एपिक्साबैन

पल्मोनरी एम्बोलिज़म, नस के थ्रोम्बोसिस

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

US(FDA), यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

NO

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • एपिक्साबैन मुख्य रूप से लोगन में खून के थक्का बने से रोकल खातिर इस्तेमाल कइल जाला जेकरा में एट्रियल फाइब्रिलेशन होला, एगो दिल के हालत जे स्ट्रोक के खतरा बढ़ा देला। ई हिप या घुटना बदलल के सर्जरी के बाद भी खून के थक्का बने के खतरा कम करे खातिर इस्तेमाल कइल जाला जेकरा से गोड़ या फेफड़ा में थक्का ना बने।

  • एपिक्साबैन एगो खून पतला करे वाला दवाई ह जेकरा से खून में एगो खास थक्का बने वाला तत्व, जेकरा के फैक्टर Xa कहल जाला, के रोकल जाला। ई खून के थक्का बने के मुश्किल बना देला, एह से स्ट्रोक आ दोसरा थक्का से जुड़ल जटिलता के खतरा कम हो जाला।

  • एपिक्साबैन मुँह से लिहल जाला, आमतौर पर दिन में दू बेर। सही खुराक आ इलाज के अवधि इलाज हो रहल हालत पर निर्भर करेला। उदाहरण खातिर, हिप बदलल के सर्जरी के बाद, ई आमतौर पर करीब 35 दिन ले लिहल जाला, आ घुटना बदलल के बाद, करीब 12 दिन ले।

  • एपिक्साबैन के आम साइड इफेक्ट में मिचली, उल्टी, दस्त, आ पेट में दर्द शामिल बा। ई सिरदर्द, अनिद्रा, आ असामान्य थकान या कमजोरी भी पैदा कर सकेला। कम आम साइड इफेक्ट में भूख में बदलाव, मूड स्विंग, आ संज्ञानात्मक बदलाव जइसे भ्रम या सतर्कता में कमी शामिल बा।

  • एपिक्साबैन के अचानक लेना बंद ना करे के चाहीं, काहे कि ई खून के थक्का बने के खतरा बढ़ा सकेला। ई दवाई खून बहाव के कारण बन सकेला, खासकर पेट आ आंत में। अगर रउआ एपिक्साबैन से एलर्जी बा, गंभीर खून बहाव के इतिहास बा, या गर्भवती या स्तनपान करावत बानी, त रउआ के ई दवाई ना लेवे के चाहीं।

संकेत आ उद्देश्य

एपिक्साबैन कइसे काम करेला?

एपिक्साबैन एगो खून पतला करे वाला दवाई ह जे खून के थक्का बने वाला प्रोटीन (फैक्टर Xa) के काम करे से रोक के काम करेला। ई खून के थक्का बने से रोकेला। ई सीधे प्लेटलेट्स (खून के थक्का बने के दोसरा हिस्सा) पर असर ना करेला, लेकिन ई अप्रत्यक्ष रूप से प्लेटलेट्स के कारण हो सके वाला थक्का के रोकल में मदद करेला। हालाँकि ई कुछ खून के परीक्षण (PT, INR, aPTT) के थोड़ा बदल देला, लेकिन ई परीक्षण एह दवाई के काम के प्रभावशीलता देखावे में बहुत अच्छा ना होखेला।

कइसे पता चली कि एपिक्साबैन काम कर रहल बा?

एपिक्साबैन के प्रभावशीलता के मूल्यांकन क्लिनिकल परीक्षण आ वास्तविक दुनिया के अध्ययन के माध्यम से कइल जाला। उदाहरण खातिर, बड़हन अध्ययन एपिक्साबैन के पारंपरिक उपचार जइसे वारफारिन से तुलना कइलस, परिणाम जइसे स्ट्रोक आ रक्तस्राव के जोखिम के मापल गइल। परिणाम देखावल गइल कि एपिक्साबैन स्ट्रोक के जोखिम के काफी कम कइलस जबकि कम प्रमुख रक्तस्राव घटना के कारण बनल। अतिरिक्त रूप से, मरीज के पालन-पोषण आ सुरक्षा के निरंतर निगरानी ओकर लाभ के रोजाना उपयोग में बनाए रखे में मदद करेला, विभिन्न मरीज जनसंख्या में ओकर प्रभावशीलता के पुष्टि करेला। 

का एपिक्साबैन प्रभावी बा?

