के परिचय दिहल गइल बा जिपडॉक्स 200 मिलीग्राम टैबलेट के बा
जिपडॉक्स 200 मिलीग्राम टैबलेट के बा एगो दवाई हवे जेह में सेफपोडोक्साइम प्रोक्सेटिल होला, मुख्य रूप से बिबिध बैक्टीरिया संक्रमण के इलाज खातिर लिखल जाला। एह दवाई से संबोधित आम स्थिति सभ में ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, गोनोरिया (यौन संचारित बेमारी) के साथे-साथ त्वचा, कान, साइनस, गला, टॉन्सिल आ मूत्रमार्ग के संक्रमण भी सामिल बा।
सेफपोडोक्साइम प्रोक्सेटिल एंटीबायोटिक दवाई के सेफालोस्पोरिन वर्ग में आवेला, जवन बैक्टीरिया के बढ़े के प्रभावी ढंग से रोकेला। एकर तंत्र में बैक्टीरिया के बढ़े में बाधा आवेला , एह तरह से शरीर के संक्रमण से प्रभावी ढंग से मुकाबला करे में मदद मिलेला।
आम खुराक में हर 12 घंटा में एकरा के लेवे के पड़ेला, जवन कि 5 से 14 दिन तक होखेला, जवन कि इलाज होखेवाला विशिष्ट स्थिति के आधार प होखेला। एकरा के खाना के साथे भा बिना खाना के लिहल जा सकेला . समय में स्थिरता बहुत जरूरी बा, अवुरी मरीज के निर्धारित कार्यक्रम के बहुत सावधानी से पालन करे के चाही।
आम दुष्प्रभाव में मतली, उल्टी, दस्त, पेट दर्द, अवुरी योनि में जलन शामिल बा। अगर कवनो लक्षण बनल रहे भा गंभीर हो जाला त डॉक्टर के जानकारी दिहल ठीक रही।
जठरांत्र भा किडनी के बेमारी वाला मरीज के सावधानी बरते के चाहीं. गर्भवती भा स्तनपान करावे वाला लोग के एह दवाई के इस्तेमाल करे से पहिले अपना डॉक्टर से सलाह लेवे के चाही।
खुराक छूटला के स्थिति में मरीज के याद करते ही एकरा के लेवे के चाही। हालाँकि, अगर अगिला निर्धारित खुराक आसन्न होखे तब सलाह दिहल जाला कि छूटल खुराक के छोड़ दिहल जाय आ नियमित खुराक के शेड्यूल के पालन कइल जाय। छूटल खुराक के भरपाई खातिर डबल खुराक ना लेवे के चाही।