अकोरामिडिस
दवाई के स्थिति
सरकारी मंजूरी
US(FDA)
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
None
ज्ञात टेराटोजेन
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
कुछुओ ना / केहू ना
सारांश
अकोरामिडिस के इस्तेमाल एगो हालात के इलाज खातिर कइल जाला जेकरा के कार्डियोमायोपैथी कहल जाला, जे जंगली-प्रकार भा वेरिएंट ट्रांसथायरेटिन-मध्यस्थित एमाइलॉइडोसिस (ATTRCM) से जुड़ल बा बड़का लोगन में। ई हालात दिल में हानिकारक प्रोटीन जमाव, जेकरा के एमाइलॉइड कहल जाला, के बनल शामिल बा।
अकोरामिडिस एगो प्रोटीन के स्थिर क के काम करेला जेकरा के ट्रांसथायरेटिन कहल जाला। ई प्रोटीन दिल में हानिकारक एमाइलॉइड जमाव बना सकेला। अकोरामिडिस ई प्रोटीन से बंध जाला आ ओकर टूटल के धीमा कर देला, जेकरा से ई जमाव के बनल कम हो जाला।
बड़का लोगन खातिर सामान्य खुराक 712 मि.ग्रा. अकोरामिडिस के मौखिक रूप से दिन में दू बेर लिहल जाला। गोली के पूरा निगलल चाहीं आ ई खाना के साथ भा बिना खाइल जा सकेला। ई महत्वपूर्ण बा कि रउरा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के सलाह के अनुसरण करीं कि ई दवाई कइसे लिहल जाव।
अकोरामिडिस के सबसे आम रिपोर्ट कइल गइल साइड इफेक्ट्स जठरांत्र संबंधी बा, जेमें दस्त (11.6%) आ ऊपरी पेट दर्द (5.5%) शामिल बा। ई साइड इफेक्ट्स आमतौर पर हल्का होला आ दवाई बंद कइला बिना ठीक हो जाला।
रोगियन के UGT प्रेरक आ मजबूत CYP3A प्रेरक के साथ अकोरामिडिस के इस्तेमाल से बचल चाहीं, काहे कि ई ओकर प्रभावशीलता के कम कर सकेला। साथ ही, सीरम क्रिएटिनिन आ eGFR में बदलाव के निगरानी कइल महत्वपूर्ण बा, काहे कि ई इलाज शुरू कइला पर हो सकेला। हमेशा व्यक्तिगत सलाह खातिर रउरा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करीं।
संकेत आ उद्देश्य
अकोरामिडिस कइसे काम करेला?
अकोरामिडिस ट्रांसथायरेटिन (TTR) के एक चयनात्मक स्थिरीकरणकर्ता के रूप में काम करेला, जे प्रोटीन गलत तरीके से मुड़ सकेला आ एमाइलॉयड जमा बना सकेला। ई TTR के थायरॉक्सिन बाइंडिंग साइट पर बंध के, TTR टेट्रामर के मोनोमर्स में विघटन के धीमा करेला, जे एमाइलॉयड निर्माण में दर-सीमित कदम बा। ई स्थिरीकरण एमाइलॉयडोसिस के प्रगति के रोके में मदद करेला।
का अकोरामिडिस प्रभावी बा?
अकोरामिडिस के प्रभावशीलता के एक बहु-केंद्र, अंतरराष्ट्रीय, यादृच्छिक, डबल-ब्लाइंड, प्लेसबो-नियंत्रित अध्ययन में 611 वयस्क रोगी के साथे जाँचल गइल, जेकरा में जंगली-प्रकार भा वेरिएंट ATTR-CM रहल। अध्ययन में अकोरामिडिस से इलाज कइल गइल रोगी में प्लेसबो की तुलना में सभी कारण मृत्यु दर आ हृदय संबंधी अस्पताल में भर्ती में सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण कमी देखावल गइल। कार्यात्मक क्षमता आ स्वास्थ्य स्थिति में सुधार भी देखल गइल, जेकरा से एकर प्रभावशीलता के समर्थन मिलेला।
इस्तेमाल के निर्देश
अकोरामिडिस केतना दिन ले लिहल जाला?
अकोरामिडिस के सामान्य रूप से 30 महीना ले इस्तेमाल कइल जाला, जइसन कि क्लिनिकल अध्ययन में देखावल गइल बा। हालाँकि, सटीक अवधि व्यक्तिगत रोगी के जरूरत पर निर्भर कर सकेला आ एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा निर्धारित कइल जाव।
अकोरामिडिस के कइसे लिहल जाव?
अकोरामिडिस के आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा बतावल अनुसार ठीक से लीं, आमतौर पर 712 मि.ग्रा. मुँह से दिन में दू बेर। ई खाना के साथे भा बिना खइला जा सकेला। टैबलेट के पूरा निगल जाईं बिना काटल, कुचलल, भा चबावल। कवनो विशेष भोजन प्रतिबंध के जिक्र नइखे, लेकिन हमेशा व्यक्तिगत सलाह खातिर आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करीं।
अकोरामिडिस के काम करे में केतना समय लागेला?
