एरगोटामाइन
पोस्टपार्टम रक्तस्राव, क्लस्टर सिरदर्द ... show more
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
एरगोटामाइन के इस्तेमाल संवहनी सिरदर्द जइसे माइग्रेन आ माइग्रेन वेरिएंट्स के इलाज खातिर कइल जाला। ई खून के नस के संकुचित क के सिरदर्द के लक्षण के कम करे में मदद करेला।
एरगोटामाइन सीधे परिधीय आ कपाल खून के नस के चिकनी मांसपेशी के उत्तेजित क के ओहनी के संकुचित कर देला। ई केंद्रीय वासोमोटर केंद्रन के दबा देला। ई क्रिया प्रभावित इलाका में खून के प्रवाह के कम करेला, जेकरा से माइग्रेन सिरदर्द के राहत मिलेला।
बड़ लोग खातिर सामान्य खुराक माइग्रेन हमला के पहिला संकेत पर एक 2mg के गोली ह। अगर जरूरत होखे त आधा घंटा के अंतराल पर दोसरा गोली लिहल जा सकेला, बाकिर 24 घंटा के अवधि में तीन गो गोली से अधिक ना होखे के चाहीं। कुल साप्ताहिक खुराक एक हफ्ता में पाँच गो गोली (10 mg) से अधिक ना होखे के चाहीं।
एरगोटामाइन के आम साइड इफेक्ट में मिचली आ उल्टी शामिल बा। गंभीर प्रतिकूल प्रभाव में संवहनी संकुचन के जटिलताएं जइसे इस्कीमिया, सायनोसिस, आ ग्रीन शामिल हो सकेला, खासकर दीर्घकालिक या उच्च खुराक के इस्तेमाल पर।
एरगोटामाइन के शक्तिशाली CYP 3A4 इनहिबिटर जइसे कुछ एंटीबायोटिक्स आ प्रोटीज इनहिबिटर के साथ इस्तेमाल ना कइल जाव, काहे कि गंभीर वासोस्पास्टिक प्रतिक्रिया के जोखिम बा। ई गर्भवती महिलन आ कुछ संवहनी स्थितियन वाला व्यक्तियन में निषिद्ध बा। अधिक इस्तेमाल से एरगोटिज्म हो सकेला, जेकरा में गंभीर संवहनी संकुचन आ इस्कीमिया शामिल बा।
संकेत आ उद्देश्य
एरगोटामाइन कइसे काम करेला?
एरगोटामाइन परिधीय आ क्रैनियल खून के नस के चिकनी मांसपेशी के सीधे उत्तेजित करके, वासोकंस्ट्रिक्शन पैदा करेला। ई केंद्रीय वासोमोटर केंद्र के दबा देला आ सेरोटोनिन विरोध के गुण रखेला। ई क्रिया माइग्रेन सिरदर्द के प्रभावित क्षेत्र में रक्त प्रवाह के कम करके कम करेला।
का एरगोटामाइन प्रभावी बा?
एरगोटामाइन माइग्रेन सिरदर्द के इलाज में प्रभावी बा, खून के नस के वासोकंस्ट्रिक्शन के कारण, जवन कि सिरदर्द के कम करे में मदद करेला। ई वास्कुलर सिरदर्द, माइग्रेन आ माइग्रेन वेरिएंट के रोकथाम भा रोकथाम खातिर संकेतित बा। एकर प्रभावशीलता खून के नस आ केंद्रीय वासोमोटर केंद्र पर एकर फार्माकोलॉजिकल क्रिया से समर्थित बा।
इस्तेमाल के निर्देश
एरगोटामाइन केतना दिन ले लिहल जाला?
एरगोटामाइन आमतौर पर माइग्रेन अटैक के शुरुआत में इस्तेमाल होला आ ई रोजाना के क्रोनिक इस्तेमाल खातिर ना होखे। कुल साप्ताहिक खुराक एक हफ्ता में पाँच गोली (10 मि.ग्रा.) से जादे ना होखे के चाहीं। निर्धारित खुराक के पालन जरूरी बा आ बिना मेडिकल सलाह के एकरा के लमहर समय ले इस्तेमाल ना करीं।
एरगोटामाइन कइसे लीहल जाला?
एरगोटामाइन के माइग्रेन अटैक के पहिला संकेत पर लिहल जाला। एक 2 मि.ग्रा. गोली जीभ के नीचे रखल जाला, आ अगर जरूरत होखे त आधा घंटा के अंतर पर दोसर गोली लिहल जा सकेला, बाकिर 24 घंटा में तीन गोली से जादे ना होखे के चाहीं। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध के उल्लेख नइखे, बाकिर ई जरूरी बा कि रउआ आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के निर्देश के पालन करीं।
एरगोटामाइन के काम करे में कतना समय लागेला?
