एमिसुलप्राइड

स्किज़ोफ्रेनिया, ऑपरेशन के बाद मतली और उल्टी

दवाई के स्थिति

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सरकारी मंजूरी

यूके (बीएनएफ)

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डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई

None

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ज्ञात टेराटोजेन

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फार्मास्युटिकल वर्ग

None

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नियंत्रित दवा पदार्थ

NO

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सारांश

  • एमिसुलप्राइड मुख्य रूप से स्किजोफ्रेनिया आ दोसरा मानसिक विकारन के इलाज खातिर इस्तेमाल कइल जाला। ई दोसरा एंटीडिप्रेसेंट्स से सही से फायदा ना भइल मरीजन में डिप्रेशन के इलाज खातिर कम खुराक में भी इस्तेमाल कइल जा सकेला।

  • एमिसुलप्राइड दिमाग में डोपामाइन रिसेप्टर्स के ब्लॉक क के काम करेला। ई लक्षण जइसे कि भ्रम आ भावनात्मक विकारन के प्रबंधन में मदद करेला। कम खुराक पर, ई मूड नियमन में शामिल दिमाग के क्षेत्र में डोपामाइन रिलीज के बढ़ावा दे सकेला, जेकरा से डिप्रेशन के इलाज में मदद मिलेला।

  • एमिसुलप्राइड के खुराक मानसिक स्वास्थ्य समस्या के प्रकार पर निर्भर करेला। गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्यन खातिर, डॉक्टर 400-800mg रोजाना के उच्च खुराक से शुरू कर सकेलें, जेकरा के 1200mg तक बढ़ावल जा सकेला। अगर समस्या मुख्य रूप से ऊर्जा या प्रेरणा के कमी के बारे में बा, त 50-300mg रोजाना के कम खुराक इस्तेमाल कइल जाला।

  • एमिसुलप्राइड के आम साइड इफेक्ट्स में उनींदापन, अनिद्रा, सिरदर्द, वजन बढ़ना, आ सूखा मुँह शामिल बा। अधिक महत्वपूर्ण प्रतिकूल प्रभाव में कंपकंपी, कठोरता, बेचैनी, आ यौन विकार शामिल हो सकेला।

  • एमिसुलप्राइड के दिल के हालत के इतिहास वाला मरीजन में सावधानी से इस्तेमाल कइल जाला। ई गंभीर जिगर या गुर्दा के खराबी में, आ गर्भवती या स्तनपान करावत महिलन में जब तक बिल्कुल जरूरी ना हो, से बचल जाला। ई बच्चन आ किशोरन खातिर भी सिफारिश ना कइल जाला काहे कि सुरक्षा जानकारी पर्याप्त ना बा।

संकेत आ उद्देश्य

अमिसुलप्राइड कइसे काम करेला?

अमिसुलप्राइड दिमाग में डोपामाइन रिसेप्टर के मॉड्यूलेट क के काम करेला। ई मुख्य रूप से D2 आ D3 डोपामाइन रिसेप्टर पर एगो विरोधी के रूप में काम करेला। दिमाग के कुछ क्षेत्र में ई रिसेप्टर के ब्लॉक क के, ई मनोविकृतिस्किजोफ्रेनिया के लक्षण, जइसे भ्रम आ भ्रम, के कम करे में मदद करेला। कम खुराक पर, ई मूड नियमन में शामिल दिमाग के क्षेत्र में डोपामाइन रिलीज के बढ़ावा दे सकेला, जेकरा से अवसाद के इलाज में मदद मिलेला।

कइसे पता चली कि अमिसुलप्राइड काम कर रहल बा?

अमिसुलप्राइड के लाभ के मूल्यांकन क्लिनिकल आकलन के माध्यम से कइल जाला, जेकरा में स्किजोफ्रेनिया, तीव्र मनोविकृति, आ अवसाद के लक्षण में सुधार के निगरानी शामिल बा। स्वास्थ्य सेवा प्रदाता मूड, व्यवहार, आ संज्ञानात्मक कार्य में बदलाव के आकलन करेला, साथ ही सकारात्मक आ नकारात्मक लक्षण में कमी के ट्रैक करेला। रेटिंग स्केल, जइसे पॉजिटिव आ नेगेटिव सिंड्रोम स्केल (PANSS), लक्षण के गंभीरता के मापे खातिर आमतौर पर इस्तेमाल होला। नियमित फॉलो-अप आ साइड इफेक्ट के निगरानी प्रभावशीलता के निर्धारण करे में मदद करेला आ जरूरत पड़ला पर खुराक के समायोजित करेला।

का अमिसुलप्राइड प्रभावी बा?

