सिटालोप्राम
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA), यूके (बीएनएफ)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
ई दवाई के बारे में अउरी जानीं -
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साइटालोप्राम कइसे काम करेला?
साइटालोप्राम मस्तिष्क में सेरोटोनिन, एगो न्यूरोट्रांसमीटर, के रीअपटेक के रोक के काम करेला। ई सेरोटोनिन के स्तर बढ़ा के मूड में सुधार आ डिप्रेशन आ चिंता के लक्षण के कम करेला। ई दवाई के एक वर्ग से संबंधित बा जेकरा के चयनात्मक सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (एसएसआरआई) कहल जाला।
कइसे पता चली कि साइटालोप्राम काम कर रहल बा?
साइटालोप्राम के लाभ के मूल्यांकन नियमित फॉलो-अप अपॉइंटमेंट के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ कइल जाला। ऊ लक्षण में सुधार के आकलन करेला, साइड इफेक्ट्स के निगरानी करेला, आ जरूरत पड़ला पर खुराक के समायोजित करेला। मरीजन के मूड, व्यवहार, भा साइड इफेक्ट्स में कवनो बदलाव के ongoing मूल्यांकन खातिर अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रिपोर्ट करे के चाहीं।
का साइटालोप्राम प्रभावी बा?
साइटालोप्राम के प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार के इलाज में प्रभावशीलता प्लेसीबो-नियंत्रित अध्ययन के माध्यम से स्थापित भइल बा। एह अध्ययन में, साइटालोप्राम लेवे वाला मरीजन में प्लेसीबो लेवे वाला लोगन के तुलना में अवसाद के लक्षण में महत्वपूर्ण सुधार देखल गइल। दीर्घकालिक अध्ययन भी देखवलस कि साइटालोप्राम एंटीडिप्रेसेंट प्रभाव के बनाए रखे आ पुनरावृत्ति से बचावे में मदद करेला।
साइटालोप्राम के का इस्तेमाल बा?
साइटालोप्राम के प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार आ पैनिक डिसऑर्डर के इलाज खातिर संकेतित बा। ई अन्य स्थिति खातिर भी इस्तेमाल कइल जा सकेला, जइसे कि ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर, सामाजिक चिंता विकार, आ पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर, जइसे कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा निर्धारित कइल गइल बा।
इस्तेमाल के निर्देश
साइटालोप्राम केतना दिन ले लिहल जाला?
साइटालोप्राम आमतौर पर कई महीना भा ओकरा से अधिका समय ले इस्तेमाल कइल जाला, जेकरा के इलाज कइल जा रहल स्थिति पर निर्भर करेला। डिप्रेशन खातिर, इलाज आमतौर पर कम से कम 6 महीना ले चलेला ताकि पुनरावृत्ति से बचल जा सके। सटीक अवधि के निर्धारण स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा व्यक्तिगत प्रतिक्रिया आ जरूरत के आधार पर कइल जाला।
साइटालोप्राम कइसे लेवे के चाहीं?
साइटालोप्राम खाना के साथ भा बिना खाना के, आमतौर पर दिन में एक बेर, चाहे सुबह भा शाम में लेवे के चाहीं। ई महत्वपूर्ण बा कि हर दिन एके समय पर लेवे के चाहीं। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध नइखे, लेकिन ई सलाह बा कि शराब से बचे काहे कि ई साइड इफेक्ट्स बढ़ा सकेला।
साइटालोप्राम के काम करे में कइसे समय लागेला?
साइटालोप्राम के पूरा लाभ देखे में 1 से 4 हफ्ता लाग सकेला। कुछ लक्षण जल्दी सुधार सकेला, लेकिन ई महत्वपूर्ण बा कि निर्धारित अनुसार दवाई लेत रहीं आ अगर कवनो चिंता बा त अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करीं।
साइटालोप्राम के कइसे स्टोर करे के चाहीं?
साइटालोप्राम के कमरा के तापमान पर स्टोर करे के चाहीं, 68°F से 77°F (20°C से 25°C) के बीच, अधिक गर्मी आ नमी से दूर। दवाई के ओकरा मूल कंटेनर में, कस के बंद क के, आ बच्चा के पहुंच से दूर रखीं। ओकरा के बाथरूम में स्टोर मत करीं ताकि आर्द्रता के संपर्क से बचल जा सके।
साइटालोप्राम के सामान्य खुराक का ह?
