डाइसाइक्लोमाइन

चिड़चिड़ाहट आंत सिंड्रोम

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

NO

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • डाइसाइक्लोमाइन मुख्य रूप से चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम (IBS) के लक्षण, जइसे पेट में दर्द, ऐंठन, आ असुविधा के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला।

  • डाइसाइक्लोमाइन शरीर में एगो प्राकृतिक पदार्थ के गतिविधि के रोक के काम करेला जेकरा के एसीटाइलकोलाइन कहल जाला, जे मांसपेशी के ऐंठन के कारण बनेला। ई जठरांत्र संबंधी मार्ग में ऐंठन के कम करेला, IBS के लक्षण से राहत देला।

  • बड़ लोग खातिर सामान्य शुरुआती खुराक 20 मि.ग्रा. डाइसाइक्लोमाइन ह, जे दिन में चार बार लिहल जाला। एक हफ्ता बाद, अगर जरूरत आ सहन कइल जा सके त ई 40 मि.ग्रा. दिन में चार बार बढ़ावल जा सकेला। ई 6 महीना से कम उमिर के बच्चा खातिर सिफारिश ना कइल जाला।

  • डाइसाइक्लोमाइन के आम साइड इफेक्ट में सुखल मुँह, चक्कर आ धुंधला देखाई शामिल बा। गंभीर साइड इफेक्ट में भ्रम, मतिभ्रम, आ तेज धड़कन शामिल हो सकेला। अगर रउआ गंभीर साइड इफेक्ट अनुभव करील, त तुरत आपन डॉक्टर से संपर्क करीं।

  • डाइसाइक्लोमाइन 6 महीना से कम उमिर के शिशु, दूध पियावे वाली माई, आ ग्लूकोमा, मायस्थेनिया ग्रेविस, या गंभीर अल्सरेटिव कोलाइटिस वाला मरीज खातिर सिफारिश ना कइल जाला। बूढ़ लोग के सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं। अगर उनींदापन या चक्कर आवत होखे त गाड़ी चलावे से बचे।

संकेत आ उद्देश्य

डाइसाइक्लोमाइन कइसे काम करेला?

डाइसाइक्लोमाइन एसिटाइलकोलाइन के क्रिया के रोक के काम करेला, जे शरीर में एगो प्राकृतिक पदार्थ बा जे मांसपेशियन के ऐंठन के कारण बनेला। ई एगो एंटीकॉलिनर्जिक के रूप में काम करेला, जठरांत्र संबंधी मार्ग में ऐंठन के कम करेला आ चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम के लक्षणन से राहत देला।

कइसे पता चली कि डाइसाइक्लोमाइन काम कर रहल बा?

डाइसाइक्लोमाइन के लाभ के मूल्यांकन चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम से जुड़ल लक्षणन के राहत के निगरानी करके कइल जाला। अगर लक्षणन में दू हफ्ता के भीतर सुधार ना होखे या अगर साइड इफेक्ट होखे, त इलाज के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा पुनर्मूल्यांकन करे के जरूरत हो सकेला।

का डाइसाइक्लोमाइन प्रभावी बा?

नियंत्रित नैदानिक परीक्षणन में, चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम खातिर डाइसाइक्लोमाइन से इलाज कइल 82% मरीजन में अनुकूल प्रतिक्रिया देखल गइल, जबकि प्लेसीबो दिहल 55% लोग में। ई देखावेला कि डाइसाइक्लोमाइन एह स्थिति के लक्षणन के राहत देवे में प्रभावी बा।

डाइसाइक्लोमाइन के इस्तेमाल का खातिर होला?

डाइसाइक्लोमाइन मुख्य रूप से चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम (IBS) के इलाज खातिर संकेतित बा। ई जठरांत्र संबंधी मार्ग में मांसपेशियन के ऐंठन के कम करके पेट के दर्द, ऐंठन, आ असुविधा जइसन लक्षणन के राहत देवे में मदद करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

हम डाइसाइक्लोमाइन कब तक लीं?

डाइसाइक्लोमाइन के आमतौर पर चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम के लक्षणन के अल्पकालिक राहत खातिर इस्तेमाल कइल जाला। अगर दू हफ्ता के भीतर कवनो सुधार ना देखाई देला या अगर साइड इफेक्ट के कारण खुराक 80 मि.ग्रा. प्रति दिन से कम होखे के जरूरत होखे, त दवाई बंद कर देवे के चाहीं। चिकित्सा पर्यवेक्षण के बिना दीर्घकालिक इस्तेमाल के सिफारिश ना कइल जाला।

हम डाइसाइक्लोमाइन कइसे लीं?

डाइसाइक्लोमाइन खाना के साथ या बिना लिहल जा सकेला, लेकिन तोहार डॉक्टर के निर्देश के पालन करना जरूरी बा। कवनो खास खाना के प्रतिबंध ना बा, लेकिन शराब से बचे काहे कि ई उनींदापन बढ़ा सकेला। तोहार खुराक याद रखे में मदद खातिर हर दिन एके समय पर दवाई लीं।

डाइसाइक्लोमाइन के काम करे में कति समय लागेला?