अमिसुलप्राइड के प्रभावशीलता के समर्थन करे वाला प्रमाण क्लिनिकल अध्ययन से आवेला जेकरा में ई देखावल गइल बा कि ई स्किजोफ्रेनियातीव्र मनोविकृति के लक्षण के काफी हद तक कम करेला। शोध में ई देखावल गइल बा कि ई सकारात्मक लक्षण (भ्रम, भ्रम) के नियंत्रण में प्रभावी बा आ, कम खुराक पर, अवसाद में मूड में सुधार करेला। अध्ययन में ई देखावल गइल बा कि अमिसुलप्राइड के सहनशीलता अच्छा बा आ ई अन्य एंटीसाइकोटिक्स के तुलना में कम साइड इफेक्ट, जइसे नींद या वजन बढ़ना, के साथ चिकित्सीय लाभ प्रदान करेला।

अमिसुलप्राइड के इस्तेमाल काहे खातिर होला?

अमिसुलप्राइड मुख्य रूप से स्किजोफ्रेनियाअन्य मनोविकृति विकार के इलाज में इस्तेमाल होला। ई अन्य एंटीडिप्रेसेंट से अच्छा प्रतिक्रिया ना देवे वाला मरीज में अवसाद के इलाज खातिर कम खुराक में भी इस्तेमाल होला। ई भ्रम, भ्रम आ मूड विकार जइसन लक्षण के कम करे में मदद करेला।

इस्तेमाल के निर्देश

अमिसुलप्राइड के कतना दिन ले लीं?

अमिसुलप्राइड एगो दवाई बा, आ एकरा के कतना दिन लेवे के बा ई एकरा के तोहरा खातिर कइसे काम कर रहल बा पर निर्भर करेला। तोहार डॉक्टर फैसला करी। जब तोहरा बंद करे के होखे, त धीरे-धीरे करीं ताकि बीमार ना महसूस होखे।

अमिसुलप्राइड कइसे लीं?

अमिसुलप्राइड खाना के साथे या बिना खइला जा सकेला। ई दवाई से जुड़ल कवनो खास खाना के प्रतिबंध नइखे। ई जरूरी बा कि एकरा के ठीक ओही तरह से लीं जइसे तोहार डॉक्टर बतवले बा, आमतौर पर दिन भर में विभाजित खुराक में। सुनिश्चित करीं कि निर्धारित खुराक के पालन करीं आ बिना मेडिकल सलाह के अचानक दवाई बंद मत करीं।

अमिसुलप्राइड के काम करे में कतना समय लागेला?

  • प्रारंभिक प्रभाव कुछ दिन से हफ्ता में देखाई दे सकेला।
  • पूरा लाभ अक्सर 4-6 हफ्ता ले लागेला।

अमिसुलप्राइड के कइसे स्टोर करीं?

अमिसुलप्राइड के निम्नलिखित स्थिति में स्टोर कइल जाला:

  • एकरा के कमरे के तापमान पर रखीं, आमतौर पर 15°C से 25°C (59°F से 77°F) के बीच।
  • एकरा के नमी आ रोशनी से बचा के रखीं।
  • एकरा के एकर मूल पैकेजिंग में स्टोर करीं ताकि एकर स्थिरता बनल रहे।
  • एकरा के बच्चा के पहुंच से दूर रखीं।

अमिसुलप्राइड के सामान्य खुराक का बा?

अमिसुलप्राइड मानसिक स्वास्थ्य समस्या वाला वयस्कन खातिर एगो दवाई बा। दिहल गइल मात्रा समस्या के प्रकार पर निर्भर करेला। गंभीर, अचानक मानसिक स्वास्थ्य समस्या खातिर, डॉक्टर उच्च खुराक (400-800mg प्रति दिन) से शुरू कर सकेला, संभवतः 1200mg तक जा सकेला। अगर समस्या मुख्य रूप से ऊर्जा या प्रेरणा के कमी के बारे में बा, त कम खुराक (50-300mg प्रति दिन) के इस्तेमाल होला। ई बच्चा आ किशोर खातिर इस्तेमाल ना होला काहे कि एकर सुरक्षा के बारे में पर्याप्त जानकारी नइखे।

चेतावनी आ सावधानी

का अमिसुलप्राइड स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

अमिसुलप्राइड स्तन दूध में उत्सर्जित होला, लेकिन स्तनपान करावे वाला शिशु पर एकर प्रभाव के बारे में अच्छी तरह से अध्ययन नइखे भइल। गंभीर साइड इफेक्ट, जइसे नींद या आंदोलन विकार, के संभावना के कारण, आमतौर पर अमिसुलप्राइड के स्तनपान के दौरान इस्तेमाल से बचल जाला जब तक कि बिल्कुल जरूरी ना हो। अगर दवाई के जरूरत बा, त स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या त स्तनपान बंद करे के या वैकल्पिक इलाज के सिफारिश कर सकेला।

का अमिसुलप्राइड गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?