एपिक्साबैन के स्ट्रोक आ खून के थक्का बने से रोकल में प्रभावी साबित भइल बा। ARISTOTLE परीक्षण में, ई वारफारिन के मुकाबले स्ट्रोक या प्रणालीगत एम्बोलिज्म के खतरा 21% कम कइलस, कम प्रमुख रक्तस्राव घटना के साथ। ओही तरह, AVERROES परीक्षण में देखावल गइल कि एपिक्साबैन उच्च जोखिम वाला मरीज में एस्पिरिन से अधिक प्रभावी रहल। कुल मिलाके, अध्ययन देखावेला कि एपिक्साबैन ना केवल अच्छा काम करेला बल्कि पारंपरिक उपचार जइसे वारफारिन आ एस्पिरिन से बेहतर सुरक्षा प्रोफाइल भी रखेला।

एपिक्साबैन के का उपयोग बा?

एपिक्साबैन के टैबलेट दू मुख्य उद्देश्य खातिर इस्तेमाल कइल जाला: 1. **एट्रियल फाइब्रिलेशन वाला लोग में खून के थक्का बने से रोकल:** एट्रियल फाइब्रिलेशन एगो दिल के स्थिति ह जे स्ट्रोक के खतरा बढ़ा सकेला। एपिक्साबैन एह खतरा के कम करेला दिल में खून के थक्का बने से रोक के। 2. **हिप या घुटना बदलल सर्जरी के बाद खून के थक्का बने से रोकल:** एह सर्जरी के बाद, पैर या फेफड़ा में खून के थक्का बने के संभावना बढ़ जाला। एपिक्साबैन खून के पतला कर के आ थक्का बने के संभावना कम कर के एह खतरा के कम करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

एपिक्साबैन के कतना दिन लेवे के चाहीं?

हिप बदलल सर्जरी के बाद, तोहरा के खून पतला करे वाला एपिक्साबैन के लगभग डेढ़ महीना (35 दिन) लेवे के पड़ी। घुटना बदलल खातिर, ई छोट समय बा, लगभग 12 दिन। दवाई तोहार आखिरी खुराक के बाद कम से कम पूरा दिन खून के थक्का बने से रोके खातिर काम करेला।

हम एपिक्साबैन कइसे लीं?

आपन एपिक्साबैन के गोली दिन में दू बेर लीं, जइसन तोहार डॉक्टर बतावे। रोटी के साथ या बिना रोटी के ले सकत बानी।

एपिक्साबैन के काम करे में कतना समय लागेला?

एपिक्साबैन, एगो खून पतला करे वाला दवाई, आमतौर पर लेवे के बाद 2 से 4 घंटा में काम करे लागेला। ई आपन चरम प्रभावशीलता के 3 से 4 घंटा के बाद पहुँचेला। ई दवाई खून में एगो विशेष थक्का कारक के रोक के खून के थक्का बने से रोके में मदद करेला, जेसे थक्का बने में समय लागेला।

एपिक्साबैन के कइसे स्टोर करीं?

आपन एपिक्साबैन के गोली के कमरा के तापमान पर राखीं, कहीं 68 से 77 डिग्री फारेनहाइट (या 20 से 25 डिग्री सेल्सियस) के बीच। ध्यान दीं कि बच्चा लोग ओह तक ना पहुँच सके।

एपिक्साबैन के सामान्य खुराक का बा?

एपिक्साबैन के सामान्य वयस्क खुराक 5 मिलीग्राम बा जे मौखिक रूप से दिन में दू बेर लिहल जाला। कुछ स्थिति जइसे 80 से ऊपर के उम्र, 60 किलो से कम शरीर के वजन, या 1.5 मिलीग्राम/डीएल से ऊपर सीरम क्रिएटिनिन वाला वयस्क खातिर खुराक 2.5 मिलीग्राम दिन में दू बेर कम कइल जाला। एपिक्साबैन के बच्चा में इस्तेमाल के सिफारिश ना कइल जाला काहे कि सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित नइखे भइल।

चेतावनी आ सावधानी

का एपिक्साबैन के स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

एपिक्साबैन एगो खून पतला करे वाला दवाई ह जे स्तन दूध में जा सकेला। ई नइखे पता कि एपिक्साबैन स्तनपान करावे वाला बच्चा खातिर सुरक्षित बा कि ना, एहसे एपिक्साबैन के टैबलेट लेवे के दौरान स्तनपान के सिफारिश ना कइल जाला। एपिक्साबैन के टैबलेट लेवे या स्तनपान करावे के बारे में आपन डॉक्टर से बात करीं। दुनो एक साथ करना सुरक्षित नइखे।

का एपिक्साबैन गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

एपिक्साबैन आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान सिफारिश ना कइल जाला काहे कि संभावित जोखिम के कारण। जबकि पशु अध्ययन में बड़हन नुकसान ना देखावल गइल, मानव डेटा पर्याप्त नइखे कि ई सुरक्षित बा। ई गर्भाशय में रक्तस्राव जइसन समस्या पैदा कर सकेला, जेसे बच्चा के नुकसान हो सकेला। एह चिंता के कारण, डॉक्टर आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान एपिक्साबैन के इस्तेमाल से मना करेला ताकि माँ आ विकसित हो रहल भ्रूण दुनो के सुरक्षा हो सके।

का हम एपिक्साबैन के साथ दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

एपिक्साबैन के साथ दोसरा दवाई जे रक्तस्राव के जोखिम बढ़ावे, जइसे एस्पिरिन या इबुप्रोफेन, खून पतला करे वाला दवाई, या स्टेरॉयड, लेवे से तोहार रक्तस्राव के संभावना बढ़ सकेला।

का हम एपिक्साबैन के साथ विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?

