हेमरेजिक स्ट्रोक
हेमरेजिक स्ट्रोक एगो जानलेवा स्थिति ह जहाँ फटाइल रक्त वाहिका दिमाग में या दिमाग के चारो ओर खून बहावेला, जेकरा से दिमाग के कोशिका के नुकसान होखेला आ शरीर के कार्य में बाधा आवेला।
ब्रेन हेमरेज , इंट्रासेरेब्रल हेमरेज , सबएराक्नॉइड हेमरेज
बीमारी के जानकारी
सरकारी मंजूरी
None
डब्ल्यूएचओ जरूरी दवाई
NO
ज्ञात टेराटोजेन
NO
फार्मास्युटिकल वर्ग
None
नियंत्रित दवा पदार्थ
NO
सारांश
हेमरेजिक स्ट्रोक तब होखेला जब दिमाग में एगो रक्त वाहिका फट जाला, जेकरा से खून बहेला। ई खून दिमाग के कोशिका के नुकसान करेला आ गंभीर विकलांगता भा मौत के कारण बन सकेला। रोग के प्रगति तब होखेला जब खून दिमाग पर दबाव बढ़ावेला, जेकरा से अउरी नुकसान होखेला। हेमरेजिक स्ट्रोक गंभीर होखेला आ एकरा से उच्च रोगमुक्ति आ मृत्यु दर हो सकेला।
हेमरेजिक स्ट्रोक के कारण दिमाग में एगो रक्त वाहिका के फटना होखेला, जेकरा से खून बहेला। ई उच्च रक्तचाप के कारण हो सकेला, जेकरा से रक्त वाहिका कमजोर हो जाला, भा एन्यूरिज्म के कारण, जेकरा से रक्त वाहिका में उभार हो जाला आ फट सकेला। जोखिम कारक में हाइपरटेंशन, धूम्रपान, अत्यधिक शराब के सेवन, आ रक्त वाहिका पर असर डाले वाला आनुवांशिक स्थिति शामिल बा।
आम लक्षण में अचानक गंभीर सिरदर्द, एक तरफ कमजोरी भा सुन्नपन, आ बोलत में कठिनाई शामिल बा। जटिलता में दिमाग के सूजन, दौरा, आ दीर्घकालिक विकलांगता शामिल बा। खून दिमाग में दबाव बढ़ावेला, जेकरा से सूजन आ संभावित नुकसान हो सकेला। ई लक्षण खातिर तुरंत चिकित्सा ध्यान जरूरी बा।
हेमरेजिक स्ट्रोक के निदान इमेजिंग परीक्षण जइसे सीटी भा एमआरआई स्कैन से होखेला, जेकरा से दिमाग में खून बहाव देखावल जाला। निदान के समर्थन करे वाला लक्षण में अचानक गंभीर सिरदर्द, एक तरफ कमजोरी भा सुन्नपन, आ बोलत में कठिनाई शामिल बा। रक्त परीक्षण clotting समस्या के जाँच खातिर कइल जा सकेला। ई परीक्षण खून बहाव के उपस्थिति आ सीमा के पुष्टि करेला।
हेमरेजिक स्ट्रोक के रोकथाम में दवाई आ जीवनशैली में बदलाव जइसे स्वस्थ आहार आ नियमित व्यायाम के माध्यम से रक्तचाप के नियंत्रण शामिल बा। उपचार में रक्तचाप के नियंत्रण आ अउरी खून बहाव के रोकथाम खातिर दवाई शामिल बा। खून हटावे भा रक्त वाहिका के मरम्मत खातिर सर्जरी के जरूरत हो सकेला। जल्दी हस्तक्षेप से परिणाम में सुधार होखेला।
आत्म-देखभाल में स्वस्थ आहार के पालन, हल्का व्यायाम में शामिल होखल, आ धूम्रपान आ अत्यधिक शराब से बचल शामिल बा। ई क्रियाकलाप रक्तचाप के नियंत्रण आ समग्र स्वास्थ्य में सुधार करेला। नियमित चिकित्सा जाँच आ दवाई के पालन भी महत्वपूर्ण बा। ई जीवनशैली में बदलाव से रिकवरी में मदद मिलेला आ भविष्य में स्ट्रोक के जोखिम कम होखेला।