एरगोटामाइन माइग्रेन अटैक के पहिला संकेत पर लेवे पर सबसे प्रभावी होला। ई खून के नस के वासोकंस्ट्रिक्शन के कारण काम करेला, जवन कि सिरदर्द के कम करेला। एकरा के काम करे में कतना समय लागेला, ई अलग-अलग हो सकेला, बाकिर अधिकतम प्रभावशीलता खातिर जल्दी प्रशासन के सिफारिश कइल जाला।
एरगोटामाइन के कइसे स्टोर करीं?
एरगोटामाइन के कमरा के तापमान पर स्टोर करे के चाहीं, 20°-25°C (68°-77°F) के बीच, 15°-30°C (59°-86°F) तक के अनुमेय विचलन के साथ। एकरा के रोशनी आ गर्मी से बचा के रखल जाव आ बच्चन के पहुंच से दूर रखल जाव, सुरक्षा आ एकर प्रभावशीलता बनवले रखे खातिर।
एरगोटामाइन के सामान्य खुराक का ह?
बड़ लोग खातिर, एरगोटामाइन के सामान्य खुराक माइग्रेन अटैक के पहिला संकेत पर एक 2 मि.ग्रा. गोली हवे। अगर जरूरत होखे, त आधा घंटा के अंतर पर दोसर गोली लिहल जा सकेला, बाकिर खुराक 24 घंटा के भीतर तीन गोली से जादे ना होखे के चाहीं। कुल साप्ताहिक खुराक एक हफ्ता में पाँच गोली (10 मि.ग्रा.) से जादे ना होखे के चाहीं। बाल रोगियन में सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित ना भइल बा।
चेतावनी आ सावधानी
का एरगोटामाइन स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
एरगोटामाइन स्तन दूध में उत्सर्जित होला आ नर्सिंग शिशु में प्रतिकूल प्रभाव पैदा कर सकेला, जइसे उल्टी आ अस्थिर रक्तचाप। गंभीर प्रतिक्रिया के संभावना के कारण, ई निर्णय लेवे के चाहीं कि नर्सिंग के बंद कइल जाव भा दवाई के बंद कइल जाव, माँ खातिर दवाई के महत्व के ध्यान में रखत।
का एरगोटामाइन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
एरगोटामाइन गर्भावस्था के दौरान निषिद्ध बा, गर्भ में पल रहल बच्चा के संभावित नुकसान के कारण। ई गर्भाशय के नस के लमहर समय तक वासोकंस्ट्रिक्शन आ मायोमेट्रियल टोन के बढ़ोतरी के कारण बन सकेला, जवन कि गर्भ में पल रहल बच्चा के रक्त प्रवाह के कम कर सकेला। गर्भवती महिलन के एरगोटामाइन के इस्तेमाल से बचे के चाहीं आ वैकल्पिक इलाज खातिर आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करे के चाहीं।
का हम एरगोटामाइन के दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकीला?
एरगोटामाइन के शक्तिशाली CYP 3A4 इनहिबिटर जइसे मैक्रोलाइड एंटीबायोटिक्स (जइसे, एरिथ्रोमाइसिन) आ प्रोटीज इनहिबिटर (जइसे, रिटोनाविर) के साथ इस्तेमाल ना करे के चाहीं, गंभीर वासोस्पास्टिक प्रतिक्रिया के जोखिम के कारण। एकरा के दोसरा वासोकंस्ट्रिक्टर्स भा सिम्पैथोमिमेटिक्स के साथ भी ना मिलावे के चाहीं, काहे कि ई रक्तचाप के अत्यधिक वृद्धि के कारण बन सकेला।
एरगोटामाइन लेत घरी व्यायाम सुरक्षित बा?
एरगोटामाइन वासोकंस्ट्रिक्टिव जटिलताएं पैदा कर सकेला, जवन कि मांसपेशी में दर्द आ पैर में कमजोरी जइसन लक्षण पैदा कर सकेला। ई प्रभाव शारीरिक गतिविधि भा व्यायाम के सीमित कर सकेला। अगर रउआ एह लक्षणन के अनुभव करीलें, त ई जरूरी बा कि रउआ आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से मार्गदर्शन खातिर संपर्क करीं।
केकरा के एरगोटामाइन लेवे से बचे के चाहीं?
एरगोटामाइन के शक्तिशाली CYP 3A4 इनहिबिटर जइसे कुछ एंटीबायोटिक्स आ प्रोटीज इनहिबिटर के साथ इस्तेमाल ना करे के चाहीं, गंभीर वासोस्पास्टिक प्रतिक्रिया के जोखिम के कारण। ई गर्भवती महिलन में निषिद्ध बा, गर्भ में पल रहल बच्चा के संभावित नुकसान के कारण आ कुछ हृदय संबंधी स्थितियन वाला व्यक्तियन द्वारा इस्तेमाल ना करे के चाहीं। अत्यधिक इस्तेमाल से एरगोटिज्म हो सकेला, जवन कि गंभीर वासोकंस्ट्रिक्शन आ इस्कीमिया के विशेषता बा।