डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट
पल्मोनरी एम्बोलिज़म, नस के थ्रोम्बोसिस
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
हाँ
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के इस्तेमाल खून के थक्का बने से रोकल खातिर कइल जाला, खासकर ओह मरीजन में जिनका दिल के बीमारी जइसे एट्रियल फाइब्रिलेशन बा आ ओह लोग में जिनका गोड़ भा फेफड़ा में थक्का बनल बा. ई स्ट्रोक से बचावे खातिर भी इस्तेमाल होला.
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट आपके शरीर में थ्रोम्बिन नाम के पदार्थ के रोक के काम करेला, जे खून के थक्का बने में मुख्य भूमिका निभावेला. ई खून के नस में हानिकारक थक्का बने से रोकल में मदद करेला.
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के सामान्य खुराक इलाज होखे वाला हालत पर निर्भर करेला. एट्रियल फाइब्रिलेशन में स्ट्रोक से बचावे खातिर आ डीप वेन थ्रोम्बोसिस के इलाज भा रोकथाम खातिर, ई आमतौर पर 150 मि.ग्रा. मुँह से दिन में दू बेर लिहल जाला. जिनका गुर्दा के कार्यक्षमता कम बा, ओह लोग खातिर खुराक समायोजित कइल जा सकेला.
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के सबसे आम साइड इफेक्ट में पेट के गड़बड़ी भा दर्द शामिल बा. गंभीर साइड इफेक्ट में खून बहल शामिल बा, जे जानलेवा हो सकेला.
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट गंभीर खून बहल के कारण बन सकेला. अगर आप दिल के वाल्व सर्जरी करवा रहल बानी, अगर आप एहसे एलर्जी बानी, भा अगर आप स्तनपान करावत बानी त ई इस्तेमाल ना कइल जाव. गर्भवती महिलन के ई तबे इस्तेमाल कइल जाव जब फायदा जोखिम से अधिक होखे.
संकेत आ उद्देश्य
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट कइसे काम करेला?
दवाई डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के रूप में शुरू होला, जे रउरा शरीर में डाबिगाट्रान में बदल जाला—ई ओह हिस्सा बा जे वास्तव में काम करेला। डाबिगाट्रान आ ओकरा के थोड़ा बदलल संस्करण दूनो एके काम करेला। रउरा किडनी मुख्य तरीका बा जेकरा से रउरा शरीर ओकरा से छुटकारा पावेला, जब ई आईवी के माध्यम से दिहल जाला त लगभग 80% के संभालेला।
का डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट प्रभावी बा?
डाबिगाट्रान एगो खून पतला करे वाला दवाई बा जे लोग में गंभीर समस्या जइसे कि स्ट्रोक के रोकथाम में मदद करेला जे लोग के दिल के स्थिति बा जेकरा के एट्रियल फाइब्रिलेशन कहल जाला। अध्ययन देखावल बा कि ई पुरान खून पतला करे वाला दवाई जइसे कि वारफारिन से बेहतर बा स्ट्रोक के रोकथाम में। ई बच्चा आ वयस्क में खून के थक्का के इलाज आ रोकथाम में भी अच्छा काम करेला, अन्य थक्का-रोकथाम दवाई से बेहतर या बराबर प्रदर्शन करेला।
इस्तेमाल के निर्देश
हम डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट कब तक लीं?
अवधि रउरा स्थिति पर निर्भर करेला:
- एट्रियल फाइब्रिलेशन खातिर, ई दीर्घकालिक या जीवनभर के इलाज हो सकेला।
- डीवीटी या पीई खातिर, इलाज आमतौर पर 3–6 महीना तक चलेला या अगर पुनरावृत्ति के खतरा अधिक बा त लंबा चलेला।रउरा डॉक्टर रउरा मामला खातिर उचित अवधि के निर्णय करी।
हम डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट कइसे लीं?
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के मौखिक रूप से, खाना के साथ या बिना, हर दिन एके समय पर लीं। कैप्सूल के पूरा निगल जाईं एक गिलास पानी के साथ—उनका के ना तोड़ीं, ना चबाईं, ना खोलीं।
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के काम करे में कतना समय लागेला?
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट पहिला खुराक के बाद 1–3 घंटा में काम करे लागेला। ई 2–3 दिन के लगातार खुराक के बाद खून में स्थिर स्तर पर पहुँच जाला।
हम डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के कइसे स्टोर करीं?
डाबिगाट्रान दवाई के ओकरा मूल कंटेनर में कमरा के तापमान (68°F से 77°F या 20°C से 25°C) पर रखीं। एक बेर खोलल जाव, त कैप्सूल के 4 महीना के भीतर इस्तेमाल करीं, आ मौखिक पेलेट के 6 महीना के भीतर। ई दवाई के नमी से खराब होखे से बचावेला।
डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के सामान्य खुराक का होला?