अकोरामिडिस ट्रांसथायरेटिन के स्थिर करे के शुरुआत दिन 28 से हो जाला, क्लिनिकल अध्ययन में लगभग पूरा स्थिरीकरण देखल गइल बा। हालाँकि, पूरा चिकित्सीय प्रभाव, जइसे कि मृत्यु दर आ अस्पताल में भर्ती के कमी, आमतौर पर लंबा अवधि, जइसे कि 30 महीना में आकलन कइल जाला।
अकोरामिडिस के कइसे स्टोर कइल जाव?
अकोरामिडिस टैबलेट के नियंत्रित कमरे के तापमान पर 68°F से 77°F (20°C से 25°C) के बीच स्टोर करीं। टैबलेट के इस्तेमाल से पहिले उनकरा के उनकर मूल ब्लिस्टर कार्ड में रखीं ताकि नमी से बचावल जा सके। दवाई के बच्चा लोग के पहुँच से दूर रखे के सुनिश्चित करीं।
अकोरामिडिस के सामान्य खुराक का ह?
बड़का लोग खातिर रोजाना के सामान्य खुराक 712 मि.ग्रा. बा, जेकरा के दिन में दू बेर मुँह से लिहल जाला। बच्चा लोग में अकोरामिडिस के सुरक्षा आ प्रभावशीलता स्थापित नइखे भइल, एही से बाल रोगी खातिर कवनो सिफारिश खुराक नइखे।
चेतावनी आ सावधानी
का अकोरामिडिस स्तनपान करावत घरी सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
मानव भा पशु दूध में अकोरामिडिस के उपस्थिति, भा स्तनपान करावे वाला शिशु पर एकर प्रभाव भा दूध उत्पादन पर कवनो उपलब्ध डेटा नइखे। स्तनपान के लाभ के माँ के अकोरामिडिस के जरूरत आ बच्चा पर कवनो संभावित प्रतिकूल प्रभाव के खिलाफ तौलल जाव। व्यक्तिगत सलाह खातिर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करीं।
का अकोरामिडिस गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से लिहल जा सकेला?
गर्भवती महिला में अकोरामिडिस के इस्तेमाल पर प्रमुख जन्म दोष भा गर्भपात के जोखिम स्थापित करे खातिर पर्याप्त डेटा नइखे। चूहा आ खरगोश में पशु अध्ययन में उच्च एक्सपोजर पर भ्रूण संबंधी असामान्यता नइखे देखल गइल। गर्भवती महिला के आपन स्थिति ब्रिजबायो रिपोर्टिंग लाइन पर रिपोर्ट करे के चाहीं आ व्यक्तिगत सलाह खातिर आपन स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से संपर्क करे के चाहीं।
का हम अकोरामिडिस के साथे दोसरा प्रिस्क्रिप्शन दवाई ले सकीला?
अकोरामिडिस के UGT एंजाइम द्वारा मेटाबोलाइज कइल जाला, एही से एकरा के UGT प्रेरक के साथे इस्तेमाल कइला से एकर एक्सपोजर कम हो सकेला। मजबूत CYP3A प्रेरक भी UGT एंजाइम पर असर डाल सकेला। अकोरामिडिस CYP2C9 के अवरोधक बा, जेकरा से CYP2C9 सब्सट्रेट के सांद्रता बढ़ सकेला। जब ई दवाई एक साथे लिहल जाला त रोगी के बढ़ल एक्सपोजर के संकेत खातिर निगरानी कइल जाव।
का अकोरामिडिस बुजुर्ग लोग खातिर सुरक्षित बा?
बुजुर्ग रोगी (65 साल आ ओहसे ऊपर) खातिर कवनो खुराक समायोजन के जरूरत नइखे। क्लिनिकल अध्ययन में, 97% प्रतिभागी 65 साल आ ओहसे ऊपर के रहलें, जिनकर औसत उम्र 78 साल रहल। हालाँकि, बुजुर्ग रोगी के अबहियो कवनो प्रतिकूल प्रभाव भा ओह दवाई के साथे बातचीत खातिर नजदीकी से निगरानी कइल जाव।
के अकोरामिडिस लेवे से बचे के चाहीं?
अकोरामिडिस खातिर कवनो विशेष मतभेद नइखे। हालाँकि, रोगी के संभावित दवा बातचीत के बारे में जागरूक रहे के चाहीं, खासकर UGT प्रेरक आ मजबूत CYP3A प्रेरक के साथे, जे अकोरामिडिस के एक्सपोजर के कम कर सकेला। रोगी के जठरांत्र संबंधी साइड इफेक्ट आ गुर्दा कार्य में बदलाव के निगरानी करे के चाहीं, काहे कि ई क्लिनिकल परीक्षण में देखल गइल बा।