एथियोनामाइड
ट्यूबरक्युलोसिस
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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एथियोनामाइड एगो एंटीबायोटिक ह जेकरा के मुख्य रूप से बहु-औषधि प्रतिरोधी क्षय रोग (MDRTB) के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई कभी-कभी कुष्ठ रोग के इलाज खातिर भी इस्तेमाल होला।
एथियोनामाइड बैक्टीरिया के जरूरी प्रोटीन बनावे के क्षमता के रोक के काम करेला। ई उनकर बढ़त आ फइलत रोक देला। ई मायकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस, जे टीबी के कारण बनेला, के खिलाफ प्रभावी बा।
बड़ लोग खातिर, एथियोनामाइड के आमतौर पर 250 मि.ग्रा. से 500 मि.ग्रा. दिन में दू बेर लिहल जाला, एक दिन में 1 ग्राम से अधिक ना। बच्चा लोग में, खुराक वजन पर आधारित होला, आमतौर पर 15-20 मि.ग्रा. प्रति किलो रोजाना। ई गोली के रूप में पानी के साथ निगलल जाला।
एथियोनामाइड के आम साइड इफेक्ट्स में मिचली, उल्टी, पेट में दर्द, भूख में कमी, आ चक्कर आना शामिल बा। गंभीर साइड इफेक्ट्स में जिगर के नुकसान, डिप्रेशन, नस के समस्या, आ थायरॉइड के समस्या शामिल बा।
एथियोनामाइड गर्भवती महिला या स्तनपान करावत माई लोग खातिर सिफारिश ना कइल जाला। जिगर के बीमारी, गंभीर मधुमेह, डिप्रेशन या नस के विकार वाला लोग के ई से बचल चाहीं। ई चक्कर पैदा कर सकेला, त अगर प्रभावित होखीं त गाड़ी चलावे से बचीं। शराब से बचल चाहीं काहे कि ई जिगर के नुकसान के खतरा बढ़ा देला।
संकेत आ उद्देश्य
एथियोनामाइड कइसे काम करे ला?
एथियोनामाइड बैक्टीरिया के जरूरी प्रोटीन बनावे के क्षमता के ब्लॉक कर देला, ओकरा के बढ़े आ फइले से रोक देला। ई केवल माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस आ कुछ संबंधित बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी बा। ई एगो सेकंड-लाइन टीबी इलाज बा जब प्राथमिक टीबी दवाइयन फेल हो जालीं।
कइसे पता चली कि एथियोनामाइड काम कर रहल बा?
डॉक्टर टीबी के इलाज के लक्षण में सुधार, थूक के टेस्ट, एक्स-रे, आ खून के टेस्ट के माध्यम से मॉनिटर करेलन। अगर लक्षण जइसे खांसी, बुखार, आ वजन घटाव कम हो रहल बा, त ई संकेत देला कि दवाई काम कर रहल बा। प्रगति के ट्रैक करे खातिर नियमित मेडिकल फॉलो-अप जरूरी बा।
का एथियोनामाइड प्रभावी बा?
हँ, एथियोनामाइड दवाई-प्रतिरोधी टीबी के खिलाफ प्रभावी बा जब सही से इस्तेमाल कइल जाला। हालांकि, ई के सबसे अच्छा परिणाम खातिर दोसरा टीबी दवाइयन के साथे मिलाके इस्तेमाल कइल जाला। जब सही से लिहल जाला, त ई एमडीआर-टीबी के नियंत्रित करे आ अंततः ठीक करे में मदद कर सकेला।
एथियोनामाइड के इस्तेमाल का खातिर होला?
एथियोनामाइड मुख्य रूप से मल्टी-ड्रग-रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (एमडीआर-टीबी) के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई कभी-कभी कोढ़ के इलाज खातिर भी इस्तेमाल होला। चूंकि ई एगो सेकंड-लाइन टीबी दवाई बा, ई तब लिखल जाला जब फर्स्ट-लाइन टीबी दवाइयन फेल हो जालीं या प्रतिरोध के कारण इस्तेमाल ना कइल जा सके।
इस्तेमाल के निर्देश
हम एथियोनामाइड कब तक लीं?
इलाज के अवधि संक्रमण के गंभीरता पर निर्भर करे ला, आमतौर पर 6 महीना से 2 साल तक होला। पूरा कोर्स पूरा करना जरूरी बा, चाहे तोहरा अच्छा लागे लागे, ताकि टीबी बैक्टीरिया के शरीर से पूरी तरह से खत्म कइल जा सके।
हम एथियोनामाइड कइसे लीं?
एथियोनामाइड के खाना के साथे लीं ताकि पेट के जलन कम हो सके। गोली के पूरा निगल जाईं पानी के साथे। एकरा जल्दी बंद मत करीं, काहे कि ई बैक्टीरिया के प्रतिरोधी बना सकेला, जेकरा से संक्रमण के इलाज मुश्किल हो जाई। तोहार डॉक्टर के निर्देश के ध्यान से पालन करीं।
एथियोनामाइड के काम करे में कतना समय लागेला?