खुराक इलाज होखे वाला स्थिति पर निर्भर करेला:
- एट्रियल फाइब्रिलेशन में स्ट्रोक के रोकथाम खातिर: 150 मि.ग्रा. दिन में दू बेर।
- डीवीटी या पीई के इलाज या रोकथाम खातिर: 150 मि.ग्रा. दिन में दू बेर एगो पैरेंटेरल एंटीकोएगुलेंट (जैसे कि हेपारिन) से 5–10 दिन के शुरुआती इलाज के बाद।
- कम किडनी फंक्शन खातिर: खुराक समायोजित कइल जा सकेला।
हमेशा रउरा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के खुराक निर्देश के पालन करीं।
चेतावनी आ सावधानी
का डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
डाबिगाट्रान एगो दवाई बा। डॉक्टर ई लेत घरी स्तनपान के सिफारिश ना करेलन। हम ना जानत बानी कि ई दूध में जाला कि ना, ई बच्चा पर का असर कर सकेला, या ई दूध के आपूर्ति पर का असर कर सकेला। चूहा पर कइल गइल परीक्षण देखावल कि दवाई उनकर दूध में गइल। अनिश्चितता आ चूहा अध्ययन के परिणाम के कारण, ई दवाई पर रहते घरी स्तनपान के हतोत्साहित कइल जाला।
का डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
गर्भावस्था में डाबिगाट्रान के सुरक्षा पर सीमित डेटा बा। गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल तबे होखे के चाहीं जब लाभ जोखिम से अधिक होखे। इस्तेमाल से पहिले रउरा डॉक्टर से सलाह लीं।
का हम डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट के साथ दोसर प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
डाबिगाट्रान एगो खून पतला करे वाला दवाई बा। कुछ दवाई, जेकरा के पी-जीपी इंड्यूसर कहल जाला (जइसे कि रिफाम्पिन), रउरा शरीर के डाबिगाट्रान के जल्दी से छुटकारा पावे के कारण बनावेला, त ई अच्छा से काम ना करी। एक साथ लेवे से बचे। दोसर दवाई, जेकरा के पी-जीपी इनहिबिटर कहल जाला (जइसे कि ड्रोनडारोन या केटोकोनाजोल), डाबिगाट्रान के स्तर के बहुत ऊँच बना सकेला, खासकर अगर रउरा किडनी अच्छा से काम ना कर रहल बा। अगर रउरा किडनी कुछ कमजोर बा (CrCl 30-50 mL/min), त रउरा के ई इनहिबिटर लेत घरी डाबिगाट्रान के कम खुराक के जरूरत बा। अगर रउरा किडनी बहुत कमजोर बा (CrCl 15-30 mL/min या 50 mL/min से कम), त डाबिगाट्रान आ ई इनहिबिटर के एक साथ ना लीं। अगर रउरा किडनी ठीक बा (CrCl ≥50 mL/min) लेकिन रउरा के एगो पी-जीपी इनहिबिटर लेवे के जरूरत बा, त रउरा दवाई के कई घंटा के अंतर पर लीं।
का डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?
जैसे-जैसे रउरा उमिर बढ़ेला, स्ट्रोक या खून के बहाव के संभावना बढ़ जाला, लेकिन दवाई आमतौर पर अबहियो बुजुर्ग लोग खातिर फायदेमंद होला। 75 से ऊपर के लोग खातिर खून के बहाव के बड़ा जोखिम बा। अगर रउरा किडनी कुछ कम अच्छा से काम कर रहल बा त रउरा के अलग खुराक के जरूरत ना होखे, जब तक कि ऊ बहुत कमजोर ना होखे। अगर रउरा किडनी बहुत कमजोर बा, त रउरा के कम खुराक के जरूरत बा। अगर रउरा किडनी अत्यधिक कमजोर बा या रउरा डायलिसिस पर बानी, त कवनो सिफारिश कइल खुराक ना बा।
का डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?
मध्यम शराब सेवन सुरक्षित हो सकेला लेकिन खून के बहाव के जोखिम बढ़ा सकेला। शराब पिए से पहिले रउरा डॉक्टर से बात करीं।
का डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
हाँ, रउरा डाबिगाट्रान लेत घरी व्यायाम कर सकीला, लेकिन ओह गतिविधि से बचे जे रउरा के चोट या खून के बहाव के जोखिम बढ़ा सकेला। हमेशा रउरा डॉक्टर से रउरा फिटनेस रूटीन के बारे में सलाह लीं।
के डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट लेवे से बचे के चाहीं?
ई दवाई, डाबिगाट्रान एटेक्सिलेट, गंभीर खून के बहाव के कारण बन सकेला जे जीवन के खतरा में डाल सकेला। अगर रउरा के दिल के वाल्व पर सर्जरी हो रहल बा, गर्भवती बानी, या कबहियो एलर्जी प्रतिक्रिया (जइसे कि छपाकी, दाने, खुजली, छाती में दर्द, सूजन, या सांस लेवे में तकलीफ) भइल बा त रउरा डॉक्टर के बताईं। ई लेत घरी स्तनपान ना कराईं। एक बेर दवाई खोलल जाव, त चार महीना के भीतर इस्तेमाल करीं। अगर रउरा के कवनो खून के बहाव देखाई दे त तुरंते रउरा डॉक्टर के बताईं।