डाइसाइक्लोमाइन तेजी से अवशोषित हो जाला आ आमतौर पर मौखिक प्रशासन के 60 से 90 मिनट के भीतर काम करे लागेला। ई जठरांत्र संबंधी मार्ग में मांसपेशियन के ऐंठन के कम करके चिड़चिड़ा आंत सिंड्रोम के लक्षणन के राहत देवे में मदद करेला।

हम डाइसाइक्लोमाइन के कइसे स्टोर करीं?

डाइसाइक्लोमाइन के कमरा के तापमान पर, अधिक गर्मी आ नमी से दूर स्टोर करीं। एकरा के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद आ बच्चन के पहुँच से दूर राखीं। एकरा के बाथरूम में स्टोर मत करीं ताकि नमी के संपर्क से बचल जा सके।

डाइसाइक्लोमाइन के सामान्य खुराक का ह?

बड़ लोग खातिर, डाइसाइक्लोमाइन के सामान्य शुरुआती खुराक 20 मि.ग्रा. दिन में चार बेर लिहल जाला। एक हफ्ता बाद, अगर जरूरत होखे आ सहन कइल जा सके त खुराक 40 मि.ग्रा. दिन में चार बेर बढ़ावल जा सकेला। सुरक्षा चिंता के कारण 6 महीना से कम उमिर के बच्चन खातिर डाइसाइक्लोमाइन के सिफारिश ना कइल जाला। बड़का बच्चन खातिर, खुराक के निर्धारण स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा कइल जाव।

चेतावनी आ सावधानी

का स्तनपान करावत घरी डाइसाइक्लोमाइन सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

डाइसाइक्लोमाइन स्तनपान करावे वाली माई खातिर निषिद्ध बा, काहे कि ई स्तन के दूध में उत्सर्जित होला आ शिशु में गंभीर प्रतिकूल प्रतिक्रिया के कारण बन सकेला। दवाई के महत्व के ध्यान में राखत, या त नर्सिंग या दवाई के बंद करे के निर्णय कइल जाव।

का गर्भावस्था के दौरान डाइसाइक्लोमाइन सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

डाइसाइक्लोमाइन के गर्भावस्था के दौरान केवल तब इस्तेमाल कइल जाव जब स्पष्ट रूप से जरूरत होखे, काहे कि गर्भवती महिलन में कवनो पर्याप्त आ अच्छी तरह से नियंत्रित अध्ययन ना बा। पशु अध्ययन में भ्रूण के नुकसान ना देखावल गइल बा, लेकिन मानव डेटा सीमित बा। व्यक्तिगत सलाह खातिर आपन डॉक्टर से परामर्श करीं।

का हम डाइसाइक्लोमाइन के साथ अउरी प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

डाइसाइक्लोमाइन अउरी एंटीकॉलिनर्जिक दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला, साइड इफेक्ट बढ़ा सकेला। ई अउरी दवाई जइसन कि डिगॉक्सिन के अवशोषण पर भी असर डाल सकेला। एंटासिड के एके साथ इस्तेमाल से बचे, काहे कि ई डाइसाइक्लोमाइन के अवशोषण में बाधा डाल सकेला। तोहार डॉक्टर से तोहरा द्वारा लिहल जा रहल सभ दवाई के बारे में परामर्श करीं।

का डाइसाइक्लोमाइन बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

बुजुर्ग मरीजन के डाइसाइक्लोमाइन सावधानी से इस्तेमाल करे के चाहीं, काहे कि ई ओकरा साइड इफेक्ट जइसन कि भ्रम आ उनींदापन के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकेला। आमतौर पर खुराक सीमा के निचला छोर से शुरू करे के सिफारिश कइल जाला आ प्रतिकूल प्रभाव खातिर निगरानी कइल जाव। व्यक्तिगत सलाह खातिर डॉक्टर से परामर्श करीं।

का डाइसाइक्लोमाइन लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

डाइसाइक्लोमाइन लेवे के दौरान शराब पियला से दवाई के उनींदापन प्रभाव बढ़ सकेला। अधिक उनींदापन आ सतर्कता के आवश्यकता वाला गतिविधियन में संभावित बाधा से बचावे खातिर शराब से बचे के सलाह दिहल जाला, जइसन कि ड्राइविंग।

का डाइसाइक्लोमाइन लेवे के दौरान व्यायाम करना सुरक्षित बा?

डाइसाइक्लोमाइन उनींदापन, चक्कर, आ धुंधला दृष्टि के कारण बन सकेला, जे तोहार सुरक्षित रूप से व्यायाम करे के क्षमता के प्रभावित कर सकेला। अतिरिक्त रूप से, ई पसीना के माध्यम से शरीर के ठंडा करे के क्षमता के कम करेला, शारीरिक गतिविधि के दौरान हीट स्ट्रोक के जोखिम बढ़ा देला। सावधानी बरतीं आ अगर तोहरा के ई प्रभाव होखे त आपन डॉक्टर से परामर्श करीं।

के डाइसाइक्लोमाइन लेवे से बचे के चाहीं?

डाइसाइक्लोमाइन 6 महीना से कम उमिर के शिशु, स्तनपान करावे वाली माई, आ ग्लूकोमा, मायस्थेनिया ग्रेविस, या गंभीर अल्सरेटिव कोलाइटिस वाला मरीजन में निषिद्ध बा। ई बुजुर्ग मरीजन आ जेकरा में हृदय संबंधी, गुर्दा, या यकृत स्थिति बा, ओह लोग में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाव। अगर उनींदापन या चक्कर आवे त ड्राइविंग से बचे।