अमिसुलप्राइड के FDA द्वारा गर्भावस्था खातिर श्रेणी C दवाई के रूप में वर्गीकृत कइल गइल बा, जेकर मतलब बा कि भ्रूण पर जोखिम के नकारल ना जा सकेला। पशु अध्ययन में कुछ प्रतिकूल प्रभाव देखावल गइल बा, लेकिन एकर सुरक्षा के पूरा तरह से आकलन करे खातिर पर्याप्त मानव अध्ययन नइखे। ई केवल तब इस्तेमाल कइल जाला जब गर्भावस्था के दौरान संभावित लाभ भ्रूण के जोखिम से अधिक हो। गर्भवती महिला के अमिसुलप्राइड के उपयोग से पहिले आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से सलाह लेवे के चाहीं।

का हम अमिसुलप्राइड के साथ अन्य प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?

अमिसुलप्राइड कई प्रिस्क्रिप्शन दवाई के साथ इंटरैक्ट कर सकेला। मुख्य इंटरैक्शन में शामिल बा:

  1. एंटीसाइकोटिक्स आ अन्य डोपामाइन विरोधी: संयुक्त उपयोग एक्सट्रापाइरामिडल लक्षण (आंदोलन विकार) या नींद के जोखिम बढ़ा सकेला।
  2. दवाई जे QT अंतराल के बढ़ा देला: ई, जइसे एंटीअर्थमिक दवाई (जैसे, एमियोडारोन), हृदय अतालता, विशेष रूप से टॉर्सडेस डी पॉइंट्स के जोखिम बढ़ा सकेला।
  3. एंटीहाइपरटेंसिव: अमिसुलप्राइड रक्तचाप कम करे वाला दवाई के प्रभाव बढ़ा सकेला, जेकरा से हाइपोटेंशन के जोखिम बढ़ सकेला।
  4. लेवोडोपा: अमिसुलप्राइड के साथ विरोधी प्रभाव पार्किंसन रोग के इलाज में लेवोडोपा के प्रभावशीलता के कम कर सकेला।
  5. CYP450 सिस्टम के प्रभावित करे वाला दवाई: अमिसुलप्राइड के CYP450 एंजाइम द्वारा न्यूनतम रूप से मेटाबोलाइज कइल जाला, लेकिन एंजाइम गतिविधि के बदलल वाला दवाई, जइसे केटोकोनाजोल या रिटोनाविर, के साथ मिलावे पर सावधानी बरतल चाहीं।

का हम अमिसुलप्राइड के साथ विटामिन या सप्लीमेंट ले सकीला?

ज्यादातर विटामिन आ सप्लीमेंट सुरक्षित बा, लेकिन आपन डॉक्टर से बिना सलाह के एकरा के उत्तेजक या शामक के साथ ना मिलाईं।

का अमिसुलप्राइड बुजुर्गन खातिर सुरक्षित बा?

अमिसुलप्राइड एगो दवाई बा जे कम रक्तचाप आ नींद के कारण बन सकेला, खासकर बुजुर्ग लोग में। गुर्दा समस्या वाला बुजुर्गन के कम खुराक के जरूरत हो सकेला। ई भी महत्वपूर्ण बा कि ई मनोविकृति वाला डिमेंशिया से पीड़ित बुजुर्ग लोग खातिर मृत्यु के जोखिम बढ़ा सकेला।

का अमिसुलप्राइड लेवे के दौरान शराब पियला सुरक्षित बा?

ना, शराब अमिसुलप्राइड के नींद आ अन्य साइड इफेक्ट के बढ़ा सकेला। ई दवाई लेवे के दौरान शराब से बचीं।

का अमिसुलप्राइड लेवे के दौरान व्यायाम सुरक्षित बा?

हँ, नियमित व्यायाम सुरक्षित आ फायदेमंद बा। खासकर अगर खुराक शुरू या समायोजित करतानी त चक्कर आ थकान के निगरानी करीं।

के अमिसुलप्राइड लेवे से बचे के चाहीं?

अमिसुलप्राइड के उपयोग हृदय अतालता या हृदय स्थिति के इतिहास वाला मरीज में सावधानी से कइल जाला काहे कि QT प्रलंबन के जोखिम बा। ई फियोक्रोमोसाइटोमा (एड्रिनल ग्रंथि के दुर्लभ ट्यूमर) या दवाई के प्रति अतिसंवेदनशीलता के इतिहास वाला व्यक्ति में निषिद्ध बा। ई गंभीर जिगर या गुर्दा हानि में भी बचल जाला। गर्भवती या स्तनपान करावे वाली महिला के अमिसुलप्राइड के उपयोग केवल तब करे के चाहीं जब बिल्कुल जरूरी हो, काहे कि ई भ्रूण आ शिशु पर असर डाल सकेला। न्यूरोलेप्टिक मैलिग्नेंट सिंड्रोम (NMS) या टार्डिव डिस्किनेसिया वाला मरीज के ई दवाई ना लेवे के चाहीं। इन स्थिति के विकास के जोखिम वाला लोग खातिर करीबी निगरानी के सलाह दिहल जाला।