एपिक्साबैन एगो खून पतला करे वाला दवाई ह। जबकि एह से इंटरैक्ट करे वाला विटामिन या सप्लीमेंट के कवनो विशेष सूची नइखे, ई बहुत महत्वपूर्ण बा कि आपन डॉक्टर के *सब कुछ* बताईं जे आप लेत बानी, विटामिन आ सप्लीमेंट समेत। कुछ चीज जे आप लेत बानी ओहसे एपिक्साबैन के काम कम हो सकेला या तोहार रक्तस्राव के संभावना बढ़ सकेला।

का एपिक्साबैन बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?

ई दवाई पुरान लोग (65 से ऊपर) खातिर सुरक्षित बा आ ओतने अच्छा काम करेला जेतना जवान लोग खातिर। बहुत सारा पुरान लोग के एह दवाई के परीक्षण में शामिल कइल गइल। ई महत्वपूर्ण बा कि एह दवाई के अचानक बंद मत करीं, काहे कि ओहसे खून के थक्का बने के जोखिम बढ़ सकेला। बंद करे से पहिले आपन डॉक्टर से बात करीं।

का एपिक्साबैन लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

एपिक्साबैन लेवे के दौरान शराब पियला से रक्तस्राव के जोखिम बढ़ सकेला आ जिगर के चयापचय में बाधा डाल सकेला। कभी-कभी हल्का पियला स्वीकार्य हो सकेला, लेकिन भारी शराब के उपयोग से बचल चाहीं। हमेशा आपन डॉक्टर से सलाह लीं कि का तोहरा खातिर सुरक्षित बा।

का एपिक्साबैन लेवे के दौरान व्यायाम करना सुरक्षित बा?

हाँ, एपिक्साबैन लेवे के दौरान व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित बा, लेकिन तोहरा के सावधानी बरते के चाहीं। उच्च-प्रभाव या संपर्क खेल से बचे जे चोट आ रक्तस्राव के जोखिम बढ़ावे (जइसे, फुटबॉल, बॉक्सिंग)। कम-प्रभाव वाला गतिविधि जइसे चलल, तैरल, आ योग सुरक्षित विकल्प बा। हमेशा नया कसरत दिनचर्या शुरू करे से पहिले आपन डॉक्टर से सलाह लीं।

केकरा के एपिक्साबैन लेवे से बचे के चाहीं?

**महत्वपूर्ण चेतावनी:** * **एलर्जी प्रतिक्रिया:** अगर तोहरा के छाती में दर्द, चेहरा या जीभ के सूजन, साँस लेवे में तकलीफ, या चक्कर आवे लागे, त आपन डॉक्टर के फोन करीं या तुरंत मदद लीं। * **आपन डॉक्टर के दोसरा दवाई के बारे में बताईं:** कुछ दवाई एह दवाई के काम पर असर डाल सकेला या तोहार रक्तस्राव के जोखिम बढ़ा सकेला। * **गोली के निगलल:** अगर तोहरा के पूरा निगलल ना जा सके, त आपन डॉक्टर से दोसरा तरीका के बारे में बात करीं। * **एह दवाई के लेना बंद मत करीं:** ई बंद करे से तोहार स्ट्रोक के जोखिम बढ़ सकेला। * **आपन प्रिस्क्रिप्शन के रिफिल करीं:** एह दवाई के खत्म मत होखे दीं। * **ओवरडोज:** अगर तोहरा के बहुत अधिक ले लिहलस, त आपन डॉक्टर के फोन करीं या अस्पताल जाईं। * **सिर के चोट:** अगर तोहरा के गिरल या सिर में चोट लागल, खासकर अगर तोहार सिर में चोट लागल, त आपन डॉक्टर के फोन करीं। * **रक्तस्राव के जोखिम:** अगर तोहरा के दोसरा दवाई लेवे से रक्तस्राव के जोखिम बढ़ेला, त तोहरा के उच्च रक्तस्राव के जोखिम हो सकेला। * **रीढ़ की एनेस्थीसिया:** अगर तोहरा के रीढ़ की एनेस्थीसिया मिलेला, त तोहार डॉक्टर तोहरा के रक्तस्राव या खून के थक्का खातिर देखे के चाहीं।