संपर्क करीं​

का फ्लूवोक्सामिन लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?

ड्यूटास्टराइड लेत घरी व्यायाम सामान्य रूप से सुरक्षित बा। हालांकि, ड्यूटास्टराइड कभी-कभी चक्कर भा थकावट पैदा कर सकेला, एह से रउरा शरीर के सुने के आ अगर रउरा के अस्वस्थ महसूस होखे त तीव्र शारीरिक गतिविधि से बचे के महत्वपूर्ण बा। मध्यम व्यायाम से शुरू करीं आ रउरा अनुभव कइल कवनो साइड इफेक्ट के ध्यान में राखत धीरे-धीरे तीव्रता बढ़ाईं। अगर रउरा के कवनो चिंता होखे त हमेशा रउरा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करीं​

कवन लोग फ्लूवोक्सामिन लेवे से बचे के चाही?

एलर्जिक प्रतिक्रिया: फ्लूवोक्सामिन कुछ मरीजन में गंभीर एलर्जिक प्रतिक्रिया पैदा कर सकेला, जइसे कि दाने, छपाकी, आ सांस लेवे में कठिनाई।

आत्महत्या के विचार: कुछ मरीजन में, फ्लूवोक्सामिन आत्महत्या के विचार में बढ़ोतरी कर सकेला, खासकर इलाज के पहिला कुछ हफ्ता में।

सेरोटोनिन सिंड्रोम: फ्लूवोक्सामिन दोसरा दवाई के साथ मिलके सेरोटोनिन सिंड्रोम पैदा कर सकेला, जेकरा से उत्तेजना, भ्रम, आ कोमा हो सकेला।