एथियोनामाइड कुछ हफ्ता में काम करे शुरू कर देला, लेकिन लक्षण में सुधार होखे में कई महीना लाग सकेला। टीबी के इलाज धीमा होला, त धैर्य जरूरी बा। नियमित डॉक्टर के विजिट आ मेडिकल टेस्ट से प्रगति के ट्रैक करे में मदद मिले ला आ सुनिश्चित करे ला कि संक्रमण के प्रभावी ढंग से इलाज हो रहल बा।
हम एथियोनामाइड के कइसे स्टोर करीं?
एथियोनामाइड के कमरा के तापमान (15-30°C) पर स्टोर करीं, गर्मी, नमी, आ सीधा धूप से दूर। एकरा के सूखा जगह पर आ बच्चा लोग के पहुंच से दूर रखीं। एकरा के बाथरूम में स्टोर मत करीं।
एथियोनामाइड के सामान्य खुराक का ह?
बड़ लोग खातिर, सामान्य खुराक 250 मिग्रा से 500 मिग्रा दिन में दू बेर होला, अधिकतम 1 ग्राम प्रति दिन। बच्चा लोग में, खुराक वजन पर आधारित होला, आमतौर पर 15–20 मिग्रा प्रति किलो रोजाना। तोहार डॉक्टर तोहार हालत आ इलाज के प्रतिक्रिया के आधार पर खुराक के समायोजन करी।
चेतावनी आ सावधानी
का एथियोनामाइड स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
एथियोनामाइड लेत घरी स्तनपान करावल ना सलाह दिहल जाला, काहे कि दवाई दूध में जा सकेला आ बच्चा के नुकसान पहुंचा सकेला। अगर इलाज जरूरी बा, त सुरक्षित विकल्प के खोजे खातिर डॉक्टर से सलाह लीं।
का एथियोनामाइड गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
एथियोनामाइड गर्भावस्था के दौरान सिफारिश ना कइल जाला, काहे कि ई विकसित हो रहल बच्चा के नुकसान पहुंचा सकेला। गर्भवती महिलन के आपन डॉक्टर से वैकल्पिक इलाज के चर्चा करे के चाहीं। अगर संक्रमण गंभीर बा, त जोखिम आ लाभ के सावधानी से तौलल जरूरी बा।
का हम एथियोनामाइड के साथे दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
एथियोनामाइड टीबी दवाई, मधुमेह के दवाई, एंटीडिप्रेसेंट, आ मिर्गी के दवाई के साथे इंटरैक्ट करेला। ई चक्कर आ जिगर के विषाक्तता बढ़ा सकेला। जटिलता से बचावे खातिर तोहार डॉक्टर के सब दवाई के बारे में जानकारी दीं।
का हम एथियोनामाइड के साथे विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?
हँ, लेकिन नस से संबंधित साइड इफेक्ट के रोकथाम खातिर अक्सर विटामिन बी6 (पाइरिडोक्सिन) के सिफारिश कइल जाला। शराब से बचे के चाहीं, काहे कि ई जिगर के नुकसान के जोखिम बढ़ा देला। कवनो अतिरिक्त सप्लीमेंट लेवे से पहिले तोहार डॉक्टर से सलाह लीं।
का एथियोनामाइड बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
हँ, लेकिन बुजुर्ग मरीजन में जिगर के समस्या, चक्कर, आ कमजोरी के अधिक जोखिम हो सकेला। कवनो प्रतिकूल प्रभाव के जल्दी पता लगावे खातिर नियमित मॉनिटरिंग जरूरी बा। स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर खुराक के समायोजन कइल जा सकेला।
का एथियोनामाइड लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?
ना, शराब से बचे के चाहीं काहे कि ई जिगर के नुकसान के जोखिम बढ़ा देला आ चक्कर आ उल्टी जइसे साइड इफेक्ट के खराब कर देला।
का एथियोनामाइड लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
हँ, हल्का व्यायाम ठीक बा, लेकिन अगर तोहरा कमजोरी, चक्कर, या थकान महसूस होखे त तीव्र कसरत से बचे। आपन शरीर के सुने आ जरूरत पर आराम करीं।
केकरा के एथियोनामाइड लेवे से बचे के चाहीं?
जिनका जिगर के बीमारी, थायराइड के समस्या, गंभीर मधुमेह, अवसाद, या नस के विकार बा, ओह लोग के एथियोनामाइड से बचे के चाहीं। गर्भवती महिलन के ई केवल तब लेवे के चाहीं जब जरूरी होखे, काहे कि ई बच्चा के नुकसान पहुंचा सकेला। इस्तेमाल से पहिले हमेशा डॉक्टर से सलाह लीं।