डारुनाविर
प्राप्त इम्यूनोडिफिसियेंसी सिंड्रोम
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
NO
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
डारुनाविर के एचआईवी (मानव इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) के प्रबंधन खातिर इस्तेमाल कइल जाला, जे एड्स (अक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम) के कारण बनेला। ई रकत में एचआईवी के मात्रा के घटाके मदद करेला।
डारुनाविर एगो एंटीरेट्रोवायरल दवाई के प्रकार हवे जेकरा के प्रोटीज इनहिबिटर कहल जाला। ई एगो एंजाइम के ब्लॉक क के काम करेला जे एचआईवी के प्रजनन खातिर जरूरी होला, एह से रकत में वायरस के मात्रा घट जाला।
जे वयस्क पहिले कबो इलाज ना करवले होखे, ओह लोग खातिर सिफारिश कइल खुराक 800mg डारुनाविर के 100mg रिटोनाविर के संगे रोजाना खाना के संगे बा। जे लोग पहिले से इलाज करवा चुकल बा, ओह लोग खातिर खुराक आमतौर पर 600mg डारुनाविर के 100mg रिटोनाविर के संगे दिन में दू बेर बा।
आम साइड इफेक्ट में दस्त, मिचली, दाने, आ सिरदर्द शामिल बा। कुछ मामिला में, ई उल्टी, पेट में दर्द, भूख में कमी, खुजली, आ शरीर के चर्बी के वितरण में बदलाव भी कर सकेला।
डारुनाविर लेवे वाली माई लोग के स्तनपान ना करावे के चाहीं काहे कि ई दूध पी रहल बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला। ई कई प्रिस्क्रिप्शन दवाई के संगे इंटरैक्ट कर सकेला, एह से नया सप्लीमेंट लेवे से पहिले हमेशा अपना डॉक्टर से सलाह लीं। एचआईवी के बढ़े से रोके खातिर डारुनाविर के ठीक से बतावल अनुसार लेवे के बहुत जरूरी बा।
संकेत आ उद्देश्य
दारुनाविर कइसे काम करेला?
दारुनाविर एगो दवाई बा जे एचआईवी, जे एड्स के कारण बनावे ला, के इलाज खातिर इस्तेमाल होला। ई खून में एचआईवी के मात्रा घटाके काम करेला, एड्स आ संबंधित बीमारियन के विकास के जोखिम कम करेला। हालांकि, ई एचआईवी के ठीक ना करेला। महत्वपूर्ण बात ई बा कि दारुनाविर आमतौर पर दोसरा दवाई जइसे रिटोनाविर या कोबिसिस्टेट के साथे लिहल जाला (ई भी एचआईवी दवाई बा जे दारुनाविर के बेहतर काम करे में मदद करेला)। ई बहुत जरूरी बा कि दारुनाविर के डॉक्टर के निर्देशानुसार ठीक से लिहल जाव - बिना उनकर सलाह के दवाई बंद मत करीं। ई एहसे बा कि इलाज बंद करे से एचआईवी वायरस के फिर से बढ़े के मौका मिल सकेला। दारुनाविर बड़ लोग आ 3 साल से ऊपर के बच्चा खातिर बा। एगो प्रोटीज इनहिबिटर एगो प्रकार के एंटीरेट्रोवायरल दवाई बा जे एगो एंजाइम के ब्लॉक करेला जे एचआईवी के पुनरुत्पादन खातिर जरूरी होला।
का दारुनाविर प्रभावी बा?
क्लिनिकल ट्रायल में देखावल गइल बा कि दारुनाविर, जब सही से दोसरा एचआईवी दवाई के साथे लिहल जाला, वायरल लोड के प्रभावी रूप से घटा देला आ रोग के प्रगति के रोकला में मदद करेला। ई एचआईवी खातिर ओकर शक्ति आ सहनशीलता के कारण पसंदीदा इलाज में से एक बा।
इस्तेमाल के निर्देश
हम दारुनाविर कब तक लीं?
दारुनाविर के लगातार एगो पूरा एचआईवी रेजिमेन के हिस्सा के रूप में लिहल चाहीं। दवाई बंद कइल, चाहे थोड़े समय खातिर, भी वायरल प्रतिरोध के कारण बन सकेला, जेकरा से संक्रमण के इलाज मुश्किल हो जाला। अगर आपके दवाई खतम होखे वाला बा, खतम होखे से पहिले रिफिल कराईं ताकि प्रभावशीलता बनल रहे।
हम दारुनाविर कइसे लीं?
दारुनाविर आमतौर पर खाना के साथे लिहल जाला। ई या त रिटोनाविर (दिन में एक बेर या दू बेर लिहल जाला) या कोबिसिस्टेट (दिन में एक बेर लिहल जाला) के साथे मिलाके लिहल जाला। रिटोनाविर आ कोबिसिस्टेट दोसरा दवाई बा जे दारुनाविर के आपके शरीर में बेहतर काम करे में मदद करेला। दारुनाविर लेत घरी अंगूर खाए के बारे में अपने डॉक्टर से बात करीं, काहे कि अंगूर दवाई के काम करे के तरीका पर असर डाल सकेला। बिना पहिले अपने डॉक्टर से पूछले, अपने खुराक या दारुनाविर के लेवे के आवृत्ति में बदलाव मत करीं।
दारुनाविर के काम करे में कति समय लागेला?