बड़ लोगन खातिर, साइटालोप्राम के सामान्य शुरूआती खुराक 20 मि.ग्रा. रोजाना एक बेर होला, जेकरा के व्यक्तिगत प्रतिक्रिया आ सहनशीलता के आधार पर अधिकतम 40 मि.ग्रा. रोजाना बढ़ावल जा सकेला। बूढ़ लोगन खातिर, अधिकतम सिफारिश कइल खुराक 20 मि.ग्रा. रोजाना ह। साइटालोप्राम आमतौर पर 18 साल से कम उमिर के बच्चा आ किशोर खातिर सिफारिश ना कइल जाला काहे कि ई आत्महत्या के विचार आ व्यवहार के खतरा बढ़ा सकेला।
चेतावनी आ सावधानी
का साइटालोप्राम स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
साइटालोप्राम स्तन दूध में उत्सर्जित होला, आ नवजात में अत्यधिक उनींदापन आ वजन घटाव के रिपोर्ट भइल बा। स्तनपान करावे वाली माई लोगन के अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ जोखिम आ लाभ पर चर्चा करे के चाहीं। अगर इलाज जरूरी बा, त नवजात के प्रतिकूल प्रभाव खातिर निगरानी करे के सिफारिश कइल जाला।
का साइटालोप्राम गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
साइटालोप्राम के गर्भावस्था के दौरान तबे इस्तेमाल कइल जाव जब संभावित लाभ जोखिम के जायज ठहरावे। एह बात के प्रमाण बा कि गर्भावस्था के देर में इस्तेमाल कइला पर नवजात में लगातार पल्मोनरी हाइपरटेंशन आ अन्य जटिलता के बढ़ल खतरा बा। गर्भवती महिलन के अपना स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ जोखिम आ लाभ पर चर्चा करे के चाहीं।
का हम साइटालोप्राम के अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ ले सकेनी?
साइटालोप्राम के साथ महत्वपूर्ण दवा बातचीत में एमएओआई, पिमोजाइड, आ अन्य दवाई जे क्यूटी अंतराल के बढ़ावे ला शामिल बा। साइटालोप्राम के सेरोटोनर्जिक दवाई जइसे कि ट्रिप्टान्स, ट्रामाडोल, भा सेंट जॉन वॉर्ट के साथ इस्तेमाल ना कइल जाव काहे कि सेरोटोनिन सिंड्रोम के खतरा बा। ई एंटीकोआगुलेंट्स के साथ भी बातचीत कर सकेला, जेकरा से रक्तस्राव के खतरा बढ़ सकेला।
का साइटालोप्राम बूढ़ लोगन खातिर सुरक्षित बा?
बूढ़ लोगन खातिर, साइटालोप्राम के अधिकतम सिफारिश कइल खुराक 20 मि.ग्रा. रोजाना बा काहे कि साइड इफेक्ट्स के प्रति बढ़ल संवेदनशीलता आ उच्च दवा के संपर्क के संभावना बा। बूढ़ लोगन में हाइपोनेट्रेमिया के अधिक खतरा हो सकेला आ ओकरा के करीबी से निगरानी कइल जाव। कम खुराक से शुरू करे आ चिकित्सा पर्यवेक्षण में धीरे-धीरे समायोजित करे के महत्वपूर्ण बा।
साइटालोप्राम लेत घरी शराब पियला सुरक्षित बा?
साइटालोप्राम लेत घरी शराब पियला के सिफारिश ना कइल जाला। शराब साइटालोप्राम के साइड इफेक्ट्स, जइसे कि उनींदापन आ चक्कर, बढ़ा सकेला, आ रउआ के साफ-साफ सोचल भा जल्दी प्रतिक्रिया देवे के क्षमता के प्रभावित कर सकेला। दवाई के प्रभावी आ सुरक्षित रूप से काम करे खातिर शराब से बचे के सबसे बढ़िया तरीका बा।
का साइटालोप्राम लेत घरी व्यायाम करना सुरक्षित बा?
साइटालोप्राम विशेष रूप से व्यायाम के क्षमता के सीमित ना करेला। हालाँकि, साइड इफेक्ट्स जइसे कि उनींदापन, चक्कर, भा थकावट रउआ के ऊर्जा स्तर आ शारीरिक प्रदर्शन पर असर डाल सकेला। अगर रउआ ई साइड इफेक्ट्स के अनुभव कर रहल बानी, त सावधानी से व्यायाम करे के सलाह बा आ व्यक्तिगत सलाह खातिर रउआ के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करीं।
केकरा के साइटालोप्राम लेवे से बचे के चाहीं?
साइटालोप्राम खातिर महत्वपूर्ण चेतावनी में युवा वयस्कन में आत्महत्या के विचार के खतरा, क्यूटी प्रलंबन, आ सेरोटोनिन सिंड्रोम शामिल बा। ई एमएओआई, पिमोजाइड, आ जन्मजात लंबा क्यूटी सिंड्रोम वाला मरीजन में contraindicated बा। मरीजन के बिगड़ल डिप्रेशन, आत्महत्या के विचार, आ असामान्य व्यवहार में बदलाव खातिर निगरानी कइल जाव, खासकर शुरूआती इलाज आ खुराक में बदलाव के दौरान।