दारुनाविर एगो दवाई बा जे एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस), जे एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम) के कारण बनावे ला, के प्रबंधन खातिर इस्तेमाल होला, ना कि इलाज खातिर। ई आपके खून में एचआईवी के मात्रा घटाके काम करेला। दारुनाविर के ठीक से लेवे के बहुत जरूरी बा, एगो पूरा इलाज योजना के हिस्सा के रूप में। चाहे आप स्वस्थ महसूस कर रहल होखीं, दवाई बंद मत करीं या खुराक मत छोड़ीं। एही से आपके एचआईवी के भविष्य में नियंत्रित करना बहुत मुश्किल हो सकेला। संक्रमण के प्रबंधन खातिर लगातार इस्तेमाल जरूरी बा। अगर आपके दवाई के बारे में कवनो सवाल बा, त हमेशा अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लीं।
हम दारुनाविर के कइसे स्टोर करीं?
दारुनाविर के कमरे के तापमान पर एगो कस के बंद कंटेनर में स्टोर करीं, जे गर्मी, नमी, आ सीधा धूप से दूर होखे। ई के बच्चन के पहुँच से दूर राखीं, आ बाथरूम में स्टोर मत करीं।
दारुनाविर के सामान्य खुराक का होला?
जे बड़ लोग पहिले कभी इलाज ना करवलस, ओह लोग खातिर सिफारिश कइल खुराक बा 800mg दारुनाविर के 100mg रिटोनाविर (दूसरा दवाई) के साथे रोजाना खाना के साथे। रिटोनाविर दारुनाविर के बेहतर काम करे में मदद करेला।जे बड़ लोग पहिले से इलाज करवा चुकल बा, ओह लोग खातिर खुराक आमतौर पर 600mg दारुनाविर के 100mg रिटोनाविर के साथे दिन में दू बेर होला, जब तक कि एगो जेनेटिक टेस्ट कुछ अउरी ना कहे। एगो जेनेटिक टेस्ट व्यक्ति के जीन में भिन्नता के जांच करेला जे दवाई के काम करे के तरीका पर असर डाल सकेला।3 से 17 साल के बच्चा जे कम से कम 10kg वजन के बा, ओह लोग के 35mg दारुनाविर प्रति किलोग्राम शरीर के वजन के साथे 7mg रिटोनाविर प्रति किलोग्राम, रोजाना एक बेर लेवे के चाहीं। अगर बच्चा गोली ना निगल सके त लिक्विड दवाई उपलब्ध बा। गर्भवती लोग खातिर खुराक अलग होला। सही मात्रा बच्चा के वजन पर निर्भर करी।
चेतावनी आ सावधानी
का दारुनाविर के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
दारुनाविर लेवे वाली माई लोग के स्तनपान ना करावे के चाहीं। दारुनाविर चूहा के दूध में मिलल बा आ अध्ययन देखावल बा कि ई नर्सिंग बच्चा के नुकसान पहुँचा सकेला। दवाई के दूध के माध्यम से बच्चा के पास पहुँचावल जा सकेला, जेकरा से एचआईवी संक्रमण (वायरस जे एड्स के कारण बनावे ला) हो सकेला, वायरस के इलाज के प्रति प्रतिरोधी बना सकेला, आ शिशु में गंभीर साइड इफेक्ट हो सकेला। बच्चा चूहा में वजन बढ़े में कमी एगो देखल गइल प्रभाव बा। एह जोखिम के कारण, एह दवाई के लेत घरी स्तनपान के सख्ती से हतोत्साहित कइल जाला ताकि बच्चा के स्वास्थ्य के सुरक्षा कइल जा सके।
का दारुनाविर गर्भावस्था में सुरक्षित बा?
दारुनाविर गर्भावस्था में सुरक्षित बा लेकिन खुराक समायोजन (600 mg दिन में दू बेर) के जरूरत हो सकेला।
का हम दारुनाविर के साथे दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
दारुनाविर कई प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथे इंटरैक्ट करेला, जइसे एंटीकोआगुलेंट्स, स्टैटिन्स, एंटीकन्वल्सेंट्स, आ कुछ एंटीबायोटिक्स। ई हार्मोनल गर्भनिरोधक के प्रभावशीलता घटा सकेला, जेकरा से वैकल्पिक गर्भनिरोधक विधि के जरूरत हो सकेला।
का दारुनाविर बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग मरीजन के दारुनाविर लेत घरी जिगर के समस्या, मधुमेह, आ दवाई के इंटरैक्शन के उच्च जोखिम हो सकेला। जिगर के कार्य, रक्त शर्करा, आ दवाई के इंटरैक्शन के नियमित निगरानी सुरक्षा खातिर जरूरी बा।
दारुनाविर लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?
जिगर के जोखिम बढ़ा सकेला; कभी-कभी पियला सुरक्षित हो सकेला, लेकिन अपने डॉक्टर से सलाह लीं।
दारुनाविर लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
व्यायाम आम तौर पर सुरक्षित बा, लेकिन अगर आप थकान या चक्कर अनुभव कर रहल बानी, त तीव्रता के अनुसार समायोजित करीं। नियमित शारीरिक गतिविधि समग्र स्वास्थ्य के बनाए रखे में मदद करेला।
केकरा के दारुनाविर से बचे के चाहीं?
दारुनाविर से बचे के चाहीं अगर आपके गंभीर जिगर के बीमारी बा, आप सल्फा दवाई से एलर्जी बा, या विरोधाभासी दवाई जइसे रिफाम्पिन, सेंट जॉन वॉर्ट, या कुछ स्टैटिन ले रहल बानी। इलाज शुरू करे से पहिले अपने डॉक्टर के कवनो पहिले से मौजूद स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी दीं।